कमसिन जवान लड़की ने घर बुलाकर चूत की सील तुड़वाई

(Indian Virgin Girl Sex Kahani)

इंडियन वर्जिन गर्ल सेक्स कहानी में मेरे पड़ोस की एक लड़की ने मुझे पटाने की कोशिश की तो मैं भी उससे पट गया. वह कुंवारी थी पर उसे सेक्स का मजा लेना था.

दोस्तो, मेरा नाम प्रेम है.
मैं उत्तर प्रदेश के लखीमपुर के एक गांव का रहने वाला हूँ.
मेरी लंबाई 5 फुट 4 इंच है, रंग गोरा है और बॉडी सख्त है … क्योंकि मैं रोज़ कसरत करता हूँ.

यह इंडियन वर्जिन गर्ल सेक्स कहानी उस समय की है जब मैं बी.कॉम कर रहा था.

मेरे घर के पास में एक लड़की रहती थी, उससे मेरी दोस्ती हो गई थी.
यह उसी लड़की की चुदाई की कहानी है.

हुआ यूं कि वह लड़की हमारे मुहल्ले में अभी कुछ ही समय पहले रहने आई थी.
मैं भी रोज़ उसके घर से निकलता था, तो मेरी नजर उस पर पड़ जाती थी.

शुरू शुरू में वह मुझे देखकर हर बार एक स्माइल देती थी.
मैंने ज्यादा ध्यान नहीं दिया.

वह भी अपनी खिड़की से मुझे रोज़ देखा करती थी और कुछ कुछ गाना सा गुनगुनाने लगती थी.

इधर मैं उसके बारे में थोड़ा बता देता हूँ.

उसका कद 5 फुट 1 इंच था और उसका फिगर एकदम मस्त था.
उसके बूब्स उसकी उम्र के हिसाब से थोड़े बड़े थे.

उसकी उम्र 18 साल थी और वह बहुत सेक्सी थी!

जब वह मुझे देख कर मुस्कुराती थी तो मुझे लगता था कि शायद वह यूं ही स्माइल दे रही है.
एक दिन मैं निकल रहा था तो उसने एक कागज की गोली सी बना कर मेरी तरफ फेंका.

मैंने उसे कागज की गोली फेंकते हुए देखा तो पहले तो मैंने इधर उधर देखा, जब कोई नहीं दिखा तो मैंने वह कागज उठाया और आगे बढ़ गया.
उसने उस कागज में लिखा था कि मैं तुम्हें पसंद करती हूँ.

उसने अपना नाम काजल लिखा था और लिपस्टिक से कागज को चूम कर उस पर अपने होंठों के निशान भी बनाए थे.

मुझे अन्दर से काफी अच्छा लगा क्योंकि पहली बार किसी लड़की ने मुझे ऐसा लिखा था.
कुछ देर बाद मैं वापस निकला तो उसे हाथ हिलाता हुआ मुस्कुरा दिया और आगे बढ़ गया.

अगले दिन मैं उधर से निकला तो उसने मुझे बुलाया.
मैं उसके घर में चला गया.

वहां टीवी पर एक फिल्म चल रही थी.
यह एक भोजपुरी मूवी थी.

मैंने पूछा- ये भोजपुरी मूवी कौन देख रहा है?
वह बोली- मैं देख रही हूँ!

मैंने कहा- इसमें तो सब उल्टा-सीधा दिखाते हैं न!
वह बोली- वही सब तो मुझे अच्छा लगता है!

मैं समझ गया.
फिर भी मैंने कहा- तुम अभी इतनी बड़ी नहीं हुई हो कि वह सब देखो.

वह हंसती हुई बोली- मैं बड़ी हो गई हूँ और मुझे सब पता है कि वह सब क्या होता है!
मैंने पूछा- अच्छा, तुम्हें वह सब कैसे पता है कि क्या होता है?

वह आंखें नचाती हुई बोली- क्यों तुम्हें नहीं मालूम कि वह सब क्या होता है?
मैंने कहा- हां मुझे पता तो है लेकिन वह सब अभी इस उम्र में ठीक नहीं है. अभी हमको पढ़ाई पर ध्यान देना चाहिए.

वह हंस दी.

