पड़ोसन भाभी की चुत का भोसड़ा बनाया- 2

(Crazy S3x With Wild Bhabhi)

दीपक xxx 2025-06-06 Comments

क्रेजी S3x विद वाइल्ड भाभी का मजा मैंने होटल के कमरे में सिंगल बेड पर लिया. मैं बहाने से भाभी को रात भर के लिए होटल में लाया था. मुझे पता था कि उनकी अन्तर्वासना प्रज्ज्वलित है.

दोस्तो, मैं दीप आपको अपनी पड़ोसन अलीशा भाभी की चुदाई की कहानी सुना रहा था.
कहानी के पहले भाग
प्यासी भाभी को चोदने की योजना
में अब तक आपने पढ़ लिया था कि मैं भाभी को एक वैद्य जी के पास दवा दिलाने के लिए लाया था.
उधर हम लोगों को रात में रुकना पड़ रहा था तो हम दोनों ने होटल में एक सिंगल बेड वाला कमरा ले लिया.

अब आगे क्रेजी S3x विद वाइल्ड भाभी:

काफी थकान होने की वजह से मैंने अपने कपड़े उतारे और नीचे शॉर्ट्स व ऊपर टी-शर्ट पहन कर लेट गया.

मैंने जानबूझकर शॉर्ट्स के नीचे अंडरवियर नहीं पहना था.

उधर भाभी भी टॉयलेट में कपड़े चेंज करके बाहर आ गईं.
भाभी ने वही वाली नाइटी डाली हुई थी, जिसके पीछे से मैंने उनकी गांड की दरार का अहसास किया था.

उन्हें देखकर मुझे फिर से वह हसीन पल याद आने लगे.
अब आने वाली रात मेरे लिए बहुत खास होने वाली थी.

पहले तो मेरा मन किया कि मैं भाभी को बता दूँ कि मैं उन्हें कितना पसंद करता हूँ.

पर वे कहीं न मानी तो गड़बड़ हो सकती थी.
तब भी उन्हें पाने के लिए मुझे भाभी से खुलकर बात तो करनी ही थी.

मैं बोला- भाभी, अच्छा हुआ हमको सही समय पर ये होटल मिल गया!
भाभी- हां, वरना हम पूरी रात इधर-उधर घूमते रहते.

मैं लाइन मारते हुए बोला- नहीं भाभी, आपको मेरे होते हुए रात भर भटकना पड़े, ऐसा हो ही नहीं सकता. आप तो मेरे लिए लाखों में एक हो!
भाभी हंसती हुई बोलीं- अच्छा जी!

मैं- भाभी, एक बात पूछूँ, अगर आपको बुरा न लगे तो?
भाभी- हां, पूछो!

मैं- भाभी, आप इतनी सुंदर और इतनी अच्छी हैं, क्या भैया आपसे प्यार नहीं करते? अगर आप जैसी मेरी पत्नी हो, तो मैं तो पागल ही हो जाऊं.
भाभी- सबकी किस्मत दीदी की तरह नहीं होती. दीदी बहुत भाग्यशाली हैं जो उन्हें आप मिले. मेरी इतनी अच्छी किस्मत कहां? और रही बात प्यार की, मैं आपके भैया से बहुत प्यार करती हूँ, लेकिन वह ही …

अधूरी बात बोलकर भाभी चुप हो गईं!

मैं- भाभी, प्लीज खुलकर बताइए. मुझे अपना ही समझिए, प्लीज.

मैं भाभी के मुँह से उनकी सेक्स लाइफ के बारे में सुनना चाहता था- भाभी, क्या आप दोनों के बीच सेक्स को लेकर कोई दिक्कत है? क्योंकि एक कमरे में बच्चे भी हैं, इसलिए मैं समझ सकता हूँ.
भाभी- ऐसा कुछ भी नहीं है. उनसे कुछ होता ही नहीं है.
यह बोलकर भाभी फिर से चुप हो गईं.

अब मैंने खुल कर बोला- मतलब भैया आपको चोदते नहीं हैं क्या?

भाभी मेरे मुँह से ‘चोदते नहीं हैं’ जैसी बात सुनकर हल्की मुस्कान के साथ बोलीं- वे ‘चोदते नहीं हैं’ वाली बात नहीं है, बल्कि वे मुझे चोद ही नहीं पाते हैं!
अब मैं खुल गया- अच्छा भाभी, इसका मतलब यह हुआ कि भैया का लंड ही खड़ा नहीं होता … जो वे आपको चोद नहीं पाते?

