गदराई माल भाभी के मजे लिए रात भर
(Bhabhi Xxx Hindi Kahani)
भाभी Xxx हिंदी कहानी में मेरे ऑनलाइन बने दोस्त ने मुझे अपने शहर में जॉब दिलवाई. मैंने उसके घर जाने लगा. उसकी बीवी मस्त माल थी. मैं उसे चोदना चाहता था.
नमस्कार दोस्तो! उम्मीद है कि आपकी सर्दी की रात अच्छी जा रही होगी।
लड़कों को उनकी पसंद की लड़की और लड़कियों को उनके पसंद के लड़के मिल रहे होंगे!
मेरा नाम टोटो है। टोटो मेरा निकनेम है।
मैं भोपाल के पास एक छोटे से गाँव का रहने वाला हूँ।
मेरी हाइट 5.8″ है।
मैं न तो बहुत गोरा हूँ और न ही बहुत काला।
मेरी उम्र 23 साल है।
मैं जिम जाता हूँ और मेरी बॉडी काफी अच्छी है।
लोग कहते हैं कि मेरी बॉडी अक्षय कुमार जैसी है!
मुझे दाढ़ी और लंबे बालों का शौक है जो मुझ पर बहुत अच्छे लगते हैं।
ये कहानी जो मैं आपको सुनाने जा रहा हूँ, वो मेरे दोस्त की बीवी और मेरे बीच हुई जबरदस्त चुदाई की है।
यह मेरी पहली कहानी है, तो अगर कोई गलती हो जाए तो माफ कर देना यार! और मुझे मेल करना बिल्कुल न भूलना।
भाभी Xxx हिंदी कहानी 4 साल पहले की है। 12वीं पास किए हुए मुझे 8 महीने हो चुके थे।
मैं इंस्टाग्राम पर रील्स देख रहा था.
तभी मुझे एक लड़का मिला जो दिल्ली का रहने वाला था।
उसका नाम यश वालिया था।
हमारी बातें शुरू हुईं और फिर हम ऑनलाइन गेम भी खेलने लगे।
धीरे-धीरे हमारी दोस्ती पक्की हो गई।
12वीं पास किए हुए एक साल से ज्यादा हो चुका था।
मेरे घर में पैसे की तंगी थी तो मुझे नौकरी की जरूरत थी।
भोपाल में 15,000 से ज्यादा की जॉब मिलना मुश्किल था।
मैंने यश से कहा,”यार, मुझे 25-30 हजार की जॉब चाहिए!”
उसने एक हफ्ते का समय माँगा.
मैंने कहा,”ज्यादा मेहनत वाला काम मत देखना!”
उसने कहा,”ठीक है!”
10 दिन बाद यश का इंस्टाग्राम पर मैसेज आया।
उसने मेरे लिए एक जॉब ढूंढ ली थी।
जॉब एक शोरूम में थी, रहना-खाना फ्री था और 27,000 रुपये महीने की सैलरी थी।
मुझे जॉब पसंद आई तो मैंने हाँ कर दी।
घर वालों ने भी मुझे दिल्ली जाने की इजाजत दे दी।
मैं दिल्ली जाने की तैयारी में जुट गया।
दो दिन की पैकिंग के बाद मैं दिल्ली के लिए निकल गया।
जब मैं दिल्ली पहुँचा, तो यश मुझे लेने कार से आया था।
कार स्कॉर्पियो थी जो उसने 6 महीने पहले खरीदी थी।
मैं गरीब घर से था तो मुझे कारों की ज्यादा जानकारी नहीं थी।
यश ने मुझे कार के बारे में सब बताया।
फिर हम बातें करते-करते उसके घर पहुँच गए।
यश का घर एक 2 BHK अपार्टमेंट था जो बहुत अच्छा दिखता था।
उस वक्त उसकी बीवी घर पर नहीं थी।
वो अपने मायके गई थी और 5 दिन बाद आने वाली थी।
उस दिन हमने पहली बार मिलने की खुशी में खूब दारू पी।
दारू के पैसे यश ने दिए।
अगले दिन यश ने मुझे शोरूम में जॉब लगवा दी और उसके घर के पास एक फर्निश्ड रूम भी दिलवा दिया।
रूम का किराया कंपनी दे रही थी।
दिल्ली में मुझे मजा आने लगा।
ऐसे ही 6 दिन निकल गए।
मैं यश के घर आता-जाता रहता था।
एक दिन जब मैं उसके घर गया तो उसकी बीवी मायके से वापस आ चुकी थी।
यश ने मुझे उससे मिलवाया।
उसका नाम सोनू वालिया था।
दोस्तो, कसम से, जितनी तारीफ करूँ, उतनी कम है!
