Sex Stories Archive for December, 2009

जिस्म की मांग-2

On 2009-12-13 Category: चुदाई की कहानी Tags:

कहानी का पिछ्ला भाग: जिस्म की मांग-1 हम दोनों खड़े हुए, खून का धब्बा बोरे पर देखा- यह क्या हुआ? “तेरी जवानी की झिल्ली फटी है रानी !” “बिटटू मुझे धोखा मत देना, देख इसमें कोई शक नहीं रहा कि तुमने ही मेरी सील तोड़ी, यकीन करो पहला मौका तेरे संग है !” “फिकर मत […]

जिस्म की मांग-1

On 2009-12-12 Category: पहली बार चुदाई Tags:

प्रणाम पाठको, उम्मीद है सब कुशल मंगल से होंगे, सबका काम सर रहा होगा। (समझे?) मेरा नाम लीला है, मेरा हुस्न देख हर किसी के मुँह से लारें टपकने लगती हैं, मेरे तीखे मम्मे गोल मोल से, पतली सी कमरिया है, गोल मोल सेक्सी गाण्ड है, मेरी उम्र अभी सिर्फ बाईस की है, मेरी शादी […]

एक से भले दो !

On 2009-12-11 Category: नौकर-नौकरानी Tags:

दोस्तो, मैं श्रेया आहूजा एक बार फिर आपके सामने पेश हूँ !! इतने दिन तक गायब रहने का कारण मेरे भाई की शादी थी ! उसकी शादी कनाडा में हुई आपकी दुआ से ! मैं आज आपको अपने भाई के बारे बताने जा रही हूँ ! शक्ल-सूरत से भोला-भाला पतला-दुबला छरहरा बदन ! वो मुझसे […]

तन का सुख-2

On 2009-12-10 Category: कोई मिल गया Tags:

लेखक : राज कार्तिक तभी कमल ने सुधा को जाने को कहा और मुझे बोला- यहीं सो जाओ ! तो मुझसे पहले ही सुधा बोल पड़ी- इनके सोने का इंतजाम ऊपर वाले कमरे में किया हुआ है पहले से ही। कमल के कमरे में डबलबेड था तो मैंने कहा- यहीं सो जाता हूँ ! तो […]

तन का सुख-1

On 2009-12-09 Category: कोई मिल गया Tags:

लेखक : राज कार्तिक यह कहानी मैं आप सब दोस्तों की मांग पर लिख रहा हूँ। यह खूबसूरत हादसा मेरे एक मित्र के साथ हुआ था। उसने अपनी कहानी मुझे बताई और अन्तर्वासना पर भेजने के लिए कहा। पर वो अपना नाम नहीं डालना चाहता था तो मैंने यह कहानी अपने नाम से ही लिखी […]

पलक और अंकित के बाद

On 2009-12-08 Category: चुदाई की कहानी Tags:

लेखक : सन्दीप शर्मा दोस्तो, उम्मीद है आप सभी मजे में होंगे मेरी पिछली कहानी पलक की चाहत और मुंबई के सफर का मुझे शानदार जवाब मिला है दोस्तों और उसके लिए आप सभी का धन्यवाद। इस कहानी का पूरा आनन्द लेने के लिए “पलक की चाहत के सारे भाग ” एवं “पलक और अंकित” […]

पलक और अंकित

अंकित ने मुझे बिस्तर पर लिटा दिया और मेरे ऊपर आ गया। उसने मेरी टीशर्ट उतारने की कोशिश की, मैंने उसका पूरा साथ दिया और हाथ ऊँचे करके उठ कर टी शर्ट उतरवा ली।

बाथरूम का दर्पण-5

मैं उसकी पीठ सहलाने लगा, फिर उसकी फ़्रॉक को निकाल दिया। अब उसके भरे हुए स्तन, जो गुलाबी ब्रा में समां नहीं रहे थे, को मसलना शुरु कर दिया।

बाथरूम का दर्पण-4

मैं उसे बाँहों में उठाकर बेडरूम में ले गया उसके सारे कपड़े उतारकर उसके ऊपर छा गया। वो सिसकारने लगी, उसने मेरी पैंट उतार दी, चड्डी हटा कर लंड थामकर चूमने लगी।

बाथरूम का दर्पण-3

वह मेरी जीभ को सिसकारते हुये चूस रही थी। मैंने मौका देखकर लंड को सही स्थान पर लेकर थोड़ा दबाव डाला तो सुपारे का आगे का भाग चूत के मुँह पर फिट हो गया।

बाथरूम का दर्पण-2

आपने ब्रा-पेंटी उतारकर रख दिए और दर्पण में अपने नंगे जिस्म को हर दिशा से देखा। तुम उत्तेजित हो गई थी, एक हाथ तुम्हारी दोनों टांगों के बीच कुछ सहला रहा था, दूसरा सीने को सहला रहा था?

दो जवान बहनें पिंकी और रिंकी-8

On 2009-12-01 Category: कोई मिल गया Tags:

फिर हम बिस्तर पर लेट गए। बाहर से अभी भी तेज आवाज आ रही थी, मैंने झांक कर देखा तो… पिंकी सोफे पर बैठी थी और रिंकी उसकी चूत चाट रही थी। सुमीत पीछे से उसकी चूत मार रहा था। मैंने हेमा से पूछा- तुम्हारी सील किसने तोड़ी थी? उसकी आँखों में आँसू आ गए। […]

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