कॉलेज टीचर के साथ रासलीला- 3

(Porn College Teacher Sex Kahani)

पोर्न कॉलेज टीचर सेक्स कहानी में पढ़ें कि मेरी टीचर, जिसे मैं पसंद करता था, उन्होंने मुझे अपने घर बुलाकर मेरा जन्मदिन मनाया. उसके बाद उन्होंने मुझे अपना शरीर तोहफे में दिया.

दोस्तो, मेरी सेक्स कहानी में आपको मजा आ रहा होगा.
कुछ को शिकायत होगी कि मैं सेक्स कहानी में मसाला कम डाल रहा हूँ.
तो दोस्तो, मुझे झूठ लिखना नहीं आता है. फिर भी मैं आपकी भावनाओं को ध्यान में रखूँगा.

कहानी के पिछले भाग
टीचर को प्यार से सेट किया
में अब तक आपने पढ़ा था कि मेरी बर्थडे वाले दिन मैम मुझे अपने घर ले गई थीं और मुझे कमरे में बिठा कर बाहर चली गई थीं.

अब आगे पोर्न कॉलेज टीचर सेक्स कहानी:

दो मिनट बाद वे अपने हाथ में एक बॉक्स लेकर आईं और उन्होंने वे बॉक्स टेबल पर रखकर उस बॉक्स को खोला.
मैं उनको ही देख रहा था. उस बॉक्स में केक था.

उन्होंने केक बाहर निकालते हुए कहा- विश यू अ वेरी वेरी हैप्पी बर्थडे हार्दिक … आओ केक काटो.
मैंने उनको थैंक्यू बोला और कहा कि इसकी क्या ज़रूरत थी मेम!

वे मुस्कुराती हुई बोलीं- ऐसे तो मेरे बर्थडे पर भी तुमने इतना कुछ किया था, मैंने कुछ बोला? और वैसे भी इसमें कौन सा कुछ ज़्यादा किया मैंने, मेरा मन था तो मैं बस केक ले आई.

मैंने उनको फिर से थैंक्यू बोला और वे बोलीं कि तुम्हारा गिफ्ट तुमको थोड़ी देर में मिलेगा.

मैं कुछ बोलता, उससे पहले वे फिर से बोलीं- चलो आओ, केक काटो.
मैंने वे चॉकलेट केक कट किया और एक छोटी सी बाइट मैम को खिलाई.

उन्होंने केक के साथ साथ मेरी उंगली पर भी काट लिया.

मैंने ‘आअहह …’ बोला, तो उन्होंने मुझे आंख मारते हुए सॉरी बोला.
मैं उनको देखने लगा. उनकी आंखों में एक कमसिन लड़की के जैसी शरारत थी.

उन्होंने भी मुझे केक खिलाया और मैंने भी उनकी फिंगर पर काट लिया और सॉरी बोल दिया.

वे बोलीं- अच्छा बच्चू … बदला!
मैंने कहा- अब कुछ भी समझ लीजिए आप!

उन्होंने कहा- रुको, तुमको मैं अभी बताती हूँ.
यह कह कर मैम ने मेरे फेस पर केक लगा दिया और हंसने लगीं.

उनकी आंखों में शरारत देख कर मैंने भी उनके फेस पर हल्का सा केक लगा दिया.

उन्होंने थोड़ा सा केक और उठाया और वे उसे मेरे फेस पर लगा ही रही थीं कि मेरे बचने की वजह से वे मेरी शर्ट पर लग गया.
मैं अपनी शर्ट देखने लगा.

वे बोलीं- रूको, मैं साफ कर देती हूँ.
उन्होंने मुझे हल्का सा पीछे को किया और ज़ोर से हग कर लिया.
इससे उनके बूब्स मेरे सीने में गड़ने लगे.
मैं कसमसा कर रह गया.

वे बोलीं- तुमको उस दिन जवाब चाहिए था ना … आई लव यू टू.
यह कह कर मैम ने मुझे बेड पर धक्का दे दिया.

मैं कुछ समझ पाता या कुछ बोलता, इससे पहले ही वे मेरे ऊपर चढ़ गईं और मुझे किस करने लगीं.
उन्होंने मेरे कुछ बोलने से पहले ही अपने होंठ मेरे होंठों पर रख दिए और मेरा मुँह बंद कर दिया.

मैं भी पूरे आनन्द के साथ उनके होंठ चूसने लगा.
मेम ने अब मेरी शर्ट के बटन खोलने शुरू किए.