भाभी ने मुझे तीखे लहजे में टोकते हुए कहा- आप दीदी को चोद पाते हो?
मैं- भाभी, आपकी दीदी की चूत का भोसड़ा बनाया हुआ है. आप अपनी दीदी से पूछ लेना. अगर मैं दिन में 3-4 बार उन्हें पटककर न चोदूँ, तो मुझे आराम नहीं मिलता!

भाभी- इसलिए आपका लंड खड़ा ही रहता है. अब भी देखो, कैसे तनकर खड़ा है.
वे मेरे लंड की ओर इशारा करती हुई बोलीं.

मैंने देखा, तो शॉर्ट्स में मेरा लंड पूरा तना हुआ था.
भाभी की नजर भी मेरे खड़े लंड पर टिकी थी.

तभी मैंने उनके शॉर्ट्स को नीचे खींच दिया और अपना लंड दिखाकर बोला- देखो ना भाभी, यह गीला भी हो रहा है!

मेरी इस हरकत पर भाभी का मुँह खुला का खुला रह गया.
उनकी बड़ी-बड़ी आंखें मेरे लंड को ऐसे घूरने लगी थीं मानो उनकी सांसें थम गई हों.

मैंने आगे बढ़ कर भाभी का हाथ पकड़ा और अपने लंड पर रखने की कोशिश की.
लेकिन तभी भाभी होश में आ गईं और उन्होंने अपना हाथ पीछे खींच लिया.

मैंने वापस भाभी का हाथ पकड़ा और अपने लंड पर रख दिया.
इस बार मैंने अपने होंठ उनके होंठों पर रख दिए और उन्हें किस करने लगा.

भाभी ना-नुकुर कर रही थीं, लेकिन मैंने उनकी एक नहीं चलने दी.

अब मैं उनके एकदम करीब आ गया और उनकी चूचियां दबाते हुए उनके होंठों पर किस करने लगा.

अब भाभी ने भी ना-नुकुर छोड़ दी और उन्होंने मेरे लंड को कसकर मुठ्ठी में पकड़ लिया.

उन्होंने भी हिचकिचाहट छोड़ दी और वे मेरे लंड को मस्ती से दबाने लगीं.
उनके हाथ कुछ ऐसे चल रहे थे मानो वे लंड का साइज नाप रही हों.

उसी बीच मैंने भाभी की नाइटी ऊपर कर दी और उनकी पैंटी नीचे खींच दी.
वे भी बिना किसी शर्म के मेरे सीने पर हाथ फेरने लगी थीं.

मैं उनके निचले होंठ को अपने होंठों में दबा कर चूमने लगा.
कुछ ही देर में भाभी मदमस्त होकर किसी पागल चुदासी औरत के जैसी छटपटाने लगी थीं.

मैंने उन्हें बिस्तर पर लिटा दिया और मस्ती से उनके दूध चूसने लगा.

उन्होंने कुछ देर दूध चुसवाए और उसके बाद मुझे नीचे जाने का इशारा करने लगीं.
उसी के साथ उन्होंने अपनी टांगें फैला दीं और मेरे मुँह को अपनी चूत पर रगड़ने लगीं.

मैं भी बुरी तरह से उनकी चूत चाटने लगा.

कुछ ही पलों में भाभी एकदम से भूखी रंडी की तरह मचलीं और वे एकदम से मेरे ऊपर चढ़ गईं.
उन्होंने 69 की पोजीशन में अपनी चुत मेरे मुँह पर लगा दी थी.

भाभी का गुलाबी भोसड़ा मेरे होंठों पर और मेरा लंड उनके होंठों पर लग गया था.

फिर बिना देर किए मैं भाभी का गुलाबी भोसड़ा चाटने लगा और भाभी भी मेरा लंड पकड़ कर ऐसे चूसने लगीं, जैसे वे लॉलीपॉप चूस रही हों.

भाभी का लंड चूसना ऐसा लग रहा था, मानो वे इसे खा ही जाएंगी.
लंड चूसने के साथ ही भाभी अपना गुलाबी भोसड़ा मेरे होंठों पर रगड़ रही थीं.

कुछ ही देर में उन्होंने अपनी चुत रगड़वा कर अपना सारा पानी मेरे मुँह पर छोड़ दिया.

झड़ने के कुछ देर बाद अब वे मस्ती से मेरा पूरा लंड चटखारे लेकर चूसने लगी थीं.

भाभी के इतनी शिद्दत से लंड चूसने से मेरा लंड भी ज्यादा देर नहीं टिक सका और मैं भी उनके मुँह में ही झड़ गया.
भाभी ने भी सारा रस चाट कर लंड साफ कर दिया.

