दोस्ती का उपहार-3
प्रेषक : विनय पाठक मैं आपको अपनी पिछली कहानी में बता चुका हूँ कि कैसे मैंने अपनी टीम की लड़की को गांव की चौपाल पर
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प्रेषक : विनय पाठक मैं आपको अपनी पिछली कहानी में बता चुका हूँ कि कैसे मैंने अपनी टीम की लड़की को गांव की चौपाल पर
दोपहर बाद जब सब खाना खाने के लिये जाने लगे तो मैंने उसे छेड़ने के लिये कहा- तुम्हें कुछ याद है नीतू? उसने कहा- क्या
दोस्तो, मेरा आप सभी को लण्ड हाथ में लेकर प्यार भरा नमस्कार। मैं पहले ही बता चुका हूँ कि मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ।
हाय दोस्तो, मेरा आप सभी को लण्ड हाथ में लेकर प्यार भरा नमस्कार। मैं अर्न्तवासना का नियमित पाठक हूँ तथा बहुत दिनों से आपसे अपने
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