आंटी ने मुझे चूत दिखाई
आँटी आई। वो पहली बार था जब मैंने चूत देखी थी, वो दिन मेरी जिन्दगी को झकझोर देने वाला था। जब मैंने चूत को देखा तो मैं बर्दाश्त नहीं कर पाया। मुझे उलटी सी आने वाली थी, मुझे घृणा होने लगी थी.
ऎसे ही अनजानी लड़की लड़का या औरत मिल जाने पर हुई अचानक चुदाई की सेक्स कहानियाँ हिंदी में
किसी अन्जान अचानक मिले व्यक्ति से यौन सम्बन्ध की हिन्दी सेक्स कहानी
Hindi Sex Stories About Sex with unacquainted/unknown
आँटी आई। वो पहली बार था जब मैंने चूत देखी थी, वो दिन मेरी जिन्दगी को झकझोर देने वाला था। जब मैंने चूत को देखा तो मैं बर्दाश्त नहीं कर पाया। मुझे उलटी सी आने वाली थी, मुझे घृणा होने लगी थी.
प्रेषक : करन गोयल नमस्ते दोस्तो ! मेरा नाम करन गोयल है और यह मेरी अन्तर्वासना पर पहली कहानी है। आप सबसे विनती करुंगा कि अगर कोई गलती मुझसे हो जाये तो मुझे माफ़ करें। सबसे पहले मैं आपको अपने बारे में बता दूँ। मैं 18 साल का एक नया-नया जवान होता लड़का हूँ। मेरा […]
‘यशोदा … सो गई क्या?’ ‘उंह्ह … चाची, क्या है? ओह, खाना लग गया क्या?’ ‘देख अंकल तुझे कुछ कहना चाह रहे हैं।’ फिर चाची पीछे मुड़ी और जाने लगी। अंकल ने तुरन्त चाची का हाथ पकड़ लिया, चाची रुक गई। ‘अंकल आप तो नंगे हैं !’ मैं जान करके हंस पड़ी। उनका लण्ड सख्त […]
चाची ने मेरे दोनों हाथ ऊपर खींच कर दबा दिये। अंकल मेरी टांगों की तरफ़ आ गये और उन्हें पकड़ कर दोनों और चौड़ा दिये। मेरी चूत खुल गई। अंकल का लण्ड हाय राम ...
कहानी का पिछला भाग: केयर टेकर-1 एक सप्ताह बाद सवेरे प्रीतम आया और कुछ पैसे मुझे दे गया। बता गया कि शाम को कुछ बिजनेस के काम से चार लोग आ रहे हैं, सामने से चिकन ले आना और बना देना… बाकी मैं कर लूँगा। ‘ठीक है बाबू जी, पर इतने दिन कहाँ रहे?’ ‘तू […]
मैं दुनिया में बिल्कुल अकेली थी। मेरे माँ-बाप बचपन में ही एक दुर्घटना में चल बसे थे। मेरे मामा ने ही मुझे पाल-पोस कर बड़ा किया था। एम कॉम तक मुझे पढ़ाया था। मेरे मामा भी बहुत रंगीले थे। बचपन से ही वो मेरे शरीर से खेला करते थे। मेरे छोटे छोटे मम्मों को वो […]
हरजिन्दर बरार दोस्तो, मैं जानता हूँ कि आप सभी लोग कहानियों का आनन्द ले रहे होंगे, मैंने कुछ दिन पहले ही अन्तर्वासना कहानियों को पढ़ना शुरू किया है। एक दिन ऐसे ही ढूंढ रहा था कि इस वेबसाइट पर ध्यान गया और देखा और पढ़ना शुरू किया मुझे बहुत अच्छी लगीं। फिर मैंने सोचा मुझे […]
मेरे अपार्टमेंट बिल्डिंग में एक नई लड़की दिखी, अच्छी लगी, उसके पीछे गया, बात की, मस्का लगाया. तभी मैं उसे बिल्डिंग की सीढ़ियों में ले गया और फिर...
कहानी का पहला भाग : शीशे का ताजमहल-1 शबनम ने दीवान पर मेरे सोने की व्यवस्था कर अन्दर चली गई। मुझे नींद नहीं आ रही थी, मेरा मन अब शबनम के प्रति बदल चुका था। मैंने तय कर लिया था कि शबनम को अब बुरी निगाह से नहीं देखूँगा और न उसके बारे में कुछ […]
अन्तर्वासना को कुछ वक्त के लिए तो दबाया जा सकता है लेकिन हमेशा के लिए नहीं... यह सेक्स कहानी है शौहर को छोड़ अकेली रह रही एक लड़की की जिसके जीवन में एक लड़का आना चाह रहा है.
