चचेरे भाई बहन का ग्रुप सेक्स

(Brother Sister Xxx)

ब्रदर सिस्टर Xxx ग्रुप सेक्स कहानी में पढ़ें कि कैसे मेरा चुदाई का सफ़र शुरू हुआ. हम चचेरे भाई बहनों ने एक होटल के कमरे में कैसे पहली बार सेक्स का मजा लिया.

मेरा नाम अक्की है और मैं 23 साल का हूँ. मेरी बॉडी एथलीटों के जैसी है और मेरा लंड करीब पांच इंच लंबा व खासा मोटा है.

मैं संयुक्त परिवार में रहता हूँ.
मेरे परिवार में मेरे अलावा मेरे माँ-बाप, दो चाचा-चाची, एक बहन और दो भाई हैं.

माँ की उम्र 46 साल की है और पापा की उम्र 52 साल की है.

एक चाचा 50 साल के हैं और दूसरे 48 साल के हैं.
एक चाची 45 साल की हैं और दूसरी चाची 42 साल की हैं.

मेरा चचेरा भाई प्रवेश 22 साल का है.
उससे मेरी कुछ ज्यादा ही घुटती है.

ब्रदर सिस्टर Xxx ग्रुप सेक्स कहानी आज से कुछ साल पहले की है.

मैं, मेरी मम्मी-पापा, चचेरा भाई प्रवेश, उसके मम्मी-पापा और दो बड़े पापा का परिवार, जिसमें एक-एक शादीशुदा जोड़ा और दो लड़कियां हैं.
हम सब मिल कर एक साथ कुल्लू-मनाली घूमने गए थे.

हमारा यह ट्रिप बहुत ख़ास था क्योंकि उस वक्त हम सभी लड़के-लड़कियां 18 साल की उम्र को पार कर चुके थे.
इस यात्रा में हम सभी ने अपनी यौन यात्रा भी शुरू की थी.

सफ़र के दौरान हम सब एक 15 सीटर ट्रॅवेलर में घूम रहे थे.

कई बार मैं अपनी चचेरी बहन किटी के बगल में बैठ कर उसे ताड़ रहा था.
वह भी मुझे बड़ी अदा से देखती थी.

हम सब मनाली में एक होटल में रुके थे.

सब लोग अपने-अपने मम्मी-पापा के साथ एक एक कमरे में रुके थे.

सारा दिन घूम कर रात को खाना खा कर हम दो लड़के और दो लड़कियां एक कमरे में घुस गए और उधर बात करने लगे.

उस दिन सर्दी कुछ ज्यादा थी तो प्रवेश ने कहा- चलो आज रम का मजा ले लेते हैं.
मेरी दोनों चचेरी बहनों ने भी हामी भर दी.

बस फिर क्या था … प्रवेश ने जल्दी से नीचे जाकर एक रम की बोतल ली और कुछ नमकीन व सिगरेट लेकर वह कमरे में आ गया.

अब मेरी दोनों बहनें भी एकदम से बिंदास हो गई थीं.
हम लोगों ने चार चार पैग लगाए और मस्त होकर खुली खुली बातें करने लगे.

मेरी बहनों की हरकतें बता रही थीं कि वे आज चुत चुदवाने के मूड में हैं.

अब हम लोगों ने तय किया कि ट्रुथ-डेयर वाला खेल खेला जाए.
जल्दी ही हम लोगों ने इस खेल को खेलना शुरू कर दिया.

हम लोग बॉटल को घुमाते और जिसकी तरफ बॉटल का मुँह आता, उसे कोई भी डेयर देता.

पहले तो सभी ने बचकाने किस्म के डेयर्स किए.
पर न/शे में जवानी की दहलीज वाली उर्जा से गर्म होने लगे और उस आग ने सबको अपने काबू में कर लिया.

हमारे बीच मेरी चचेरी बहन किटी दिखने में बहुत सेक्सी थी.
उसका गोरा रंग, मस्त आकार की 32 नाप की चूचियां और उठी हुई गांड बहुत आकर्षक दिख रही थीं.

दूसरी लड़की सुम्मी जरा सांवली जरूर थी, पर दिखने में वह भी बड़ी आकर्षक माल थी.

हम सभी ने एक दूसरे को अपने या किसी और के कपड़े उतारने के डेयर्स दिए थे.

