दोस्त की दीदी की ग्रुप चुदाई की प्लानिंग

(WwwXxx Desi Girl Sex)

राही माही 2025-08-06 Comments

WwwXxx देसी गर्ल सेक्स कहानी में मैं अपने दोस्त की बहन को चोदता था. एक दिन मेरा वही दोस्त मुठ मार रहा था. उसने कभी चूत नहीं मारी थी. मैंने उसे उसकी दीदी की चूत दिलवाने का सोच लिया.

दोस्तो, आप सबको मेरा यानि अभिषेक का नमस्कार.
सभी चूत की रानियों को मेरे खड़े लंड से प्यार.

आज की WwwXxx देसी गर्ल सेक्स कहानी एकदम सच्ची सेक्स कहानी है कि कैसे मैंने जाह्नवी दीदी को उनके ही भाई के लंड से चुदवाने की प्लानिंग सैट कर दी.

जैसा कि आप सबको पता पिछली सेक्स कहानी
दोस्त की दीदी की अपने घर में चोदा
में मैंने जाह्नवी दीदी के मुँह में और गांड में लंड पेला था.
उस सबके बारे में आपको सब पता है.

जाह्नवी मेरे दोस्त सचिन की दीदी हैं.
मैं जाह्नवी दीदी को पिछले 2 साल से रण्डी की तरह चोद रहा था.

जाह्नवी दीदी का साइज 32-28-34 का है और हाइट 5 फुट 1 इंच है. वे दिखने में बहुत सुंदर हैं.

वे एक ऐसी माल हैं कि उन्हें देखकर किसी का भी लंड खड़ा हो जाए.

एक दिन मैं सचिन के घर गया था तो उसके घर पर कोई नहीं था.

मैं सीधे सचिन के रूम में चला गया, वहां मैंने देखा कि सचिन मोबाइल में पोर्न वीडियो देख रहा है और अपने लंड को पैंट से बाहर निकाल कर हिला रहा है.

मैंने सोचा पहले इसका हो जाने देता हूँ. परंतु तभी सचिन ने मुझे देख लिया और वह एकदम से सहम गया.
वैसे तो हम दोनों अच्छे दोस्त हैं परंतु कभी सेक्स की बात नहीं करते थे.

मैंने सचिन से पूछा- क्या भाई … आज घर पर कोई नहीं है क्या?
उसने झेंपते हुए बताया- पापा और दीदी बुआ के घर गए हैं.

सचिन की उम्र 21 साल थी और वह मेरे जैसे ही शरीर वाला युवा था परंतु उसका लंड मुझसे छोटा था.
मैं हंस कर बोला- भाई हिला कर निकाल तो ले … अन्दर क्यों रोक रखा है?

तो उसको शर्म आने लगी.

मैं बोला- अच्छा मैं चला जाता हूँ, फिर हिला लेना.
वह बोला- नहीं भाई … सॉरी वह बस ऐसे ही!

फिर मैंने उससे पूछा- सिर्फ हिलाते ही हो या कोई चूत भी चोदते हो?
वह खुल गया और बोला- यार कोई गर्लफ्रेंड ही नहीं है.

मैं बोला- तो भाई चल साथ में देखते हैं न … क्या देख रहा था!

पहले तो वह शर्माता रहा, फिर हम दोनों साथ में देसी चुदाई की वीडियो देखने लगे.

मैंने लोअर में से अपना लंड बाहर निकाल लिया.
वह मेरे लंड को देख कर बोला- ऊ भाई … तेरा तो बहुत बड़ा है!

अब मैंने जोश में अपने पूरे कपड़े उतार दिए और नंगा हो गया.
वह अभी भी शर्मा रहा था.

तो मैं बोला- भाई जो मेरे पास है, वह ही तो तेरे पास है … तो शर्माना क्या है?
यह कहते हुए मैंने उसका लंड पकड़ लिया और उसको जबरन नंगा कर दिया.

मैं उसके लंड हाथ में लेकर हिलाने लगा तो 3/4 मिनट में ही उसने पानी छोड़ दिया.

अब उसने मेरा हिलाया तो बोला- भाई, आज पहली बार इतना मजा आया है!