मेरे मन में बस यही चल रहा था कि काश ये मेरी हो जातीं … और आज मेरी ये इच्छा उन्होंने खुद ही पूरी कर दी.
इसकी मुझे कुछ भी उम्मीद नहीं थी.

उन्होंने मेरी शर्ट के सारे बटन खोल दिए और शर्ट मुझसे अलग करने लगीं, मेरे सीने पर, मेरे पेट पर किस करने लगीं.

मैं भी उनके पूरे जिस्म पर, कमर पर हाथ फिराने लगा. वे कुछ नहीं कह रही थीं, उनका मूड चुदाई का दिख रहा था.

चुदाई का सोचते ही मैंने उनको अपने ऊपर से एक साइड में किया और उनके ऊपर आकर उनके होंठ चूसने लगा.
उनकी लिपस्टिक मेरे होंठों पर और सीने पर भी लग गई थी.

मैं उनकी गर्दन पर किस करने लगा, जिससे वे और भी गर्म होने लगीं और थोड़ी बेचैन भी.

मैंने उनकी छाती पर किस किया और ब्लाउज के ऊपर से ही उनके बूब्स को हल्का सा दबाया.
उनकी मादक सी आह निकल गई.

मैं उठ गया तो वे मेरी तरफ अपनी कातिलाना मादक निगाहों से देखने लगीं.
मैंने उनका हाथ पकड़ा और उनको बेड से उठाया.

वे खड़ी होकर एकदम से मुझसे लिपट गईं.
मैंने उनको अपने से अलग किया और उनके होंठ चूसते हुए उनकी साड़ी का पल्लू नीचे कर दिया.

उनके पल्लू को पकड़ कर खींचने लगा, जिससे वे घूमती हुई साड़ी निकलवाने लगीं.
वे मुझे भी किस करने लगीं और उन्होंने मेरे नकदीक आकर मेरी पैंट खोलनी शुरू की.

मेरी बेल्ट निकाल कर हटा दी और मैंने भी उनके पेटीकोट का नाड़ा पकड़ कर खींच दिया, जिससे वे नीचे गिर गया.
अब पल्लवी मैम मेरे सामने सिर्फ़ ब्लाउज और ब्लैक पैंटी में थीं और मैं मैम को चोदने का सपना साकार होते देख रहा था.

उन्होंने मेरी पैंट निकाल दी थी, जिससे मैं केवल अंडरवियर में रह गया था.
मैंने उनको पीछे से पकड़ा और उनके जिस्म पर हाथ फिराता हुआ उनको दीवार से लगा दिया.
उनके बूब्स को भी दीवार में दबा दिया और उनको पीछे से गर्दन पर किस करने लगा.

धीरे धीरे उनकी कमर पर भी किस करने लगा और साथ ही मेरा लंड उनकी पैंटी पर से ही उनकी गांड पर रगड़ने लगा.
वे और बेचैन होने लगीं.

उनको मेरा 8 इंच का लंड अच्छे से महसूस हो रहा था.
वे नशीली आवाज में बोलीं कि लगता है, आज तो जान निकल जाएगी मेरी.

मैंने कुछ ना बोलते हुए उनका ब्लाउज भी निकाल दिया. अब वे मेरे सामने बस ब्लैक ब्रा और पैंटी में थीं.
मैंने उनसे कहा- क्या बात मेम, ऑल ब्लैक ऊपर भी … और अन्दर भी!

तभी वे बोलीं- अभी अन्दर देखा कहां है! देखने के बाद ये बात नहीं बोलोगे.
इस पर मैं हंस पड़ा और उनको सीधा करके उनकी गर्दन पर किस किया.

एक नजर भरके उन्हें देखा और उनकी आंखों में वासना देख कर उनकी ब्रा के ऊपर से उनके मम्मे दबाने लगा.
फिर मैं नीचे को बैठा और उनके पेट पर किस करते हुए उनकी पैंटी पर किस कर दिया.

वे आह कहती हुई मेरे सर के बालों को पकड़ कर मुझे अपनी चूत पर ले जाने लगीं.
मैंने उनकी पैंटी हल्की सी साइड में कर दी और उनकी चूत को जीभ से रगड़ दिया.

वे इससे एकदम से सिहर सी गईं.
मैं उठा और उनको गोदी में उठाकर बेड पर लिटा दिया और खुद उनके ऊपर आ गया.

