दीदी की चुदाई की कहानी उनकी जुबानी- 2
(Hotx Teen Girl Story)
Hotx टीन गर्ल स्टोरी में जवान हुई लड़की को सेक्स की प्रति आकर्षण हुआ तो उसे पता लगा कि उसका छोटा भाई उसके लिए सेक्सी विचार रखता है, मौका मिलते ही उसके बदन को छूता है.
कहानी के पहले भाग
कमसिन लड़की के सेक्स जीवन की शुरुआत
में आपने पढ़ा कि एक कमसिन लड़की सेक्स के बारे में जानने लगी थी. उसकी अमेरिका वाली सहेली ने उसे सेक्स के प्रति और बढ़ावा दिया. वह अपने भाई को अपना जिस्म दिखाने लगी.
अब आगे Hotx टीन गर्ल स्टोरी:
मैं- उसने किया?
इशिता- मम्म… ऐसा कभी डायरेक्ट तो नहीं, पर कभी लगता था, जैसे उसका हाथ मेरे बूब्स में लगा नहीं, बल्कि जान-बूझकर एक्सीडेंट के बहाने टच किया हो। साल भर में तो इतना कॉन्फिडेंस आ गया कि मैं सोफे पर होती, तो मेरे पीछे आके खड़ा हो जाता।
मैं- उससे क्या होता?
इशिता- वो जानता था कि मैं ब्रा नहीं पहनती, तो ऊपर से देखने से गले से मेरे बूब्स के क्लीवेज दिखेंगे। झाड़ू मारते वक्त भी क्लीवेज देखता रहता था।
मैं- ये तो कुछ और ही होने लगा!
इशिता- मुझे भी लगने लगा कि ये सब गलत रास्ते जा रहा है।
मैं- फिर आपने कैसे मैनेज किया?
इशिता- कुछ दिन बाद फिर से श्रेया से बात हुई, और मैंने उसे ये सब बताया, और बोला कि पासा उल्टा जा रहा है, वो मेरे तरफ अट्रैक्ट होने लगा है।
श्रेया- अरे, तो होने दे ना! कहा था ना, वो बड़ा हो रहा है, कितना रोकेगी उसे? और ऐसा नहीं है कि तुझे पसंद नहीं!
इशिता- क्या बोल रही है तू, भाई है मेरा वो!
श्रेया- पता है, पर तूने जो इतना कुछ बोला, मुझे एक ही चीज दिख रही है। वो जो भी करता है, तू उसे रोकती नहीं है। इसका मतलब, तुझे भी कहीं न कहीं अच्छा लगता है!
इशिता- पर वो तो आदत हो गई है इसलिए। छूने का परमिशन थोड़ी दी थी!
श्रेया- ठीक है, छोड़। एक बात बता, कभी तुझे ऐसा फील हुआ है कि तू चाहती है कि वो तुझे किसी भी हालत में देखे? या कभी लगता है कि तू जब कपड़े उतारे, तब वो तेरे सामने हो?
इशिता- हाँ, उसके सामने चेंज करती हूँ, पर वो तो सिर्फ इसलिए कि मुझे आदत हो।
फिर इशिता दी ने थोड़ा सोचते हुए कहा- पर एक-दो बार कुछ अजीब हुआ है।
श्रेया- जैसे?
इशिता- जब टी-शर्ट के ऊपर से मेरे निप्पल्स दिखते हैं, तो वो ऐसे देखता है, जैसे अभी निकाल के चूस लेगा। और मुझे लगता है कि अगर ऐसा हुआ, तो मैं उसे रोक नहीं पाऊँगी।
श्रेया- यस बेबी, ये तो बोल रही हूँ! वो तुझपे अट्रैक्ट हो रहा है, इससे तू नाराज नहीं है, बल्कि कन्फ्यूज्ड है कि तू भी आगे बढ़े या नहीं। और मैं कहती हूँ, गो ऑन!
इशिता- पर कैसे? भाई है वो!
श्रेया- अरे, कुछ नहीं होता। मेरी एक फ्रेंड है यहाँ, डेज़ी करके, उसका चक्कर चल रहा है उसी के कजिन के साथ। सेक्स भी करते हैं दोनों!
इशिता- क्या बात कर रही है?
श्रेया- अरे हाँ यार, चलता है ये सब!
इशिता (हिचकिचाती हुई)- पर भाई के साथ सेक्स?
श्रेया- अरे, सेक्स कौन बोला? मैं बोल रही हूँ, जितना तक तू कम्फर्टेबल हो, उतना लिमिट तक उसको करने दे। मैं गारंटी देती हूँ, तुझे आदत हो गई, तो खुद ही चाहेगी कि वो तुझे और लिमिट से ज्यादा छुए। वैसे भी, छूने से प्रेग्नेंट नहीं हो जाएगी!
