अनजान आंटी को बस में खूब चोदा

(Xxx Aunty Porn Story)

विराट भाई 2025-09-20 Comments

Xxx आंटी पोर्न स्टोरी में मैं स्लीपर बस में चढ़ गया, मेरे पास कोई बुकिंग नहीं थी. मैं एक सीट पर लेट गया. वह सीट किसी आंटी की थी, वो मुझे उठाने लगी.

हैलो चूत की रानियो और लंड के राजाओ … मेरा नाम विराट कुमार है. मेरी उम्र 20 साल है.

मैं जिम जाता हूँ, बॉडी फिट है.
कोई लड़की मुझे देखकर अपनी चूत देने को झट से आतुर हो जाती है.

ये मेरी पहली सेक्स कहानी है.
इस Xxx आंटी पोर्न स्टोरी में मैं वही बता रहा हूँ जो सच में मेरे साथ हुआ था.

मैं एक सेक्स कहानी पहली बार लिख रहा हूँ, अगर कोई गलती हो तो इस कहानी को पढ़कर मुठ मार लेना और सो जाना.

मेरा लंड का साइज़ 8 इंच है.
मुझे आंटी, भाभी और विधवा महिलाएं पसंद हैं, खासकर वे जिनकी गांड बाहर से उभरी हुई हो और चूचे बाहर की तरफ को निकले हों.
गदराई गोरी टांगें तो मुझे और भी ज्यादा पसंद आती हैं.

मैं 12वीं पास हूँ, उसके बाद मैंने पढ़ाई छोड़ दी थी.

अब मैं उदयपुर में एक प्राइवेट कंपनी में काम करता हूँ और वहीं रहता हूँ.

Xxx आंटी पोर्न स्टोरी में हुआ यूँ कि एक दिन मुझे घर से अचानक जरूरी काम के लिए कॉल आया.
यह कॉल सुबह 6 बजे आया था, उस वक्त मैं ऑफिस से ही निकल रहा था.

घर से जरूरी बुलाया गया था तो मुझे जाना बेहद जरूरी था.

मैं एक प्राइवेट स्लीपर बस में चढ़ गया जो बांसवाड़ा जिले के एक गांव जा रही थी.

मैं थक गया था, ऊपर की सीट खाली थी तो मैं जाकर सो गया.

मैंने पर्दा डालकर सोचा कि कोई आएगा तो देखा जाएगा, अभी तो अच्छे से सो लेता हूँ.
कोई मेरे पास नहीं आया तो मैं चैन से सोता रहा.

फिर बस अगले स्टेशन पर रुकी, कुछ देर बाद और सवारियां चढ़ीं.
मैं जमकर सोया हुआ था.

तभी एक महिला आई और बोली- उठ जाओ … ये मेरी सीट है.

मैं गहरी नींद में सोया हुआ था तो उठा ही नहीं.
हालांकि मैं उसके उठाने की आवाज सुन रहा था.

तभी उसके मोबाइल पर किसी का फोन आ गया, तो वह बात करने लगी.
शायद यह फोन उसके पति का था, वह उसे गालियां दे रही थी और उससे झगड़ा कर रही थी.

उसका कॉल चालू था और बात करते-करते वह ऊपर मेरी सीट पर मेरे पैरों के साइड में उल्टे मुँह होकर बैठ गई.

मैंने थोड़ा आंखें खोलकर देखा तो हैरान रह गया.
मुझे विश्वास नहीं हो रहा था कि इतनी खूबसूरत औरत मेरे पास बैठी है.

उसकी उम्र करीब 35 साल होगी. वह थोड़ी सांवली थी … लेकिन उसका शरीर भरा हुआ था.

मैंने पीछे से देखा, उसकी गांड इतनी उभरी हुई थी कि बैठे हुए भी साफ दिख रही थी.

मेरा लंड तो खड़ा हो गया; पूरे शरीर में आग-सी दौड़ने लगी.
उसके बूब्स भी बड़े थे.

वह पलट कर मुझे देखने लगी, मैंने जल्दी से आंखें बंद कर लीं.
फिर उसने मुँह दूसरी तरफ कर लिया.

मैंने फिर से चुपके से देखना शुरू किया.
उसने सफेद रंग की साड़ी और काला ब्लाउज़ पहना था.

उसे देखकर मेरा लंड और सख्त हो गया.
उसकी गांड मेरे पैरों को छू रही थी.

वह बहुत ही कामुक लग रही थी, उसके बाल खुले थे, एकदम रंडी जैसी लग रही थी.

गज़ब की जोरदार माल थी.
मैं कैसे बताऊं आपको.

फिर उसने कॉल काट दिया.
मैंने आंखें बंद कर लीं.

वह मेरी तरफ देखने लगी और बोली- ओ हैलो, उठो जी. ये मेरी सीट है.
मैं नहीं उठा.

वह चुप हो गई और मेरी तरफ देखने लगी.
मेरा लंड तो इतना सख्त था कि साफ दिख रहा था, जैसे बाहर निकल जाएगा.

फिर वह उठी और बाहर चली गई.

