Sex Stories Archive for 2014

मैं और मीनाक्षी मैडम

प्रेषक : यश मेरा नाम यश है और मेरी उम्र 19 वर्ष की है। मेरे घर में मेरे माता-पिता और मैं और मेरा एक भाई है। बात उन दिनों की जब मैं 12वीं क्लास में पढ़ा करता था। मैं अंग्रेजी में थोड़ा कमजोर था, इसलिए मेरे पिताजी ने अपने एक दोस्त की बेटी मीनाक्षी के […]

सेक्स मेल के जरिये चूत चुदाई

दोस्तो नमस्कार, पहले तो आप सभी लोगों से कहानी इतनी देरी से भेजने के लिए माफ़ी चाहता हूँ। पर दोस्तो, मेरी जो नई कहानी जो है, उसे पढ़ कर आप लोगों का लौड़ा लोहे की तरह खड़ा हो जाएगा और चूतों से तो रस बहने लगेगा। तो दोस्तों हुआ यूँ कि मैंने जब राहुल और […]

दो जीजू, दो साली और नया साल-1

प्रेषक : रवि मैं अपनी एक नई कहानी के साथ फिर हाजिर हूँ, बात नए साल की है, जब हम नया वर्ष मनाने के लिए चंडीगढ़ से मनाली जा रहे थे, साथ में मेरी बीवी सोनिया, उसकी बहन श्वेता और श्वेता के पति रमेश भी साथ थे। रास्ते में मैंने अपनी कार में हॉट पंजाबी […]

पंचर बनाने वाले से होमो सेक्स-2

मेरी गांड भी चाटने से ढीली हो गई थी। उसने एक उंगली डाल कर देखा कि मेरी गांड अब चोदने लायक हुई या नहीं। ढेर सारा थूक अपने मुँह से निकाल कर अपने लौड़े पर लगाया।

चूत शृंगार-8

मेरी चूत लगातार झड़ती रही। फिर भैया ने तूफान की तरह लगातार धक्के मार-मार कर चोदा और वो मेरी चूत में झड़ गया। सारी रात वो मेरे मम्मों से चिपका रहा।

चूत शृंगार-6

चूत में उत्तेजना बढ़ती ही जा रही थी। मेरी साँसें भी और मेरे मम्मों के फुलाव भी। अब दिल कर रहा था चूत झड़े तो शान्ति हो, पर चूत थी कि झड़ने का नाम ही नहीं ले रही थी।

चूत शृंगार-5

बड़ा लड़का कुछ देर मेरे मम्मों को घूरता रहा। मैंने कहा- ऐसे क्या देख रहा है? पहले कोई मेमसाब नहीं देखी क्या? काम करेगा या मम्मे देखता रहेगा?

चूत शृंगार-4

काफी बना कर मैं भाई के पास गई और काफी मेज पर रख दी। वो सोफे पर बैठा था और मैं उसके सामने खड़ी थी जिससे मेरी चूत का उभार ठीक उसके मुँह के सामने था।

चूत शृंगार-3

ओह तो मेरे ही कान बज रहे थे। जब उसने अपना नाम चंदू बताया तो मुझे ‘चोदू’ सुनाई दिया। चुदने के लिए तरस गई थी, शायद इसीलिए मुझे चोदू सुनाई दिया।

चूत शृंगार-2

भैया बोले- मैंने तेरी चूची सिर्फ एक बार देखी है और मैं दावे के साथ कह सकता हूँ कि तेरी चूची दुनिया की सबसे सुंदर चूची है। यहाँ चूची दिखाना गैरकानूनी नहीं होता तो मैं तुझे मना भी नहीं करता।

चूत शृंगार-1

चूत में ऊँगली डाल कर सिसकारियाँ भरने लगी, “भैया चोद ले मुझे, मार ले मेरी !” और उसी को याद कर-कर के रात को अपने जिस्म की आग को ठंडा किया।

