मेरी कयामत प्रेमिका

singhy297 2011-08-28 Comments

प्रेषक : युवराज

मैं दिल्ली का रहने वाला हूँ, अन्तर्वासना का बहुत बड़ा फ़ैन हूँ। मैंने अन्तर्वासना डॉट कॉम की लगभग सारी कहानियाँ पढ़ी हैं। आज मैं आपको अपनी एक सच्ची कहानी बताने जा रहा हूँ। यह कहानी मेरे पहले सेक्स की है।

मेरी उम्र 19 साल है, मैं वेब डिज़ाइनर हूँ, दिखने में स्मार्ट हूँ, स्लिम हूँ।

तो बात शुरू होती है मेरी गर्लफ्रेंड के साथ ! मेरी गर्लफ्रेंड दिखने में किसी कयामत से कम नहीं है, वो मुझसे सच्चा प्यार करती है और मेरा प्यार तो मेरे छोटे युवराज यानि मेरे लण्ड को था।

एक दिन हम बातों बातों में सेक्स की बातें करने लगे तो मैंने उससे कहा- मैं तेरे साथ सेक्स करना चाहता हूँ !

पहले तो वो मानने का नाम ही नहीं ले रही थी, बड़ी मुश्किल से उसने हाँ कही तो मेरे दिल में तो खुशी की लहर दौड़ गई थी।

तो कुछ दिनों बाद मैंने अपने दोस्त का ऑफ़िस की चाबी ले ली और उस दोस्त से कहा- तू तब तक मत आना जब तक मैं तुझे ना बुलाँऊ !

अब तो बस मुझे सुबह होने का इंतज़ार था, मैंने सुबह साढ़े चार का अलार्म लगाया और सो गया। अलार्म की घंटी बजी और मैं खड़ा हो गया।

मैंने अपने गर्लफ़्रेन्ड को फोन घुमाया और कहा- तू पार्क के पास आ जा, मैं तेरा इन्त्जार कर रहा हूँ।

वो आ गई, हम बात करते करते ऑफ़िस गये, वहाँ पर मैंने लॉक खोला और अंदर चले गये। मैंने दरवजा बंद कर दिया।

अब मैंने उसे पानी पिलाया। हम बाते करने लग गये, फिर धीरे धीरे मैंने उसे चूमना शुरू कर दिया, वो भी मेरा साथ दे रही थी। धीरे धीरे मैंने उसके गर्दन के पास चूमा वो कुलबुला सी गई। फिर वो भी मेरा साथ दे रही थी।

अब मैंने उसका टॉप उतार दिया अब वो केवल ब्रा और लोअर में थी। उसके बूब्स सफ़ेद ब्रा में क्या लग रहे थे। मैंने उन्हें ऊपर से ही दबाना शुरू कर दिया। अब उसके मुंह से सिसकारियाँ निकलने लगी थी।

मैं अपना हाथ नीचे लाया तो मुझे अनुभव हुआ कि उसकी योनि गीली हो चुकी थी। अब मैंने उसका लोअर भी उतार दिया। अब वो सिर्फ़ ब्रा और पैंटी में थी, क्या कयामत लग रही थी।

धीरे धीरे करके मैंने उसके सारे कपड़े उतार दिए। अब वो मेरे सामने नंगी थी, अब उसने धीरे धीरे मेरे भी कपड़े उतार दिए। अब हम दोनो नंगे थे।

मैंने उसे दुबारा चूमना शुरू कर दिया, वो भी मस्त होती जा रही थी। मैंने उसकी योनि में उंगली डालनी शुरू कर दी। करीब 15 मिनट बाद वो झड़ गई। मैंने अपना 6 इंच का लण्ड उसके मुँह में देना चाहा पर उसने ऐसा करने से मना कर दिया।

तब मैंने उसे नीचे लिटा दिया, मैं उसके ऊपर आ गया। मैंने देर ना करते हुए अपना 6 इंच का लौड़ा उसकी योनि में डाल दिया। अभी लण्ड आधा ही गया था कि उसके मुँह से आ आआ की आवाज़ आई, तभी मैंने अपने होंट उसके होंठों पर रख दिए।

वो मना करने लगी- प्लीज़ मत करो !

पर मैंने उसकी नहीं सुनी, मैंने अपने आप को थोड़ी देर रोका फ़िर मैंने अपना लण्ड उसकी योनि में पूरा एक झटके में डाल दिया। उसके मुँह से आई- उई मम्मी !

वो दर्द के मारे तड़प रही थी पर मैं उस पर रहम नहीं कर रहा था। उसके मुँह से आ उई सी उई उई आ आ आ की आवाज़ आ रही थी।

कुछ देर बाद वो झड़ गई। अब झड़ने की मेरी बारी थी, करीब दो मिनट बाद मैं भी झड़ गया। करीब दस मिनट तक हम दोनों ऐसे ही पड़े रहे। मैंने नीचे देखा तो उसकी योनि से खून बह रहा था।

वो डर गई, कहने लगी- यह क्या किया आपने?

मैंने उसे समझाया- तू वर्जिन थी, अब तेरी सील टूटी है इसलिए खून निकल रहा है।

अब उसने मुझसे पूछा- आपने अपना कहाँ छोड़ा?

तो मैंने कहा- अंदर ही छोड़ दिया।

वो डर गई और कहने लगी- अब क्या होगा?

मैंने उसे समझाया- तू परेशान मत हो, मैं तुझे गोली दे दूँगा।

फ़िर मैंने शाम को केमिस्ट की शॉप से गोली लेकर उसको दी।

लेकिन कुछ ही दिनों बाद मेरा उससे ब्रेकअप हो गया। अब मेरा लण्ड प्यासा है।

मेरी कहानी कैसी लगी, ज़रूर बताना।

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