मैंने सोचा कि कंडक्टर को बुलाएगी, पर उसने नहीं बुलाया.
वह वापस आकर बैठ गई.
फिर वह बुदबुदाकर बोली- एक पति भी परेशान करता है और ये लड़का भी नहीं उठ रहा है.

मैं खुश हो गया क्योंकि मेरा मन उसको चोदने का था.
मुझे ऐसा लगा कि पति उसे खुश नहीं रखता.

फिर मैं थोड़ा खिसक गया एक साइड.
वह बोली- उठ जाओ यार, मेरी सीट है.
मैं नहीं उठा.

बाहर बहुत शोर हो रहा था, लग रहा था कि बस में बहुत भीड़ थी.
अब वह मेरी एक साइड पैर लंबे करके सो गई.

जिस तरफ मेरा मुँह था, उधर उसके पैर थे और जिस तरफ मेरे पैर थे, उधर उसका मुँह था.

मेरी तो सांसें तेज हो गईं, मन में लड्डू फूट रहे थे.

इस तरह से लेटे हुए हम दोनों को बहुत देर हो गई थी.

बस रात 9 बजे बांसवाड़ा जाने के लिए निकली थी, जो 4-5 घंटे लेती है.

अब 11:30 हो गए थे.
वह मोबाइल देख रही थी, मैं सोया था.

उसे लगा कि मैं सोया हुआ हूँ और गहरी नींद में हूँ.

उसने मोबाइल रखा और मेरे लंड को सहलाने लगी.
मैं भी उसकी चूत देखने की कोशिश कर रहा था.

उसने तो पैर पर हाथ रख दिया.

मैं तो अन्दर ही अन्दर खुश हो रहा था. मुझे लग रहा था कि उसने मन बना लिया था.

वह धीरे-धीरे हाथ ऊपर करने लगी.
मेरा लंड भी ऊपर-नीचे होने लगा और वह आगे बढ़ती गई.

मैं रोक नहीं पाया … ना उसे, ना लंड को.

लंड फड़फड़ाने लगा.
उसका हाथ लंड पर चला गया, फिर वह ऊपर से ही हाथ रगड़ने लगी.
मैं खुद को रोक नहीं पा रहा था.

फिर भी क्या करूँ?
अब उसने मेरी चेन खोलकर लंड बाहर निकाल दिया.

जैसे ही लंड बाहर निकाला, उसके मुँह से आवाज आई- आह … इतना बड़ा औजार.
मेरा लंड जैसे ही बाहर निकला वह और भी सख्त हो गया और पूरा 8 इंच का हो गया.

उसने हाथ से लंड पकड़ा, पर पकड़ ही न पाई.

मेरे मोटे लंड को उसने अपने दोनों हाथों से पकड़ा.
उसके कोमल हाथ छूते ही मेरे लंड से हल्का पानी बाहर निकला, जो उसके हाथ पर गिर गया.

पानी हाथ पर गिरते ही उसने जीभ से चाट लिया.
ये सब देखकर मैं खुद को नहीं रोक पा रहा था.

वह एक रंडी की तरह मेरा लंड हिला रही थी और पेट पर हाथ फेर रही थी.
उसकी सांसें भी तेज हो गई थीं.

फिर मैं समझ गया, ये कामुक हो गई है.
मैं उसके पैर पर हाथ फेरते-फेरते उसकी जांघ तक पहुंच गया.

अब वह पसीने से लथपथ हो गई थी.
वह मेरा लंड मुँह में ले चुकी थी.

मैं तो सातवें आसमान पर था और पागल होकर बिलबिलाने लगा था.

मुझे रहा नहीं गया और मैं जोर से उठ गया.
मैंने कहा- क्या कर रही हो आंटी जी.
वह बोली- खुद मजे ले रहे हो, तुम्हें सब पता है. अब नाटक मत करो.

ये सुनते ही मैं खुश हो गया और उसे गिराकर उसके ऊपर गिर गया, उसके होंठ चूसने लगा और वह भी चूस रही थी.

भूखे कुत्ते कुतिया की तरह हम एक-दूसरे को चूम रहे थे और पागलों की तरह मजा ले रहे थे.

मैंने उसके ब्लाउज के बटन खोल कर ब्रा ऊपर कर दी और उसके मस्त रसभरे चूचे दबाने लगा.
वाह क्या बड़े-बड़े खरबूजे थे.

इतने बड़े दूध मैंने पहली बार देखे थे.
मैं तो समझो उसके चूचों पर टूट पड़ा था.

एक को हाथ से दबा रहा था, तो दूसरा मुँह से चूस रहा था.
‘आह हहहह उफ़्फ़ आह.’

क्या आवाज निकल रही थी. साली रंडी की तरह पड़ी-पड़ी मजे ले रही थी.
मैं चूचे दबा और चूस रहा था और वह मेरा लंड हिला रही थी और मेरी गांड पर हाथ फेर रही थी.

वह मुझसे बोली- अब रहा नहीं जाता … प्लीज जल्दी से मेरी चूत में अपना लंड डाल दो मेरे राजा.
मेरा लंड भी तड़प रहा था.