उनको किस करते हुए मैंने पहले उनकी ब्रा निकाली और उनके एक बूब को मुँह में लेकर चूसने लगा और दूसरे को दबाने लगा.
मैंने उनके बूब्स पर काट भी लिया, जिससे उनकी एक मादक आह निकली.

मैंने उनकी नाभि पर किस किया और फिर से उनकी पैंटी पर आ गया.
पोर्न कॉलेज टीचर की पैंटी ऐसी गीली हो चुकी थी जैसे उन्होंने सुसू कर दी हो.

मैंने पैंटी के ऊपर से चूत को चाटा और अगले ही पल उनकी पैंटी टांगों से बाहर निकाल दी.
उनकी चूत पूरी गीली हो चुकी थी, जिस पर मैंने अपना मुँह रखा और धीरे धीरे से उसे चाटने लगा.

उनकी चूत पर एक भी बाल नहीं था.
चूत पर क्या पूरे जिस्म पर एक भी बाल नहीं था.

मैंने उनसे पूछा तो उन्होंने बताया कि बाबू तुम्हारे लिए ही कल वैक्सिंग करवा कर आई हूँ.
अब मैम पागल हुई जा रही थीं.

मैं रुका तो वे बोलीं- करो ना जान … प्लीज और करो.
मैंने कहा कि आपको भी तो कुछ करना पड़ेगा.

मैंने अपने लंड की ओर इशारा किया.
उन्होंने एकदम से मुझे बेड पर धक्का देकर लिटाया और मेरा अंडरवियर बाहर निकाल कर मेरे लंड को हाथ से पकड़ लिया.

वे बोली- सच में आज तो मेरी जान निकलेगी.
मैंने अपना लंड उनके मुँह की तरफ ऊपर को किया तो वे हंसती हुई मेरे लंड को किस करने लगीं और फिर आराम से उसे चूसने लगीं.

कुछ देर बाद वे 69 की पोज़िशन में आकर बोलीं- तुम भी खाली थोड़े ही बैठोगे.

मैं भी उनकी चूत पर किस करके चाटने लगा.

जब उन्होंने मेरा लंड मुँह में लिया और उसे अन्दर बाहर करके चूस रही थीं.
उस वक्त मुझे बिल्कुल जन्नत की फीलिंग्स आ रही थी.

मैं खुद भी बीच बीच में उनका मुँह पकड़ कर धक्के मार देता.

उन्होंने कुछ देर बाद मेरा लंड चूसना बंद कर दिया और मेरे ऊपर से हट गईं.

मैंने पूछा- क्या हुआ, मुझे मजा आ रहा था और करो … चूसो इसे!
वे बोलीं- पहले मेरी आग मिटाओ.

वे मेरे सामने टांगें फैला कर लेट गईं.
उन्होंने अपनी चूत खोल दी.

मैं उनके ऊपर आ गया और उनकी कमर के नीचे एक तकिया लगा दिया जिससे उनकी चूत हल्की सी ऊपर उठ गई.

उनको किस करते हुए मैंने उनकी चूत पर अपना लंड सैट कर दिया और अपने लंड को उनकी चूत पर दबाने लगा.
पहली बार में मेरा लंड फिसल गया क्योंकि उनकी चूत पहले से ही काफ़ी गीली थी.

मुझे किसी तेल जैसी चीज़ की ज़रूरत तो थी नहीं, तभी उन्होंने अपने हाथ से मेरा लंड पकड़ कर अपनी चूत पर सैट किया और उसी समय मैंने एक धक्का दे मारा.

मेरा थोड़ा सा लंड उनकी चूत में घुस गया.
उनको हल्का सा दर्द हुआ और उनके मुँह से एक आहह निकली.

मैंने एकदम से एक और धक्का मारा, जिससे मेरा पूरा लंड उनकी चूत में चला गया और वे चिल्ला दीं- आआह मर गईईई … बहुत बड़ा है तुम्हारा … आह रुको प्लीज!
मैं रुक गया और उनको किस करने लगा.

उनको अब भी दर्द हो रहा था.
तो मैं किस करते हुए उनके बूब्स दबाकर उनका दर्द कम करने की कोशिश करने लगा.

एक मिनट बाद उन्होंने अपनी गांड को हिलाना शुरू किया, जिससे मैं समझ गया कि वे चुदने को तैयार हैं.
मैंने धीरे धीरे धक्के लगाने शुरू किए.

उनके मुँह से हल्की हल्की सिसकारियां निकलने लगीं- आहह ईईह.
मैं उनको किस करता रहा और धक्के देता रहा.

