Sex Stories Archive for March, 2014

नाम में क्या रखा है-2

On 2014-03-27 Category: पड़ोसी Tags:

प्रेषक : होलकर नज़ारा भूले नहीं भूलता, चिकनी, चमकदार चमड़ी का स्पर्श और चिकना पेट आँखों में घूमता रहा, माँ का भोंसड़ा प्लेबाय मैगजीन का ! अन्दर आकर आंटी के नाम की इकसठ बासठ चालू ! कूद के मनी बाहर और असीम शांति का अनुभव ! हाथरस में जो मज़ा, वो किसी और में कहाँ […]

नाम में क्या रखा है-1

On 2014-03-27 Category: पड़ोसी Tags: गैर मर्द

शेक्सपीयर जो अपने आपको बड़ा चाचा चौधरी समझता था, उसने कहा था कि बेशक गुलाब को अगर गुलाब की जगह किसी और नाम से पुकारा जाता तो क्या ? वो ऐसी भीनी भीनी खुशबू नहीं देता लेकिन टेम्स नदी के किनारे अँधेरे सीलन भरे कमरे में बैठ सिर्फ सस्ती रांडों को उधारी में चोद कर […]

उसे जन्नत दिखा दी !

On 2014-03-27 Category: कोई मिल गया Tags:

मेरा नाम आदित्य है। यह मेरी बिल्कुल सच्ची घटना है, उम्मीद है आप लोगों को पसंद आएगी। मेरी हिंदी इतनी अच्छी नहीं है, लेकिन फिर भी कोशिश पूरी की है ! मेरे एक दोस्त के रिश्तेदार की शादी थी, जिसमें मेरे दोस्त के बहुत बार जिद्द करने पर मैं जाने को तैयार हुआ, मन नहीं […]

खेली खाई मेहनाज़ कुरैशी

On 2014-03-27 Category: गुरु घण्टाल Tags:

इमरान यह कहानी मेरे एक दोस्त संजय अग्रवाल की है, आपके सामने संजय के ही शब्दों में ! 18 साल के अध्यापक जीवन में मुझे बहुत सारी चूतें, फ़ुद्दियाँ चोदने को मिल चुकी हैं। कुछ को तो मैंने कॉलेज के स्टाफरूम में ही लंड का प्रसाद दिया हुआ है। लेकिन मेहनाज़ कुरैशी की चूत की […]

ग़ोवा में सुहागरात-2

प्रेषक : रोहित मल्होत्रा मैंने भी कह दिया- अच्छी लड़कियाँ महेन्द्र जैसे लोगों को ही मिलती हैं, हम जैसे लोगों को नहीं। क्या अच्छा नहीं होता कि जो आपको अच्छा लगे आप उसके साथ समय बिता सकें? खुश रह सकें? क्या खुशी पाने के लिये शादी जरुरी है? शायद इसीलिए मैं शादी ही नहीं करना […]

ग़ोवा में सुहागरात-1

प्रेषक : रोहित मल्होत्रा नमस्कार अन्तर्वासना के दोस्तो, मेरा नाम रोहित है, मैं 35 साल का अविवाहित हूँ। आप सबको मैं अपनी एक सच्ची कहानी गोवा में खुशी मिली सुना चुका हूँ और आप सभी के ढेर सारे मेल का धन्यवाद। मैं आप सबको अपनी एक और कहानी सुनाना चाहता हूँ, उम्मीद है आपको पसन्द […]

छुट्टियों में दीदी को चोद दिया

प्रेषक : रेड बैरी मेरे पापा और ताऊ जी दो भाई हैं। ताऊ जी मुंबई में रहते थे और हम लोग गाँव में रहते थे। ताऊ जी हर साल गाँव आते थे यह घटना करीब आठ साल पहले की है, ताऊ जी की दो लड़कियाँ हैं, उस समय बड़ी वाली सोनम दीदी 22 साल की […]

गन्ने का खेत में सील तोड़ी

प्रेषक : सेक्सी जाट हेलो जी, आप सब के क्या हाल हैं ! सभी सेक्सी फुद्दी वालियों और खड़े लंड वालों को मेरा सलाम। सबसे पहले मैं अपने बारे में बताता हूँ कि मैं पंजाब से हूँ, मैं दिखने में स्मार्ट हूँ और मैं सेक्स का बहुत दीवाना हूँ, इसलिए मुझे भी लगा कि मुझे […]

कामदेव के तीर-5

On 2014-03-25 Category: कोई मिल गया Tags:

मैं पलंग से उठा ही था तभी रजिया मेरे लिए चाय लेकर आ गई और मेज पर रख दी। मैंने पीछे से रजिया को दबोच लिया ‘ओ..माँ… थोड़ा सबर करो! फरहा दीदी को शबा के स्कूल के लिए निकल जाने दो, फिर मुलाकात कर लेना!’ कहकर वो चली गई! मैंने चाय पी और फ्रेश होने […]

कामदेव के तीर-4

On 2014-03-25 Category: कोई मिल गया Tags:

घर में किसी के आने का कोई अंदेशा नहीं था, बड़ी निश्चिन्तता से सारा काम चल रहा था। मुझे नींद ने आ घेरा, कब सो गया पता ही नहीं चला! अचानक ही मुझे अपने लंड पर कुछ अहसास हुआ, जब मेरी नींद खुली तो देखा कि फरहा मेरे लंड को सहला रही है और बार […]

कामदेव के तीर-3

On 2014-03-25 Category: कोई मिल गया Tags:

मैंने कहा- डार्लिंग, अब तो कल तक के लिए यही हूँ, थोड़ी थकावट मिट जाये, फ़िर रात में जरूर उस तरीके से तुम्हें चोदूँगा। फिर मैंने रजिया का जिक्र छेड़ दिया, वो मेरे मंतव्य को बखूबी समझ चुकी थी, बोली- अच्छा जी जनाब रजिया के शवाब का लुत्फ़ लेना चाह रहे हैं? मैं– यदि आप […]

कामदेव के तीर-2

On 2014-03-25 Category: कोई मिल गया Tags:

रजिया के जाने के बाद हमने नाश्ता किया, फिर ऊपर वाली मंजिल पर चले गए जहाँ फरहा का बेडरूम था। यहाँ पर स्वर्ग जैसी सारी सुविधाएँ मुहैया थी! मुझे आलीशान पलंग पर बिठाकर फ़रहा बोली- अब आप अपने कपड़े बदल लो! और फरहा बाथरूम में घुस गई। मैं सुसज्जित शयनकक्ष को देख सम्मोहित सा हो […]

फूफा जी ने मेरी माँ चोद दी-1

मेरा नाम मोनू है। मैं 26 साल का लड़का हूँ। मैं सीकर का रहने वाला हूँ। मैं आज आपको मेरी मम्मी और मेरे फूफा जी के बारे में बताता हूँ। बात शायद 15-16 साल पुरानी है, मेरी मम्मी बड़ी ही सुंदर और गोरी हैं, देखने में बहुत ही मस्त लगती हैं। मुझे यह कहने में […]

कामदेव के तीर-1

On 2014-03-25 Category: कोई मिल गया Tags:

मैं अपने ऑफिस में बैठा मेल चैक कर रहा था, इस बार ज्यादातर मेल मध्यप्रदेश के जबलपुर, ग्वालियर, इन्दौर, सागर, भोपाल और अन्य शहरों से भी थे। उनमें एक मेल फरहा बेगम का था जिसमें लिखा था- रोनी सलूजा, आपकी कहानी बहुत अच्छी लगी। बड़ा मजा आया इसे पढ़कर! मैंने जबाब दिया– कहानी पसंद आई, […]

गदराई लंगड़ी घोड़ी-5

“अभी तो एक और सरप्राइज है तेरे लिए..” “वो क्या?” “चल पहले कुर्सी से हट !” “मेरी गाण्ड मारेगा?” बबिता ने सीधा सवाल पूछा। “कूद-कूद के मारूँगा.. उफ्फ कैसे बोलती हो तुम? कहाँ से सीखा इतना गन्दा बोलना !” मैं सपने देखने लगा कि काश मेरी लंगड़ी दीदी भी मुझसे ऐसी बातें करें। “पर पहले […]

गदराई लंगड़ी घोड़ी-4

On 2014-03-25 Category: पड़ोसी Tags:

बबिता ने फिर से अपने दोनों हाथ अपने घुटनों पर रख लिए और बेसब्री से मेरे से अपनी गाण्ड चटवाने के लिए चूतड़ और पीछे को निकाल दिए। मैंने बहुत सारा थूक उसकी गाण्ड की दरार में थूका तो थूक फिसलकर नीचे गिरने लगा, तो मैंने उसके दोनों चूतड़ झट से आपस में चिपका दिए। […]

गदराई लंगड़ी घोड़ी-3

आप लोग पिछले भागों में पढ़ ही चुके हैं कि मेरी उम्र उस वक़्त सिर्फ 18 साल थी, जब मैंने अपनी पहली चुदाई की थी। आपने पढ़ा कि कैसे मैंने कीर्ति दीदी और बबिता आँटी को चोदने के लगभग 6 महीने बाद पहली बार एक कुंवारी लड़की मेरी दोनों पैरों से अपाहिज मधु दीदी चोदी। […]

कॉलेज में इंडियन कॉलेज गर्ल की चुदाई

प्रेषक : अमन मैं अमन अपने शहर में नया था, वहाँ पहुँचते ही मैंने एक अच्छे-खासे बड़े कॉलेज में अपना दाखिला कराया। मुझे बचपन से ही चूतों का शौक रहा है, मैं रोज दिन में 3-4 बार अपने लैपटॉप में कामुक फिल्में देखा करता था और हस्थमैथुन से अपने जिस्म की कामुकता की प्यास को […]

सम्पूर्ण काया मर्दन, सन्तुष्टि-2

मूल लेखक : सिद्धार्थ वर्मा सम्पादन सहयोग : उर्मिला उसके बदन के पीछे के भाग का मालिश पूरा करने के बाद मैंने उसे सीधा किया और उसके गुप्तांगों पर एक बार फिर तौलियों से ढक दिया तथा जिस्म के सामने की ओर से उसकी मालिश शुरू कर दी। पहले मैंने उसकी गर्दन पर क्रीम लगा […]

सम्पूर्ण काया मर्दन, सन्तुष्टि-1

On 2014-03-24 Category: कोई मिल गया Tags: मालिश

मूल लेखक : सिद्धार्थ वर्मा सम्पादन सहयोग : उर्मिला अन्तर्वासना के प्रिय मित्रो, कृपया मेरा अभिनन्दन स्वीकार करें ! आपकी सेवा में उर्मिला ( ‘भोपाल की ट्रेनिंग’ वाली उर्मी) प्रस्तुत करती है अपने एक अन्तर्वासना पाठक मित्र सिद्धार्थ वर्मा के जीवन में घटित एक घटना के विवरण ! मुझे आशा है कि इस रचना को […]

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