मैं समझ गया कि इसकी टांगों के बीच में कुछ कुछ होने लगा है और यहां ज्यादा देर रुकना ठीक नहीं है. कुछ भी लफड़ा हो सकता है. इसकी फैमिली का कोई आ जाए इससे पहले मुझे इधर से चला जाना चाहिए.
मैं अब वहां से जाने लगा.
हालांकि न जाने क्यों मुझे मन में आ रहा था कि इसके पास बैठ कर कुछ बात करना चाहिए.

फिर भी मैंने अपने कदम बाहर जाने के लिए बढ़ा दिए.
उसने कहा- अरे इतनी जल्दी क्यों जा रहे हो? रुको थोड़ा न!

मैंने कहा- मुझे मूवी पसंद नहीं है!
वह बोली- ओके जो तुम्हारे मन का हो, तुम वही लगा लो!

मैंने मूवी बदल दी और उसके साथ बैठ कर बातें करने लगा.
सबसे पहले मैंने यही पूछा कि तुम्हारे घर में कोई नहीं है क्या?

वह बोली- मम्मी हैं न पर वे सुबह सुबह अपनी जॉब पर चली जाती हैं और कुछ देर बाद रामू काका घर का काम करने आते हैं.
मैंने कहा- यह रामू काका कौन हैं?

उसने बताया कि वे हमारे घर के नौकर हैं.
मैं हम्म करके रह गया.

फिर उसने पूछा- आपकी कोई गर्लफ्रेंड है?
मैंने कहा- हां है!
वह बोली- तो उससे मेरी बात करवा दो!

मैंने कहा- उसकी मम्मी का फोन है, वह उससे ही कॉल करती है.
वह मेरा फोन माँगने लगी.

मैंने दे दिया.
वह फोन चलाने लगी.

मेरी नज़र उसके बूब्स पर चली गई.
मस्त दूध थे यार … कलेजा मुँह में आने लगा था और लंड में सुरसुरी होने लगी थी.

मैंने पूछा- एक बात पूछूँ?
वह बोली- हां, पूछो!

मैंने कहा- तुम्हारा कोई बॉयफ्रेंड है?
वह बोली- हां, है!

मैंने पूछा- कौन है? मतलब वह तुम्हारा दोस्त है?
वह बोली- बताऊं कौन है? तुम किसी से कहोगे तो नहीं ना?
मैंने कहा- नहीं, बिल्कुल नहीं!

उसने एक नाम बताया. मैं उसे जानता नहीं था.
मैंने यूं ही कह दिया कि ठीक है!

ऐसे ही बातें होती रहीं.

फिर मैंने पूछा- अपने बीएफ के साथ कभी कुछ किया?
वह बोली- बस, सिर्फ़ किस किया है!

मैंने कहा- बस?
वह बोली- हां!

फिर मैंने पूछा- कहां किया?
उसने अपने होंठों पर उंगली रख दी और बोली- यहां किया!

वह बोली- तुमने कैसे किया था?
मैंने कहा- अभी मैंने किसी को किस ही नहीं किया है.

वह अपने होंठ आगे बढ़ाने लगी मगर उसने यह नहीं कहा कि मुझे कर लो तो मैं बस उसे देखता रहा.
फिर वह बोली- मेरा बीएफ भी तुम्हारे जैसा स्ट्रॉंग है!

मैंने धीरे से कहा- सिर्फ वह स्ट्रॉंग है या उसका भी स्ट्रॉंग है?
वह हंस दी और बोली- शायद दोनों …

मैंने साहस करते हुए कहा- वह तुम्हारे अन्दर जब डालेगा न, तो तुम मर जाओगी!
वह हंसती हुई बोली- नहीं, मैं नहीं मरूँगी!

मैंने कहा- इसका मतलब क्या है?
वह शायद मुझे बताना नहीं चाहती थी.

फिर मैंने कहा- ठीक है, मैं जा रहा हूँ!
वह बोली- अच्छा, अपना नंबर दे दो! मुझे कुछ मँगवाना होगा, तो तुमसे मँगवा लूँगी!
मैंने नंबर दे दिया और चला गया.

अब मैं रोज़ उसके यहां जाने लगा और हमारी बातें होने लगीं.

