यार से ब्रेकअप के बाद भाई से चुत चुदवा ली

(Horny Sister Xxx Story)

हॉर्नी सिस्टर Xxx स्टोरी में पढ़ें कि मेरा बॉयफ्रेंड से ब्रेकअप हुआ तो मुझे दूसरे लंड की जरूरत पड़ी. मेरे स्मार्ट भाई का लंड मुझे मिला तो मेरी कामवासना ठंडी हुई.

यह Audio Antarvasna Story सुनकर मजा लें.

फ्रेंड्स, मेरा नाम जिया है, मैं कानपुर की रहने वाली हूं.
मेरी फिगर 34-30-36 की है. मैं एक गोरी त्वचा की कमसिन कुंवारी लड़की हूं. मेरे बूब्स एकदम गोल मटोल हैं.

मेरा एक छोटा भाई है, वो बहुत ही हैंडसम है.
उसका नाम संभव है.
वो 6 फीट लंबा है, उसके सिक्स पैक एब्स भी हैं.

अब तक मेरे 3 लवर रह चुके हैं. उन सभी ने मुझे कई बार चोदा है.
मैं लंडखोर बन गई हूँ. मुझे हफ्ते में चार बार अपनी चुत की चुदाई करवाए बिना चैन ही नहीं पड़ता है.

ये हॉर्नी सिस्टर Xxx स्टोरी मेरी और मेरे भाई की चुदाई की एक हसीन रात की रसीली कहानी है.

ये बात उस समय की है, जब मैं और संभव पढ़ाई कर रहे थे.
उन दिनों मेरा एक ब्वॉयफ्रेंड बन गया था, उससे मैं चुद भी चुकी थी.

फिर उस लड़के ने मुझे अपने दोस्त के साथ सेक्स करने के लिए कहा तो मैंने मना कर दिया.
तब भी उसने मुझे एक दिन अपने दोस्त के सामने परोस दिया.

हालांकि उस वक्त मैंने अपने ब्वॉयफ्रेंड की बात नहीं मानी और उसके दोस्त के साथ चुदने से मना कर दिया.
इस तरह से मेरे ब्वॉयफ्रेंड से मेरा पहला ब्रेकअप हो गया था.

अपने ब्वॉयफ्रेंड से अलग होकर मैं कुछ दिनों से काफी उदास थी.
मैं ठीक से खाना नहीं खा पा रही थी.

मुझे लगने लगा था कि मैंने अपने ब्वॉयफ्रेंड की बात न मानकर गलती कर दी है.
पर दूसरे ही मुझे अपने ब्वॉयफ्रेंड के सामने दूसरे लंड से चुदने की बात गलत लगने लगती थी.

मैं ऊहापोह की स्थिति में थी.

मुझे अपने ब्वॉयफ्रेंड से अलग हुए एक हफ्ता हो गया था.
मेरी चुत में चुनचुनी होने लगी थी और लगने लगा था कि किसी भी तरह मेरी चुत में एक लंड घुस जाए और मुझे ताबड़तोड़ चोद कर मेरी चुत को फाड़ दे.

मैं यही सब सोचती हुई अपनी चुत में उंगली करने लगी थी.
मुझे चुत में उंगली करने में मजा आने लगा था.
मगर उंगली किसी भी तरह से लंड का स्थान नहीं ले सकती है.

जब कुछ देर बाद मेरी चुत का पानी निकल गया तो मुझे शान्ति मिल गई.
मगर आधा घंटा बाद ही मुझे फिर से अपनी चुत में सुरसुरी होने लगी और मुझे फिर से लंड की याद सताने लगी.

जब काफी देर तक मुझे कुछ नहीं सूझा तो मैं रोने लगी.
उस समय मैं अपने कमरे में रो रही थी, तभी वहां से संभव गुज़र रहा था.

उसने मुझे रोता देखा तो वो मेरे पास आकर बैठ गया.

उसने मुझसे पूछा कि क्या हुआ?
मैं कुछ नहीं बोली.

