भाभी संग उनकी दो सहेलियां और मेरा लंड
इस ग्रुप सेक्स कहानी में आज आप मज़े लीजिए कि कैसे पड़ोसन भाभी ने मुझे उनकी दो चालू सहेलियों की गांड और चूत भी दिलवाई.
दो से अधिक स्त्री पुरुषों लड़के लड़कियों के एक साथ मिल कर एक स्थान पर ग्रुप में चुदाई या सेक्स का मजा लेने की कहानियाँ
Do se jyada ladke ladkiyon ke ek sath mil kar chut chudai ki kahaniyan
Sex Stories about Group Sex among many girls and boys or couples
इस ग्रुप सेक्स कहानी में आज आप मज़े लीजिए कि कैसे पड़ोसन भाभी ने मुझे उनकी दो चालू सहेलियों की गांड और चूत भी दिलवाई.
मेरे जन्मदिन से एक दिन पहले अचानक बिना बताए मेरे छोटे भाई बहन मेरे पास आ गए. मैं चौंक गयी और दोनों को गले से लगा लिया. उन्होंने मुझे जन्मदिन का क्या तोहफा दिया? पढ़ें मेरी कहानी!
"डार्लिंग, तुम्हें घुड़सवारी पसंद है ना! चलो, आज नए घोड़े के ऊपर बैठ कर मजे लो, और मैं पीछे खड़ा होकर तुम्हारी प्यारी सी गांड को ठोकूंगा!" मैंने नताशा के मूड के अनुसार एक शानदार ऑफर पेश किया.
मैं तेरी मम्मी की कल परसों अपने किसी दोस्त से चुदाई करवा दूंगा. तू ठीक उसी समय एकदम से सामने आ जाना और अपनी मम्मी को चुदते हुए देख लेना. फिर तेरी मम्मी कुछ नहीं कह सकेगी.
अब तू कुछ भी यार.. बस इतना ज़ोर से कर कि मैं बिल्कुल बेहोश हो जाऊं.. मेरी प्यास बुझा हरामी मादरचोदो कुत्तों.. साले तुम तीन तीन मर्द लगे हो और मैं तड़प रही हूं.. तीनों छक्के हो क्या भड़वे साले..
मैं बोली- उम्र चाहे मर्द की अठारह साल हो या सत्तर.. उससे कुछ नही होता, ओल्ड एज वाले मेच्योर होते हैं.. एक्सपीरियंस होता है. वो ज्यादा अच्छे से लड़की को सेटिस्फाई करते हैं.
संभोग का असली मजा भी तो तब ही आता है, जब साथ मिलकर चरम सुख की अनुभूति हो, शिखर पे साथ चढ़ने का मजा ही अलग है.
ये वो दर्द था, जिसे हर महिला अनुभव करना चाहती है. ये वो मीठा दर्द है, जिसके लिए पसीने में लथपथ होकर एक महिला अपने तन बदन को पुरुष को सौंप देती है.
तभी मेरी स्कर्ट को कोई दूसरा ऊपर करने लगा. मैंने अन्दर पैंटी नहीं पहनी थी, तो वे मेरी टांगें चौड़ी करके मेरी जांघों को चाटने लगे. उसी समय एक अंकल ने मेरे हाथ मेंअपना लंड पकड़ा दिया.
अंकल ने मुझे अपनी बांहों में भर लिया और बोले- डार्लिंग, तू मत शरमा, बहुत मस्त है तू, बहुत सेक्सी है, तुझे चोद चोद के आज मैं पागल कर दूंगा! क्या मस्त दूध हैं तेरे ...
मौसी की बेटी की शादी में शादी से पन्द्रह दिन पहले पहली बार एक साथ पांच बुड्ढों ने और एक जवान लड़का रिश्ते के भाई ने मेरी बेदम चुदाई की, इनमें दो मेरे सगे रिश्तेदार हैं।
हमें तो ऐसे कार्यक्रम आयोजन से पहले केवल चूत ही दिखती है। हमारा मन बस सोचता है कि किसकी चुदाई कैसे करनी है। अर्थात् जहाँ दिखा चीरा, वहीं डाल देंगे खीरा।
देख कर मन हुआ, खा जाऊँ उसका लंड ... मगर कोई रांड तो थी नहीं मैं, एक शरीफ खानदान की शरीफ बहू थी। तो मैंने उठ कर जाने का बहाना किया पर उसने मुझे मेरा हाथ पकड़ कर बैठा लिया.
मेरे पति ने घर में एक जवान लड़का किरायेदार रखा लिया क्योंकि वो अक्सर घर नहीं रहते थे. उस लड़के के रंग ढंग ठीक नहीं थे. एक दिन मैंने देखा कि वो किसी लड़की को कमरे में लाकर चोद रहा है.
कॉफी हाउस के बाहर एक ऑडी के साथ लग कर शॉर्ट्स और ऑफ शोल्डर्स में दो लड़कियां खड़ी बीयर पी रही थीं. उनकी खूबसूरती देख कर मैं देखता ही रह गया. तो एक बोली- क्या प्रॉब्लम है? फिर क्या हुआ?
मेरी थ्रीसम सेक्स कहानी में पढ़ें कि कैसे मेरी गर्लफ्रेंड एक बार अपनी सहेली को अपने साथ मेरे रूम पर ले आई. असल में वो अपनी सहेली को मुझसे चुदवाना चाहती थी. पढ़ कर मजा लें!
मैंने शीतल की चोली खोली, फिर शिवानी और अंजलि ने भी अपनी चोली खोल दी और मैंने एक एक करके सबके निप्पल चाटे फिर बूब्स मसल दिए और धीरे धीरे सबका लहंगा भी खोल दिया!
आज मुझे बहुत मजा आया, आज पहली बार मैंने अपने सारे अरमान जो थे, पूरे कर लिए. आज का दिन, ये पल कभी नहीं भूलूंगी, बहुत ही मस्त बेइंतहा मजा आया. मेरे जिस्म की हर ख्वाहिश पूरी हो गई!
चाचा को मेरी नंगी गांड दिखाई दे रही थी, सामने मम्मी का पेटीकोट मुझे नजर आया. जैसे ही मैंने पेटीकोट को उठाया, तभी मुझसे पेटीकोट चाचा ने छीन लिया- मुझसे क्या छुपा रही है, मैंने तेरा सब कुछ देख लिया..
मेरे प्यारे दोस्तो, एक बार फिर से मैं भावना मेघवाल, राजस्थान से अपनी कहानी का अगला भाग लेकर अन्तर्वासना की इस सेक्स सभा में प्रस्तुत हुई हूँ। मेरी पिछली लेस्बियन सेक्स की कहानी जाटणी के साथ पहला लेस्बियन अनुभव में आपने पढ़ा कि कैसे मैं और मेरी परम सखी सपना होटल के एक कमरे में […]