मेरे सामने वाली खिड़की में-2
मेरे घर के सामने रहने वाली तीन बहनों में से एक रेवती से मेरा मेलजोल बढ़ने लगा था और मेरी निगाहों की वासना को रेवती समझ रही थी. वो भी तो कामुकता की अग्नि में जल रही थी.
जवान लड़की को प्रेम प्यार के चक्कर में फांस कर सेक्स का मजा लेने या अपनी अन्तर्वासना शांत करने के लिए चूत चुदवाने वाली कहानियाँ हिंदी में
jwan Ladki Ko Prem Pyar ke chakkar me fans kar sex ka maja lene ya apni antarvasna shant karne ke liye bur chudvane vali kahaniyan
Indian Sex stories of teen girls and Boys
मेरे घर के सामने रहने वाली तीन बहनों में से एक रेवती से मेरा मेलजोल बढ़ने लगा था और मेरी निगाहों की वासना को रेवती समझ रही थी. वो भी तो कामुकता की अग्नि में जल रही थी.
तेरी मम्मी को मैं भी चोदने वाला था. सब बात हो गई थी. मैंने उसके दूध भी बहुत दबाए थे. तेरी मम्मी ने मेरा लंड चूस कर मेरा जल्दी से रस निकाला था और पी गई थी.
वो शादी से पहले एक बार फिर चुदना चाहती थी; लेकिन शादी की भीड़ में जुगाड़ हो नहीं पाया; कम्मो ने अपनी चूत हेयर रिमूवर से चिकनी बना कर मुझे जरूर दिखाई और मेरा हाथ पकड़ कर वहां रखवाया.
लड़की की उम्र हो जाये तो उसकी कामवासना जोर मारती ही है. ऐसी ही लड़की के साथ यौन आकर्षण और फिर सेक्स की कहानी है यह. वो लड़की मेरे घर के सामने वाले घर में रहती थी.
वो सुलगने लगी, उसकी सांसें भारी होने लगीं और उसकी बांहें मुझे कसने लगीं. कड़क जवान छोरी थी सो जल्दी गर्म होनी ही थी. कम्मो मेरे सीने से लग गयी और अपना मुंह वहीं छुपा कर दो तीन बार चूम लिया.
मुझसे रहा नहीं जा रहा था. मेरी शर्म भी ना जाने कहाँ चली गई. मुझे यह भी नहीं होश कि क्या बोलना चाहिए, मैं बोली- अंकल चोद दीजिए.. मुझसे कुछ नहीं कहा जा रहा. न सह पा रही हूँ. बस जल्दी करिए.
वो इमोशनल हो रही थी, वर्जित फल खा लेने का वो पागलपन हम दोनों पर सवार हुआ था वो घोर निराशा में बदला जा रहा था. कम्मो तो मुझे समर्पित थी कि जो करना है, जहां ले चलना है ले चलो. कोई लड़की इससे ज्यादा आखिर कह भी क्या सकती है.
लड़की की क्लिट को छेड़ो और इसकी जवानी की प्यास ना भड़के ... वो चुदने को न मचल जाए ऐसा तो हो ही नहीं सकता. कम्मो ने भी अपना जिस्म ढीला छोड़ दिया और आनन्द से आंखें मूंद लीं और और अपने पैर और चौड़े कर दिए.
अनजान शहर में किसी भी परिचित देसी गर्ल की पैंटी उतरवा कर उसकी टाँगें उठवा देना इतना आसान नहीं होता चाहे वो कितनी भी चुदासी, लंड की प्यासी और चुदने को पूरी तरह तैयार ही क्यों न हो.
मेरी चूत पूरी गीली हो चुकी तो अब वही चूत का रस अंकित निकाल कर मेरे पीछे मेरी गांड में लगाने लगा मेरे कूल्हे फैलाकर मेरी गांड के सुराख में जहाँ छेद था वहाँ एक उंगली हल्के से डालने लगा.
यह कहानी है गाँव की एक जवान लड़की की... वो मुझे एक शादी के कार्यक्रम में मिली थी. मैं उसकी अनगढ़ अल्हड़ जवानी को चखना चाहता था.
मैं शहर में किराये के कमरे में रहकर पढ़ता था. मेरे साथ वाले कमरे में एक सीनियर लड़की रहने लगी. वो पूरी माल थी. मैंने उसे कैसे पटा कर चोदा या उसने कैसे मुझे चुदाई के लिए पटाया?
मेरे घर के सामने एक लड़की मुझे देखकर मुस्कुराती थी. मैं उसे चोदना चाहता था. वो हमारे घर आती थी. मैंने एक दिन अन्तर्वासना हिंदी सेक्स स्टोरी का एक प्रिन्ट उस तक पहुंचा दिया.
मैं टूर टैक्सी ड्राइवर हूँ. मुझे एक पंजाबी परिवार को राजस्थान घुमाने का काम मिला. उनमें एक सेक्सी लड़की थी करीब 19 साल की... उसकी चूत काफी गर्म थी, उसने पहल करके मुझसे अपनी चूत चुदवाई. कैसे? पढ़ें!
देसी बॉय से चुदाई का अपना ही मजा है. मेरे गाँव का एक लड़का मेरे ऑफिस में ही काम करता था. उसने मुझे कैसे चोद कर पूरा मजा दिया. आप खुद पढ़ कर मजा लें!
मैं हरियाणा के गांव का जाट हूँ, दिल्ली में पढ़ रहा हूँ. मेरे घर के सामने रहने वाली एक चालू लड़की को मैंने कैसे चोदा. पढ़ें इस सेक्सी कहानी में!
एक हफ्ते तक हमने चुदाई का मजा लिया, फिर अदालत में जाकर शादी कर ली. शादी के बाद मनोज मुझे योरोप ले गया और लगभग पन्द्रह दिनों तक मुझे खूब घुमाता और चोदता रहा.
मैं एक ऑफिस गर्ल को चोदा करता था. ऑफिस में एक दूसरी लड़की को यह बात पता चली. तो उसकी वासना ने भी सर उठाया, उसकी शादी होने वाली थी तो वो देखना चाहती थी कि सेक्स कैसे करते हैं.
मेरे बाप ने अपने पैसों के बलबूते तुम्हारा मान-हरण किया था. सुधा तुम मेरी नज़रों में आज भी वो ही सुधा हो, जिसे कभी मैंने गोद में उठा कर एक पेड़ के नीचे लिटाया था.
अब मेरी जवानी भी कूदने लगी और मेरी चूत भी उसका लंड लेने को बेताब हो गई.. क्योंकि मुझे पता लग चुका था कि वो मेरा दीवाना है.