उसकी हाइट 5.2″ थी, गोरा रंग, भरा हुआ शरीर, क्यूट सा चेहरा, गुलाब की पंखुड़ियों जैसे होंठ, हीरे जैसी चमकती आँखें, और उसके चूचों और गांड का उभार!
उसकी चलने की लचक मुझे पागल कर रही थी।
उसका फिगर 36-25-36 था।
उसे देखकर मैं कुछ देर के लिए सब भूल गया।
यश ने हमारा परिचय कराया।
सोनू चाय बनाने किचन में चली गई।
मैं उसे देखकर पागल हो रहा था।
मैंने मन ही मन उसे चोदने का प्लान बना लिया, पर यश की वजह से अभी कुछ कर पाना मुश्किल था।
ऐसे ही 6 महीने बीत गए।
एक दिन सोनू का कॉल आया कि यश की तबीयत खराब हो गई है और उसे अस्पताल ले जाना है।
मैं ऑफिस से सीधे यश के घर गया और उसे अस्पताल ले गया।
डॉक्टर ने बताया कि उसके पेट में सूजन है, जिसकी वजह से खाना नहीं पच रहा और उसे बहुत कमजोरी हो रही है। ये सब उसकी ज्यादा दारू पीने की वजह से हुआ था।
यश का इलाज एक साल तक चला।
उसका स्वास्थ्य पहले से बेहतर था लेकिन कमजोरी की वजह से वो चल नहीं पाता था और खाना भी खुद नहीं खा पाता था।
उसका वजन 80 किलो से घटकर 48 किलो रह गया था।
यश की काफी प्रॉपर्टी थी, जिसका किराया उसे मिलता था, तो पैसे की कोई दिक्कत नहीं थी।
मैं समय-समय पर उससे मिलने जाता था।
एक दिन जब मैं यश के घर गया, वो सो रहा था।
मैंने सोनू से यश के हालचाल पूछे।
उसने बताया कि सब ठीक है।
फिर हम इधर-उधर की बातें करने लगे।
सोनू ने जींस और हाफ टी-शर्ट पहनी थी, जिसमें उसके बूब्स का उभार गजब दिख रहा था।
मैं तो खो सा गया था।
सोनू ने मेरी आँखें पढ़ लीं और बात अधूरी छोड़कर किचन में चली गई।
मैं भी उसके पीछे गया।
वहाँ मैंने देखा कि वो रो रही थी।
मैंने पूछा,”क्या हुआ?”
उसने कहा,”जब से यश की हालत ऐसी हुई है, सब लोग मुझे हवस भरी नजरों से देखते हैं। मैंने सोचा टोटो, तुम अच्छे होगे, पर तुम भी वैसे ही निकले!”
इतना कहकर उसने मुझे घर से बाहर निकाल दिया।
मैं चुपचाप अपने घर चला गया।
रात करीब 9 बजे सोनू का मैसेज आया,”सो गए क्या?”
मैंने जवाब दिया,”नहीं!”
सोनू,”आज तुम मुझे ऐसे क्यों देख रहे थे?”
मैं,”तुम मुझे पहले दिन से बहुत अच्छी लगती हो!”
सोनू,”अच्छा?”
मैं,”हाँ, पर यश की वजह से मैं पहले कुछ बोल नहीं पाया, न अब बोल पा रहा हूँ!”
सोनू,”सच कहूँ, तो तुम मुझे भी पसंद हो, पर मेरी शादी हो चुकी है। अब कुछ नहीं हो सकता!”
मैं,”हाँ, बात तो सही है, पर दिल की बात दिल में नहीं रखनी चाहिए। इसलिए मैंने तुम्हें बता दिया!”
मेरी बात सुनकर सोनू का कॉल आया।
वो रोते हुए बोली,”टोटो, क्या तुम घर आ सकते हो?”
इतना कहकर उसने कॉल कट कर दिया।
मुझे डर हुआ कि कहीं यश को कुछ तो नहीं हो गया।
मैं फटाफट उसके घर पहुँचा।
जब मैं घर पहुँचा, सब ठीक था।
यश सो रहा था।
मैं सोनू के पास गया और पूछा,”क्या हुआ?”
उसने मेरी तरफ देखा और मुझे किस कर दिया।
मैं अचानक हुए इस किस से डर गया, फिर मैं भी उसे किस करने लगा।
ये मेरी जिंदगी का पहला किस था, वो भी मेरे दोस्त की बीवी के साथ!
