कुंवारी छोटी बहन की मदमस्त चुदाई

(Garam Sis Sex Kahani)

फरहद 2025-08-27 Comments

गरम सिस सेक्स कहानी में मेरी बहन बहुत सैक्सी है लेकिन उससे मेरी बनती नहीं थी. एक दिन उसने मुझे मुठ मारते देखा. उसके बाद से वह मुझ पर नजर रखने लगी.

मेरा नाम फरहद है और मैं बिहार का रहने वाला हूँ.
मेरी फैमिली में मैं और पिताजी और माता जी रहती हैं.

मेरी एक छोटी बहन भी है जो मुझसे 2 साल छोटी है.
उसका नाम अलीशा है. वह बहुत खूबसूरत है.

मैं अपने घर पर ही रहता हूँ क्योंकि मुझे बाहर अच्छा नहीं लगता है.

मेरी बहन से नहीं जमती थी यहां तक कि हम एक दूसरे से बात भी नहीं करते थे.
तब भी कहीं ना कहीं वह मुझे अच्छी भी लगती थी.

यह गरम सिस सेक्स कहानी इसी अलीशा की है.

एक दिन मैं अपने रूम में भाई बहन की चुदाई की कहानी पढ़ रहा था और अपना लंड हिला रहा था.

तभी मेरी बहन मेरे कमरे में आई और उसने मुझे अपना लंड हिलाते देख लिया.
तो वह मुझे मुठ मारता देख कर वहां से चली गई.

मैं लंड छोड़ कर उसके पीछे बाहर आया तो मैंने देखा कि वह झाड़ू लगा रही थी.
मैं समझ गया कि कोई दिक्कत नहीं है, सब कुछ नॉर्मल है.

फिर मैं बाथरूम में गया और मुठ मार कर बाहर आने लगा.
जैसे ही मैंने बाथरूम का दरवाजा खोला तो मेरी बहन बाथरूम के दरवाजे से सट कर खड़ी थी.

मैं कुछ समझ नहीं पाया.

उसके बाद मैं जब भी अपने रूम में अकेला रहता, वह मुझे छुप कर देखती रहती कि मैं क्या कर रहा हूँ … कहीं मैं अपना लंड तो नहीं हिला रहा हूँ.
खैर … एक दिन मेरे पापा और मेरी मम्मी कहीं चले गए.

जाते समय मम्मी ने कहा कि शाम तक आ जाएंगे. तुम कहीं बाहर मत जाना.
मैं बोला- ठीक है, मैं कहीं नहीं जाउंगा.

फिर वे लोग चले गए.
अब घर पर मैं और मेरी छोटी बहन ही अकेले रह गए थे.

मैं रूम में जाकर लेट गया और मेरी बहन नहाने के लिए बाथरूम में चली गई.
मुझे नींद नहीं आ रही थी, तो मैंने सोचा कि हॉल में जाकर बैठ जाता हूँ … लेकिन जब मैं रूम से बाहर आया तो मुझे कुछ आवाज सुनाई दे रही थी.

मैं आवाज की तरफ को गया तो मैं देख कर हैरान रह गया कि ये आवाज तो बाथरूम से मेरी बहन की सी आ रही थी.

मैंने आवाज देकर पूछा- क्या हुआ?
वह बोली- कुछ नहीं.

मैं हॉल में आ गया और बैठ गया.

कुछ देर बाद मेरी बहन नहा कर निकली.
उसके बाल खुले हुए थे और भीगे भी … मैंने उस दिन पहली बार अपनी बहन को इस तरह से नोटिस किया था.
उसके दोनों चूचे भीगे बालों के पानी से गीले हुए दिख रहे थे और उसकी गांड भी भीग हुई दिख रही थी.

ऐसा शायद इसलिए था क्योंकि उसने आज बहुत ही पतले कपड़े पहन रखे थे.
मैं सिर्फ उसी को देखे जा रहा था.

उसको देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया.

मैं तुरंत बाथरूम में जाकर अपनी सेक्सी बहन के नाम की मुठ मारने लगा.

मैं जब फारिग होकर बाहर निकला तो वह भी रूम से निकली और बोली- नाश्ता कर लो!
मैं बोला- हां ठीक है दे दो.

वह मुझे नाश्ता देने लगी तो मैं खाने के लिए बैठ गया.

वह जैसे नाश्ता देने के लिए झुकी, उसकी चूचियों की झलक मेरी नजरों के सामने आ गई थी.
मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया.

मैंने किसी तरह से नाश्ता किया और रूम में जा कर फिर से भाई बहन की सेक्स कहानी पढ़ने लगा.
यह एक मस्त कहानी थी तो मैं अपना लंड हिलाने लगा.

बाहर से मेरी बहन मुझको देख रही थी.
फिर वह मेरे रूम में आ गई.

मैंने अपना लंड अन्दर कर लिया.

वह बोली- चाय ला दूं?
मैं बोला- हां ठीक है.

वह चाय लाई तो मैंने चाय पी और बाहर जाकर बैठ गया.

अब मेरा एक ही सपना था कि अपनी बहन को कैसे चोदा जाए और उसकी रसभरी चूचियों को कैसे दबाया जाए.
मैं घर से बाहर चला गया और एक सिगरेट फूँक कर वापस आने लगा.

