अब्दुल गफ़्फ़ार

चचेरी बहन ज़ोया की सलवार खोली

मैं और मेरे चाचू की बेटी जोया साथ साथ ही रहते और खेलते थे. अकसर हम दोनों एक दूसरे को चूमते चाटते और बदन सहलाते थे, इससे ज्यादा कुछ आता भी नहीं था.. पर जोया मुझसे एक साल बड़ी थी, उसे चुदाई वाला पूरा खेल खेलना आता था… तो एक रात घर में शादी के माहौल में… क्या हुआ? इस कहानी में पढ़िए !

पूरी कहानी पढ़ें »

अन्तर्वासना इमेल क्लब के सदस्य बनें

हर सप्ताह अपने मेल बॉक्स में मुफ्त में कहानी प्राप्त करें! निम्न बॉक्स में अपना इमेल आईडी लिखें, सहमति बॉक्स को टिक करें, फिर ‘सदस्य बनें’ बटन पर क्लिक करें !

* आपके द्वारा दी गयी जानकारी गोपनीय रहेगी, किसी से कभी साझा नहीं की जायेगी।

Scroll To Top