मैं बोला- सोच बेटा … जब लड़की हाथ में लेकर हिलाएगी तो कितना मजा आएगा?
वह बोला- हां भाई बात तो सही है.

फिर हम दोनों साथ में लेटे रहे.
तभी एक भाई बहन की सेक्स वीडियो आ गई.

मैं उससे बोला- यार, भाई बहन का सेक्स सही रहता है!
वह बोला- क्यों?
मैंने उससे कहा- घर में ही शादी के पहले फुल मजा मिल जाता है. बहन को भी घर में लंड मिल जाता है और भाई को भी बाहर मुँह नहीं मारना पड़ता है. किसी तरह की बदनामी का भी रिस्क नहीं होता है. दिन में सबके सामने भाई बहन की तरह रहो और रात को पति पत्नी वाले मजे लो.

वह बोला- तेरी भी तो दीदी है, कभी ट्राई किया है?
तो मैं बोला- यार, कभी हिम्मत नहीं हुई.

वह हम्म कह कर रह गया.

मैंने उससे कहा- तेरी भी तो जाह्नवी दीदी हैं … तूने किया कभी ट्राई?
वह बोला- यार उनको नंगी तो बहुत बार देखा है.

मैं बोला- कैसे?
तो उसने बताया कि उसके घर के बाथरूम में एक छोटा सा छेद है. जब दीदी नहाती हैं और पापा ऑफिस चले जाते हैं तो देख लेता था.

मैं बोला- यह सही है.
वह बोला- रुक मैं अभी आता हूँ.

मैं उसके रूम में बैठा रहा.
वह अपनी दीदी के कमरे में जाकर उनकी ब्रा पैंटी ले आया और बोला- ये देख भाई मेरी बहन के ढक्कन!

अब उसको क्या पता कि मैं उसकी दीदी की ब्रा पैंटी नहीं, बल्कि उसकी दीदी को ही बहुत बार चोद चुका हूँ.
परंतु फिर भी मैं जाह्नवी दीदी की पैंटी हाथ में लेकर चूमने लगा और बोला- बहुत अच्छी खुशबू आ रही है.

फिर मैं जाह्नवी दीदी की पैंटी पर मुट्ठी मारने लगा.

वह बोला- नहीं भाई, गंदी मत करना वर्ना दिक्कत हो जाएगी!
मैं बोला- कुछ नहीं होगा, साफ हो जाएगी.

वह बोला- पक्का साफ हो जाएगी?
मैं बोला- हां यार हो जाएगी!

अब वह भी अपनी दीदी की ब्रा पर मुट्ठी मारने लगा.
कुछ ही देर में मैंने और सचिन ने दीदी की ब्रा पैंटी पर अपना अधिकार जता दिया.

मैं उससे बोला कि ले इसको वापिस दीदी के रूम में ही टांग देना सूख जाएगी तो दीदी को पता भी नहीं चलेगा.
फिर हम दोनों थोड़ी देर दीदी के बारे में बात करते रहे कि दीदी का जिस्म कितना प्यारा है.

मैं बोला- यार, कोई तो होगा जो तेरी दीदी को चोदता होगा!
वह बोला- भाई कैसे होगा?

मैंने बोला- भाई, तेरी दीदी इतनी सुंदर हैं वे गजब की माल हैं … पक्का चुदाती होंगी!
वह बोला- हां यार हो तो सकता है … क्योंकि जब मैंने अपनी दीदी की ब्रा पर मुठ मार ली है तो कोई और तो उन्हें चोद ही सकता है.

फिर मैं अपने घर आ गया और मैंने जाह्नवी दीदी को व्हाट्सप्प पर बता दिया कि उनकी ब्रा पैंटी को मैंने ही गंदा किया है.
वे बोलीं- साले तुझसे एक दिन की सब्र नहीं हो रही थी … कल तो मैं आ ही जाती न … तब आराम से मुझे ही चोद लेता!

परंतु उनको कौन बताता कि यह काम मेरा अकेले का नहीं, उनके सगे भाई सचिन का भी था.
फिर अगले दिन जब दीदी घर में अकेली थीं, तो मैं उनके पास गया.