मैं जब अन्दर आया तो वह अपने रूम में सोई थी.
लेकिन आज उसके सोने का तरीका बहुत बदला बदला सा था.

वह अपना एक पैर मोड़ कर और दूसरा पैर फैला कर सोई थी. उसकी आधे से ज्यादा चूचियां साफ दिख रही थीं.

मेरा लंड फिर से उठ गया.
मैं अब सोच चुका था कि मैं अपनी बहन को अभी ही चोदूँगा.

फिर मैंने उसकी आंख पर एक किस किया.
वह कुछ नहीं बोली.

अब मैंने उसकी गर्दन पर एक किस किया.
वह फिर भी खामोश रही.

मैं उसके बगल में लेट गया और उसके चूचे पर अपना हाथ रख दिया.

वह फिर भी कुछ नहीं बोली.
मेरी हिम्मत बढ़ गई तो मैं उसके चूचों को दबाने लगा.

कुछ देर दूध दबाने के बाद मैंने अपना हाथ उसकी बुर पर रख दिया और अपनी बहन की बुर को सहलाने लगा.

जैसे ही मैंने उसकी बुर को सहलाना शुरू किया, वह आह आह ओह ओह करने लगी.
वह मुझसे बोली- आह और जोर जोर से सहलाओ भाई!

मैं पूरे जोश में आ गया और उसकी चुत को रगड़ने लगा.
मेरी बहन भी पूरी जोश में थी.

फिर मैंने उसके कपड़े उतारे.

मैंने आज उसको पहली बार पूरी नंगी देखा था.
उसका बदन बेहद गोरा था.

उसकी चूचियां थोड़ी बड़ी थीं और बुर बहुत ज्यादा गुलाबी थी.
ऐसा लग रहा था, जैसे उसने अपनी बुर को गुलाबी रंग से रंग लिया हो.

मेरी बहन की बुर पर एक भी बाल नहीं था.
एकदम चिकनी बुर थी और उसमें से हल्का हल्का रस टपक रहा था.

उसने मुझसे कहा- मेरी बुर को अपनी जीभ से चोदो!
मैं बोला- ठीक है.

मैंने अपना मुँह उसकी बुर पर रखा ही था कि उसने अपने दोनों हाथ से मेरा सर पकड़ लिया और अपनी बुर पर दबाते हुए लगा दिया.
मैं भी लग गया.

लगभग 5 मिनट तक मैं अपनी बहन की गुलाबी बुर को चाटता रहा और उसके बाद मैंने उसकी रसभरी चूचियों को भी खूब दबाया.
वह मुझसे बोली- भाई अब चोदो … रहा नहीं जाता है.

मैंने भी अपना लंड अपनी बहन की गुलाबी बुर पर रखा और हल्की सी ताकत लगाते हुए अन्दर डाल दिया.
वह आह ओह करने लगी.

फिर मैंने उसे जोर जोर से चोदना चालू किया.
कभी उठा कर चोदा तो कभी नीचे लिटा कर पेला.
कभी अपने ऊपर लेटा कर लंड पर कुदवाया.

मैंने लगभग 30 मिनट तक बहन को चोदा.
फिर अपने लंड का पानी अपनी बहन की बुर में ही छोड़ दिया.

मैं झड़ कर अपनी बहन के ऊपर ही लेट गया.
आधा घंटा बाद उठा.

मैं भी नंगा था और वह भी नंगी ही थी.
हम दोनों ऐसे ही रूम से बाहर आए और बाथरूम जाकर खुद को साफ करके बाहर आ गए.

फिर हम दोनों नंगे ही हॉल में आकर बैठ गए.

मेरी गरम सिस सेक्स की बात करती हुई बोली- मैं तुमसे बहुत पहले से चुदना चाह रही थी लेकिन मुझे डर लग रहा था. आज तुमने मेरा दिल खुश कर दिया.

मैंने अपनी बहन को किस किया और किस करने में जैसे ही उसकी चूचियां मेरी छाती से टकराईं, तो मैं फिर से उत्तेजित होने लगा और अपनी बहन की गुलाबी बुर को दुबारा से चोदने के लिए गर्म होने लगा.

वह बोली- कुछ देर बाद चोद लेना!
मैं बोला- नहीं अभी ही चोदना है.

वह मान गई और फिर से हम दोनों ने वापस चुदाई शुरू कर दी.
इस बार भी हम दोनों ने 25 मिनट तक संभोग किया.

उस दिन तो हम दोनों ने पूरा दिन सेक्स किया और जब शाम हो गई तो हम दोनों सही से अलग अलग होकर अपने अपने काम में लग गए.

कुछ देर बाद मम्मी पापा घर आ गए.
उस दिन के बाद से हम जब भी मौका मिलता है तब सेक्स कर लेते हैं.

जब भी हम दोनों अकेले रहते हैं, तब हम दोनों घर में नंगे रहते हैं.

ये थी मेरी बहन से चुदाई की कहानी!
गरम सिस सेक्स कहानी आपको कैसी लगी … प्लीज जरूर बताएं.
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