मुनिया ने आम चूसा और चूत चुदाई
मैं और मेरा सहपाठी आम के बग़ीचे में घूमने निकले। मेरी नज़र दूर खड़ी एक सांवली, नखरे वाली.. गहरी काली आँखों वाली लड़की पर पड़ी, मुझे कुछ कुछ होने लगा।
जवान लड़की को प्रेम प्यार के चक्कर में फांस कर सेक्स का मजा लेने या अपनी अन्तर्वासना शांत करने के लिए चूत चुदवाने वाली कहानियाँ हिंदी में
jwan Ladki Ko Prem Pyar ke chakkar me fans kar sex ka maja lene ya apni antarvasna shant karne ke liye bur chudvane vali kahaniyan
Indian Sex stories of teen girls and Boys
मैं और मेरा सहपाठी आम के बग़ीचे में घूमने निकले। मेरी नज़र दूर खड़ी एक सांवली, नखरे वाली.. गहरी काली आँखों वाली लड़की पर पड़ी, मुझे कुछ कुछ होने लगा।
मेरी एक क्लास मेट रीना मुझे बहुत पसन्द करती थी मगर मैं किसी दूसरी को चाहता था। एक दिन रीना का मैसेज मेरे फ़ोन पर आया तो मुझे लगा कि चूत मिल रही है, ले लो!
अब दो रातें बची, पहली रात हमने बाथरूम सेक्स का मजा लिया, पहली बार उसने मेरा वीर्य मुँह में लिया। दूसरी रात हमने सुहागरात की तरह मनाई। कहानी पढ़ कर मज़ा लें।
एक हसीन पर अधूरा अहसास, एक हादसा करीब दो साल पहले हुआ था, मेरा अधूरा यौन सुख.. कई बार मै खुद को कोसता हूँ तो कभी सोचता हूँ कि मैंने जो भी किया वो ठीक था.
गौसिया हर वो काम करके देख लेना चाहती थी जिससे उसे रोका जाता था और उसके साथ की लड़कियाँ किया करती थी। आज पांचवे भाग में देखिये कि क्या क्या किया उसने!
चरमोत्कर्ष के बाद गौसिया फ़िर उत्तेजित होने लगी और इस बार तो वो मेरा लंड अपने अन्दर ले लेना चहती थी। तो क्या मैंने उसकी अक्षत योनि में लिंग प्रवेश कराया?
अपने घर में एक कमसिन नई नौकरानी देख मेरा मन डोल गया, उसे पटाने के लिए मैंने उसे अपना खड़ा लंड तब दिखाया जब वो सुबह चाय लेकर आती थी. उसकी सील तोड़ने की कहानी…
मेरे पड़ोस की कुंवारी लड़की आधुनिक लड़कियों की भान्ति हर चीज का आनन्द लेना चाहती थी। इसके लिये उसने मुझे चुना। पढ़ें कि कैसे मैं उसे प्रथम चरमोत्कर्ष तक ले गया।
पड़ोसन पर्दानशीं लड़की ने मुझे मिलने बुलाया। वो वो सब करके देखना चाहती थी जो उसकी हमउम्र लड़कियाँ करती हैं सिवाये कौमार्य को खोने के! तो क्या हुआ हमारे बीच?
लखनऊ में मैं अकेला रह रहा था कि दो पड़ोसी लड़कियों से लगभग साथ साथ ही नजरें लड़ी! एक घर के सामने एक दफ्तर में काम करती थी तो दूसरी पड़ोस के घर की पर्दानशीं थी.
मेरी गर्लफ्रेंड मेरे कमरे पर अक्सर चुदाने आती थी. मुझे पता लगा कि वो चालू है तो मैंने कई और गर्लफ्रेंड बना ली. एक दिन पहली गर्लफ्रेंड आई तो मैंने अपनी नई गर्लफ्रेंड को भी बुला लिया.
थोड़ी देर इसी प्रकार चूसने के बाद ऐश्वर्या रीना रानी से बोली- दीदी... अब ज़रा भी दर्द नहीं हो रहा... बड़ा मज़ा आ रहा है... दीदी मेरे बदन में फिर से अकड़न महसूस होने लगी है... ऐसा क्यों हो रहा है?
ऐशुरानी बहुत कसमसा रही थी, उसका सुन्दर मुखड़ा तीव्र कामावेग में लाल हो गया था, माथे पे पसीने की बूंदें छलक आई थीं, उसके नाखून मेरी पीठ पे गड़े जा रहे थे और वह बार बार सी सी कर रही थी।
मैंने सोचा कि सबसे पहले एक बार इस अनचुदी कुंवारी कमसिन बुर को चूसने का आनन्द तो उठा लूँ, थोड़ी देर चूस लेता हूँ। थोड़ा स्वाद चख लेता हूँ फिर इसको फाडूंगा।
हमने एक-दूजे को बाँहों में लेकर लिप किस किया, कि तभी हमने बाहर किसी की आहट सुनी। मैंने देखा तो उसकी पड़ोस की भाभी हमें देख रही थीं और सलवार के ऊपर से ही अपनी चूत को रगड़ रही थीं।
बसंती धीरे धीरे अपने कपड़े उतार रही थी, पहले अपनी धोती और ब्लाउज उतार दिया और फिर पेटीकोट का नाड़ा खींच कर खोल दिया। बसंती कच्ची कली का शरीर एकदम साँचे में ढला हुआ था।
ऐशु रानी एक टक ये सब नज़ारा देखे जा रही थी। चुदाई होते देख और रीना रानी की आनन्द से पुलकित आवाज़ें सुन कर वो भी बहुत ज़्यादा गरमा चुकी थी, उसके माथे पर पसीने की बूँदें चमकने लगी थीं।
नंगी वो हो तो गई मगर बहुत ज़्यादा डरी हुई थी कि ना जाने क्या हो जायेगा और शर्म से लाल लाल हुई पड़ी थी। मैंने उसकी चूचियाँ चूसना शुरू किया तो वो भी मज़ा लेने लगी।
जैसे ही मेरी निगाह ऐश्वर्या पर पड़ी मेरा दिल धक से रह गया, लौड़े ने फौरन एक उछाल लगाई। साली ने एक बहुत ही छोटा सा निकर पहन रखा था, निकर मुश्किल से चूत से चार या पांच इंच नीचे तक ही था, नंगी टाँगें बहुत ही चिकनी, एकदम मलाई जैसी थीं।
थोड़ी देर चुम्बन करने के बाद सोनी ने कहा- मैं मना नहीं कर रही हूँ.. वैसे भी मुझे बहुत ठंड लग रही है.. मैं खुद तुमसे कहने वाली थी कि इस सर्दी में मुझे गर्म कर दो और जो करना है कर लो।