कई बार पूछे जाने पर मैंने उसको सब कुछ बता दिया.
उसने मेरा हाथ पकड़ा और मुझे अपनी बांहों लेकर मेरी पीठ को सहलाने लगा.

मुझे अब थोड़ा अच्छा लगने लगा था.
मैं उससे लिपट गई, उसके सीने पर हाथ रखकर उसे किस करने लगी.

ऐसे करते वक्त मुझे डर भी लग रहा था.
उसने भी मेरा साथ दिया.

मुझे जोर से अपनी तरफ खींचा और मुझे जबदस्त किस करने लगा.

उसने मुझसे पूछा- यदि तुम्हारा ब्रेकअप हो गया है तो क्या हुआ … तुम किसी दूसरे लड़के से दोस्ती कर लो.
मैंने उससे कहा- संभव मुझे प्यार चाहिए. मैं जल रही हूँ मेरे बदन में आग लग रही है. तुम मेरे भाई हो मैं तुमसे इसीलिए ये सब बता रही हूँ.

उसने मेरे गाल पर चूमा और कहा- मैं समझ सकता हूँ जिया … इस उम्र में सेक्स की जरूरत होती है. मैं तुम्हारा भाई हूँ अन्यथा मैं भी तुम्हें प्यार कर सकता था.
मैंने कहा- संभव, मैं तुम्हें अपने से ज्यादा दोस्त मानती हूँ, तभी तो मैंने तुमसे अपने दिल की बात कही है.

संभव ने कहा- हां जिया. मैं भी तुम्हें अपनी बहन से ज्यादा दोस्त मानता हूँ. तुम मुझसे अपनी हर बात शेयर कर सकती हो.
मैंने उससे पूछा- क्या तुम्हें भी सेक्स की जरूरत होती है.

संभव ने कहा- हां क्यों नहीं … मुझे तो हफ्ते में कम से कम दो बार बिना सेक्स किए रहा ही नहीं जाता है.
मैंने उससे पूछा- तो क्या तुम अपनी गर्लफ्रेंड के साथ ही सेक्स करते हो?

संभव ने कहा- हर बार तो गर्लफ्रेंड नहीं मिलती है. फिर हर बार एक के साथ ही सेक्स करने में जी भी नहीं भरता.
अपने भाई के मुँह से ये बात सुनकर मुझे बड़ा अजीब सा लगा.

मैंने उससे कहा कि मेरा ब्वॉयफ्रेंड भी मुझसे दूसरे लड़के के साथ सेक्स करने के लिए कह रहा था, जिस वजह से मेरा उसके साथ ब्रेकअप हुआ है.
ये सुनकर मेरा भाई हंसने लगा.

मैंने उससे पूछा कि तू हंस क्यों रहा है?
वो बोला- क्या तुझे अपने ब्वॉयफ्रेंड के साथ शादी करनी थी?

मैंने कहा- नहीं.
तो संभव बोला- फिर दूसरे के साथ सेक्स करने में क्या दिक्कत थी. इससे तो तेरा भी टेस्ट बदल जाता.

मैं अपने भाई की ये बात सुनकर जरा हैरान हुई और सोचने लगी.
वो आगे बोला- देख जिया … ये जवानी एक बार ही आती है. इसका भरपूर मजा लूट ले. अब यदि तुझे बुरा नहीं लगे तो मैं कुछ खुले शब्दों में कुछ कहना चाहता हूँ. बोल क्या कहती है … मैं गन्दी भाषा में बोलूं?

मैंने उसके सीने पर हाथ फेरते हुए कहा- हां बोल ना.
वो बोला- तो सुन चुत और लंड का एक ही रिश्ता होता है और वो है चुदाई. लंड चुत में जाकर कौन सा राखी बंधवाता है. चुत की आग सिर्फ लंड ही बुझाता है और ये दोनों चुदाई के लिए ही बने हैं.