पहले मेरी शर्ट उतरी, फिर प्रवेश की.

मैंने सुम्मी को ब्रा-पैंटी में आकर बैठने को कहा.
उसने नीले रंग की ब्रा और लाल पैंटी पहनी हुई थी जिसमें से उसकी आधी से अधिक चूचियां दिख रही थीं और चूत का उभार बहुत ही ज्यादा दिख रहा था.

सुम्मी ने किटी के कपड़े उतरवाए, उसके बाद किटी भी ब्रा-पैंटी में आ गई.

किटी के गोरे गोरे मम्मे उसकी काली रंग की ब्रा से बाहर आने को बेताब थे.
ये देख मैंने उसे पूरी नंगी होने के लिए बोल दिया.

वह नंगी होकर अपने हाथों में अपनी चूचियां पकड़ कर बैठ गई.

वह इतनी सेक्सी थी कि हम तीनों उसे ताड़ने लगे थे और वह बेचारी शर्म महसूस कर रही थी.

सुम्मी- क्यों रे अक्की, किटी को नंगी करके मज़े ले रहा है साले … चल तू भी फेंक अपने कपड़े उतार दे न … तभी तो मजा आएगा.

मैं- अरे सुम्मी डार्लिंग, मैं तो कब से तैयार हूँ.
यह कह कर मैं भी नंगा हो गया.

मैं बिना किसी शर्म के किटी और सुम्मी को अपना लंड देखने दे रहा था.
उन दोनों की कामुक नज़रों को देख कर मेरा लंड एकदम से खड़ा हो गया था.

फिर सुम्मी और प्रवेश खुद ही नंगे हो गए.
उन दोनों ने हिचकिचाहट से कपड़े उतारे और अपने गुप्त अंग को वे हाथ से ढके थे.

हालांकि सब नंगे बैठ गए थे और एक दूसरे को ताड़ रहे थे.

प्रवेश ने एक सिगरेट सुलगा ली और उसके हाथ से किटी ने सिगरेट लेकर फूँकना शुरू कर दी.
उन्हें देख कर हम दोनों ने भी एक सिगरेट जला ली.

थोड़ी देर बाद सबकी शर्म चली गयी और सब खुल कर सेक्स की बात करने लगे.
हमारा खेल फिर से शुरू हो गया.

अब एक दूसरे के बदन को चूमने का दौर चला.
हम दोनों लड़कों ने दोनों लड़कियों के बदन के सारे अंग एक-एक करके चूमे और वैसे ही उन दोनों लड़कियों ने हमारे अंग चूमे व सहलाए.

हम दोनों लड़कों के लंड तो कब के खड़े और कड़क हो चुके थे और अपने-आप गीले भी हो रहे थे.
हमारे खड़े लौड़े देख कर लड़कियों की चूतें भी गीली हो गयी थीं.

कमरे का माहौल बहुत गर्म था.
मैंने किटी से कहा- तुम मुझे कहीं भी किस कर सकती हो!

उसने बिना सोचे समझे मेरे होंठों पर अपने होंठ लगा दिए.
मैंने उसे अपनी गोद में बिठा लिया और उसके होंठ चूसने लगा.

मैं कई दिनों से उसे चोदना चाहता था, आज मुझे मौका मिल ही गया था.

हम दोनों नंगे एक दूसरे से चिपके हुए थे.
उसकी मस्त और रसभरी चूचियों का स्पर्श मुझे उत्तेजना दे रहा थे.

मुझे देख कर मेरे भाई प्रवेश ने सुम्मी को गोद में लेकर चूमना शुरू कर दिया था.

हमारे चूत और लंड की गर्मी नंगे बदन से बाहर आने लगी थी.

अब किटी और सुम्मी बिस्तर पर अपने घुटनों पर बैठ गईं और हम लड़के अपने खड़े लंड उनके मुँह में देने लगे.
पहले दोनों लड़कियां लंड मुँह में लेने से मना कर रही थीं.
फिर भी दोनों ने लंड चाटना शुरू कर दिया था.

सुम्मी और किटी अब मज़े ले ले कर हमारे लंड एक-एक करके चूस रही थीं.

वह हमारे लंड ऐसे चूस रही थीं, जैसे कोई लॉलीपॉप चूस रही हों.
उनके नर्म गर्म होंठ हम लड़कों के लंड पर अलग ही मज़ा देने लगे थे.

