पड़ोसी

घर के पास रहने वाली पड़ोसी जवान भाभी, लड़की, लड़के आन्टी, अंकल को पटा कर उनकी आपस में चूत चुदाई की हिन्दी सेक्स कहानियाँ

Pados me rahane vali jawan bhabhi, ladki, aunti uncle ki aaps me chut chudai ki Hindi Sex kahaniyan

Hindi sex Stories about Fuddi choda-chudai sex with neighbor Bhabhi, aunti, desi girl

जब वो हुई अट्ठारह की

By suzzaniee On 2008-08-31 Tags:

प्रेषक : सुज़ान कौर अन्तर्वासना पर यह मेरी पहली कहानी है, जो मैं आप लोगों के सामने रखने जा रहा हूँ। मैं अपने मुहल्ले की जिस गली मे रह्ता था, वहाँ हमारे घर के सामने में ही एक बहुत ही शरीफ़ परिवार रहता था और उनका हमारे घर से काफी लगाव था। उनकी दो बेटियाँ […]

पड़ोसन की संतुष्टि

हाय मैं फरजान 39 बड़ोदा से! यह मेरे सेक्स एक्सपेरिएंस की असली कहानी है जो मैंने अपनी पड़ोसन भाभी के साथ किया था. 3 साल पहले की बात है ये. एक दिन मैं अपना बाईक ले के ऑफिस जा रहा था, घर से थोड़ा आगे चला तो देखा कि बाजू वाली भाभी रास्ते पे चल […]

आंटी का मीठा मीठा दर्द-2

By राज मेहता On 2008-08-14 Tags:

प्रेषक : राज मेहता हाय दोस्तो, मुझे यकीन नहीं होता कि आठ महीने बाद मेरी कहानी को गुरूजी का आशीर्वाद मिलेगा। आप अब आगे की कहानी का मजा लीजिये ….पर जो नए हैं वो आंटी का मीठा मीठा दर्द-1 पढ़ लें ! इसके बाद आगे की कहानी पढ़ें। तो दोस्तो, उसके बाद आंटी मुझसे अलग […]

मिसेज शान्ति और उनकी बेटी

हाय, मेरा नाम अमित है। मैं आज आपको एक सच्ची घटना बता रहा हूं हमारे घर के पास एक मिसेज शान्ति यादव रहती हैं, उम्र लगभग 32 साल, 4 बच्चे जिनमें तीन लड़कियां- दीपा उन्नीस, अन्नु अठारह और चेतना तीनों में छोटी है और सबसे छोटा एक लड़का। आन्टी बहुत सुन्दर हैं। मैं उन्हें बहुत […]

मेरी चूत में आग लगी है

दोस्तो, मेरा नाम राम है, मैं हरियाणा के एक शहर में रहता हूँ, मेरी उम्र 26 साल है और मैं एक हट्टा-कट्टा जवान लड़का हूँ। यह मेरी पहली कहानी है, मुझे उम्मीद है कि यह कहानी आप सबको पसंद आएगी। वैसे तो मैंने बहुत सी लड़कियों और औरतों के साथ सेक्स किया है लेकिन मैं […]

भाभी की तन्हाई और मेरा सपना -1

By आशीष On 2008-06-25 Tags:

प्रेषक : रिंकू गुप्ता प्रिय पाठको, सबसे पहले आप सबको मेरा नमस्कार ! मेरा नाम रिंकू गुप्ता है, उम्र 24 साल है और मैं एक सॉफ्टवेयर इंजिनियर हूँ, दिल्ली में रहता हूँ ! यह कहानी जो मैं आप सभी लोगों से कहने जा रहा हूँ, पूरी तरह सच्ची घटना है और उम्मीद करता हूँ आप […]

मुंबई में आकर

By nehalmadavi On 2008-06-13 Tags:

प्रेषिका : स्नेहल प्यारे पाठको, मेरी तरफ से आप सभी को मेरी मीठी बुर का सलाम ! मैं रूपा, मेरी यह पहली कहानी है। आप सब ध्यान से दिल थाम कर और लण्ड पकड़ कर पढ़िए। मैं गाँव से मैट्रिक पास करने के बाद मुंबई अपने चाचा के पास आगे पढ़ाई के लिए आ गई […]

रिम्पी और उसका परिवार-4

By रुबीना ग्रीन On 2008-05-14 Tags:

वो मेरे लण्ड को आइसक्रीम की तरह चाटे जा रही थी। जहाँ रिम्पी लण्ड को मुँह में लेने से मना करती थी, उसकी मम्मी अराम से आइसक्रीम चाट रही थी।

रिम्पी और उसका परिवार-3

By रुबीना ग्रीन On 2008-05-01 Tags:

प्रेषक : रुबीन ग्रीन आग़ दोनों ओर लगी थी। मैं तो अपनी आग बुझा लेता था पर उसका यह पहला मौका था, वो जल रही थी। मैंने भी सोचा कि इसे थोड़ा तड़पाया जाए ! फिर मैंने उसकी टी-शर्ट उतार दी और फिर स्कर्ट भी उतार दी। मैं सिर्फ अपने बोक्सर में था और वो […]

रिम्पी और उसका परिवार-2

By रुबीना ग्रीन On 2008-04-30 Tags:

