मयंक त्रिवेदी

जिस्म और दिल का रिश्ता है भाभी और मेरे बीच

हमारे परिवार की एक भाभी को देखकर मेरी हमेशा चाहत होती थी ‘हे ऊपर वाले कभी तो इनकी चूत के दर्शन करा दो, कभी तो इनकी चूत में मेरा लौड़े को डलवा दो।

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