मैं उसकी बात सुनकर गर्माने लगी और मेरी चुत में फिर से चींटियां रेंगने लगीं.

उस रात मैं शॉर्ट और जालीदार टॉप पहनी हुई थी.
मैंने रेड ब्रा और व्हाइट पैंटी पहनी थी.

जब मैं संभव के सीने से लगी हुई थी तब मेरे बूब्स उसकी छाती से टकरा रहे थे.
अब मुझे न जाने क्यों, अपने मम्मे उसकी छाती से रगड़ने में बड़ा मजा आने लगा था.

मैंने उससे कहा- जब चुत और लंड का रिश्ता सिर्फ चुदाई का होता है, तो तू क्यों मुझे बहन समझ रहा है. मेरी चुत में आग लगी है और मैं तुझसे चुदना चाहती हूँ. बता चोदेगा मुझे?

ये सुनते ही संभव ने मेरा गला जोर से पकड़ा और मुझे स्मूच करने लगा.
मैं भी उसका साथ देने लगी.

कुछ ही देर में उसने मेरा टॉप उतारा और मेरी गर्दन पर चुम्बन करने लगा.
मैं कुछ ही पलों में उसके गोद में बैठ गई.
उसका लंड तना हुआ था.

उसने मुझे जोर से अपनी तरफ खींचा और मेरी गांड को दबाने लगा.
शॉर्ट के ऊपर से ही उसका लंड मुझे चुभ रहा था.

संभव मेरे मम्मों पर चुम्बन करने लगा. छोटी ब्रा होने के कारण मेरी चूचियां आधी ही बंद हो पाती थीं.

उसने मेरे मम्मों को दबाना शुरू कर दिया. मैं कामुक आवाज़ें निकालने लगी थी ‘अह अ आह आ अह … भाई मेरे बूब्स को चूसो … आह.’

उसने मेरी तरफ देखा और मुझे बिस्तर पर लेटा दिया.
मेरी शॉर्ट का बटन खोल दिया.
उसके अन्दर हाथ डालकर मेरी चूत को सहलाने लगा और वो अब मेरे ऊपर चढ़ गया, मुझे किस करने लगा.

धीरे धीरे वो नीचे उतरने लगा.
फिर उसने मेरी पीठ को ऊपर उठाया और हाथ पीछे ले जाकर मेरी ब्रा को खोल दिया.

मेरे बूब्स अब आजाद हो गए थे.

वो पागलों के जैसे मेरे मम्मों को दबाने और चूसने लगा.

कुछ देर बाद वो एक दूध को मसलने लगा और दूसरे को चमाट मारने लगा.
मेरा गोरा बदन कुछ ही देर में लाल हो गया था.

उसने मेरा बाल खींचे और किस करते हुए उसने अपनी उंगलियां मेरी चूत में डाल दीं और मुझे उंगलियों से चोदने लगा.

मैं एक चुदासी लड़की की तरह उसके साथ अपनी कामपिपासा बुझा रही थी.

उसने मुझे लिटा दिया और मेरे बदन को किस करते हुए नीचे सरकने लगा.
नीचे आकर उसने मेरी शॉर्ट को उतार दिया.

मेरी पैंटी गीली हो चुकी थी.
संभव ने पैंटी को निकाल कर मेरे मुँह पर रख दिया.

अब वो मेरी चूत को मसलने लगा.
मेरी कामुक आवाज़ निकलनी तेज हो गई.

फिर उसने मेरी कमर को पकड़ कर अपनी जीभ को मेरे चूत में डाल दिया, ऊपर हाथ करके मेरे बूब्स को दबाने लगा.

मैं उसकी इस हरकत से तड़पने लगी. मेरी आवाजें तेज होने लगी थीं.

उसने मेरे मुँह में एक कपड़ा डाला और मेरे मुँह से निकलने वाली तेज आवाजों को बंद कर दिया. मेरे हाथ को भी बांध दिया.

मैं थोड़ा सहम गई थी.

