ऋषि कपूर

फुद्दी चोदी ट्रेन में

एक तो ठन्ड की रात और साथ में अन्धेरा। हम दोनों ने अपने पैर फैला लिए, जिससे मेरा पाँव उसकी तरफ़ हो गया और उसका पाँव मेरी तरफ़। मेरा पाँव उसकी जाँघ से रगड़ने लगा।

पूरी कहानी पढ़ें »

अन्तर्वासना इमेल क्लब के सदस्य बनें

हर सप्ताह अपने मेल बॉक्स में मुफ्त में कहानी प्राप्त करें! निम्न बॉक्स में अपना इमेल आईडी लिखें, सहमति बॉक्स को टिक करें, फिर ‘सदस्य बनें’ बटन पर क्लिक करें !

* आपके द्वारा दी गयी जानकारी गोपनीय रहेगी, किसी से कभी साझा नहीं की जायेगी।

Scroll To Top