गर्ल्स हॉस्टल की लड़कियां- 13

(Ladki Ki Gand Marne Ki Kahani)

लड़की की गांड मारने की कहानी में गर्ल्स हॉस्टल की 5 लड़कियां और उनकी एक वार्डन मिलकर 5 लड़कों से ग्रुप सेक्स का मजा लेती हैं. कुछ लड़कियों की गांड चुदाई भी हुई.

कहानी के पिछले अंक
कमसिन लड़कियों की चुदाई का मेला
में आपने पढ़ा कि सेक्सी नाइट पार्टी के दूसरे दौर में रोज़ी, फातिमा के साथ आए जवाँ मर्द रघु के साथ, संभोग का भोग लगाती है।
हरप्रीत ऑस्कर के साथ, चुदाई का आनन्द उठाती है।
नादिरा और सलमा, दोनों सरदारों के साथ स्वैपिंग कर के अपनी कामलिप्सा शांत करती हैं।

अब आगे लड़की की गांड मारने की कहानी:

आइए, अब चलते हैं फातिमा तथा जैकब की जीवंत पोर्न फिल्म देखने।
फातिमा तो 5- 5 लौड़ों द्वारा हुए स्वागत से गदगद भी थी और उत्तेजित भी। 

जैकब ने आगे बढ़ के उसकी मांसल गोलाइयों को दबा दबा के उस की कामवासना को मथना शुरू किया।

फातिमा की पाव रोटी जैसी फूली हुई चूत से पानी रिसना शुरू हुआ। 

फातिमा ने जैकब को जबरदस्ती झुकाकर उसे अपनी चूत चाटने पर विवश कर दिया, जैकब चूत को चौड़ी कर के अंदर रखे नर्म गर्म गुलाब को चाटने लगा।

चूत के साथ ही उस ने फातिमा के चूतड़ों के बीच छुपी हुई मादक गंध वाली सलवटों को भी जुबान के स्ट्रोक लगा लगा के चूसा।

फातिमा का जिस्म उत्तेजना में कंपन करने लगा।
जब फातिमा की चूत से रिसते हुए नमकीन कामरस का जैकब की जुबान ने स्वाद लिया, उसकी कामपिपासा भी भड़कने लगी।

कुछ देर बाद जैकब फातिमा की चूत चूसते हुए उठा और फातिमा को घुटनों के बल कर के, उसके मुंह में अपना लंड डाल दिया।

फातिमा के लिए लंड चूसना तो जैसे, रोज का ही काम था। 

वह दोनों हाथ से अंडकोष सहलाते और लंड की चमड़ी को आगे पीछे करते हुए जैकब के लंड को चूषण सुख पहुंचाने लगी।
जैकब के मुंह से लगातार सिसकारियां निकल रही थीं।

कुछ ही मिनटों में उसका लंड लोहे की रॉड की तरह सख़्त हो गया।
वह सोचने लगा कि आज तो मारने के लिए एक और नई, मगर अनुभवी गांड मिलेगी। 

इसके पहले कि जैकब और कुछ करता, फातिमा ने कुछ सोच कर सोनिया से वाइब्रेटर मांगा।

सोनिया बोली भी- तुझे तो आज एक नया लंड मिल रहा है, आज वाइब्रेटर का क्या करेगी? 
फातिमा बोली- तू दे तो सही यार, जो कुछ भी होगा, सब तेरे सामने ही तो होगा।

सोनिया ने वाइब्रेटर देते हुए कहा- ले गांड मरा!
फातिमा हँस के बोली- मेरे हिस्से में जैकब आया है तो मरानी ही पड़ेगी। 

जैकब को पता चल चुका था कि फातिमा बहुत रंगीली और मर्द मार औरत है, उसको किसी भी खेल में क्या आपत्ति हो सकती है.
यह सोचकर वह फातिमा को झुकाने लगा।

फातिमा पलटी और उसका कड़क लंड पकड़ कर बोली- भोसड़ी के गांड भी मार लेना. पर पहले मेरी चूत का इलाज तो कर!
जैकब समझ गया कि वह बिना चुदे गांड नहीं मरवाएगी।

इसलिए उसने फातिमा को पलंग के किनारे बिठाकर अधलेटा कर दिया, उसके पैर घुटनों से मोड़ के ऊपर उठाए और अपना मूसल जैसा लंड फातिमा की चूत की सेवा में अंदर घुसेड़ दिया। 

कुछ पल उस ने केवल फातिमा के बड़े बड़े स्तनों को सहलाया, दबाया, चूसा।

फातिमा बोली- लंड घुसेड के क्या मेरी चूत का टेंपरेचर ले रहा है? रगड़े लगा न हरामी!

