पैगाम-2
लेखिका : नेहा वर्मा “क्या ? गंगा तो एक दम बढ़िया है … कस कर चोदता है, गाण्ड भी बजा देता है और क्या?” मैंने हंस कर कहा। “नहीं, राम रे एक पैगाम और आया है, दुर्गा प्रसाद का… वो डॉक्टर का दोस्त… गंगा का दोस्त !” “अरे मरना है क्या, गंगा को पता चल […]