इशिता दीदी शरमा के हँसने लगीं।
श्रेया- बाकी सेक्स तेरे ऊपर है। मन करे, तो कर लेना!
इशिता- भाग, पागल! अच्छा, चल, बाय, काम है बहुत!
श्रेया- बाय, बताती रहना!
इशिता (मुझसे)- उस रात मैंने बहुत सोचा। फिर सोचा कि वैसे कुछ बुरा भी नहीं है। मना किया, तो कौन सा वो दुबारा टच नहीं करेगा। वो तो वैसे भी बहाने से छूता है। मुझे अगले दिन शुरू करने से पहले काफी नर्वस थी। फिर भी, कई जगह मैंने कुछ ऐसे करने की कोशिश की, जिससे भाई को लगे मैंने अलाओ कर दिया है। जैसे कि पहले, जब भी वो टकराता था या टकराने वाला होता था, मैं थोड़ा साइड हो जाती थी, ताकि बूब्स पे न लगे। पर उस दिन उसे टकराने से रोका नहीं, और बूब्स पे उसके चेस्ट को लगने दिया। काम के बहाने भी, जब बूब्स पे हाथ लगाने की कोशिश करता था, तो पहले मैं पीछे हट जाती थी। पर अब जब उसका हाथ लगने से मैं अपनी जगह से हिलती नहीं थी, और अपना काम करते रहती थी।
वह आगे बोली- सोफे के सामने हमारा टीवी है। तो जब भी वो मेरे पीछे खड़ा होता था मेरा क्लीवेज देखने! तो टीवी के रिफ्लेक्शन में दिख जाता था। हालाँकि, उसे पता था कि मैं उसे देखती हूँ रिफ्लेक्शन में, पर वो इतना बोल्ड हो गया था कि हटता नहीं था। तो मैं भी उसे बढ़ावा देने लगी। जब वो देखने की कोशिश करता, तो मैं टी-शर्ट को खींचके थोड़ा और नीचे कर देती ताकि और अंदर तक दिखाई दे। एक-दो दिन में ही उसे समझ में आने लग गया। पर यकीन होने के लिए उसने एक खेल खेला।
एक बार हम टीवी देख रहे थे, सोफे पे बैठे। रिमोट उसके पीछे रखा था। कुछ देर बाद वॉल्यूम बढ़ाने के बहाने से वो रिमोट के लिए, और बिना देखे बस हाथ पीछे लाकर ढूँढने लगा। या वह हाथ लगते-लगते वो मेरे गांड पे ले आया। पहले उसने पेट पे हाथ लगाया, और दूसरी बार थोड़ा ऊपर ले जाके मेरे लेफ्ट बूब पे रख दिया।
मैं- शायद वो सच में रिमोट ढूँढ रहा होगा!
इशिता- पहली बात, अगर सच में ढूँढ रहा होता, तो उसे पता चल जाता कि किसी के पेट पे हाथ लगा है और हाथ हटा लेता। पर वो पीछे घुमा ही नहीं, और हाथ मारता रहा। दूसरी बात, उसे पता है, पेट के ऊपर बूब्स होंगे, फिर भी मेरे बूब पर हाथ रख दिया। और तो और, मुझे फील हुआ कि उसने हल्के से दबाया भी। और मैंने उसे करने दिया। दबाते ही उसने रिमोट पे हाथ रखा, जैसे कि उसे पता था रिमोट कहाँ है।
मैं- वाओ, दीदी! फिर उसके बाद तो वो बिंदास आपके बूब्स दबाने लगा होगा रोज?
इशिता- नहीं, एक्चुअली, मैं भी उम्मीद कर रही थी कि वो अब मुझसे डायरेक्ट पूछेगा दबाने को, और हमारा शुरू हो जाएगा।
लेकिन उल्टा, बड़ा अनएक्सपेक्टेड तरीके से शुरू हुआ।
मैं खाना बनाने किचन में जा रही थी, और वो निकल रहा था।
बाहर आई ही थी कि एक्सीडेंटली उसका दोनों हाथ मेरे दोनों बूब्स पे गया। और इस बार सच में एक्सीडेंटली हुआ था।
लेकिन जैसा खेल चल रहा था, उसने मौके का फायदा उठाके हाथ नहीं हटाया, और मैं भी हमेशा की तरह पीछे नहीं हटी।
Hotx टीन गर्ल को एक अजीब-सी गट फीलिंग हुई कि अब शुरू हो जाएगा, और ये हुआ।
मम्मी मार्केट गई थीं, और पापा ऑफिस।
इससे अच्छा मौका शायद न मिलता।
मोहित मेरे बूब्स दबाने लगा, और मैंने भी करने दिया।
इस दौरान हम एक-दूसरे को देखते रहे।
लगा जैसे आँखों से उसने बोला कि “मैं आपके बूब्स दबाना चाहता हूँ,” और मैंने भी आँखों से कह दिया, “बेफिक्र दबा!”
