अर्जुन कुमार शर्मा

भानुप्रिया की चुदास ने मुझे मर्द बनाया

मैंने उसकी ब्रा के हुक खोले और मेरे हाथों में वो 32 इंची बोबे थे.. फ़िर मैंने उसकी जींस की बेल्ट खोल दी और जींस को एक झटके में अलग कर दिया। मैंने उसकी कच्छी भी उतार फेंकी, उसकी फुद्दी पर कोई बाल नहीं थे।

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