मेरे यार ने मेरी गांड मार ली

(Xxx Anal Fuck Story)

नेहा दवे 2025-06-11 Comments

Xxx एनल फक स्टोरी में मेरे चोदु बॉयफ्रेंड ने बाथरूम में नंगी करके मेरी गांड मार ली. जबकि कुछ घंटे पहले ही उसने मेरी चूत 3 बार चोदी थी.

यह कहानी सुनें.

नमस्कार दोस्तो,
मेरा नाम नेहा है। मेरी उम्र 34 साल है। मैं एक शादीशुदा महिला हूँ।

मैं अंतर्वासना साइट की बहुत बड़ी प्रशंसक हूँ।
मैंने अंतर्वासना साइट पर बहुत सारी कहानियाँ पढ़ी हैं।

आज मैं आप सभी के साथ अपनी पिछली कहानी
यार के लंड पर बैठ कर कूदी
से आगे भाग साझा कर रही हूँ।
उम्मीद है कि आप सभी को मेरी कहानी के पिछले भाग पसंद आए होंगे और आपको मेरी कहानी का चौथा भाग भी पसंद आएगा।

अब मैं आपको आगे की Xxx एनल फक स्टोरी बताती हूँ।

सुबह-सुबह एक राउंड जबरदस्त चुदाई करने के बाद मैं और वैभव थोड़ी देर आराम करने के लिए लेटे हुए थे।
हम दोनों को नींद आ गई।

जब मेरी नींद खुली, तब मैंने समय देखा।
सुबह के साढ़े आठ बज गए थे।
वैभव मेरे पास सो रहा था।

वो गहरी नींद में सोते हुए एक मासूम बच्चे की तरह लग रहा था।
मुझे उस पर बहुत प्यार आ रहा था।

मैंने उसके गाल पर एक चुम्बन दिया और उसे सोने दिया।

वैभव आराम से सो रहा था।
मैं फ्रेश होकर चाय और नाश्ता बनाने लगी।

चाय और नाश्ता तैयार करके मैंने वैभव को उठाया।

उसने मुझे अपनी बाहों में पकड़ लिया और वापस बिस्तर पर लिटा दिया।
वह मुझे चिपककर चूमने लगा।

मैंने बड़ी मुश्किल से उसे मुझसे दूर किया और उसे फ्रेश होने के लिए भेजा।

थोड़ी देर बाद वह फ्रेश होकर चाय और नाश्ता करने के लिए आया।
फिर हम दोनों ने साथ में चाय और नाश्ता किया।

चाय और नाश्ता करने के बाद मैंने उसे नहाने के लिए कहा।

मैं घर का काम कर रही थी और वह नहाने चला गया।

थोड़ी देर बाद उसने मुझे आवाज़ दी।
“नेहा, मैं तौलिया भूल गया हूँ!” उसने कहा।

मैं उसे तौलिया देने के लिए बाथरूम के दरवाज़े के पास गई।

उसने तौलिया लेते हुए मेरा हाथ भी पकड़ लिया और मुझे बाथरूम में खींचने लगा।

मैंने उसे बहुत समझाया लेकिन उसने मुझे बाथरूम में खींच लिया।

मुझे बाथरूम में खींचकर उसने अपनी बाहों में पकड़ लिया और पानी का फव्वारा चालू कर दिया।

वह तो पूरा नंगा और गीला था लेकिन उसने मेरे सारे कपड़े भीगा दिए।

ऊपर से ठंडा-ठंडा पानी का फव्वारा चालू था।
उसने मुझे पीछे से अपनी बाहों में पकड़ लिया।

वह मेरी गर्दन पर और कान के नीचे अपनी जीभ फेरकर मुझे चाट रहा था।

उसने मेरे बूब्स को दबा रखा था और उन्हें मसल रहा था।

मैं भी मूड में आ गई थी।
मैंने उसका लंड अपने हाथ में पकड़ लिया और उसे हिलाने लगी।

फिर उसने मुझे अपनी तरफ घुमा दिया।
पानी के फव्वारे के नीचे हम दोनों एक-दूसरे की बाहों में बाहें डालकर होठों पर चूमने लगे।

