मामा की बेवफाई और मामी की चुदाई- 2

(Mami Kissing Fucking Story)

मामी किसिंग फकिंग स्टोरी में मैंने मामी को अपने साथ सेक्स के लिए मना लिया था. वे भी नये लंड से चुदने को बेताब थी. एक दिन मैं उनके घर गया. वे खुश हो गयी.

दोस्तो, मैं राहुल कुमार आपको अपनी हॉट एंड सेक्सी मामी की चुदाई की कहानी सुना रहा था.
कहानी के पहले भाग
मामा की बेवफाई का बदला
में अब तक आप पढ़ चुके थे कि हम दोनों बिस्तर पर एक दूसरे के अंगों को टटोल रहे थे.

अब आगे मामी किसिंग फकिंग स्टोरी:

मैंने धीरे से अपना हाथ उनके एक दूध पर रखा.
हाय … क्या मुलायम दूध थे उनके!

मैं उन्हें दबाने लगा, साथ ही मैं उनके गले पर किस और चाटने लगा.
मामी पागल हो रही थीं और बस ‘मम्म’ की आवाज निकल रही थी.

मैंने उनके ब्लाउज के हुक एक-एक करके खोलना शुरू किए.

हम दोनों की धड़कन किसी हाई-स्पीड ट्रेन की तरह दौड़ रही थी.

उन्होंने अन्दर लाल कलर की ब्रा पहनी थी.
लाल रंग की ब्रा में उनके सफेद मलाई जैसे दूध अलग ही खिल उठे थे, जैसे गुलाब के फूल पर दूध के छींटे!

उन्होंने भी मेरी टी-शर्ट उतार दी थी. मैं जिम जाता था, तो मेरा शरीर भी हट्टा-कट्टा था.

मेरी टी-शर्ट उतरने के बाद उन्होंने अपना मुँह मेरी छाती पर रख दिया और मेरी छाती को चाटने लगीं.

फिर मेरे निप्पलों को बारी बारी से अपने मुँह में लेकर चूसने लगीं.

मैं तो जैसे पागल ही हो गया था.
मेरे साथ इस तरह से पहली बार कोई कर रहा था.

मैंने मामी की पीठ पर हाथ फिराते हुए उनकी ब्रा खोल दी और अब उनके मलाई जैसे दूधों पर से पर्दा हट चुका था.

सफेद दूध और उस पर गुलाबी रंग के निप्पलों को देखकर मेरा तो लंड जींस तक को फाड़ने वाला हो गया था.

मेरे सामने उनके दोनों दूध लटक रहे थे और मानो उनके मम्मे मुझसे बोल रहे थे कि आओ हमें दबाओ, चूसो और निचोड़ दो हमारा दूध!

मैं मामी के दूध पर ऐसे टूट कर पड़ा, जैसे पहली बार किसी को खाना मिला हो!

मैं मामी के एक दूध को अपने मुँह में लेकर चूस रहा था और दूसरे हाथ से दूसरे दूध को दबा रहा था.

मामी पागल हो रही थीं और बोल रही थीं- चूस ले इन्हें … दबाओ इन्हें … काट ले … निगोड़े बहुत परेशान करते हैं … आज पूरा दूध पी लो इनका!
मैं तो बस मामी के चूचों पर फोकस रखे हुए था.

इधर मामी इतनी गर्म हो गयी थीं कि खुद ही आगे बढ़ कर मेरे करीब आईं और मेरी जीन्स के बटन को ख़ोलने लगीं.

कुछ ही पलों में उन्होंने मेरी जींस को उतार दिया और चड्डी के ऊपर से ही मेरे तने हुए लंड को सहलाने लगीं.

मामी ने कहा- तुम लेटो, मैं तुम्हारे ऊपर आती हूँ.
मैंने वही किया.

मामी मेरे ऊपर आते ही मेरे होंठों को काटने लगीं, अपनी जीभ मेरे मुँह डालकर उसे अन्दर बाहर करने लगीं.

मैं भी उनकी जीभ को चूसे जा रहा था, मुँह का पानी एक हो चुका था, वे मेरी छाती को अपने हाथों से दबा रही थीं.

अब मामी ने मेरे गले पर होंठ रखकर चाटने लगीं … अपनी गुलाब जीभ से कभी मेरे गाल, कभी गले पर, कभी कान के पास में इस तरह से चाटने लगीं … जैसे कोई आइसक्रीम को चाटने लगता है.

