गलतफहमी-20
वो मेरे पास आई और मेरे मम्मों को छूते हुए कहा- देखा, मैंने कहा था ना कि सेक्स के बाद तू हम लोगों से ज्यादा निखर जायेगी! बता तूने किससे सेक्स किया?
जवान लड़की को प्रेम प्यार के चक्कर में फांस कर सेक्स का मजा लेने या अपनी अन्तर्वासना शांत करने के लिए चूत चुदवाने वाली कहानियाँ हिंदी में
jwan Ladki Ko Prem Pyar ke chakkar me fans kar sex ka maja lene ya apni antarvasna shant karne ke liye bur chudvane vali kahaniyan
Indian Sex stories of teen girls and Boys
वो मेरे पास आई और मेरे मम्मों को छूते हुए कहा- देखा, मैंने कहा था ना कि सेक्स के बाद तू हम लोगों से ज्यादा निखर जायेगी! बता तूने किससे सेक्स किया?
मेरी गर्लफ्रेंड खुल के मज़ा लेती सेक्स टॉक का, गंदी बातें करती और बीच बीच में गालियाँ भी देती थी लेकिन हमने कभी सेक्स नहीं किया था, कभी मौका नहीं मिला हमें!
शर्मीली कॉलेज गर्ल की शर्म खोलने के लिए उसकी सहेली उसके घर आई और उसे नंगी होने का टास्क दिया.
स्नेहा जैन के मुहांसों का इलाज मैंने सेक्स करना बताया तो उसने मना कर दिया. फिर मैंने उसे एक वीडियो दी जिसमें एक पुरुष एक कमसिन कन्या के बदन से खेल रहा है.
रात को हमने शाल ओढ़ा तक मुझे अपनी जांघों पर विशाल के हाथ का स्पर्श हुआ। मैंने उसे एक दो बार हटाया पर उसका हाथ मेरी जांघों पर और ज्यादा फिसलने लगा।
स्कूल की एक लड़की ने उसकी सहेली को मुझसे मिलवाया, मैंने प्यार का इजहार किया, लेकिन उसी लड़की ने मौक़ा पाकर मुझे अपनी जवानी के जाल में फांस लिया.
अबे चुप साले बहनचोद मुझे ज़्यादा ज्ञान मत दे.. जब तू चुदाई करता है मेरी, तब तो बड़ा प्यार जताता है साला अब मुझे रंडी बोल रहा है!
यह कहानी स्नेहा जैन की है जो मेरे मोहल्ले में रहती थी. हमारे मोहल्ले में एक से बढ़ कर एक भरपूर जवानियाँ और खिलती कमसिन कलियाँ हैं.
वो अब बिल्कुल शांत सी हो गई थी, मगर जैसे जैसे मेरी उंगलियाँ उसकी नन्ही योनि के साथ खेल रही थी वैसे वैसे उसके चेहरे की भाव-भंगिमायें भी लगातार बदल रही थी।
इसकी शुरुआत ऐसे हुई कि जब भी वो मुझसे नाराज़ होता तो मुझे मेरी नग्न तस्वीरें भेजने को कहने लगता था, भले मैं जहाँ कहीं भी हूँ, और मुझसे गाली गलोच करता था।
हम बिस्तर तक आये और लिपटे हुए ही गिर पड़े. मेरे उभार उसके सीने में गड़े हुए थे, उसके हाथ मेरे पीठ को सहला रहे थे। वो नीचे था, मैं ऊपर थी और हम ऐसे ही लेटे रहे.
उसकी चिकनी चुत पर ना तो कोई उभार था और ना ही कोई बाल थे. मैं उसकी चूत पर उंगली से सहला रहा था और वो हल्की गीली हो रही थी.
मैंने अपने भाई की कामुकता को जगाया और उसने मेरी चुत चुदाई की. भाई चला गया शहर पढ़ने तो मेरी कामुकता का इलाज मैंने पड़ोसी से चुदाई करवा के किया.
मैंने मुस्काराते हुए अपने शर्ट के पल्ले छोड़ दिये और अपना उभरा कसा सुडौल सीना दिखा कर कहा- शायद ये आजाद होना चाहते थे, इसलिए इन्होंने बटन तोड़ दिये।
मैंने अपना सिर उसकी दोनों जाँघों के बीच घुसा दिया और अपने प्यासे होंठों को उसकी नंगी, केले के तने सी चिकनी, नर्म मुलायम जाँघों पर लगा दिया.
पिंकी का घर हमारे घर के बगल में ही है, हमारे घर की व पिंकी के घर की छत आपस में मिली हुई है, एक दिन मैंने उसे कपड़े बदले देखा तो...
मैं तो घर में केवल पेंटी पहन कर नहाती हूँ, अगर रात को ब्रा उतार के शमीज(ईनर) वापस पहन लिया तो, नहाते वक्त भी शमीज(ईनर) पहने रहती हूँ!
मैं स्कूल के टूअर के साथ गई थी. इस दौरान एक कम सुंदर लड़के ने मेरा ख्याल रखा, शायद वो मुझे मन ही मन चाहता था.
मेरे पति मुझे बहुत प्यार करते हैं, फिर भी कभी मन मचल जाता है कुछ नया करने के लिये। मैंने अपनी सहेली को अपने पति से चुदवा कर उन दोनों को मजा दिलाया.
मेरे निप्पल के आस-पास दर्द रहने लगा, कभी-कभी सामान्य सा पर कभी बहुत ज्यादा ही दर्द होता था, मैंने कई बार रात के वक्त माँ से छुपकर उनमें तेल लगाती थी.