जैकब को उसकी बात सुन कर हंसी भी आई और जोश भी।
वह समझ गया कि फातिमा जैसी रंगीन मिज़ाज औरत चुदवाते समय, वाचाल हो जाती है।

वह भी प्रत्युत्तर में उसे मोटी-मोटी गालियां देने लगा-  येल्ल्ले साली कुतिया, भेनचोद मरी जा रही है लंड के रगड़े को, आज तेरी चूत का भोसड़ा ना बना दिया तो मेरा नाम नहीं।

उसके बाद कम उम्र और अनुभवहीन होने के बावजूद, उस के करारे धक्कों से फातिमा की चूत को आनन्द का अहसास होने लगा। 

जैकब जब धक्के लगा रहा था तब फातिमा ने वाइब्रेटर को क्लिटोरिस पर रखकर उसे ऑन कर दिया।
संवेदनशील एरिया में वाइब्रेटर के कंपन से फातिमा सिहरने लगी।

चूत में जैकब के धक्कों की फच फच, चूतड़ पे जैकब के अंडकोष टकराने की पट पट और वाइब्रेटर की गुंजन से फातिमा की उत्तेजना अपने चरम पर पहुंच रही थी।

जैकब एक बार हरप्रीत की गांड मार के अपना वीर्य का उफान ठंडा कर चुका था इसलिए उसके झड़ने का समय आता उसके पहले ही फातिमा का बदन ऐंठने लगा, सांसें भारी होने लगीं, चूत में संकुचन विमोचन होने लगा।

फातिमा आंखें मूंदे अपनी सांसें संभालने में लगी हुई थी.
जैकब का चरम तो अभी बाकी था, उसने फातिमा की चूत में से अपना लंड निकाल लिया।

जैकब का कड़क, सांवला, सलोना लंड, फातिमा की चूत रस में सना हुआ दमक रहा था।

अंत में बात करते हैं यहां आकर शराफत की केंचुली उतार के एक नये कामुक अवतार के रूप में ढल जाने वाली निर्लज्ज सोनिया की।
जिसे स्वयं अपने पिछले दिखावटी रूप से चिढ़ और पछतावा हो रहा था।

सोनिया आगे बढ़ी और लाला की बांहों में समा गयी.

कुछ देर तक लाला के दिल की बढ़ी हुई धड़कनों को सुनने के बाद, उस ने दोनों हाथों से लाला के वजनी टट्टों एवं लौड़े को सहलाना शुरू किया। 

लाला को सोनिया के फूल जैसे मुलायम हाथों का स्पर्श बहुत सुखद लगा।
वह भी सोनिया के मक्खनी जिस्म को सहलाने लगा, उस के दूध से उजले बदन के उभारों, स्तनों और कूल्हों को दबा के, उन की मांसलता और स्निग्धता का मजा लेने लगा।

लाला के खुरदुरे हाथों की मर्दाना छुअन से सोनिया की स्थिर वासना तरंगित होने लगी।
एक बार मर्द के लंड का स्वाद चख चुकी उसकी चूत लाला के लंड से चुदने के लिए लालायित हो रही थी। 

सोनिया लाला का साथ देते हुए उस की निप्पलों को उमेठने लगी।
लाला का लंड सोनिया के पतले, मुलायम होठों के बीच से होता हुआ, उस के मुंह में घुस कर उस की जुबान की मालिश के लिए तरस रहा था।

उसने सोनिया को कहा- सोनू, अब ज़रा मेरे लंड को चूस के इस को कड़क कर दे।
सोनिया ने लाला के लंड को मुंह में लिया और अपनी मुखलार से गीला कर के उसे मुख मैथुन का मज़ा देने लगी।

अब कौन सा ऐसा मर्द होगा जो किसी खूबसूरत लड़की के मुंह में लंड देने के बाद उसके मुंह में स्खलित होना न चाहे?
लाला का लंड सोनिया के कोमल होठों तथा जुबान की मालिश से तन्नाने लगा।