मैं कामुकता में डूबा हुआ सब भूल चुका था.
किसिंग इतना मजा आज तक मुझे किसी के साथ नहीं आया था.

फिर मामी ने मेरी छाती पर जीभ फेरनी चालू की और मेरे निप्पल्स भी चाटे.

धीरे धीरे नीचे आते हुए मामी ने मेरी नाभि में अपनी जीभ घुसा दी और उसके बाद मेरे लंड को चड्डी के ऊपर से अपने मुँह में लेने लगीं और अपने दोनों हाथों से मेरे निप्पल को नोचने लगीं.

फिर मेरी चड्डी नीचे करके मेरे लंड देखकर मामी के मुँह से पानी निकल गया.
उन्होंने एक पल भी सोचे बिना सीधा उसे अपने मुँह में अपने गले तक ले लिया और थोड़ी देर तक तो निकाला ही नहीं.

मैं मामी की इस हरकत से पागल हो चुका था.
मैं उस समय इस धरती पर था ही नहीं, ऐसा आनन्द मुझे कभी ज़िंदगी में आज तक नहीं मिला था.

फिर मामी ने अपने हाथों से मेरे दोनों हाथ पकड़े और मेरे लंड को अपने मुँह पर ऊपर नीचे करने लगीं.
ऐसा सुख आज तक मुझ किसी लड़की ने दिया था.
ऐसी लंड चुसाई आज तक किसी ने नहीं की.
आज भी उस लंड चुसाई को याद करता हूँ तो लंड से पानी निकल जाता है.

जिस तरह से मामी लंड चूस रही थीं मुझे लग रहा था कि अब तो मैं इन्हीं के मुँह में झड़ जाऊंगा.

थोड़ी देर बाद वही हुआ मेरा पूरा गाढ़ा गाढ़ा पानी मामी के मुँह में लावा की तरह निकलने लगा और मामी तब भी नहीं रुक रही थीं … वे लंड को ऊपर नीचे किए जा रही थीं.

मामी ने उस दिन उस लंड की आखिरी बूँद तक होने हलक से नीचे उतार ली थी और उसके बाद वे मेरे लंड को साफ़ करके मेरे पोतों को चाटने लगीं.

आह क्या लंड चुसाई थी!

मैं थोड़ी देर के लिए बेहोश सा हो गया था क्योंकि इस तरह से आज तक मेरे लंड ने पानी नहीं छोड़ा था.

मामी मेरे बगल में आकर मेरी छाती पर हाथ फेरने लगी थीं और साथ ही मुझे किस करने लगीं.

मेरा तो पानी निकल गया था लेकिन मामी अभी भी प्यासी थीं.

मैंने भी मामी को किस करना शुरू किया और उनको अपने ऊपर आने को बोला.

मैंने बोला- अपनी चुत को मेरे मुँह पर रखो.
मामी ने वही किया.

एक तो चुत इतनी साफ़ थी कि मन ही नहीं कर रहा था कि इसके साथ कुछ करूं … लेकिन मन का क्या है.

मामी की चुत मेरे मुँह पर थी, मैंने अपनी जीभ बाहर निकाली और मामी को बोला नीचे आने को.

वे नीचे आईं तो मामी की चुत में मेरी अभी मेरी थोड़ी सी जीभ ही अन्दर गयी, उसी में मामी की एक जोरदार ‘आआह आह आअह’ निकल गयी.

वे बोलीं- तूने ऐसा कहां से सीखा … ऐसा किसी ने नहीं किया मेरे साथ अह्ह अह्ह्ह्ह ओह्ह्ह यस!

मेरी जीभ के साथ अब मैंने अपना पूरा मुँह मामी की चूत में डाल दिया और पीछे से हाथ ले जाकर उनकी चूत को अपने मुँह में और दबाने लगा.

मामी की हालत खराब होने लगी थी और वे जोर-जोर से ‘उउउउ … हहहह … हाय … मम्म … ख्ह्ह्ह …’
न जाने क्या-क्या बड़बड़ाने लगीं.

उन्होंने मेरे बाल पकड़ रखे थे और अब तो वे खुद ही अपनी चूत को मेरे मुँह पर आगे-पीछे करने लगीं ‘आह आह अहह हह … चाट लो … हाय यस चाटो!’
वे उस दिन कामवासना की देवी बनकर बस वासना में डूबी हुई थीं.