वाउ!
उसकी आँखें हवस और आँसुओं से भरी थीं।
उसने बताया,”पिछले एक साल से मैंने सेक्स नहीं किया। इस वजह से मैं बहुत दुखी रहती हूँ!”
मैंने कहा,”मेरे रहते तुम दुखी कैसे रह सकती हो?”
हमने फिर से किस करना शुरू कर दिया।
वो मुझे पागलों की तरह किस कर रही थी।
उसने मेरी शर्ट और लोअर उतार दिया।
मैंने उसका गाउन ऊपर कर दिया।
वो मेरे सामने सिर्फ पिंक ब्रा और पैंटी में थी।
उसे देखकर मैं पागल हो गया।
मैं उसे पागलों की तरह किस करने लगा।
मैंने उसकी ब्रा उतार दी और बच्चों की तरह उसके 36 साइज के गोल-मटोल बूब्स को पीने लगा।
मैं उसके पिंक निपल्स को मैं दबा रहा था, पी रहा था और बीच-बीच में दाँतों से काट रहा था।
मुझे बहुत मजा आ रहा था।
उसके बूब्स लाल हो गए थे।
वो बहुत गर्म हो चुकी थी; वो बेडशीट को मुठ्ठी में पकड़कर बिन पानी की मछली की तरह तड़प रही थी।
मैंने उसकी पैंटी के अंदर हाथ डालकर उसकी चूत सहलानी शुरू की।
फिर मैंने उसकी पैंटी उतार दी।
उसकी चूत पिंक थी।
उसे देखकर मैं पागल हो गया।
उसने कहा,”चूत चाटो!”
मैं बिना कुछ सोचे पागलों की तरह उसकी चूत चाटने लगा।
वो तड़प उठी और आवाजें करने लगी,”म्म्मह! हाम्म्म! वम्ममम! टोटो! चाटो! हा हा हा! मजा आ रहा है! और जोर से!”
उसने मेरे बाल पकड़कर मेरे मुँह को अपनी चूत में पूरी ताकत से दबा दिया।
मुझे साँस नहीं आ रही थी।
वो अपनी गांड आगे-पीछे कर रही थी।
फिर उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया।
वो पानी चिपचिपा था।
टेस्ट में कुछ खास नहीं था, पर हवस में वो पीना मजेदार था।
उसके बाद वो उठी और मुझे किस करने लगी।
वो मेरी गर्दन, छाती, निपल्स और नाभि पर किस करने लगी।
उसने मेरा अंडरवियर उतार दिया। मेरा 6.3 इंच का लंड देखकर वो डर गई।
उसने कहा,”इतना बड़ा!”
मैंने कहा,”सबका इतना बड़ा होता है!”
वो बोली,”नहीं, सबका इतना बड़ा नहीं होता!”
फिर उसने मेरा लंड मुँह में लिया।
जब उसने मुँह चलाना शुरू किया तो मैं सातवें आसमान पर था।
मुझे बहुत मजा आ रहा था।
वो मेरे ऊपर थी।
मेरा बीज निकलने वाला था।
मैंने उसके बाल पकड़े।
मैं मुँह में झड़ना नहीं चाहता था पर अपने आप हो गया।
मैंने नीचे से पूरी ताकत से धक्के दिए।
वो “उम्म्म उम्म्म” कर रही थी, पर मैं नहीं रुका और उसके मुँह में झड़ गया।
जब मैंने उसे छोड़ा, तो उसकी आँखों से आँसू आ रहे थे।
वो फिर मुझे किस करने लगी।
मैं उसकी चूचियों से खेलने लगा।
वो बोली,”अब नहीं रुका जाता! जल्दी डाल दो!”
मैंने बिना देर किए लंड उसकी चूत में डालना शुरू किया।
सोनू की चूत थोड़ी टाइट थी तो मैंने थूक लगाया और पूरी ताकत से पेल दिया।
उसे दर्द हो रहा था।
उसने रुकने को कहा.
पर मैं रुकने की हालत में नहीं था।
ये मेरा पहला सेक्स अनुभव था।
मैं मशीन की तरह चलता रहा।
करीब 15 मिनट चुदाई के बाद मैं उसकी चूत में ही झड़ गया।
उस रात मैंने 4 बार चुदाई की।
ये थी मेरी पहली चुदाई की कहानी।
भाभी Xxx हिंदी कहानी आपको कैसी लगी?
मुझे मेल करना न भूलना!
[email protected]
What did you think of this story
Comments