सबका पहला ब्लोजॉब था.
हम तीनों कुछ ही मिनट में झड़ गए.

हम लोग ने सुम्मी और किटी को अपने वीर्य से नहला चुके थे.

सुम्मी अपने बदन पर पड़े हमारे वीर्य देखकर बोली- यार किटी, पॉर्न मूवी की तरह क्यों न हम दोनों भी वीर्य पी लें?

किटी- क्या … साली कैसी रंडियों वाली बातें कर रही सुम्मी … मैं नहीं करूँगी, तू कर तुझे जो करना है.
सुम्मी ने सच में हमारा वीर्य अपने उंगली पर ले लेकर चाटा.
मुझे तो यकीन ही नहीं हुआ कि ऐसा हो रहा है.

सुम्मी- अरे किटी रानी … एक बार चख तो ले यार, इतना भी बुरा माल नहीं है.
सुम्मी के बार-बार बोलने से किटी ने भी हमारा वीर्य चखा.
किटी- हम्म … स्वाद तो अच्छा है.

अब वे दोनों रंडियों की तरह मस्ती से एक-दूसरे के बदन पर लगे हमारे वीर्य को सीधे जीभ से चाट रही थीं.

उन दोनों की इस हरकत से तो हम दंग हो गए.
वह दृश्य देख कर मेरा लंड फिर से खड़ा होने लगा.

सुम्मी ने मेरे लंड पर लगा हुआ वीर्य चाटना शुरू कर दिया और पूरा साफ़ कर गई.

अब किटी बोली- चल सुम्मी लेट जा, अब हमारी बारी है.
वे दोनों लड़कियां अपनी टांगें फैला कर बिस्तर पर चित लेट गईं.

हम सभी की झांटें लंबी लंबी थीं.
किसी ने शायद यह सोचा ही नहीं था कि इस ट्रिप पर लंड चुत को दिखाने का मौका भी मिलने वाला है.

मैंने सुम्मी की चूचियां अपने हाथ में ले लीं और उन्हें मसलते हुए कहा- यार सुम्मी, तुम्हारे दूध तो बहुत मुलायम हैं!

सुम्मी- मेरी चूचियां तुम्हें इतनी पसंद हैं तो अच्छे से चूस कर खेल ना!

मैं उसकी चूचियां मसलते हुए चूसने लगा.
उसके मुँह से गर्म गर्म सिसकारियां बाहर आने लगीं.

उधर किटी की चूचियां मेरा भाई प्रवेश चूसने में लगा था.
लड़कियों की मदभरी सिसकारियां हमें चुदाई के और ज्यादा उकसा रही थीं.

फिर मैंने सुम्मी की चूत पर मुँह लगाया और चूसने लगा.
उसकी चूत पूरी गीली थी और एक अलग सी खुशबू आ रही थी.

सुम्मी- आहह अक्की … साले अच्छे से चूस ले, आह मुझे बहुत मज़ा आ रहा है.

किटी की भी चूत को प्रवेश चाट रहा था.
दोनों लड़कियों की सिसकारियों से कमरा गूँज रहा था.

करीब दस मिनट की लगातार चूत चुसाई के बाद सुम्मी का बदन कांपने लगा.
उसकी मदभरी सिसकारियां बढ़ गई थीं.

तभी वह मेरे मुँह में झड़ने लगी थी.
उसकी बुर के पानी के स्वाद ने एक अलग ही न/शा भर दिया था.

किटी और प्रवेश का भी यही हाल था.

लंड चुत चूसे जाने के बाद हम सब मुस्कुराने लगे.

किटी- यार सुम्मी, मुझे तो पता ही नहीं था चूत चुसवाने में इतना मज़ा आता है!
सुम्मी- सच्ची यार.

मैं- अब थोड़ा हमारे मज़े का भी ध्यान रखो!
किटी हंस कर बोली- आ जा राजा, तुझे मज़ा दे दूं!

मैं किटी की ओर लपक गया और किस करने लगा.
प्रवेश सुम्मी की चूचियों में खो गया.

किटी की चूत गीली थी.
मैंने अपना लंड उसकी चूत पर रगड़ा और हल्के-हल्के अन्दर डालने लगा.

उसकी चूत खुलने लगी थी.

सुम्मी और किटी की आहें दर्द भरी होने लगी थीं.