कुछ भी ढंग से नहीं हो पाता

रोहित पुणे वाले दोस्तो, मैं फिर से आ गया हूँ अपनी कहानी ‘मेरी दीदी के कारनामे’ का अगला हिस्सा लेकर ! इस भाग ‘चाची का राज़’ जानने के लिए के लिए मुझे हज़ारों मेल आए, उन सभी मेल्स के लिए मैं आप सब का शुक्रगुजार हूँ। यह कहानी सौ प्रतिशत सच्ची है। तो बात तब […]

शादी किसी और की सुहागरात मेरी

प्रेषक : नयन जोशी सहयोगी : अंकिता यादव अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा नमस्कार ! मैं अंकिता एक बार फिर आपके सामने एक और कहानी लेकर हाजिर हूँ। मेरी पहली कहानी के बाद मुझे कई सारी मेल मिली। उनमें से एक ने मुझसे कहा कि मैं उसकी कहानी अन्तर्वासना पर लिखूँ। तो उसकी कहानी […]

गर्लफ्रेंड की चूत चोदी पूरी रात-2

आधी रात को दो नंगे जिस्म एक साथ जब होते हैं तो आप खुद ही अंदाजा लगा लो कि कितनी जबर्दस्त चुदाई होती है। मदहोशी का आलम दोनों के सर चढ़ कर बोल रहा था।

गर्लफ्रेंड की चूत चोदी पूरी रात-1

सर्दी का मौसम था, मैं रजाई में घुस कर अपनी गर्लफ्रेंड से फ़ोन पर बात कर रहा था। वो बहुत सेक्सी थी। बात करते-करते चुदाई का विषय शुरु हो गया। मैंने कहा- आ जाओ ना जान मेरी बाँहों में।

चाँद की चांदनी में चाची की चूत चाटी-2

दोस्तो, नमस्कार, मेरा नाम चित्रेश है, आपने मेरी कहानी चाँद की चांदनी में चाची की चूत चाटी का पहला भाग पढ़ा जिसमें मैंने आपको बताया था कि मैं अपने चाचा के साथ ही रहता था। मेरे चाचा की नई-नई शादी हुई थी, चाची 26 साल की थीं और दिखने में भी खूबसूरत थी, चाची के […]

सन्ता और इरफ़ान के चुटकुले-2

On 2014-01-23 Category: हास्य रस- चुटकुले Tags:

एक बार सन्ता की बीवी प्रीतो अपने घर पर नहा रही थी तो इरफ़ान ने चुपके से उसे देख लिया। अगले दिन सन्ता जब इरफ़ान से मिला तो इरफ़ान बोला- मैंने कल तुम्हारी बेगम को नहाते हुए देखा। सन्ता को यह सुन बहुत गुस्सा आया और उसने भी कभी मौका मिलने पर बदला लेने की […]

पुलोक की बेटी सहारा चुद गई-2

On 2014-01-23 Category: कोई मिल गया Tags:

प्रेषक : देशमुख तभी मेरे शैतानी दिमाग ने एक योजना बनाई, मैंने फट से अपने हाथ सहारा खातून की गांड के साइड में रख दिए, मैं बोला- अरे ऊपर कहाँ चढ़ी हैं आप? कहीं गिर विर ना जाएँ ! “देशमुख जी, हमारा तो रोज का है यह सब, कहीं पर भी चढ़ना उतरना पड़ता है।” […]

पुलोक की बेटी सहारा चुद गई-1

On 2014-01-22 Category: कोई मिल गया Tags:

प्रेषक : देशमुख ढाका से मेरा ट्रांसफर रंगपुर हुआ और मैंने मन ही मन में कम्पनी के सभी बॉस की ढेरों गालियाँ दी। साले पूरी पिलाई कर देते हैं आप की, खालिदा के चूतड़ों जैसे बड़े इलाके में सेल्स बनाओ और फ़िर वो कहेगा कि चल अब यहाँ की चुदाई छोड़ो और कहीं और जाकर […]

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