उसके मुंह से सिसकारियां निकलने लगीं और उसकी कमर जैसे स्वतः ही हिलने लगी।

एकाएक सोनिया को अहसास हुआ कि कहीं लाला ने मुंह में ही अपना वीर्य निकाल दिया तो चुदाई की मां चुद जाएगी और मेरी चूत लंड के लिए तरसती रह जाएगी।

इसलिए उसने लंड चूसना छोड़कर लाला को चुदाई शुरू करने के लिए कहा।

लाला ने कहा- सोनू, चुदाई शुरू करने से पहले मैं तेरी चूत पर तेल की मालिश कर देता हूं, उससे तेरी चूत आराम से मेरे मोटे लंड को निगल पायेगी। यदि ऐसा नहीं किया तो तेरी चूत के लिए चुदाई मज़ा के बजाय सज़ा न हो जाए।
सोनिया ने कहा- साले चोदू, हमको तो आनन्द से मतलब है, जैसी तेरी इच्छा है वैसा कर!

उसके बाद लाला ने उसकी स्पंजी, कोमल चूत पर तेल की कुछ बूंदें गिराईं और उसकी मालिश करने लगा।
बीच-बीच में वह शरारत से अपना तेल में सना हाथ, सोनिया की गांड तक भी ले जाता।

जैसे ही सोनिया की गांड के छेद को लाला की बीच वाली मोटी ऊंगली छूती तो सोनिया के जिस्म में कंपकंपी होने लगती।

सोनिया ने लाला को चेतावनी देते हुए कहा- देख रे भोसड़ी के, यदि तूने मेरी अनछुई गांड मारने की सोची भी न तो तेरी जान ले लूंगी।
लाला ने सफाई देने के अंदाज में कहा- अरे वह तो मालिश करते-करते गलती से हाथ थोड़ा आगे चला गया। तू निश्चिंत रह, मुझे तो तेरी चूत ही रगड़नी है। यह हो सकता है कि वह सूज जाये किंतु तेरी गांड नहीं मारूंगा।

उसके बाद उसने अपनी मोटी ऊंगली सोनिया की चूत में प्रवेश करा दी.
सोनिया की चिकनी और गीली चूत लाला के लौड़े के लिये कसमसाने लगी।

लाला सोनिया की चूत में उंगली अंदर बाहर कर के सोनिया की बेताबी बढ़ाने लगा।

सोनिया ने कहा लाला- मेरी चूत अब अंदर बाहर से चिकनी हो चुकी है और वह अब तेरे इस मस्त लंड को चखना चाहती है, उस के रगडों का मज़ा लेना चाहती है, घुसेड़ दे रे ज़ालिम।

लाला ने सोनिया की बात को अनसुना करते हुए उसके क्लिटोरिस को सहलाना शुरू किया तो सोनिया चिल्लाने लगी- अरे मान जा कमीने। ऊंगली से झड़ा रहा है, तेरे इस मोटे लंड का क्या अचार डालेगा?

लाला नहीं माना.
वह उसके क्लिटोरिस पर तेज़ी से उंगली चलाता रहा।

सोनिया चरम के नज़दीक पहुंच रही थी, वह उत्तेजना में बार-बार अपना सिर दाएं बाएं हिलाने लगी।

सोनिया ऑर्गेज्म की मस्ती में चीखी- ओ मां मैं मर गई! अरे मेरी चूत ज़ोर ज़ोर से फड़क रही है।
उसने लाला के लंड को पकड़ कर कहा- अब तो इसे डाल दे मादरचोद। 

लाला घुटनों के बल हुआ, सोनिया की बायीं टांग उठा कर अपने दाहिने कंधे पर रखी और अपना मोटा लंड उसकी चूत में प्रवेश करा दिया।
सोनिया के मुंह से आनन्द भरी चीख निकल गई।

लाला ने जब धक्के लगाना शुरू नहीं किये तो सोनिया फिर चिल्लाई- अब पेल न हरामजादे!
उसकी बात सुन के लाला का जोश बढ़ा तो उसने कंधे पर रखा सोनिया का पैर नीचे किया और सोनिया के ऊपर चढ़ गया।

उसके बाद उस ने सोनिया की चूत में जो रगड़े लगाए तो चूत फिर फिर झड़ने लगी।

लाला के करारे झटके ज़ारी थे, उस की चूत में तेज़ स्पंदन हो रहा था।
लाला का भी सांस फूलने लगा, चेहरा लाल हो गया, शरीर अकड़ गया। 

उसके वीर्य की धार सोनिया की चूत की कामाग्नि को बुझाने लगी।

तभी लाला ने करवट लेते हुए सोनिया को अपने ऊपर ले लिया।
सोनिया की चूत से बहता वीर्य, उस की गोटियों को भिगोने लगा।

जैकब पहले से तैयार खड़ा था, उसने फातिमा की चूत के रस में लिपटे, अपने चिकने लंड को, सोनिया की कुंआरी गांड में घुसेड़ दिया.

