शिल्प मित्तल

मामी की मोटी गांड

मामी गाँव की रहने वाली थीं, उनका बदन काफ़ी भरा हुआ था, मम्मे मोटे-मोटे थे, लगभग 42 इंच की भरी हुई गदराई गाण्ड थी। जब वे चलती थीं तो लण्ड खड़ा हो जाता था।

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