ममेरी बहन की कुंवारी बुर फाड़ दी मैंने

(Desi Cousin Sex Kahani)

देसी कजिन सेक्स कहानी में पढ़ें कि मैंने अपने मामा की बेटी को उसकी सहेली के साथ नंगी लेस्बियन सेक्स का मजा लेती देखा तो मेरा मन उसकी बुर चुदाई का हो गया.

मेरे सभी अन्तर्वासना पाठकों का बहुत बहुत शुक्रिया, जो मेरी पहली कहानी
बहन की कुंवारी सहेली को मजे से चोदा
को इतना सराहा।

आपको मेरी बहन की सहेली तन्वी चौधरी की जोरदार चुदाई याद होगी.
अब कहानी को आगे बढ़ाता हूँ.

चुदाई के बाद वो मेरी बहन के फोन आने पर तन्वी कॉलोनी की पार्टी में चली गई और देर रात 11 बजे वापिस आई.
सहेलियों की आपस की पार्टी थी, तो शायद दोनों थोड़ी ड्रिंक करके आई थी.

ज्यादा लेट आने के कारण तन्वी हमारे घर पर रुक गई और मेरी ममेरी बहन ने उसके घर पर फोन करके रुकने की परमिशन उसके घर वालों से ले ली।

अब शुरू होती है असली रासलीला!
जब धारा और तन्वी आई थी तो दोनों के कपड़े अस्त व्यस्त थे, मेरी बहन धारा के तो लगभग आधे बूब्स बाहर दिखाई दे रहे थे और तन्वी तो इतनी मस्त थी कि उसे होश भी नहीं था कि उसकी ड्रेस पीछे से इतनी उठ चुकी थी कि बिना पैंटी के उसके कूल्हे दिखने लगे थे.

दोनों चेंज करने के लिए रूम में गई.

मेरी बहन को फ्रेश होना था तो वो बाहर कॉमन बाथरूम जो घर के बाहरी हिस्से में है, वहाँ चली गई.

मैं तन्वी के पास चला गया.
वो बहन के रूम में चेंज कर रही थी.

उसकी वन पीस ड्रेस थी जो वो उतार चुकी थी और आईने के सामने नंगी खड़ी थी.

दोस्तो, मैं नंगी गांड देखकर बेकाबू हो जाता हूं, यूं कहें कि मेरी कमजोरी है.

मैं उसके पीछे चला गया और उससे चिपक कर उसकी उठी प्यारी सफेद सुर्ख लाल गांड पर अपना लंड घिसने लगा और धीरे धीरे नीचे आकर उसके दोनों नितम्बों के बीच अपनी जीभ डालकर चाटने लगा.
थोड़ी देर उसकी गांड का छेद चाटने के बाद और नीचे झुक कर उसकी चूत चाटने लगा.

वो इतनी गर्म हो गई कि पानी छोड़ने लगी जिसे मैं पूरा चाटते हुए पी गया.

वो चुदाई के लिए तैयार हो चुकी थी, मैं भी गर्म हो गया था.
मैं खड़ा होकर उसे किस करने लगा और वो मेरा पूरा साथ देने लगी.

अचानक से बाथरूम के गेट की आवाज आई जो लोहे की था.
मैं समझ गया कि धारा बाहर आ गई है.

मैं तन्वी से अलग हो गया और उसे कहा कि रात में धारा के सोने बाद मेरे कमरे में आना.
और मैंने उसे बता दिया कि अब उसकी गांड के मजे लेने की बारी है.

इतना कहकर मैं रूम के बाहर आकर सोफे पर बैठ गया.

मेरी बहन जब बाहर से आई तो मुझसे सोने का बोलकर अंदर रूम में चली गई.
उसकी लचकती गांड देखकर पीछे से उसे भी चोदने का मन होने लगा.

खैर उसके बाद मैं अपनी बहन के सोने का इंतजार करने लगा.
एक घंटे बाद जब तन्वी मेरे रूम में नहीं आई तो मैं उसके रूम की तरफ गया.

वहां से अजीब सी सांस चलने की और आह उह की सेक्सी आवाजें आ रही थी.

मैंने की-होल से अंदर झांक कर देखा तो मेरा दिमाग सुन्न हो गया.
मेरी बहन धारा और उसकी सहेली तन्वी दोनों नंगी होकर एक दूसरी को किस कर रही थी. दोनों एलईडी पर न्यूड वीडियो प्ले करके मजे ले रही थी और एक दूसरी की चूत सहला रही थी.

धारा को पहली बार नंगी देखकर मेरा तो उसे चोदने का मन बन गया था.
मेरी बहन धारा थी तो सांवली … पर उसका बदन तन्वी से ज्यादा उभरा हुआ और शानदार था.

मन कर रहा था कि दोनों को पटक कर चोद दूँ.

