प्रिया गुप्ता

सोचा… जीजा जी को परेशान करूँ

मैं जब भी उसको देखती थी, मुझे बैचनी सी होती थी लेकिन वह मेरी सहेली का यार था इसलिए मैं कुछ कहती नहीं थी उससे ! एक दिन मैंने कंचन के फ़ोन से उसका नंबर निकाल लिया और अगली रात मैंने उसे मिसकाल किया।

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