लंबी चुम्बन के बाद उसने मेरी टी-शर्ट उतार दी और मुझे बाथरूम की दीवार से चिपका दिया।

मुझे दीवार से चिपकाकर उसने मेरे बूब्स को चूसना शुरू कर दिया।

वह मेरे बूब्स को चूस रहा था और मैं उसे प्यार देने लगी।

मैंने उसके सिर को अपने सीने से चिपका दिया और अपने बूब्स उसके मुँह में देने लगी।

मेरे बूब्स चूसते हुए उसने अपना हाथ मेरे ट्राउज़र के अंदर डाल दिया।
मेरी पैंटी के ऊपर से वह मेरी चूत को सहलाने लगा।

थोड़ी देर बाद उसने मेरे ट्राउज़र और पैंटी को एक साथ उतार दिया।
मैं भी उसके साथ नंगी होकर नहाने लगी।

उसका लंड खड़ा हो गया था।

थोड़ी देर बाद उसने पानी का फव्वारा बंद कर दिया।

मैं अपने घुटनों पर उसके लंड के सामने बैठ गई।
फिर मैंने उसके लंड को अपने मुँह में लेकर चूसना शुरू कर दिया।

वह मेरे सिर पर अपना हाथ रखकर मेरे मुँह को अपने लंड पर दबाने लगा।

थोड़ी देर बाद उसने अपना लंड मेरे मुँह में डाल दिया और मेरे मुँह को चोदने लगा।

मुझे अपना लंड अच्छे से चुसवाकर उसने मुझे खड़ा किया।

फिर उसने मुझे दीवार की तरफ मुँह करवाकर मुझे दीवार से चिपका दिया।

मुझे दीवार से चिपकाकर उसने अपना हाथ मेरी गांड पर घुमाया।

उसने अपना हाथ मेरी गांड पर घुमाते हुए अपनी उंगली को मेरी गांड के छेद पर फेरा।

फिर उसने मेरे बाल हटाए और मेरी गर्दन पर चूमते हुए कहा, “गांड मार लूँ तुम्हारी?”
मैंने उससे कहा, “जो चाहे वो कर लो!”

मेरा इतना कहते ही वह खुश हो गया।

उसने अपना लंड मेरी गांड की दरार में फेरा और अपने लंड को मेरी गांड के छेद पर सेट कर लिया।

मेरी गांड के छेद पर अपना लंड सेट करके उसने लंड को पकड़कर जोर से दबाव डाला।
उसके लंड का सुपारा मेरी गांड में घुस गया।

मेरी गांड में जबरदस्त दर्द होने लगा।
मैं अपने पैरों की उंगलियों पर खड़ी हो गई।

वह थोड़ा रुका और बोला, “बस-बस, शांत हो जाओ! घुस गया तुम्हारी गांड में!”

उसके लंड का सुपारा मेरी गांड में घुस गया था।

फिर उसने धीरे-धीरे अपना लंड मेरी गांड में धकेलना शुरू किया।

उसका लंड धीरे-धीरे मेरी गांड फाड़ता हुआ अंदर जा रहा था।

उसके लंड के घर्षण से मेरी गांड में जलन होने लगी थी।

वह धीरे-धीरे अपना लंड मेरी गांड में डालता गया।
मैं ‘आह्ह … आह्ह!’ करती हुई खड़ी रही।

थोड़ी देर बाद जब उसके लंड का मोटा हिस्सा मेरी गांड के छेद पर पहुँच गया, उसने मेरी गांड पर हल्के-हल्के चांटे मारे।

उसने मेरी गांड के एक कूल्हे को दबाकर पकड़ लिया। उसने मेरा कूल्हा बड़ी जोर से दबाकर पकड़ा और मेरी गांड को चौड़ा करने लगा।