फिर किटी ने मुझे अपनी ओर खींचा और मेरे होंठ अपने होंठों में पकड़ लिए.
मैंने निशाना साधा और पूरी ताकत से अपना लंड किटी की चूत की गहराई में उतार दिया.

उसने मेरे होंठों को ज़ोर से काटा और मुझसे अलग होने की कोशिश करने लगी.
मैंने उसे चूमना जारी रखा.

हम दोनों लड़कियों की कौमार्य झिल्ली टूट चुकी थी और प्रवेश और मेरे लंड का तागा भी टूट गया था.

थोड़ी देर बाद हमारा दर्द मज़े में बदल गया.
प्रवेश और मैं मस्ती से सुम्मी और किटी को चोदने लगे.

वे दोनों लड़कियां भी हंस हंस कर चुत चुदवा रही थीं और कामुक सिसकारियां लेने लगी थीं.

मुझे तो पता ही नहीं था कि चूत के अन्दर कैसा लगता है.
कुँवारी चूत मेरे लंड को अपने आप अन्दर खींच रही थी.

किटी- आह आह … चोद साले … और चोद जोर से चोद मुझे … मेरे भाई, आज फाड़ दे मेरी चुत को.

ठीक इसी तरह सुम्मी भी चिल्ला रही थी ‘ओह फक प्रवेश, फक मी.’

मैं- किटी साली तेरी चूत तो मेरा लंड खा गई बहन की लौड़ी रंडी आह!

लड़कियों की आहें कराहें मादक सिसकारियां पूरे कमरे में गूँज रही थीं.
करीब बीस मिनट की सेक्सी चुदाई के बाद मैं और प्रवेश, किटी और सुम्मी की चूत में ही झड़ गए.

उसकी चूत अब मेरे लंड को कसके जकड़ने लगी थी. उधर मेरे भाई के लौड़े का भी यही हाल था.

दोनों लड़कियों की चूतें हमारे लंड को अपने अन्दर निचोड़ कर शांत हो गई थीं.

पहली चुदाई की खुशी सबके चेहरों पर दिख रही थी.
ब्रदर सिस्टर Xxx ग्रुप सेक्स करके हमें जन्नत मिल गई थी.

मैं- वाह किटी, मैंने आख़िर तुझे चोद ही दिया.
किटी- हां मेरी जान … जब चाहे चोद लेना … अब से मेरी चूत तेरे लौड़े के लिए हमेशा खुली है.
उसकी सेक्सी बात को और उसके कहने के अंदाज से हम चारों हंस पड़े.

मैंने किटी को किस करके अपनी बांहों में भर लिया और हम सब नंगे ही सो गए.

जब सुबह उठे, तो किटी और सुम्मी एक-दूसरे से लिपट कर सोई हुई थीं.
मैं किटी की पीठ से चिपका था.

सब नंगे सोये थे और मेरा लंड खड़ा होकर किटी की गांड में टक्कर मार रहा था.

उस वक्त मेरा मूड बन गया और मुझे सुम्मी की चूत चाहिए थी.
मैंने हल्के से सुम्मी को उठाया, वह आधी नींद में थी.

मैं उसे उठा कर बाथरूम में ले गया, तो वह जाग गई थी.

हम दोनों ही नंगे खड़े होकर ब्रश करने लगे.
मैं आईने मैं उसका नंगा बदन देखने लगा और वह मेरा लंड देख रही थी.

मैंने उसे आंख मार कर गुड मॉर्निंग कहा और पूछा- लंड कैसा लग रहा है?
वह भी होंठ गोल कर किस करने के इशारे के साथ बोली- चूसने का मन कर रहा है.
वह भी मेरा साथ देने लगी, जल्द ही हम दोनों गर्म हो गए थे.

मैं- यार सुम्मी, तेरी चूत का स्वाद मैं भुला नहीं सकता हूँ.
सुम्मी- हा हा हा … तू तो दीवाना हो गया, पर तूने मुझे अपना लंड तो दिया ही नहीं!
मैं- तो ले ले ना … मैंने कब मना किया?

यह सुनते ही सुम्मी नीचे बैठ गई और मेरा लंड चूसने लगी. वह मेरे लंड को गीला कर रही थी.
मैंने कहा- बाहर चलें?
वह बोली- हां.

हम दोनों बाहर आए.
उधर किटी और प्रवेश अभी सो ही रहे थे.