सोनिया के मुंह से उत्तेजना के मारे फिर से एक चीख निकली।

जैकब रुका नहीं और धक्के पे धक्के लगाने लगा।
लाला के मोटे लंड के चूत में होने के कारण गांड का छेद और संकरा हो गया था इसलिए जैकब को भी गांड मारने में आज सर्वाधिक आनन्द मिल रहा था।

लाला की मोटी उंगली के कारण सोनिया की गांड अंदर से भी चिकनी हो चुकी थी इसलिए उसे भी दर्द कम हो रहा था और छेद पर रगड़ों का मजा अधिक आ रहा था।

सोनिया ने अपने जीवन की पहली चुदाई के दिन आज ही चुदाई में चरम सुख का चरमोत्कर्ष पा लिया था। 

जैकब ने सोनिया को कहा- यार सोनू, मजा आ गया. मुझे गर्व है कि तेरी कुंवारी गांड में मैने सबसे पहले मैंने अपना लंड घुसेड़ा। कभी भी गांड मरवाने की तलब लगे तो मुझे जरूर से याद कर लेना।
सोनिया ने मुस्कुरा के हामी भर ली।

उसके बाद जब लाला ने सोनिया की मक्खन जैसी काया और रसीली चूत की तारीफ करी तो सोनिया ने लाला को बाहों में भींच कर उसे यह जता दिया कि उसे भी लाला के लंड से चुद के बहुत मज़ा आया।

उसके बाद सोनिया ने लाला से पूछा- हरामखोर, मेरी चूत की सील तूने अपने लौड़े से क्यों नहीं तोड़ी?
लाला ने कहा- नादिरा की राय थी कि कहीं ऐसा ना हो कि तेरे मोटे लंड के कारण अधिक खून खराबा हो जाए और मेरी मासूम गुड़िया पहली ही चुदाई में घबरा जाए।

सोनिया ने मोहित होकर नादिरा को निहारा और आंखों ही आंखों में उसे यह संदेश दे दिया कि साली कुतिया, तूने मुझे पहले यह सुख क्यों नहीं दिलवाया? 

नादिरा सोनिया के पास आई और उसे चूम लिया और पूछा- कैसी रही तेरी चूत की ओपनिंग सेरेमनी?
सोनिया ने जवाब में नादिरा के होठों पर अपने पतले रस भरे होंठ रखे और एक लंबा चुंबन ले कर उसे बता दिया कि आज का दिन उसके लिए अविस्मरणीय रहेगा।

खिलती कलियां और मंडराते भंवरे तृप्ति की मुस्कान के साथ एक दूसरे से गले लिपटे, एक दूसरे को मस्त चुदाई के लिए शुक्रिया कहा।

सारे आमंत्रित मेहमान अगली पार्टी में शीघ्र ही इकट्ठा होने के इरादे के साथ हॉस्टल से विदा हुए।

उसके बाद नादिरा ने अपनी सारी सहेलियों को इकट्ठा किया और कहने लगी- मेरी कामुक चुड़ैलों, तुम सब यह जानने को उत्सुक हो न कि आज की यह ग्रैंड पार्टी किस तरह आयोजित की गई थी? 

सब ने कहा- हां, और यह भी कि यह पार्टी आखिरी तो नहीं है?
नादिरा ने कहा- नहीं, अभी ऐसी बहुत सी पार्टियां होंगी, जिन में तुम अपनी चूतों को नये नये लंड दिलवा पाओगी।

मैं तुम सबको बता दूं कि इसके लिए मैंने और सलमा ने बहुत मेहनत की है।
तो सुनो मेरी लौंडियों, मैं तुम सब को फ्लैशबैक में लिए चलती हूं.