अब हम दोनों उठकर एक साथ शॉवर लेने बाथरूम में आ गए.
मैंने भाभी की चूत को साबुन से अच्छे से साफ कर दिया.

भाभी भी मेरे लंड को साबुन से अच्छे से साफ करने लगी थीं.
उनका हाथ लंड पर पड़ते ही मेरे लंड में फिर से तनाव आने लगा था.
जल्दी ही लंड फिर से खड़ा हो गया था.

फिर मैं भाभी की कमर पर साबुन लगाने लगा था. उस वक्त मेरा लंड उनकी मोटी गांड में घुसने लगा था.

भाभी ने हंसते हुए कहा- देखो, तुम्हारा लंड फिर से वही शैतानी कर रहा है, जो इसने बेड खिसकाते वक्त की थी!
मैं- भाभी, उस वक्त मेरी कोई गलती नहीं थी.
वे हंस दीं.

मैंने लंड की ओर इशारा करते हुए कहा- ये आपकी गांड देखकर फिसल जाता है!
भाभी- हां, तुम्हारा ये लंड इतना ज्यादा फिसल जाता है कि उस वक्त तो मेरी चीख निकलते-निकलते रह गई थी. पता है तुम्हें, तुम्हारा लंड बहुत जोर से अन्दर लगा था. मन कर रहा था कि अभी पकड़ कर अन्दर ले लूँ!

मैं- भाभी, मेरा इतना-सा तो लंड है बेचारा. आपको क्या इतना तेज लगा होगा?
भाभी- दीप जी, आपका लंड मेरे पति से कहीं बड़ा और मोटा है. मैं तो अब भी आपके इस खीरे जैसे लंड को लेने में डर रही हूँ. कहीं आपका लंड मेरी चूत न फाड़ दे!

मैं- भाभी, मैं बहुत प्यार से करूँगा. आपकी चूत में ज्यादा दर्द नहीं दूँगा. बस थोड़ा जैल लगा लीजिए अपने प्यारे देवर के लंड के लिए!
भाभी- काश ये थोड़ा छोटा होता. मेरी छोटी-सी चूत में पता नहीं क्या खलबली मचाएगा आपका ये शैतान लंड!

इतनी कामुक बातें सुनकर मेरा लंड अब पहले से कहीं ज्यादा सख्त और तनाव में आ गया था.
भाभी भी समझ गई थीं कि मेरा लंड उनकी चूत माँग रहा है.

मैं बिना देर किए भाभी को नंगी ही बेड पर ले आया और उनके होंठों को चूमने लगा.
भाभी भी किस करती हुई मेरे लंड को पकड़ कर मसलने लगी थीं.

मैं भाभी को लिटाकर उनकी चूत चाटने लगा, जिससे भाभी को भी मजा आने लगा था और वे अपनी दोनों टांगें अच्छे से फैलाकर चूत चटाई का मजा लेने लगी थीं.

भाभी की चूत चाटते हुए मैं उनके ऊपर आकर अपना लंड उनकी चूत पर रगड़ने लगा.
भाभी ने इससे मदहोश होकर आंखें बंद कर लीं और वे मेरे लंड को पकड़ कर अपनी चूत पर सैट करने लगीं.

मैंने भी उसी वक्त भाभी की चूत में हल्का-सा झटका दे दिया, जिससे लंड का अगला हिस्सा उनकी चूत में फंस गया.

मेरे लंड के मोटे सुपारे ने चुत की पुत्तियों को फैलाया तो भाभी के मुँह से ‘आह’ निकलने लगी.

भाभी की चूत वाकई टाइट लग रही थी.
मैंने उनकी आंखों में देखा और इशारे से पूछा कि इतनी कसी क्यों है?

भाभी ने बताया कि तुम्हारे भैया के वश में चुदाई करना ना के बराबर है. वैसे भी वे दो हफ्ते में एक बार कोशिश करते हैं और उनका लंड भी काफी छोटा है. वे लंड पेल कर जैसे ही 4-5 बार अन्दर बाहर करते हैं, उतने में उनके लंड का पानी मेरी चुत में निकल जाता है. वे मुझे चोद ही नहीं पाते हैं. इसी वजह से मेरी चूत टाइट है.

मैं भाभी की टाइट चूत में धीरे-धीरे लंड पेलने लगा, जिससे उन्हें दर्द भी न हो और लंड भी पूरा घुस जाए.