मैंने बताया कि एक बात बोलूं अगर आप गुस्सा ना हो तो!
वे बोलीं- हां बताओ!

मैं उनसे झूठ बोला कि ये काम कल आपके भाई सचिन ने किया है. उसने आपकी ब्रा पैंटी पर लंड रगड़ा है और माल से कपड़े खराब किए हैं.
मैंने उनको कल का सब कुछ सच सच बता दिया.

दीदी बोलीं- तुमने उसे ये तो नहीं बताया कि तुम मेरे साथ सेक्स करते हो?
मैं बोला- नहीं दीदी.
वे बोलीं- ये अच्छा किया.

मैंने उनको बताया कि आपका भाई आपको नहाते वक्त बहुत बार देख चुका है और वह आपके खूबसूरत जिस्म के दर्शन कर चुका है.
दीदी बोलीं- मुझे पता है यार. मैंने उसको ये सब करते हुए बहुत बार नोटिस भी किया है.

यह सुनकर मैं बोला- दीदी, फिर आपने कुछ कहा क्यों नहीं उसको?
दीदी बोलीं- मुझे शर्म लगती थी उससे ये बात करने में … तो सोचा जब तक चलता है, चलने दूं. मैंने सोचा था कि वह खुद ही थोड़े टाइम बाद सही हो जाएगा.

मैं बोला- दीदी, अब तो लगता है कि वह भी आपके खूबसूरत जिस्म पर पागल हो गया है.
दीदी बोलीं- अब क्या कर सकती हूँ यार?

मैं दीदी से बोला- दीदी आप भी सचिन के साथ मज़े क्यों नहीं ले लेती हैं.
दीदी बोलीं- पागल है क्या? वह मेरा सगा भाई है.

तो मैं बोला- तो आपको अच्छा लगेगा कि आपका भाई अब भी हाथ से हिलाता है! उसकी हेल्प नहीं कर सकती हो क्या?
दीदी बोलीं- नहीं, मतलब नहीं.

फिर मैंने भी ज्यादा फोर्स नहीं किया और हम दोनों अपनी मस्ती करने लगे

मैंने पहले दीदी को लिपकिस किया और फिर उनका सूट उतार दिया.
दीदी ने अन्दर उसी ब्रा पैंटी को पहनी थीं, कल जिस ब्रा पर उनके भाई ने अपने लौड़े का रस निकाला था.

मैं बोला- ये तो वही है … आपने ब्रा को धोया भी नहीं?
वे कुछ नहीं बोलीं … जबकि उनकी ब्रा पर निप्पल की जगह सचिन के स्पर्म के दाग साफ लगे दिख रहे थे.

मैं मजाक में बोला कि भाई के स्पर्म की खुशबू इतनी अच्छी लगी है क्या?

दीदी मुझे गाली देती हुई बोलीं- भोसड़ी के … लगता है तू मेरी चुत को सचिन से चुदवा ही देगा!

मैंने उनकी ब्रा उतार कर फेंक दी और बूब्स पीने लगा.
दीदी बोलीं- जरा ब्रा उठा कर देना.

मैं दे दी तो दीदी ब्रा को सूंघने लगीं.
वे बोलीं- यार रियली अच्छी खुशबू है. उसका लंड कितना बड़ा है?

तो मैंने कहा- दीदी नौ इंच का है, आपकी फट जाएगी!
दीदी बोलीं- इतना बड़ा … ना बाबा रहने दे … उसको हाथ से ही हिलाने दे.

मैं दीदी के एक दूध को काटते हुए बोला- दीदी, अगर छोटा होता तो?

वे बोलीं- तो फिर तो कुछ सोच सकती हूँ. जब तुझे और समीर को खुश कर दिया तो अपने भाई को भी कर दूँगी!
मैं बोला- दीदी चलो अब प्लान बना ही लेते हैं कि कैसे अपने गेम में सचिन को शामिल करें!

दीदी बोलीं- मैं उसके साथ अकेले में करूंगी … मुझे उसके साथ थ्रीसम नहीं करना है.
मैं उनकी सलवार पैंटी उतार कर चूत चाटते हुए बोला- दीदी ये मत भूलो कि मैंने ही आपको सचिन से … और सचिन को आप मिलवाने में मदद की है!