प्रेषक : रुबीन ग्रीन फिर उसी दिन शाम के समय फिर से उसकी चूचियों को मसल दिया। उसने कहा- छोड़िये ! दर्द हो रहा है। मैंने छोड़ दिया पर उस दिन खेल-खेल 8-9 बार उसकी चूचियों और गाँड को मसल दिया, उसने कुछ नहीं बोला। दूसरे दिन शाम को टीवी पर ब्लू फिल्म देखते हुए […]

रिम्पी और उसका परिवार-1

By रुबीना ग्रीन On 2008-04-29 Tags:

प्रेषक : रुबीन ग्रीन यह मेरी सच्ची कहानी है। मैं पहली बार अपनी कहानी लिख रहा हूँ। मैं एक उच्च परिवार से सम्बन्ध रखता हूँ, कोयम्बटूर का रहने वाला हूँ, वहाँ मैं एक बहुमंजिली इमारत में निचले मंजिल पर किराएदार था। मैं व्यापार के सिलसिले में वहाँ अकेले रहता था। मेरी मंजिल पर ही एक […]

टेंशन दूर हो गया-2

लेखिका : कामिनी सक्सेना “अच्छा, अब तुम जाओ …” मेरा मन तो नहीं कर रहा था कि वो जाये, पर शराफ़त का जामा पहनना एक तकाजा भी था कि वो मुझे कहीं चालू, छिनाल या रण्डी ना समझ ले। मैं मुड़ कर अपने बेडरूम में आ गई। मुझे घोर निराशा हुई कि वो मेरे पीछे […]

टेंशन दूर हो गया-1

लेखिका : कामिनी सक्सेना मैं दिन भर घर में अकेली होती हूँ। बस घर का काम करती रहती हूँ, मेरा दिल तो यूँ तो पाक-साफ़ रहता है, मेरे दिल में भी कोई बुरे विचार नहीं आते। मेरे पति प्रातः नौ बजे कार्यालय चले जाते हैं फिर संध्या को छः बजे तक लौटते हैं। स्वभाव से […]

हंसी तो फंसी-2

एक बार फिर से हाजिर हूँ चूत में से पानी निकालने और लंड में से अमृत रस निकालने के लिए। मैंने आपको अपनी कहानी के पिछले भाग हंसी तो फंसी-1 में बताया था कि कैसे मैंने मोनिका को चोदा था। इस कहानी में आपको बताऊंगा कि कैसे मैंने मोनिका की बड़ी बहन मानसी को चोदा। […]

हंसी तो फंसी-1

यह कहानी है मेरी पड़ोस में आए नए किरायेदार की। परिवार में दो बेटियाँ और उनकी माँ, बस यही तीन लोग थे। लड़कियों में एक मोनिका 18 साल और दूसरी मानसी 20 साल की थी। हमारे घर से उनका घर साफ़ दिखता था, कमरा भी पूरा दिखता था और बाथरूम भी। एक दिन जब मैं […]

शिवानी की कुंवारी चूत

प्रेषक : राज कुमार सिंह हेल्लो दोस्तो, मेरा नाम राज है और मैं आज आपको अपनी जिन्दगी की पहली यौन-कथा बताने जा रहा हूँ। मैं मथुरा में रहता हूँ। यह उस समय की बात है जब हमारे पड़ोस में एक नई लड़की अपने मामा के यहाँ रहने आई। उसका नाम शिवानी था। वो कानपुर की […]

हमारी किरायेदार

By राहुल पटिल On 2008-01-31 Tags:

मेरा नाम राहुल है, बीस साल का हूँ, मैं महाराष्ट्र में कोल्हापुर में रहता हूँ और सांगली के कॉलेज में पढ़ता हूँ। मैं अन्तर्वासना का बहुत बड़ा प्रशंसक हूँ। मैं इसे पिछले एक साल से पढ़ रहा हूँ और जो कहानी मैं अब आपके सामने ला रहा हूँ वो एक सच्ची कहानी है और कुछ […]

अकेली मत रहियो

भरी वर्षा में उसकी चुदाई मुझे आज तक याद आती है। काश आज पचास की उमर में भी ऐसा ही कोई हरा भरा जवान आ कर मुझे मस्त चोद डाले... मेरे मन की आग बुझा दे...

देखने-पढ़ने से मन नहीं भरता अब-8

प्रेषक : मुन्ना भाई एम बी ए किरण तो परम आन्न्द प्राप्त कर निढाल सी लेट गई थी, इधर मेरा लण्ड थोड़ा मुर्झाया सा लटक रहा था जैसे किसी बच्चे को बिना वजह डांटा गया हो और वो गर्दन झुकाए खड़ा हो। मैंने किरण से अपने लण्ड की तरफ इशारा करते हुए कहा- देखो इसे […]

देखने-पढ़ने से मन नहीं भरता अब-7

प्रेषक : मुन्ना भाई एम बी ए फिर वो अपने घुटने के बल मेरे लण्ड के सामने बैठ गई, उसने मेरे लण्ड को एक हाथ से हलके से पकड़ा। मैंने उससे कहा- जरा ताकत लगा कर पकड़ो इसे ! और ऊपर नीचे करो ! यही सब कुछ है। वो धीरे-धीरे मुठ मारने लगी। फिर मैंने […]

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