मेरे पूरे बदन में करंट दौड़ने लगा।
उसने मुझे दीवार पे सटा दिया, और और भी अच्छे से दबाने लगा।
मेरी सिसकारियाँ और पसीना दोनों निकलने लगा।
15 मिनट बाद मम्मी के गेट खोलने की आवाज आई और हम दोनों अलग होकर सोफे पे बैठ गए।
हम दोनों नजर नहीं मिला पा रहे थे।
मुझे समझ में नहीं आ रहा था कि सही हुआ या गलत।
इस दौरान भाई ने एक अच्छा काम किया।
इससे पहले कि मुझे लगने लगे कि मैंने कोई गलत काम किया है, मम्मी के अपने रूम में जाते ही वो मेरे पास आके बैठ गया और फिर से दबाने लगा।
इससे मेरी फीलिंग्स बरकरार रहीं, और पहली बार में जितना अजीब लग रहा था, इस बार मैं भी पूरी तरह खुल गई।
मैंने अपने दोनों हाथ फैला दिए ताकि मेरे बूब्स पूरी तरह सामने आ जाएँ।
बस ऐसे हमारा रिलेशनशिप शुरू हो गया।
अब वो जब मर्जी मेरे बूब्स दबाने लगा।
बेडरूम, किचन, लिविंग रूम … झाड़ू मारते वक्त, जब मैं उसके पास से गुजरती, तो वैसे ही झुके हालत में मेरे बूब्स पकड़के दबाने लगता।
सुबह बाथरूम में ब्रश करते वक्त भी पीछे से दबाता रहता।
अब सोफे के पीछे से देखना छोड़ दिया उसने, बस खड़े-खड़े दोनों हाथ से दबाता रहता और मैं बेफिक्र टीवी देखती रहती।
कभी-कभी मुझे लिप पर किस कर देता था।
इससे हमारी किस्सेस भी शुरू हो गईं, और बूब्स दबाना और स्मूच करना आम बात हो गई।
एक बार मेरे सामने वाले सोफे पर बैठा, मुझे बहुत देर से देख रहा था।
मैंने उससे इशारे में पूछा कि क्या देख रहा है।
उसने स्माइल किया और मेरे पास आ गया।
आते ही उसने मेरा टी-शर्ट उठाना शुरू किया।
मैं एक पल के लिए घबरा गई।
पर फिर वो रुक गया और हम दोनों एक-दूसरे को देखने लगे।
जब मैं रिलैक्स हुई तो वह फिर से शर्ट उठाने लगा.
और जैसे मैंने कहा था, मैं उसे रोक नहीं पाई।
फाइनली उसने मेरा टी-शर्ट गले तक उठा दिया और मेरे नंगे बूब्स बाहर आ गए।
उसने फिर मेरे बूब्स पे हाथ रखा और सहलाने लगा।
पहली बार उसने मेरे नंगे बूब्स पे हाथ रखा था।
उसका हाथ टच होते ही मेरे रोंगटे खड़े हो गए.
और शर्म के मारे मैंने आँखें बंद करके मुँह घुमा लिया।
वो आटे की तरह दोनों बूब्स को गोल-गोल सहलाने लगा।
मेरी साँसें चढ़ने लगीं।
कुछ देर बाद उसने बड़े प्यार से मेरे राइट बूब को नीचे से पकड़ा, और मेरे निप्पल पे होठ सहलाने लगा।
जैसे ही उसने होठ टच किए, मेरे पूरे बदन में करंट दौड़ गया और मैंने उसके सर को दोनों हाथों से पकड़ लिया।
मैं कंट्रोल में आती, उससे पहले ही उसने मेरे निप्पल को अपने मुँह में दबा लिया और चूसने लगा।
मेरे सारे रोंगटे खड़े हो गए और जोर की सिसकारी निकल गई।
मैं दोनों हाथों से उसके बाल सहलाने लगी और वह बिल्कुल बच्चे की तरह मेरी निप्पल चूस रहा था और दूसरे हाथ से लेफ्ट बूब दबाता रहा।
15 मिनट तक अच्छे से चूसने के बाद वो लेफ्ट वाला चूसने लगा।
मुझे बहुत मजा आ रहा था.
