मुकेश कुमार

शर्मीला की ननद-3

सवेरे आँख खुली तो देखा ऋतु अभी भी बेसुध सो रही है। रात को ऋतु ने दारु भी बहुत पी और मैंने चोदा भी जोर से। मेरा लंड ऐसे गांड भी मार सकता है पता नहीं था। बालकनी में शर्मीला नंग धडंग सुबह की ठंडी हवा का मजा लेते हुए सिगरेट पी रही थी।

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शर्मीला की ननद-2

मैंने ऋतु को कहा कि वो कुतिया बन जाये, मुझे गांड मारनी है। शर्मीला के चाटने से ऋतु गांड थोड़ी गीली थी। कुतिया बनने पर ऋतु का सर बिस्तर पर लगा दिया तो अब उसकी गांड के अच्छे दर्शन हो रहे थे।

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शर्मीला की ननद-1

मैंने उसके छोटे गाउन के अन्दर हाथ डाला और पीठ पर फेरते हुए पेंटी में घुसा दिया। गांड और चूतड़ों का नाप लेने लगा। तभी शर्मीला का ख्याल आया तो एक हाथ निकाल शर्मीला के मम्मे को दबाया और अपनी और खींच लिया।

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लिव इन कैरोल-2

प्रेषक : मुकेश कुमार दोस्तों, अब तक जितनी रंडियों से चुसवाया, वो मारिया के सामने बच्ची थी। मारिया टट्टे चूसती, जबान लौड़े के नीचे से

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लिव इन कैरोल-1

मारिया टट्टे चूसती, जबान लौड़े के नीचे से शुरु करते हुए शिखर तक ले गई, फिर क्राउन को मुँह में लेकर चूसा। मारिया मस्ती से लौड़े को चूस रही थी और अपने पैर चौड़े कर एक हाथ से पेंटी में हाथ डाल कर अपनी चूत सहला रही थी।

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