जब चावला ने मुझे अपने पर्सनल केबिन में बुलाया था और कुछ ही देर बाद मैं चावला के केबिन में पहुंची थी।

चावला केवल अंडरवियर और बनियान में अपने केबिन में बैठा, अपने लंड को सहलाते हुए ख्याली पुलाव पका रहा था।
वह सोच रहा था कि आज मुझे अच्छे से निपटाने के बाद, क्लास की अन्य लड़कियों की भी बजाने की इच्छा पूरी हो सकती है। 

कामुक चावला के मन में तरह-तरह के रंगीन और संगीन विचार आ रहे थे।
लगातार लंड को मसलने के कारण उसका लंड कड़क हो चुका था।
वह अंडरवियर नीचे कर के लंड बाहर निकाल के फेंट रहा था।

मैंने जैसे ही कमरे में प्रवेश किया, कामोन्माद से भरा चावला अपने तन्नाये हुए लंड का प्रदर्शन करते हुए, उठ खड़ा हुआ और मेरे गदराये जिस्म को दबोचने के लिए आगे बढ़ा। 

इसके पहले कि चावला मुझे छू पाता, अचानक एक चटाक की आवाज आई, यह आवाज चावला के गाल पर पड़े झन्नाटेदार थप्पड़ की थी जो कि मैंने लगाया था। 

चावला के लिए यह बिल्कुल अनपेक्षित था, वह भौंचक्का रह गया।
उसका मेरी नई चूत को चोदने का सारा नशा उतर गया था।
उसका आकाश की ओर देख रहा लंड, लटक चुका था। 

उसे समझ नहीं आया कि मैं तो अपनी सहेली सलमा की तरह, उसके लौड़े के संग रंगरलियां मनाने के इरादे से आई थी, अचानक मुझे ये क्या हो गया?

उसने प्रश्नवाचक नजरों से मेरी ओर देखा और गुस्से में चिल्लाया- मादरचोद, ये क्या बद्तमीजी है?
जवाब में मैंने कहा- हरामजादे, बहुत वासना भरी है न तुझ में? तूने क्या सोचा था? सलमा की तरह तू मुझे भी मुफ्त में चोद लेगा? अब मैं तुझे जो दिखाऊंगी, तू उसे सारी जिंदगी याद रखेगा। ये देख!

कह के मैंने सलमा और उस के बीच हुई जबरन चुदाई की रिकॉर्डिंग दिखाना शुरू कर दी। 

जबरन की गई सलमा की चुदाई की रिकॉर्डिंग और मेरे तेवर देख कर चावला के हाथ पांव ठंडे पड़ गए, वह पसीने पसीने हो गया।
उसकी आवाज एकदम नर्म पड़ गई। 

उसने मेरे सामने हाथ जोड़कर पूछा- आखिर चाहती क्या हो तुम?
मैंने कहा- फिलहाल तो मैं यह रिकॉर्डिंग कॉलेज के पूरे स्टाफ, सारी लड़कियों, तेरी बीवी और तेरे बच्चों तक पहुंचाना चाहती हूं, जिससे तेरे जैसे कामुक कुत्ते की असलियत सबके सामने आ सके।

चावला के होश उड़े हुए थे, वह समझ गया था कि सलमा ने कल इस बात का पूरा ध्यान रखा था कि इस रिकॉर्डिंग में कहीं भी ऐसा दिखाई नहीं दे कि सलमा अपनी मर्जी से चुद रही है। 

इसी बात का फायदा उठाकर अब हम उसको ब्लैकमेल करना चाहती हैं।

चावला का दिल बैठा जा रहा था, वह समझ गया था कि नई लड़कियों ने षडयंत्र रचकर, उसको अपने जाल में फंसा लिया था।

उसने मेरे से कहा- नादिरा, प्लीज ऐसा मत करना, मैं बर्बाद हो जाऊंगा। मेरा परिवार उजड़ जाएगा, मैं कहीं मुंह दिखाने लायक नहीं रहूंगा।

इतना कहकर उसने फिर, मेरे सामने हाथ जोड़े और कहने लगा- तुम जो कहोगी, मैं वह करूंगा।

नादिरा ने कहा- ठीक है चावला, मैं यह रिकॉर्डिंग सुरक्षित रखूंगी। जिस दिन तूने हमसे कोई चालाकी की, समझ लेना उसी दिन तेरी मां चुद जाएगी।

उसके बाद मैंने अपनी डिमांड रखी, जिसे सुनकर चावला को एक और झटका लगा लेकिन उसके पास कोई चारा नहीं था।
चावला ने थोड़े नानुकुर के बाद मेरी डिमांड को मान लिया। 

मैं विजयी मुस्कान लिए अपने हॉस्टल की ओर बढ़ गई।

मेरे जाने के बाद चावला कुर्सी पर एक बेजान लाश की तरह गिर पड़ा। 

कुछ देर पहले जो चावला रंगीन हवाई किले बना रहा था, वह अब अपनी कामुकता एवं अपनी मूर्खता को लेकर पछता रहा था कि क्यों वह सलमा के जाल में फंसा और क्यों उसकी जबरन चुदाई की हसरत वाली, ब्लैकमेल करने की योजना को वह समझ नहीं पाया.