प्रिय मित्रो.. मेरा नाम लक्ष्मी है, मैं दिल्ली में रहती हूँ, अभी कुछ महीने पहले ही मैंने पहली बार चुदाई का मज़ा लिया है। अन्तर्वासना पर कहानियाँ पढ़ती थी तो आज दिल किया की दूसरों की चुदाई की कहानी पढ़ने में जब इतना मज़ा आता है तो अपनी चुदाई की कहानी सुनाने का रोमांच कैसा […]
मैंने सबसे पहले आन्टी की साड़ी उतारनी शुरू कर दी और उनका गोरा पेट और नाभि सामने थी, मैंने हाथ फिराते हुए उनके पेटीकोट का नाड़ा खींच दिया।
प्रेषक : राकेश पाण्डे हाय दोस्तो, मेरा नाम रोहित है और मैं 35 साल का अविवाहित हूँ मगर मेरी सेहत बहुत ही अच्छी है और मैं दिखने में भी ठीकठाक हूँ। शायद अविवाहित होने का ही यह एक फ़ायदा है। मैं इस समय गोआ में एक थ्री स्टार होटेल में मैनेजर के पद पर काम […]
दोस्तो… आप का प्यार हर बार मुझे अपनी जिंदगी के हसीन लम्हें आपसे बाँटने को बेचैन कर देता है। मेरी हर कहानी को आप सबका बहुत प्यार मिलता है। कुछ दिन बीतते ही नयी कहानी नया किस्सा आप सबसे बाँटने को दिल मचल उठता है। मेरे मित्र भी अपनी दास्ताँ मुझे बताते रहते हैं तो […]
मेरे घूमते ही लक्की मेरी पीठ से चिपक गया और अपने दोनों हाथ मेरे मम्मों पर रख दिये। मैंने नीचे मम्मों को देखा… मेरे दोनों कबूतरों को जो उसके हाथों की गिरफ़्त में थे। उसने एक झटके में मुझे अपने से चिपका लिया और अपना बलिष्ठ लण्ड मेरे चूतड़ों की दरार में घुमाने लगा। मैंने […]
मैं एक प्राईवेट स्कूल में पढ़ाती हूँ। उसका एक बड़ा कारण है कि एक तो स्कूल कम समय के लिये लगता है और इसमें छुट्टियाँ खूब मिलती हैं। बी एड के बाद मैं तब से इसी टीचर की जॉब में हूँ। हाँ बड़े शहर में रहने के कारण मेरे घर पर बहुत से जान पहचान […]
प्रेषक : सियाराम प्रसाद सिंह उस समय की बात है जब मेरी उम्र सिर्फ़ 18 साल थी। मेरे घर से कुछ ही दूरी पर एक छोटा सा मन्दिर था। मन्दिर में नया पुजारी आया हुआ था। वह अपने को बाल ब्रह्मचारी कहता था, करीब 40 साल का था। देखने में सांवला मगर शरीर कसा हुआ […]
कहानी का पिछ्ला भाग: प्यासी कली- 1 रूपाली ने फ़ार्म हाउस के अन्दर गाड़ी रोक दी, बंगले का गेट खोला और मुझे अन्दर आने के लिये कहा। उसने दरवाजा बन्द कर लिया तो मैंने पूछा- हम कहाँ पर आये हैं? तो उसने बताया- यह फ़ार्म हाउस मेरी एक सहेली का है और यहाँ पर कोई […]
मैं समीर गुड़गाँव वाला फ़िर से कच्ची कलियों, गर्म भाभियों, प्यासी आंटियों, और चुदक्कड़ मुण्डों को अपना एक और अनुभव सुनाने जा रहा हूँ। हाल ही की बात है, मेरे कम्पनी के डायेरेक्टर ने अपने बंगले पर एक शानदार पार्टी दी थी। बड़ी रौनक थी पार्टी में, एक से बढ़ कर एक बड़े लोग पार्टी […]
हैलो दोस्तो, मेरी तरफ से आपको नमस्कार, आपने मेरी सभी कहानियाँ पसंद की उसके लिए मैं आपका धन्यवाद करती हूँ। आप मेरे बारे में जानते हो मगर फिर भी अपने नए दोस्तों को अपने बारे में बताना चाहूँगी। मेरे पति आर्मी में हैं और मैं अपनी सास और ससुर के साथ जालंधर के पास एक […]