शायद उसने मेरे बारे में अपनी मम्मी को भी बता दिया था.
उसने मेरे बारे कुछ अच्छा अच्छा बताया था तो उसकी मम्मी मुझसे मिलने लग गईं.

मैंने भी उनसे आंटी कह कर अच्छे से बात की तो वे भी मुझे पसंद करने लगी थीं.

एक दिन मैं शाम को उसके घर गया तो उसकी मम्मी ने कहा- जाओ, काजल के साथ बैठ कर उसे कौन मोबाइल खरीदना चाहिए, वह नेट से पर्चेज करवा दो!
मैंने ओके कह दिया और उसे फ्लिपकार्ट पर मोबाईल दिखवाने लगा.

उसकी मम्मी की उस दिन नाइट ड्यूटी थी तो उनको अपनी जॉब पर जाना था.
वे चली गईं.

कुछ समय बाद लाइट चली गई थी और नेट भी चलना बंद हो गया था तो मैं भी उठ कर खड़ा हो गया.

काजल ने मुझे देखा और स्माइल दी!
मैंने उनके नौकर को आवाज देते हुए कहा कि मोमबत्ती ले आओ!

वह गया और काजल ने मुझे पकड़ कर किस करना शुरू कर दिया!
उसके किस करने से मानो मेरे शरीर में करंट दौड़ गया हो!

मैंने उसके बूब्स दबाने शुरू किए.
वह आह आह करती हुई अपनी चूचियां मिंजवाने लगी.

मुझे उसके निप्पल मींजने में बहुत मज़ा आ रहा था.
तभी रामू काका मोमबत्ती जला कर आने लगे तो हम दोनों अलग हो गए.

फिर एक दिन उसके घर में कोई नहीं था.
उसने मुझे फोन किया और कहा- आज घर पर कोई नहीं है, मैं अकेली हूँ!

मैंने कहा- टाइम? अभी तो शाम के 6 बजे हैं! क्या तुम्हारी मम्मी अभी जॉब से वापस नहीं आई हैं?
वह बोली- वे आज डबल ड्यूटी कर रही हैं और सुबह वापस आएंगी. वह सब छोड़ो … यह बताओ कि क्या तुम मेरी किस लोगे?

मैं उस वक्त अपने दोस्तों के साथ तो फोन पर खुल कर बात करने में दिक्कत हो रही थी.

मैंने धीमी आवाज में कहा- ठीक है, ले लूँगा और तुम्हें जो करना हो, तुम कर लेना … मैं वहीं आ रहा हूँ.

मैं दोस्तों से अलग होकर तुरंत उसके घर पहुँच गया.
वहां उसकी एक मामा की लड़की थी.

मैंने उसे देखा तो अवाक रह गया कि इसके सामने कैसे क्या होगा?

उसने मुझसे कहा- डरो मत, मैंने इसे सब समझा दिया है!

उसी वक्त लाइट चली गई.

मैंने काजल को पकड़ लिया और उसे किस करने लगा.
मैं उसके बूब्स भी दबा रहा था.
मुझे बहुत मज़ा आ रहा था!

जल्दी ही वह गर्म हो गई और बोली- रूम में चलो!

मैंने उसे गोद में उठाया और कमरे में ले जाकर बिस्तर पर लिटा दिया.
मैं उसे चूमने लगा.
उसकी सिसकारियां निकल रही थीं.

मैंने तुरंत अपने कपड़े उतारे और उसके भी उतार दिए.
मैंने पहले कभी ऐसी लड़की नहीं देखी थी, बहुत ही कामुक लड़की थी.
उसके दूध एकदम लॉन टेनिस की बॉल जैसे थे; एकदम हार्ड दूध थे.

मैं उसके दोनों निप्पलों को अपनी उंगलियों में दबा कर मसलने लगा.
तभी लाइट आ गई.

वह आह आह करती हुई मुझे देख रही थी.
कुछ देर बाद वह बोली- होंठों में लेकर चूसो न!

मैंने उसकी एक चूची के निप्पल को अपने होंठों में ले लिया और चुभलाने लगा.

वह मेरे बालों में हाथ फेरती हुई अपने दूध को मेरे मुँह में देने लगी और सिसकारती हुई मुझे अपना दूध चुसवाने लगी.