मेरी चूत और उसके नीचे की सोफे का पार्ट पूरी गीली हो चुकी थी।
कुछ देर बाद मैं झड़ गई और उसका भी मन भर गया।
ये भी अब रोज का होने लगा।
जब मर्जी वो मेरी टी-शर्ट उतार देता था और बूब्स चूसने लगता था।
मैं भी माइंड नहीं करती थी क्योंकि मुझे भी अच्छा लगता था।
मैं- वाह, तुम तो पूरी फ्रैंक हो गई!
इशिता- सच में, आज मैं इतना फ्री हूँ कि बाहर भी अगर लोग मेरे बूब्स देखते हैं, तो माइंड नहीं करती। पहले तो बाहर कहीं भी टकराने से सावधान रहना पड़ता था। पर अब कहीं भी, यहाँ-वहाँ, किसी का हाथ लग जाता है, तो परेशानी नहीं होती। कई बार बस के भीड़ में मेरे बूब्स लोगों से टच हुए। कई बार हाथ भी लगा, पर मुझे कुछ दिक्कत नहीं लगा।
मैं- क्या बात है, दीदी!
इशिता- मुझे पता है, सब मेरे बूब्स देखते हैं। दबने से थोड़े बड़े भी हो गए हैं इसलिए और भी नजर जाती है। और तू भी कोई कम नहीं है … यहीं पर नजर है तेरी!
मैं हँसते हुए- वाह दीदी, जेम्स बांड बन गई! अच्छा, जब इतनी बात निकल ही गई है, तो एक बात पूछूँ?
इशिता- क्या?
मैं- मुझे भी चूसने दोगी?
इशिता स्माइल करके- सोचूँगी। बाहर पता चल जाने का डर होता है। घर की बात घर में रहती है।
मैं- प्रॉमिस, किसी को नहीं बोलूँगा!
इशिता- ठीक है, ठीक है, कहा ना, सोचूँगी!
मैं उनको फोर्स नहीं करना चाहता था- अच्छा, जब तक चूसने-दबाने को नहीं मिलता, देख तो सकता हूँ ना?
इशिता- हाँ, वो तू जो मर्जी कर। बूब्स देख या क्लीवेज। न दिख रहा, तो भी बोलना, क्लीवेज दिखा दूँगी, पर नो टचिंग!
हम दोनों हँसने लगे।
मैं- चलो, इतना ही सही। अच्छा, आगे बताओ।
इशिता- बस, फिर उस दिन से कपड़ों की प्रॉब्लम और भी सॉल्व हो गई।
पहले तो क्लीवेज और निप्पल्स दिखने का टेंशन चला गया।
उसके बाद जिस दिन से उसने पहली बार चूसा तो जाहिर-सी बात है, उसने मेरे खुले बूब्स देख लिए।
तो उसके बाद से उसके सामने अब बूब्स ढकने की भी जरूरत खत्म हो गई।
बाथरूम से निकलते वक्त टॉवल गिर जाने का भी डर नहीं था क्योंकि अब मैं टॉवल ही पहनना छोड़ दिया और सिर्फ हाफ पेंट में ही बाहर आ जाती।
कुछ दिन बाद मैं पैंटी में ही बाहर आने लगी और वैसे ही सारा दिन रूम में उसके सामने रहती थी।
बदन खुला होने से मुझे भी हल्का लगता था और मोहित भी जब मर्जी मेरे बूब्स चूस सकता था।
कुछ हफ्तों तक ऐसे ही चला।
एक दिन कुछ बदला।
एक रात डिनर के बाद वो मेरे बूब्स चूस रहा था।
अचानक से वो उठके वॉशरूम चला गया।
मुझे लगा, उसे टॉयलेट आया है।
मैंने वेट किया।
वो जब आया, तो उसने फिर ज्यादा नहीं किया।
बीच में छोड़ के जाने से मुझे भी अधूरा-सा लगा और फील उतर गया।
ऐसा उसने कई बार किया।
एक दिन मैंने उसे फॉलो किया चुपके से, तो देखा वो बाथरूम जाके मुठ मार रहा है और कुछ देर बाद उसने माल फेंक दिया।
उसके बाद वह थक-सा गया।
तब मुझे समझ आया, क्यों वो वापस आके मेरे साथ करता नहीं।
Hotx टीन गर्ल स्टोरी के 2 भाग और हैं.
आप अपने विचार मुझे बताते रहें.
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Hotx टीन गर्ल स्टोरी का अगला भाग: दीदी की चुदाई की कहानी उनकी जुबानी- 3
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