नादिरा ने अपनी कहानी को समाप्त करते हुए कहा- सलमा के अथक प्रयासों के कारण, तुम सबको यह पार्टी नसीब हुई है और अभी ऐसी कई पार्टियां, जब तक हम सब इस हॉस्टल में हैं, होती रहेंगी। 

फातिमा ने कहा- लड़कियों, मुझे इस बारे में एक बात कहनी है।
सब फातिमा की ओर देखने लगीं कि वह क्या कहना चाहती है.

फातिमा ने कहा- यार, दरअसल चावला एक दिन मेरे पास आकर ज़ार ज़ार रो रहा था। उसने पूरा किस्सा बयान किया और कहा कि मैंने जबरदस्ती सलमा के साथ कुछ नहीं किया फिर भी मुझे इतनी कड़ी सज़ा क्यों दी जा रही है. मैंने उसको आश्वासन दिया है कि तुम सब मेरी सहेलियां हो, मैं इस बारे में बात करूंगी।

उसके बाद वह नादिरा की ओर मुड़ी और बोली- यार नादिरा, मुझे लगता है चावला के साथ यह थोड़ी ज्यादती हो रही है। मैंने भी उससे चुदवा रखा है लेकिन स्वेच्छा से, जैसे कि सलमा ने पहली बार उस के केबिन में जाकर, अपनी मर्जी से उस का लंड चूसा था। मेरे ख्याल में उस के साथ थोड़ी सी रियायत बरतनी चाहिए।

फातिमा की बात का सोनिया हरप्रीत और रोज़ी ने भी समर्थन किया।
इस कारण नादिरा और सलमा के भी विचारों में कुछ परिवर्तन आया। 

नादिरा ने फातिमा से पूछा- तेरे हिसाब से अब हमें क्या करना चाहिए?
फातिमा ने कहा- मैं चावला से बात करूंगी और उसे इस बात के लिए मना लूंगी कि अब वही अपनी हर पार्टी का खर्च उठाएगा लेकिन उसको इतना जलील करने के बाद में अब उसे तनाव मुक्त करना ही ठीक रहेगा। अपनी अगली पार्टी में, मैं उसको कहूंगी कि वह स्वयं भी मेरा पार्टनर बनके हिस्सा ले। तुम सबको भी एक नया लंड मिलेगा और उसको चार और नई चूतें!

नादिरा ने शंका प्रकट की- क्या वह तेरी बात पर विश्वास रखकर, तेरे साथ आने को तैयार हो जाएगा? कहीं उसे यह शक़ तो नहीं होगा कि पहले जैसे उसके साथ कोई साज़िश तो नहीं हो रही?
फातिमा ने कहा- वह सब तू मुझ पर छोड़ मैं उससे एक दो बार नहीं, कई बार चुदवा चुकी हूं और वह मेरी बात पर ज़रूर ऐतबार करेगा।

नादिरा ने कहा- हां यार, मुझको भी लगता है यही ठीक रहेगा।

अंत में सोनिया, रोज़ी और हरप्रीत उठकर, फातिमा के पास गईं और फिर वे सब आज की पार्टी को ऑर्गेनाइज करने वाली, नादिरा और सलमा से लिपट गईं। 

मेरे सेक्स के दीवानों, मेरे कामुक पाठकों, मुझे पूरा विश्वास है कि मेरी इस कहानी ने आप सबको बेतहाशा सनसनी प्रदान की होगी।
आपके लौड़े कई बार टनटनाए होंगे और आप ने हिला हिला के अपनी वासना को शांत किया होगा।

लड़की की गांड मारने की कहानी पर अपने रसीले विचार, अपना कामुक अनुभव, अपनी उत्तेजक प्रतिक्रिया मुझको अवश्य प्रेषित करें।
मेरी आईडी है
[email protected]

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