पूरा लंड घुसते ही मैंने लंड आगे पीछे करना शुरू किया तो उनके बूब्स उछलने लगे थे.
मैं उनके दोनों बूब्स पकड़ कर मसलने लगा और उनकी चूत में जोरदार झटका लगाने लगा.

अभी मेरा पूरा लंड भाभी की चूत में समा चुका था और लंड के आगे पीछे होने से भाभी की चीख निकलने लगी थी.
उन्होंने मुझे अपने सीने पर खींचा और कसकर गले से लगा लिया.

मेरी कमर के झटके चुदाई में सतत लग रहे थे.
मेरा 6.5 इंच का मोटा लंड भाभी की चूत में अच्छे से बजने लगा था.

कुछ ही देर में भाभी की गांड भी हिलने लगी तो मैं समझ गया कि मशीन चालू हो गई है.

अब मेरे तेज-तेज झटके लगने लगे.
इससे भाभी का बुरा हाल हो गया था.
मेरे लंड की लंबाई और मोटाई से भाभी की मादक सिसकारियां तेज होने लगी थीं.
मेरा लंड अच्छे से भाभी की चूत का भोसड़ा बनाने में लग गया था.

वे एक बार झड़ भी गई थीं, जिससे लंड सटासट आगे पीछे होने लगा था.

कुछ मिनट बाद भाभी की दर्द भरी आवाजें बिल्कुल कम हो गईं और वे मुझे रुकने का इशारा करने लगीं.

भाभी हंसती हुई बोलीं- दीप, इससे पहले कभी क्रेजी S3x वाइल्ड सेक्स मैंने नहीं किया, मेरी चूत की ऐसी पिटाई नहीं हुई.

मैं- भाभी, आपकी चूत कमाल की है. आज मेरा लंड आपकी चूत का सारा पानी पीकर इसका भोसड़ा बना देगा.
भाभी- दीप, तुम्हारा लंड पहले ही मेरी चूत का पानी पी चुका है. मेरा पानी निकल चुका है और मेरी चूत का तुमने अच्छे से भोसड़ा बना दिया है.

मैंने कहा- बस एक मिनट और रुक जाओ भाभी … मेरा भी आने वाला है!
इसी के साथ मेरे लंड ने भी भाभी के गीले भोसड़े में अपना माल छोड़ दिया.

भाभी के बूब्स, जो अब थोड़े लाल हो गए थे और उनकी चूत मेरे माल से भरी हुई थी.

हम दोनों ऐसे ही निढाल अवस्था में सो गए.

अगली सुबह मेरी आंख सुबह 7 बजे खुली.
उस वक्त भाभी मुझसे चिपक कर सो रही थीं.

मेरी नजर उनकी गांड पर चली गई, उसे देखकर मेरा मन करने लगा कि भाभी को घोड़ी पोज में चोदूँ.

मैंने भाभी का हाथ पकड़ कर अपने लंड पर रख दिया और उनकी गांड पर हाथ फेरने लगा.

तभी भाभी की भी आंख खुल गई और वे मुस्कुराती हुई मेरे सीने पर किस करने लगीं.
साथ ही अपने हाथ से वे मेरे लंड को भी दबाने सहलाने लगीं.

मैंने कहा- भाभी मेरी एक इच्छा को भी पूरा कर दो प्लीज!
वे बोलीं- बोलो न मेरे राजा!

मैंने उनकी गांड के छेद को उंगली से सहलाया और उनके कान में कहा- इस जन्नत की सैर करवा दो!
वे डर गईं और बोलीं- उधर के लिए मुझे बहुत तैयारी करनी पड़ेगी.

मैंने कहा- क्या तैयारी करनी पड़ेगी?
उन्होंने मुझे बताया कि गांड मारना कोई हंसी खेल नहीं होता है. इसको ढीला करने के लिए मुझे आस-बट Ass Plug / Butt Plug लगाना पड़ेगा. फिर जब छेद ढीला हो जाएगा, तब तुम इसकी सैर का मजा ले लेना.

मैंने ओके कह दिया और उन्हें अपने लौड़े की सवारी करवाते हुए चोदने लगा.

दोस्तो, मेरी यह क्रेजी S3x विद वाइल्ड भाभी आपको कैसा लगा?
प्लीज जरूर बताएं.

और उनकी गांड चुदाई की कहानी के लिए आप थोड़ा इंतजार करें.
जैसे ही उनकी गांड में मैं लंड घुसेड़ूँगा, सबसे पहले आपको ही वह सेक्स कहानी लिखूँगा.
धन्यवाद.
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