थोड़ी ही देर में उन्होंने मेरे सिर को और जोर से पकड़ लिया और ‘अह्ह अह्ह्ह यस यस’ करती हुई मेरे मुँह में ही अपना पूरा पानी छोड़ दिया.

उनकी चुत से इतना सारा पानी निकला कि मेरे गले तक उनका पानी आ गया.
तकिया भी भीग गया था.

वे झड़ने के बाद एकदम से जैसे निढाल हो गई थीं और हांफने लगी थीं.

उन्होंने मेरे बगल में लेटकर पहले सांस ली.
फिर अपनी चूत के पानी को … जो मेरे ऊपर आ गया था, उसे चाटने लगीं.

उन्होंने इतनी बुरी तरह चाटा कि जहां-जहां चाटा, वहां-वहां लाल निशान पड़ गए थे.
मामी ने बोला- आज तो खुशी तुमने दी है न … इसके एवज में तुम मुझे जब चाहे, जैसे चाहे … यूज कर सकते हो! आज के बाद मैं तुम्हें कभी भी सेक्स के लिए मना नहीं करूँगी.

अब बारी थी लंड और चूत के मिलन की.

मामी ने एक बार फिर मेरा लंड पकड़ कर मुँह में भर लिया और चूसने लगीं.
मेरा लंड अब पहले से भी ज्यादा कड़क और सख्त हो चुका था.

इस बार मैंने देर न करते हुए मामी को नीचे लिटाया और उनकी चूत को एक बार फिर से चाटा.
उनकी चूत पहले से इतनी गीली हो चुकी थी कि मेरी जीभ भी फिसल रही थी.

मामी मेरे सिर को अपनी चूत में दबा रही थीं.
सीन देख कर मैंने अपने लंड को उनकी गीली कोमल चूत पर रखकर सैट किया और जैसे ही थोड़ा अन्दर किया, चूत के गीले होने की वजह से लंड सरसराता हुआ अन्दर चला गया.

फकिंग शुरू होते ही मामी के मुँह से एक जोरदार ‘आह!’ निकली और मेरे मुँह से निकला- ओह यस … दिस इज इट!

मेरा लंड तो पहले भी चूत में गया है पर इस बार ऐसा लग रहा था जैसे ये चूत इसी लंड के लिए बनी है!

पहले तो मैं धीरे-धीरे कर रहा था, लेकिन फिर बाद में जोर-जोर से लंड को अन्दर-बाहर करने लगा.

मामी तो बस बेड पर टांगें फैलाए हुई पड़ी हुई ‘आह आह आह.’ कर रही थीं.
मैं मामी के ऊपर आकर उनके गले पर, गाल पर, होंठों पर, उनके दोनों दूध पर किस कर रहा था और चाट रहा था.

उसी पोजीशन में मैंने 5 मिनट तक चुदाई की.

फिर मामी बोलीं- तू लेट, मैं ऊपर आती हूँ!
मेरे लेटते ही मामी मेरे ऊपर आ गईं और मेरे लंड को सहलाती हुई अपनी चूत के दरवाजे पर रखकर नीचे हुईं.

चिकनाहट के चलते एक बार में ही पूरा का पूरा लंड उनकी चूत की गहराई में कहीं छुप गया.
एक टाइम को तो लगा कि मेरा लंड गायब हो गया!

फिर मामी ने ऊपर-नीचे होना शुरू किया और ऊपर-नीचे होते हुए उनके दूध भी ऊपर-नीचे हो रहे थे.

मैंने उनके दोनों दूधों को पकड़ लिया और दबाने लगा.
कभी निप्पलों को नोंचता, तो कभी एक निप्पल को मुँह में ले लेता, तो कभी दूसरे को.

हम दोनों ही कामवासना की आग में जल रहे थे.
एसी चालू होने के बाद भी हम पसीने में लथपथ थे.

कुछ ही देर बाद हम दोनों ही कामुकता के उस बिन्दु पर पहुंच गए थे जब हमें चरम सुख मिलने वाला था!

मामी ने अपनी आवाजें तेज कर दी थीं और वे जोर-जोर से मेरे लंड के ऊपर कूदके फकिंग का मजा लेने लगी थीं.

मैं अपने वश में नहीं था, जो वे कर रही थीं, वही हो रहा था.
हमें 20 मिनट से ज्यादा हो चुके थे.

मैंने उनसे कहा- मेरा होने वाला है!
तो मामी आहें भरती हुई बोलीं- मेरा भी होने वाला है!