मैं बेड के एक तरफ बैठ गया और सुम्मी को अपनी गोद मैं बिठा लिया.
वह मेरे सीने से सीना लगा कर बैठ गई थी, तो मैं सुम्मी के होंठ चूसने लगा.

उसकी मुलायम चूचियां मेरे सीने से दबी हुई थीं, मेरे लंड पर उसकी चुत की गर्मी महसूस हो रही थी.

मेरे गर्म और खड़े लंड से वह भी पागल हो रही थी, उसके स्तनाग्र कड़क हो गए थे.

सुम्मी- आहह बस यार … अब और मत तड़पा, डाल दे अन्दर.

उसने मेरा लंड अपनी चूत पर सैट किया और धीरे-धीरे मेरे लंड पर बैठने लगी.
जल्द ही मेरा पूरा लंड उसकी चूत में चला गया था.

मुझे चूत की गर्मी में मज़ा आने लगा.
वह मेरे कंधे पकड़ कर लौड़े पर उछलने लगी.

उसकी आहह आहह की आवाज़ से किटी और प्रवेश उठ गए.

किटी- क्या यार तुम लोग सुबह-सुबह शुरू हो गए!
सुम्मी- तो तू क्यों खाली बैठी है आहह मेरी जान आहह किटी … चुद जा आहह आज!

किटी ने प्रवेश को लपक लिया और उसका लंड चूस चुत गीला करने लगी.
फिर वह घोड़ी बनी और प्रवेश उसकी पीछे से चूत मारने लगा.

एक बार फिर दोनों की कामुक सिसकारियों से कमरा गूँज उठा.

करीब बीस मिनट की चुदाई के बाद हम चारों झड़ गए थे.
मेरा पानी सुम्मी की चूत के ऊपर गिरा और प्रवेश का लंड किटी की चूचियों पर झड़ गया.

सुम्मी को वीर्य चखने का चस्का लग गया. वह मस्ती से किटी की चूचियों पर गिरा वीर्य चाटने लगी.

किटी हंस कर बोली- देख साली कैसी रंडी बनी हुई है ये … चल अब मुझे करने दे!

उसने सुम्मी की टांगें फैला दीं और उसकी चूत पर लगा मेरा वीर्य चाटने लगी.

तभी किटी की मम्मी का कॉल आ गया.
वे यह पूछने के लिए फोन कर रही थीं कि हम लोग तैयार हुए या नहीं.

किटी ने कहा- हां, हम लोग बस आ ही रहे हैं.
फिर हम सब साथ में ही नहाने आ गए.

पहले मैं और सुम्मी नहाए, फिर किटी और प्रवेश ने नहाया.

करीब बारह घंटे से ज्यादा नंगे बिताने के बाद हम सभी ने कपड़े पहने और पूरी ट्रिप में ऐसे ही चुदाई करने की योजना बना ली.

अगला पूरा दिन हम सबने घूमने में बिताया, खरीदारी भी की.

सब लोग बहुत थक गए थे तो आज हम चारों ने चुदाई करना ठीक नहीं समझा और अपने-अपने मम्मी-पापा के साथ रूम में चले गए.

मैं थोड़ी देर आईपीएल का मुकाबला देख कर सो गया.

मैं, मम्मी और पापा एक बड़े आकार के बिस्तर पर सो रहे थे.

मैं एक कोने में था.
मेरे बगल में मेरी माँ और दूसरे कोने में पापा सो गए.

रात में अचानक मेरी नींद खुली.
मेरा मुँह दीवार की तरफ था और पीठ मम्मी-पापा के तरफ थी.

मुझे कुछ हलचल महसूस हो रही थी तो मैंने करवट बदली और मम्मी-पापा की तरफ मुँह कर लिया.

लेकिन मेरी आंखें बंद ही थीं.

फिर कुछ देर बाद वापस हलचल हुई तो मैंने आंखें खोल लीं.
सामने नंगी मम्मी के ऊपर नंगे पापा चढ़े हुए उन्हें चोद रहे थे.

यह देख कर मैं हक्का बक्का था.

दोस्तो, सेक्स कहानी के लिए आपके कमेंट्स पढ़ने के बाद मैं इसका अगला भाग लिखूँगा.
ब्रदर सिस्टर Xxx ग्रुप सेक्स कहानी पर प्लीज अपने विचार जरूर भेजें.
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