धीरे-धीरे उसके लंड का मोटा हिस्सा भी मेरी गांड के छेद को चौड़ा करते हुए अंदर जाने लगा।

थोड़ी देर बाद वैभव पूरी तरह से मुझे पीछे से चिपक गया।

उसका लंड मेरी गांड में चला गया था।
उसने मुझे पीछे से पकड़ते हुए अपने हाथ मेरे बूब्स पर रख दिए।

मेरे बूब्स को पकड़कर उसने मेरे बूब्स को दबाते हुए अपना लंड मेरी गांड में डालकर आगे-पीछे करना शुरू कर दिया।

उसका लंड मेरी गांड को फाड़ रहा था।
वह अपने हाथों से मेरे बूब्स को जोर-जोर से दबा रहा था।

मेरे बूब्स को दबाने के साथ-साथ वह अपना एक हाथ नीचे मेरी चूत पर ले गया।

वह एक हाथ से मेरे बूब्स दबाने लगा और दूसरे हाथ से मेरी चूत को मसलने लगा।
थोड़ी ही देर में मेरी चूत ने पानी छोड़ दिया।

वैभव ने मुझे काफी देर तक दीवार से चिपकाकर चोदा।
फिर उसने मेरी गांड से अपना लंड निकाला।

उसका लंड निकलने के बाद भी मेरी गांड में दर्द हो रहा था।
उसने मेरे कंधे पर हाथ रखा और मुझे नीचे बैठकर लंड मुँह में लेने को कहा।

मैंने उससे कहा, “दो मिनट रुको प्लीज़!”
लेकिन वह कहाँ रुकने वाला था।

मैं लंबी साँस ले रही थी और वह मेरे बूब्स को चूसने लगा।
दो मिनट बाद मैं वैभव का लंड चूसने लगी।

उसका लंड खड़ा हो गया था।

फिर उसने कहा, “पलटकर झुककर खड़ी हो जा!”
मैं पलट गई और झुककर खड़ी हो गई।

वैभव ने फिर से अपना हाथ मेरी गांड के छेद पर घुमाया और अपना लंड मेरी गांड के छेद पर रखा।

फिर उसने जोर का धक्का देकर अपना लंड मेरी गांड में डाल दिया।

मैं दर्द से तड़प उठी और आगे खिसक गई।
उसका लंड मेरी गांड से बाहर निकल गया।

उसने कहा, “मत हिलो, ये निकल जाता है!”

मैंने वैभव से कहा, “प्लीज़, गांड में मत डालो, बहुत दुख रहा है!”
उसने कहा, “थोड़ी देर बाद मज़ा आने लगेगा, बस तुम हिलना मत!”

उसने मुझे फिर से उसी स्थिति में खड़ा किया।
मेरी गांड के छेद और अपने लंड पर गीला साबुन रगड़ा।

फिर उसने मेरी गांड में अपना लंड डाल दिया।

उसका लंड फटाफट सरकता हुआ मेरी गांड में चला गया।
फिर उसने मेरी कमर पकड़कर मेरी गांड मारनी शुरू कर दी।

वैभव ने बहुत देर तक मेरी गांड मारी। मेरी गांड में दर्द हो रहा था।

मैं ‘उह … आह्ह् … आह्ह!” करती रही लेकिन वह मेरी गांड मारता रहा।

कुछ देर बाद उसने अपना सारा माल मेरी गांड में निकाल दिया।

मेरी गांड में अपना वीर्य छोड़ने के बाद उसने मुझे फिर से अपना लंड चुसवाया।

चुदाई का चौथा राउंड पूरा करके हम दोनों साथ में नहाये।

नहाने के बाद जब हम दोनों बाथरूम से बाहर निकले, उसने मुझे नंगे बदन ही उठाकर फिर से बिस्तर पर पटक दिया।

वह मेरे नंगे बदन के साथ थोड़ी मस्ती करने लगा।

इसके बाद क्या हुआ, वो सब मैंने अगली कहानियों में लिखती रहूँगी.

Xxx एनल फक स्टोरी कैसी लगी आपको?
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