जिस्मानी रिश्तों की चाह-52
रात के तीन बजे आते ही आपी ने मुझे जगा कर नंगा किया, खुद नंगी हुई और मेरा लंड चूसने लगी। फ़िर मैंने आपी को 69 पोजिशन में करके उनकी चूत चाटी, चूत में उंगली की।
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रात के तीन बजे आते ही आपी ने मुझे जगा कर नंगा किया, खुद नंगी हुई और मेरा लंड चूसने लगी। फ़िर मैंने आपी को 69 पोजिशन में करके उनकी चूत चाटी, चूत में उंगली की।
आपी ने जो किया, उससे दिखा कि आपी हमें कितना प्यार करती हैं. लेकिन रात को भी मैं इंतजार करता रहा लेकिन आपी नहीं आई तो मैं सो गया. जब मेरी गहरी नींद टूटी तो..
चार दिन से आपी के हमारे कमरे में ना आने से मैं नाराज था. आपी मुझे मनाने लगी लेकिन मैं रूठा रहा. तो आपी ने में गेट के पास ही अपनी सलवार नीचे सरका दी!
आपी तीन दिन से कमरे में नहीं आई थी। चौथे दिन भी जब वक्त बीत गया तो मैं उन्हें देखने निकला। वो अपने कमरे में अम्मी और हनी के साथ थी। आपी ने मुझे देख लिया और…
आपी मेरा लंड चूस कर मलाई चाट कर गई तो उसके बाद दो दिन नहीं आई। हम दोनों भाई लंड पकड़े इन्तज़ार करते रहे। क्या क्या हुआ इन दो दिनों में… कहानी पढ़ कर जानिए!
आपी मेरा लन्ड चूसना चाह रही थी लेकिन उनको बार बार उबकाई आ रही थी। फ़िर भी उन्होंने कोशिश जारी रखी। कहानी को पढ़ कर देखिये कि आपी इस कोशिश में कितनी कामयाब हुई
मैं आपी के नंगे बदन पर बैठ कर उनकी चूचियों के बीच लंड रखा कर चोद रहा था तो लंड आपी के लबों को छू रहा था. तभी आपी ने जीभ निकाल कर लंड के सुपारे पर छुआया!
चचेरी बहन से मेरा चक्कर था। एक रात वो हमारे घर रुकी तो मैं उसे चोदने कमरे में गया जहाँ वो मेरी सगी बहन के साथ सो रही थी। अन्धेरे में क्या से क्या हो गया!
अगले दिन मैं कॉलेज से आया तो देखा कि आपी और फ़रहान कम्प्यूटर के सामने थे और ब्ल्यू फ़िल्म देख रहे थे। आपी फरहान की मुठ मार रही थीं। मुझे भी जोश आ गया।
आपी की जांघों में लन्ड रगड़ने से उन्हें मज़ा आने लगा और वो खुद लन्ड पकड़ कर अपनी चूत के मुंह पर रखने लगी। तभी आईने में आपी को ऐसा दिखा कि वो मुझसे चुद रही हों।
मेरी छेड़छाड़ से आपी गर्म होकर अपने कमरे में हाथ से मज़ा लेने लगी। रात को हमारे कमरे में आई तो एकदम नंगी हो कर अपने नंगे बदन को शीशे में जो देखना शुरू किया तो…
सुबह नाश्ते के वक्त मैं आपी की बगल में बैठा और उनकी जांघ पर हाथ रख दिया। एकदम ही खौफ से उनका चेहरा लाल हो गया। इसके बाद क्या हुआ, कहानी के इस भाग में पढ़िये।
आपी मेरे द्वारा चूत का दाना चाटने से, फ़रहान आपी द्वारा मुठ मारने से झड़ गया। मेरे मज़े के लिये आपी ने फ़रहान को मेरा लन्ड चूसने को कहा और मुझे चूमने लगी।
मैं और फ़रहान अपनी बड़ी बहन के नंगे बदन से चिपके पड़े थे, वो उनकी गांड चाट रहा था और मैं चूत में उंगली कर रहा था। तभी आपी ने मेरा लंड अपने हाथ में लिया।
आपी ने मेरी मुठ मार मुझे और फ़रहान ने आपी की चूत चाट उन्हें झड़वा दिया। उसके बाद वो चली गई और अगली रात गयारह बजे के बाद आपी हमारे कमरे में आई… तो क्या हुआ?
अब आपी अपने भाइयों यानि मेरे और फ़रहान से बिल्कुल बेपर्दा होकर अपना नंगा हुस्न नुमाया कर रही थी। मैं उन्हें चूम रहा था और फ़रहान उनके नंगे जिस्म से खेलने में लगा था।
मैं अपनी ज़ुबान से चाटता हुआ रान से घुटने.. और फिर पिण्डलियों से हो कर पाँव तक पहुँचा और आपी की सलवार को उनके जिस्म से अलग करके पीछे फेंक दिया।
मैंने आपी की टाँगों को खुलता महसूस कर लिया था और उनकी चूत से बहते पानी ने भी मुझे यह समझा दिया था कि अब आपी का दिमाग उनकी चूत के कंट्रोल में आ गया है..
भैया अपने सारे कपड़े उतार कर मेरे ऊपर लेट गए, मैं भी आँखें बन्द करके पड़ी रही और भैया के लिंग के प्रवेश कराने का इंतजार करने लगी। भैया ने एक हाथ से अपने लिंग को मेरी योनि के प्रवेश द्वार पर रख कर जोर का धक्का मारा..
मैंने अपनी बहन के हसीन उभारों को देखा और अपने दोनों हाथों में आपी के उभार पकड़ कर दबाए और निप्पल को सहलाने के फ़ौरन बाद ही अचानक से आगे बढ़ कर आपी का खूबसूरत गुलाबी निप्पल अपने मुँह में ले लिया।