मैंने उसे सीधा लिटाया और पेटीकोट ऊपर किया.
उसकी चूत देखी तो मेरा दिमाग खराब हो गया.

उसकी चूत एकदम गोरी थी.
मैंने पूछा कि यह इतनी गोरी कैसे है.
तो वह बोली- मैं रोज क्रीम लगाती हूँ.

चूत को देखकर मेरा मुँह उसकी ओर खिंचा जा रहा था.

मैंने जीभ निकाली और कुत्ते की तरह टूट पड़ा.
मैंने उसकी चूत में जीभ डाल दी. पूरी चूत गीली थी.

मैंने रस चाटना शुरू कर दिया.
उसकी मादक आवाजें निकल रही थीं- आह … आह उफ्फ् … और चाट मेरे राजा और जोर से चाट.

ये सुनते ही मैं और जोश में चाटने लगा.
बहुत देर तक चाटने पर पूरी चूत लाल हो गई थी.

मैंने लाल चुत देखी तो और जोर-जोर से चाटना शुरू कर दिया.

अब उससे रहा नहीं जा रहा था और मुझसे भी.
मैंने लंड बाहर निकाला, उसके पैर फैलाए और लंड को चूत पर सैट कर दिया.

मैं धीरे-धीरे लंड अन्दर डालने लगा.
उसकी चूत बहुत टाइट थी.

मैंने लंड बाहर निकाला, थूक लगाया और एक जोरदार झटका मारा.

आधा लंड उसकी चूत को चीरता हुआ अन्दर पहुंच गया.

वह फड़फड़ाने लगी, गाली देने लगी- बाहर निकाल मादरचोद … साले ने चुत फाड़ दी … आह मर गई रे!

उसके मुँह से गाली सुनकर मुझे और जोश आ गया.
मैंने झटके मारना शुरू कर दिया.
गपागप, गपागप आवाज आ रही थी.

उसकी दोनों टांगें मेरे कंधों पर थीं और मैं उसे जोर-जोर से पेल रहा था.

कुछ देर बाद उसे मजा आने लगा और उसकी आवाजें तेज होने लगी थीं ‘उफ्फ् … आह आह मर गई मैं … मेरे राजा … जोर-जोर से चोद.’

मैं घोड़े की रफ्तार से उसे पेल रहा था.
इतना जोर-जोर से पेला कि उसका पानी निकल गया और वह रोने लगी.

पर मैं नहीं रुका, उसे चोदता रहा.

मैंने लंड की रफ्तार और तेज कर दी, बहुत तेज.
वह गाली दे रही थी पर मुझे बहुत जोश आ गया था.
मैं रुकने वाला नहीं था, जोर-जोर से पेलता रहा.

मैंने उस पोर्न आंटी की टांगें पूरी ऊपर की ओर खींच ली थीं और उसे एक रंडी की तरह चोदा.
अब मेरा पानी आने वाला था.

मैंने पूछा- साली कुत्ती … जल्दी बोल बहन की लौड़ी रंडी … पानी कहां डालूँ बोल मादरचोद?
उस Xxx आंटी ने कहा- आह मेरे मालिक … मेरी चूत में ही डाल दो.

मैंने लंड की रफ्तार और तेज कर दी और बहुत चोदा.

फिर मैंने उसकी चूत अपने गर्म पानी से भर दी और उसी के ऊपर गिर गया.

मैं उसके चूचे चूसने लगा.
फिर मैं उठा और बैठ गया.

बातचीत में पता चला कि मेरे गांव से उसका घर सिर्फ 20 किलोमीटर दूर था.
उसने अपना नाम मुस्कान बताया लेकिन जाति नहीं बताई.

मैंने पूछा- उदयपुर में क्या करती हो?
उसने कहा- जॉब है.
मैंने कहा- ठीक है.

फिर मेरा मन शांत नहीं हुआ.
मैंने उसे उल्टा लिटाया और उसके ऊपर लेट गया. उसकी बड़ी-बड़ी गांड पर मेरा लंड उसकी दरार में फंसा दिया.
मैंने सोचा कि आंटी की गांड मार कर देखता हूँ.
हाय क्या सुकून था.

मेरा लंड फिर खड़ा हो गया.
मैंने पेटीकोट उठाया, पर उसने रोक दिया.
वह बोली- जब मैं उदयपुर जाऊंगी, तो आप भी उसी दिन निकल जाना. साथ में चलेंगे और आप मेरी गांड भी मार लेना.

मैंने ज्यादा जोर नहीं दिया.

दोस्तो, आगे बहुत ही मजेदार कहानी होने वाली है.

मैंने उसकी गांड भी मारी, अगर वह सेक्स कहानी जानना चाहते हो तो ईमेल करो.
मैं जल्दी ही लेकर आऊंगा. मिलते हैं अगली कहानी में.

तब तक नमस्ते. आपको ये Xxx आंटी पोर्न स्टोरी कैसी लगी, कमेंट करके जरूर बताएं.
आपका प्यारा विराट
[email protected]

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