थोड़ी देर बाद वे अकड़ने लगीं तो मैं समझ गया कि वे झड़ने वाली हैं.

मैं अपनी स्पीड बढ़ाने लगा और वे तभी झड़ गईं.
दो मिनट बाद वे नॉर्मल हो गईं.

मैंने अब अपनी स्पीड और ज़्यादा बढ़ा दी जिससे उनको फिर से दर्द होना शुरू हो गया और वे कसमसाती हुई ‘आअहह उऊहह ईईहह …’ की कामुक आवाजें निकालने लगीं.

मैं उनके बूब्स को दबाता, तो कभी उनको किस करता, कभी उनके जिस्म पर हाथ फेरता.
साथ ही मैं तेज तेज धक्के भी मारे जा रहा था.

फिर कुछ देर बाद मैं मैम से बोला- मैम, मेरा होने वाला है!
वे बोलीं- आज मुझे अन्दर ही निकलवाना है, बहुत दिन हो गए अब तक मेरी प्यास नहीं बुझी थी. आज मेरी आग बुझा ही दो. मैं बाद में टॅबलेट ले लूँगी.

मैंने उनको ओके बोला और अगले 8-10 धक्कों के साथ उनकी चूत को अपने वीर्य से भर दी.
मेम भी मेरे साथ ही दुबारा झड़ गईं.
मैं उनके ऊपर ही लेट गया.

फिर कुछ देर बाद मैंने अपना लंड उनकी चूत से बाहर निकाला और उनके बाजू में लेट गया.
हम दोनों कुछ मिनट ऐसे ही लेटे रहे.

वे उठीं और मेरे सामने आ गईं
जमीन पर खड़े होकर उन्होंने अपना एक पैर बेड पर रखा और एक नीचे.

अब उन्होंने अपनी चूत से टपकते हुए वीर्य को अपनी उंगली पर लिया और मुझे दिखा कर चाटने लगीं जिससे मेरे लंड में फिर से करेंट दौड़ने लगा.

वे मेरे पास आकर मेरे लंड को जीभ से चाट कर साफ करने लगीं.
जितना भी वीर्य उस पर लगा था, वे सारा चाट गईं.

मेम मुझसे बोलीं कि मुझे तुम्हारे बाल चुभ रहे हैं, तुमने इसे शेव क्यों नहीं किया?
मैं बोला- मुझे कौन सा पता था कि आज मुझे इतना सब मिलने वाला है!

वे हंस कर बोलीं- अच्छा 2 मिनट रूको, मैं आती हूँ.

तब वे बाथरूम से रेज़र और शेविंग क्रीम लेकर आईं और मेरे लंड को अच्छे से शेव कर दिया.

वे बोलीं- अब तो ये और अच्छा लग रहा है.
मैं बोला- फिर तो आज से इसे शेव करने की ज़िम्मेदारी आपकी ही है मेम.
वे बोलीं- अब मैम नहीं, अकेले में मुझे पल्लवी बोला करो. तुम्हारी जान पल्लवी.

मैंने उनको बोला- ओके मैम … सॉरी पल्लवी.
वे भी हंस पड़ीं और बोलीं कि देखो कितना अच्छा लग रहा है ना … पल्लवी बोलते हुए!

तब वे मेरे ऊपर आईं और मुझे किस करने लगीं, मेरे ऊपर बैठ गईं और मेरे लंड पर अपनी चूत फिर से रगड़ने लगीं.
मैं उनके बूब्स दबाता, उनको किस करता रहा.

तभी वे हल्का सा ऊपर उठीं और मेरे लंड को अपनी चूत में सैट करके उस पर बैठ गईं.
धीरे से एक आअहह की आवाज निकली और मैम ने पूरा लंड अपनी चूत के अन्दर ले लिया.
वे धीरे धीरे ऊपर नीचे होने लगीं.

उनके दूध मेरे सामने थे, मैं एक को मुँह में लेकर चूसने लगा और दूसरे को मसलने लगा.
कुछ देर ऐसे ही धीरे धीरे अन्दर बाहर करने के बाद वे थोड़ी तेज हो गईं और अपनी गांड ऊपर नीचे करने लगीं.

कुछ ही मिनट बाद वे अकड़ कर झड़ गईं और मेरे ऊपर ही निढाल सी गिर गईं.
मेरा लौड़ा अभी शुरू भी नहीं हुआ था.
मैंने उनको किस करना जारी रखा और वे फिर से अपनी गांड उठाने लगीं.