मैंने पूछा- कहां निकालूँ?
तो मामी बोलीं- आज तो सब कुछ अन्दर ही आ जाने दे! इस तरह से आज पहली बार मेरी चूत में लंड गया है! मेरी सूखी चूत को अपने लंड के पानी से भिगा दे!

अब हम दोनों ही तेज-तेज आहें भरने लगे.
मामी मेरे ऊपर और भी ज्यादा जोर से कूदने लगीं और उनकी आवाज और तेज होती जा रही थी ‘आह्ह … अह्ह् ओह्ह् … मैं मर गई … आआआ … ओह यस यस!’

यही सब करती हुई वे पहले झड़ गईं.
पूरा लंड उनकी चूत के पानी में तैर सा गया.

मामी मामी किसिंग फकिंग के बाद मेरी छाती पर सिर पटक कर लेट गईं.
मेरा अभी हुआ नहीं था तो उसी पोजीशन में मैंने नीचे से अपने लंड को उनकी चूत में अन्दर-बाहर करना शुरू कर दिया.

दो-तीन धक्कों के बाद मेरा पानी भी उनकी चूत में निकल गया.

उस वक्त मुझे ऐसा लगा जैसे मेरे शरीर से आत्मा निकल गई हो.

मेरा लंड अभी भी उनकी चूत में था और धीरे-धीरे छोटा होता गया और चूत से सरक गया.

उनकी चूत में जो मेरे लंड का पानी था, वह मेरे लंड और जांघों पर बहने लगा.
हम दोनों पांच मिनट तक ऐसे ही पड़े रहे.

फिर जब होश आया, तो मामी ने मुझे किस किया और मेरे बगल में लेट गईं.
वे बोलीं- थैंक्यू मेरी जान राहुल … आज तक तेरे मामा ने मेरी ऐसी चुदाई नहीं की … आज पहली बार मेरी चूत से इतना पानी निकला है!

हम दोनों ही बेड पर बहुत देर तक ऐसे ही लेटे रहे.

फिर हम दोनों साथ में बाथरूम गए और एक-दूसरे को साफ किया.

नहाते हुए एक-दूसरे को खूब चूमा और चाटा, खूब किसिंग की.
अब ऐसे दिन मेरे जीवन में अक्सर आने लगे.

जब भी मामा कहीं जाते, मैं रात भर उनके यहां सोता और रात भर हम दोनों कामवासना का खेल खेलते.

ऐसे ही करते-करते हमें दो साल बीत गए और हमारा प्यार परवान चढ़ता गया.

मैं सबके सामने तो उन्हें मामी कहता, लेकिन अकेले में तू कहकर बात करता और वे भी ऐसे ही बात करतीं.

हम दोनों एक-दूसरे से बहुत प्यार करते थे.
लेकिन शायद किसी की नजर लग गई.

पारिवारिक संबंध खराब होने की वजह से मामा ने वह शहर ही छोड़ दिया.
अब मिलना तो दूर, देखना भी मुश्किल हो गया था.

उनके फोन नंबर भी बदल गए थे.

दो साल बाद मेरे पास मामी का कॉल आया.
मैं इतना खुश हुआ कि बता नहीं सकता!

उन्होंने कहा- रात में बात करेंगे, क्योंकि मामा कहीं जाने वाले हैं!

रात को 12 बजे उनका कॉल आया.
हम दोनों पहले तो बात करते-करते बहुत रोए.
फिर बाद में शांत होकर एक-दूसरे को फोन पर किस किया.

उसके बाद फोन सेक्स भी किया.
अब इस बात को बहुत समय हो गया.

पूरे परिवार में किसी को नहीं पता कि मामा अब कहां रहते हैं.
न कोई कॉन्टैक्ट हुआ उनसे और मामी ने जिस नंबर से कॉल किया था, वह भी बंद हो गया था.
लेकिन आज भी मैं अपनी मामी के साथ हुई पहली चुदाई को याद करता हूँ, तो शरीर का रोम-रोम खड़ा हो जाता है … साथ में लंड भी.

अब क्या ही कर सकते हैं, अपने लंड को शांत करने के अलावा.

तो लंडधारियो और चूत की देवियो, आपको ये सच्ची मामी किसिंग फकिंग स्टोरी कैसी लगी?
मुझे मेल पर जरूर बताइए!
मेरी मेल आईडी है
[email protected]

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