उसके दूध को चूसते हुए ही मैंने हाथ नीचे ले जाकर उसकी चूत में हाथ लगाया तो उसकी चुत पर हल्के-हल्के बाल थे.
चुत से पानी टपक रहा था.

मैं उसकी चुत की फांकों को अपनी हथेली से सहलाया और अपनी बीच वाली उंगली चुत के अन्दर डाल दी.
उसकी चूत बहुत गर्म थी और एकदम गीली हो चुकी थी.

वह आह आह करने लगी और अपनी गांड उठा कर मेरी उंगली से अपनी चुत की खुजली मिटवाने लगी.
मैंने उसके दाने को अपनी दो उंगलियों से पकड़ कर मसला तो वह गाली देती हुई बोली- आह साले अब चोद दे न … अपना लंड पेल दे ना!

फिर मैंने पोजीशन सैट की और अपने लंड का सुपारा उसकी चूत पर रख कर घिसने लगा.
धीरे से दबाव देते हुए अन्दर घुसाने लगा.
उसकी चूत बहुत टाइट थी.

वह वर्जिन थी और उसका छेद छोटा सा था.
जबकि मेरा लंड साढ़े छह इंच लंबा और ढाई इंच मोटा था.

हम दोनों कुछ देर तक चूमने चाटने में व्यस्त रहे और मैं अपने लंड को चुत से रगड़ कर मजा लेने लगा.

फिर काजल ने मेरा लंड पकड़ कर अपनी चूत के छेद पर रखा और बोली- अब पेलो साले … रगड़ने से कुछ नहीं होगा मेरा … अन्दर पेलो.

मैंने उसी समय अपनी कमर को जुंबिश दी और सख्त सा धक्का दे मारा.
मेरा लंड उसकी चुत की फांकों को चीरता हुआ दो इंच करीब अन्दर घुस गया.

वह तड़फ उठी और उसने मेरे सीने को अपने ऊपर से हटाने का प्रयास करते हुए कहा- हट जाओ आह … मेरी चुत फट गई शायद आह हटो जल्दी से!

मैं नहीं हटा और उसी वक्त मैंने यह भी महसूस किया कि उसकी चुत से कुछ गर्म गर्म तरल सा निकलने लगा था.
शायद उसकी चुत से खू.न निकलने लगा था.
वह दर्द से चिल्ला रही थी.

मैं रुक गया और उसे सहलाने पुचकारने लगा. उसके एक दूध को धीरे-धीरे चूसने लगा.
वह चुप हो गई और मैं हल्के हल्के से चुत में धक्के मारने लगा.

मैंने धीरे धीरे करके अपना पूरा लंड उसकी फुद्दी में ठांस दिया था.

कुछ देर बाद उसे भी चुदने में मज़ा आने लगा.
अब धकापेल चुदाई होने लगी और वह भी अपनी गांड उठा उठा कर चुदाई का सुख लेने लगी थी.

कोई 20 मिनट बाद मेरा पानी निकल गया और उसका पानी भी दो बार निकल चुका था.

इंडियन वर्जिन गर्ल सेक्स करके हम दोनों निढाल होकर लेट गए और कुछ देर बाद हम दोनों ने फिर से एक बार मस्त चुदाई का मजा लिया.

उसके बाद मैं अपने घर जाने लगा तो बाहर उसकी मामा की लड़की मुझे देख कर मुस्कुरा रही थी.
मैंने अगला टारगेट तय कर लिया था.

अब वह रोज़ मुझे अपने घर बुलाने लगी थी और मैं भी उसके घर में जाकर उसकी चुदाई करने लगा था.

उसकी मामा की लड़की मुझे एक बार भी नहीं दिखाई दी और काजल ने भी उसके बारे में मुझसे कोई बात नहीं की.

हम दोनों ने दो साल तक चुदाई के खूब मज़े लिए.
उसके बाद उसकी मम्मी का तबादला हो गया और मेरी चुत मेरे लौड़े से बिछुड़ गई.

अब मैं किसी दूसरी चुत की तलाश में हूँ.
मिलते ही आपको नई चुत के साथ सेक्स कहानी का मजा लिखूँगा.

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धन्यवाद.
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