आपको याद है कि बचपन में आप जब हम दोनों को साथ में प्यार करती थीं, तो अब हमारा भी फर्ज बनता है कि हम दोनों साथ में आपको प्यार करें!
दीदी हंस कर बोलीं- साले तू बहुत बड़ा बहनचोद है हरामी … आह सही से चाट न!

मैं दीदी की चुत के दाने को होंठ से खींचता हुआ बोला- जब साथ में मैं और समीर करते थे, तब आपको दिक्कत नहीं हुई … तो अब सचिन का तो सिर्फ छह इंच का है!
‘अच्छा ठीक है बाबा … साथ में ही कर लेंगे! तुम दोनों मिल कर प्यार कर लेना पर पहले अभी अच्छे से चोद दो!’

मैंने दीदी की चूत चाटने के बाद लंड उनके मुँह में दे दिया.
उन्होंने मेरा पूरा पानी निकाल दिया और पी लिया.

उसके बाद वापस चाट कर लंड को चुत के लिए कड़क भी कर दिया.

फिर मैंने लौड़े पर कंडोम लगाया और दीदी की दोनों टांगों को कंधे पर रख कर एक तेज धक्के के साथ पूरा अन्दर डाल दिया.
दीदी कराहती हुई बोलीं- आह मादरचोद, बहन के लौड़े आराम से नहीं डाल सकता क्या?

मैं हंस दिया और धीरे धीरे उनको चोदता रहा.

फिर मैंने कहा- दीदी डॉगी स्टाइल में आओ ना!
वे कुतिया बन गईं.

फिर मैंने उनको कुतिया बना कर चोदना चालू किया और दस मिनट तक हचक कर चोदा.
उनका पानी निकल गया.

वे बोलीं- अब बस कर … मैं तेरा हाथ से या मुँह में लेकर निकाल देती हूँ.
मैं बोला- दीदी मैं तो यह चाह रहा था कि आपकी चूत जल्दी शांत हो, फिर आपकी गांड मारूं!

दीदी बोलीं- बड़े हरामी हो!
मैं बोला- प्लीज़ दीदी!
वे बोलीं- ओके.

वे फिर से कुतिया बन गई थीं.
उनकी गांड मेरे सामने बहुत प्यारी लग रही थी.

वैसे उनकी गांड पहले भी बहुत मार चुका था लेकिन फिर भी दीदी की गांड हर बार अलग मजा देती थी.
मैं उनकी गांड को सूंघ कर चाटने लगा.

वे बोलीं- छी: … तुझे हर बार गांड चाटने में क्या मजा आता है?

मैं बोला- दीदी आप नहीं समझोगी!
कुछ देर गांड चाटने के बाद उसमें थूक लगा कर मैंने धीरे धीरे लंड अन्दर डाल दिया और उनकी कमर पकड़ कर चोदने लगा.

उनको भी मजा आने लगा तो वे बोलीं- और तेज रफ्तार से अन्दर बाहर कर न आह … और तेज आह मजा आ गया.
फिर कुछ देर में मैंने उनको लेटने का बोल दिया.

कुछ ही झटकों में गांड में ही पानी छोड़ दिया और उनसे लिपट कर लेट गया.

तो दीदी बोलीं- सच्ची में यार, तुमसे चुद कर मजा आ जाता है.
फिर वे उठ कर कपड़े पहनने लगीं.

मैं बोला- दीदी, बताओ फिर सचिन से कब चुदवाना हैं आपको?
वे बोलीं- सोच कर बताती हूँ.

फिर वे बोलीं- यार मैं चाहती हूं कि पहले सचिन से मैं अकेले में करना चाहती हूँ, जिससे वह भी नर्वस फील ना करे.
मैं मुस्कुरा दिया.

दोस्तो, अगली कहानी में बताऊंगा कि कैसे जाह्नवी दादी ने अपने भाई से सेक्स किया और उसके बाद कैसे हम दोनों ने दीदी को चोद कर खुश किया.

मेरे दोस्तो, आप अपने कमेंट से या मेल से जरूर बताएं कि आपको WwwXxx देसी गर्ल सेक्स कहानी कैसी लगी.
थैंक्यू.
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