मेरे दिमाग में देसी कजिन सेक्स करने का एक आइडिया आया और मैं मोबाइल का कैमरा ऑन करके रूम का दरवाजा अचानक से खोल कर अंदर घुस गया, और चीख पड़ा- ये सब क्या हो रहा है, तुम दोनों को शर्म नहीं आती?

तन्वी समझ गई थी मेरा दिमाग …
और मेरी ममेरी बहन धारा डर गई.

उसने अपने नंगे शरीर पर चादर खींच ली और सॉरी बोलने लगी.

मैंने कहा- अभी रुको धारा, मैं ये सब बातें मामा को बताऊंगा और तुम्हें वापिस गांव भेजूंगा.

वो डर गई और हाथ जोड़कर माफी मांगने लगी.
उस वक्त मैं बॉक्सर में था और उन दोनों को नंगा बदन देखकर मेरा लंड फूल कर खड़ा हो गया था.

इतने में आग में घी डालने के लिए तन्वी उठकर आई और मेरे बॉक्सर में हाथ डालकर बोली- भैया, आप जैसा कहेंगे हम दोनों वैसा ही करेंगी. आप शांत हो जाओ बस!
और हम दोनों किस करने लगे.

यह देखकर मेरी बहन धारा शांत हो गई और हम दोनों को गौर से देखने लगी.
हम दोनों एक दूसरे को चूसने लगे.

तन्वी ने मुझे पूरा नंगा कर दिया.
यह देखकर धारा की आंखों में चमक आ गई.

और तन्वी ने धारा की चादर खींच कर हमारा साथ देने को बोला.

धारा अब मेरे सामने पूरी नंगी थी.
मैं उसे नंगी देखकर बेताब हो गया और मेरा सेक्स का जानवर उसका सांवला रंग से भरा नंगा जिस्म देखकर आउट ऑफ कंट्रोल हो गया।

मैंने धारा को अपनी ओर खींचा और अपना लंड उसकी गांड पर घिसने लगा और उसके बूब्स को दबाने लगा.

धारा गर्म थी और सेक्सी आवाजें निकालने लगी.
इतने में तन्वी ने अपने होंठ धारा के होंठ पर रख दिए और किस करने लगी.

पूरे कमरे का माहौल गर्म हो गया और सभी अपनी शर्म को ताक पर रख कर अब सेक्स सुख भोगने को आतुर हो गए.

इसके बाद मैंने जी भर के अपनी बहन धारा के साथ फ्रेंच किस किया.
तन्वी मेरे लंड को मुंह में लेकर चाटने लगी.

मेरा लंड मजबूती से खड़ा हो गया था.

मैंने देर न करते हुए अपनी कुंवारी बहन धारा की टांगें खींचते हुए अपने पास लिया और उसकी चूत को अपनी जीभ से गीली किया.
फिर मैं अपना लंड उसकी चूत के ऊपर रगड़ने लगा.

उधर उसकी सहेली तन्वी समझ गई आज धारा पहली बार लंड लेने जा रही है, वो धारा को किस करने लगी.

मैंने मौके को भांप कर अपना लंड धारा की चूत पर घिसते घिसते एक जोरदार शॉट के साथ पूरा जोर लगा के अंदर धकेल दिया.
धारा की आंखें ऐसे फट गयी मानो बाहर आ जाएगी.
वो अपने हाथ बेड पर मारने लगी.

उसकी चीख तो तन्वी ने किस करते हुए रोक ली थी लेकिन उसके आंसू बहने लगे.

मैं रहम न खाते हुए धकाधक धारा की चूत चोदने लगा.

दस मिनट चोदने के बाद धारा अपने चूतड़ उठाकर अब साथ देने लगी और मैं फुल स्पीड में हचक का धारा को चोदने लगा.
उस तरफ तन्वी धारा से हटकर मेरे पीछे आ गई और मेरी गांड का छेद चाटने लगी.

आखिर में जब धारा को चोदते चोदते मेरा पानी आने को हुआ तो मैंने लंड बाहर निकालकर धारा के मुंह में दे दिया और उसके हलक तक लंड करके सारा माल उसके मुंह में छोड़ दिया.

मेरी इतनी बेरहम चुदाई के बाद धारा थक कर चूर हो गई.

अब बारी तन्वी की गांड की थी.
तन्वी को मैंने अपने साथ सोने को कहा और कहा कि मैं उसकी गांड सुबह मारने वाला हूँ.
इतना बोलकर हम सब एक साथ बेड पर नंगे सो गए।

सुबह मैंने कैसे धारा की कोरी गांड मारी वो अगली कहानी में आपको बताऊंगा।

अपना प्यार ऐसे ही देते रहना आप सभी, आपका लंड वीर साहिल आपकी सेवा में सदैव यूंही लगा रहेगा।
आपको यह देसी कजिन सेक्स कहानी कैसे लगी?

अपने विचार मुझे मेल और कमेंट्स में बताएं.
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