वे वापस ऊपर नीचे करने लगीं.
मैं भी बीच बीच में उनकी गांड पर चमाट मार देता, जिससे उनके मुँह से अह ओह निकल जाता और वे हंसती हुई चुदती रहीं.

कुछ देर ऐसे ही तेज़ी से ऊपर नीचे होने के बाद वे एक बार और झड़ गईं.
अब मेरा भी होने वाला था, तो मैंने उनको बोल दिया.

वे एकदम से रुकीं और उठने लगीं.
मैंने कहा- कहां जा रही हो, बार बार बीच में छोड़ देती हो!

वे कुछ नहीं बोलीं बस उठ कर मेरे पैरों में बैठ गईं और मेरे लंड को चूसने लगीं जिससे मुझे जन्नत की सैर का अहसास होने लगा.

मैं उनसे बोला- सॉरी जान, मुझे नहीं पता था कि तुम मुझे इतना खुश करना चाहती हो.
वे मुस्कुराती हुई और तेज़ी से लंड चूसने लगीं.

अब मेरा होने वाला था तो मैंने उनका मुँह पकड़ा और उसमें तेजी से धक्के मारने लगा जिससे मेरा सारा वीर्य उनके मुँह में चला गया और वे उसे जूस की तरह पी गईं.

फिर उन्होंने मेरे लंड को भी चाट कर साफ कर दिया और वे मेरे ऊपर आकर लेट गईं.
हम दोनों कुछ देर एक दूसरे को हग करके लेटे रहे.

फिर मैंने पल्लवी से बोला- मैम …
इससे आगे मैं कुछ बोलता, उन्होंने मुझे टोक दिया और कहा- पल्लवी बोलो.

मैंने कहा- ओ यस पल्लवी … अब मुझे भी चलना चाहिए. काफ़ी देर हो गई है.
वे थोड़ा उदास सा होकर बोलीं- थोड़ी देर और रुक जाओ ना!

मैं बोला- हां रुक जाता … पर अब घर से कभी भी कॉल आ सकती है. मैं उनको क्या बोलूंगा?
वे बोलीं- अच्छा ठीक है.

मैं और पल्लवी दोनों कपड़े पहनने लगे.
जब हम दोनों ने कपड़े पहन लिए तब पल्लवी मैम मुझसे बोलीं- एक बात बोलूँ?
मैंने कहा- हां बोलिए!

वे बोलीं- एक प्रॉमिस करोगे, जो मांगूंगी, वे दोगे?
मैं बोला- हां बताइए, मेरे पास ऐसा क्या है … जो मैं दे सकता हूँ?

वे बोलीं- हां तुम ही दे सकते हो … पहले प्रॉमिस करो.
मैंने कहा- अच्छा बाबा प्रॉमिस.

वे बोलीं- मैं काफ़ी टाइम से कहीं बाहर घूमने नहीं गई हूँ. तुम मुझे कहीं बाहर घुमाने ले चलो. यहां से कुछ दिनों के लिए दूर ले चलो. चलो मसूरी चलते हैं, प्लीज़ मना मत करना.

मैंने कुछ सोचा और पल्लवी मैम से कहा- सच बताऊं, मुझे घर वालों से पूछना पड़ेगा … और जाने के लिए उनसे पैसों का भी कहना पड़ेगा!
वे बोलीं- बुद्धू, मेरे होते हुए तुम पैसों की टेंशन मत लो … और पैसों की टेंशन कभी लाइफ में भी मत लेना. मैं हूँ ना … मैं सब देख लूँगी. फिर चाहे कुछ भी हो ज़ाए.

मैंने कहा- अच्छा जी, वैसे मुझे मेरे बर्थडे पर इतना अच्छा गिफ्ट मिला, तो इस पर आपका रिटर्न गिफ्ट तो बनता है. मैं घर वालों को मनाने की पूरी कोशिश करूँगा.

वे बोलीं- नहीं, मुझसे प्रॉमिस करो कि चलोगे!
मैं बोला- अच्छा बाबा पूरी कोशिश करता हूँ.

उन्होंने मुझे हग कर लिया और एक किस भी कर दी.

मैं घर आ गया.

प्रिय पाठको, आपको मेरी पोर्न कॉलेज टीचर सेक्स कहानी कैसी लगी?
दोस्तो, इससे आगे की सेक्स कहानी भी मैं लिखूंगा.
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पोर्न कॉलेज टीचर सेक्स कहानी का अगला भाग:

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