संभव फिर से मेरे मम्मों को चूसने लगा था और चूत में उंगली करने लगा था.

कुछ ही देर में मेरी चूत ने पानी छोड़ दिया. मुझे अच्छा लग रहा था.

संभव ने मुझे पूरी तरह से उत्तेजित कर दिया था. मेरे मम्मों पर दांत के कई निशान भी बना दिए थे.

वो मेरी झड़ी हुई चूत को फिर से चाटने लगा और उसने सारा पानी साफ कर दिया.

मेरी चूत को उंगलियों से रगड़ने लगा और फिर से अपनी जीभ से चाटना शुरू कर दिया.

इस बीच मैं दो बार झड़ गई थी और संभव ने सारा पानी पी लिया था.

वो मेरे कान के पास आकर बोला- तुम्हारा पानी नमकीन और टेस्टी है.
मुझे उसकी बात बड़ी सुखद लग रही थी.

मेरी तड़प अब सीमा पार करने लगी थी. मेरी चूत अब उसका लंड मांग रही थी.

संभव का लंड 6 इंच लम्बा और काफी मोटा था.
मेरी चूत में अभी तक इतना लम्बा लंड नहीं गया था.

खैर … संभव ने अपने लंड पर थूक लगा कर मेरी गुलाबी चूत में डाल दिया.
एक ही झटका देकर संभव ने मेरी चूत फाड़ डाली.

मुझे बहुत दर्द हुआ, मेरे आंसू निकलने लगे.
मगर मुँह में कपड़ा होने के कारण मैं कुछ बोल नहीं पा रही थी.

कुछ देर बाद उसने मेरे हाथ खोल दिए और मुँह से कपड़ा निकाल दिया.

मैंने उसे एक तमाचा जड़ दिया.
उसे गुस्सा आ गया और उसने मेरा हाथ पकड़ा और मेरे मम्मों को चूसने काटने लगा.

वो मुझे ‘साली रंडी चुदक्कड़ कुतिया …’ बोलकर मुझे पेलने लगा.

मैं भी उसको गाली देने लगी- चोद डाल साले बहन चोद …
अब वो उठकर बैठा और उसने अपना लंड निकाल कर मेरे मुँह में डाल दिया.

वो मेरे मुँह को चोदने लगा.

मुझे मजा आ रहा था.
मैं लंड को चूसने लगी और उसके झड़ते ही सारा वीर्य पी गई.

मैंने उसका लंड चूस चूस कर फिर से खड़ा कर दिया था.

फिर वो नीचे लेट गया और मैं उसके ऊपर चढ़ गई.
संभव के लंड की सवारी करने लगी.
मेरे बूब्स उछाल मार रहे थे.

उसे मैं किस करने लगी और वो नीचे से मेरी चूत में अपना लौड़ा तेजी से आगे पीछे करने लगा.

मैं जोर जोर से कामुक आवाज़ निकालने लगी- आह आंह … मुझे जोर से पेलो … और जोर से … मेरी कमर तोड़ दे कमीने … चोद दे साले बहनचोद.

उसने कुछ देर बाद मुझे अपने नीचे पर लिटा लिया और मेरे ऊपर चढ़ गया.
मुझे वो फिर से पेलने लगा.

अब तक मेरी उत्तेजना चरम सीमा पर पहुंच गई थी.
मैं अपने शरीर को अकड़ाती हुई झड़ गई.

कुछ देर बाद संभव भी मेरी चुत में ही झड़ गया.

अब हम दोनों भाई बहन खुल कर चुदाई की मस्ती करते हैं.
वो मेरे साथ अपनी गर्लफ्रेंड को भी चोद देता है और मैं भी अपने पालतू चोदुओं को लाकर संभव के सामने चुद लेती हूँ.

आप सबको मेरी हॉर्नी सिस्टर Xxx स्टोरी कैसी लगी, प्लीज़ मुझे मेल करके जरूर बताएं.
आपकी जिया
[email protected]

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