पहली चुदाई फेसबुक वाली लड़की के साथ

(Xxx Girl Chudai Story)

Xxx गर्ल चुदाई स्टोरी में मैंने कई लड़कियों के साथ छेड़छाड़ तो की मगर कोई चूत नहीं मिली थी. एक बार फेसबुक पर एक लड़की दोस्त बनी. उसने खुद से सेक्स की बात की.

नमस्कार दोस्तो, मैं आपका अपना दोस्त कबीर (बदला हुआ नाम).

मैं लंबे समय से अंतर्वासना का नियमित पाठक रहा हूँ और मेरे मन में हमेशा से सेक्स को लेकर गहरी रुचि रही है.
लेकिन 25 वर्ष की उम्र होने के बावजूद मुझे अब तक पूर्ण रूप से सेक्स का अनुभव नहीं हुआ था.

हालांकि मेरी कई गर्लफ्रेंड्स रहीं हैं, उनके साथ मैंने ऊपरी-ऊपरी तौर पर सब कुछ किया है, यहां तक कि उनकी चूत का स्वाद भी चखा है.
लेकिन वह जो पूर्ण अनुभव होता है, उससे मैं अब तक वंचित था.

मैं अपने बारे में बता दूँ.
मेरी हाइट 5 फुट 11 इंच है, बॉडी ठीक-ठाक है और मेरे लंड की लंबाई साढ़े पांच इंच है.

मुझे सेक्स कहानी लिखने का बहुत शौक है और साथ ही मुझे बड़े बूब्स वाली लड़कियां, महिलाएं आदि बहुत पसंद हैं.

मैंने अब तक चार महिलाओं के साथ अपना हाथ चलाया है.
उनमें से दो लड़कियां थीं जिन्होंने मेरे लंड को पकड़ा था और मैंने उनकी चूत को मसला था.
एक लड़की ने मुझसे चूत चटवाई भी थी लेकिन उसने झड़ने के बाद मुझसे पल्ला झाड़ लिया था.

दो भाभियां भी मेरे संपर्क में आई थीं.
एक मुझे चलती बस में मिली थीं और वे उधर मुझसे मजाक कर रही थीं.

उन्होंने मेरे लंड के अंडकोष टटोल कर मुझे आगे बढ़ने से रोक दिया था.
मैंने उनसे पूछा था कि आपने मेरे बाल्स पकड़ कर क्या चैक किया … प्लीज बताओ?

वे कुछ नहीं बोलीं और हंसती हुई चुप हो गई थीं और फिर जैसे ही उनका स्टॉप आया तो वे उतर कर चली गई थीं.

दूसरी भाभी ने भी मेरे लंड को टटोल कर मुझसे मना कर दिया था.
इन अनुभवों के बाद मैं अपने लंड को लेकर सशंकित था कि क्या मेरे लौड़े में कोई कमी है.

दोस्तो, मेरी यह कहानी एकदम सच्ची है क्योंकि इस Xxx गर्ल चुदाई स्टोरी में ही मेरा पहला सेक्स अनुभव छुपा हुआ है.

बात जून 2021 की है मुझे फेसबुक पर नए-नए दोस्त बनाना बहुत पसंद आने लगा था.

उसी दौरान मैंने एक लड़की को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी, जिसका नाम काव्या है (बदला हुआ नाम).
वह अब भी मेरे साथ है.

उसने मेरी रिक्वेस्ट स्वीकार की और मैंने उसे ‘हाय’ का मैसेज किया.
उसने तुरंत जवाब दिया- अभी थोड़ी बिजी हूँ, लेकिन थोड़ी देर में आपको मैसेज करूँगी!
मैंने ‘ओके’ लिख कर बात करना रोक दी.

फिर ऐसे ही हमारी बात शुरू हुई.
अगले दिन हम दोनों किसी चीज़ को लेकर बात कर रहे थे.
तभी उसने बताया कि उसकी पूरी बॉडी में दर्द रहता है.

मैंने तपाक से कह दिया- मेरे पास आ जाओ, मैं तुम्हारी मालिश कर दूँगा.
उसने जवाब दिया- हां मैं आ सकती हूँ पर क्या तुम्हारे पास रूम है?

उसने जिस तत्परता से मुझे हां कहते हुए जवाब दिया था, उसे सुनकर मैं थोड़ा सोच में पड़ गया.

मैंने भी एक दो पल सोचने के बाद उससे कह दिया- हां आ जाओ, मालिश करने के लिए रूम की क्या ज़रूरत? वैसे ये काम तो मैं तुम्हारे घर भी आकर कर सकता हूँ!
उसने कहा- सच्ची? तुम मेरी मालिश मेरे घर में कर दोगे?
मैंने हां में जवाब दिया- हां कर सकता हूँ … यह काम तो तुम मेरे साथ किसी पार्क या पब्लिक प्लेस में भी करवा सकती हो!

यह सुनकर वह चुप हो गई.
उसने मुझे कोई जबाव नहीं दिया.

खैर … मैंने उससे ये कहकर बात टाल दी कि मालिश के लिए रूम की क्या ज़रूरत है.

अगले दिन जब मैंने उसे ‘हाय’ कहा.
तो वह नाराज थी.
वह बोली- तुम्हें रूम में मसाज करने से क्या प्रॉब्लम है?

मैं समझ नहीं पाया लेकिन तभी उसने साफ-साफ कह दिया- मुझे तुम्हारे साथ फिजिकल होना है.
यह सुनकर मेरे तो जैसे होश उड़ गए.

सच बताऊं दोस्तो, ऐसा लग रहा था जैसे किसी ने अपनी ज़मीन मेरे नाम कर दी हो और मुझे यकीन नहीं हो रहा हो.

मैंने उससे दो बार कन्फर्म किया- क्या तुम सही बोल रही हो?
उसने कहा- हां, मैं सही बोल रही हूँ!

मैं तो कब से इसी मौके के इंतज़ार में था, लेकिन आज वह अनुभव मेरे सामने रेडी था, हालांकि उसमें थोड़ा टाइम था.

खैर … ऐसे ही हमारी गंदी-गंदी बातें शुरू हो गईं.
उसने अपने न्यूड फोटोज मुझे भेजे.

अब मैं आपको काव्या के बारे में बता देता हूँ.

उसकी हाइट 5 फुट 5 इंच है और बॉडी एकदम गदराई हुई है.
उसके बूब्स 36 इंच के हैं, जो एकदम टाइट हैं और गांड 38 इंच की बड़ी ही मादक पहाड़ी सी है.
उसकी उम्र उस वक्त सिर्फ 19 साल थी, जब हमने सेक्स किया.

फिर एक दिन हम पास की किसी मार्केट में मिले.
जाते-जाते मैंने उसके बूब्स दबा दिए.

सच में उस वक्त मुझे ऐसा लग रहा था जैसे कोई बड़ा सा खरबूज़ मेरे हाथ में आ गया हो.
जब मैंने उसका एक दूध दबाया तो वह भी हंस दी.

फिर वह दिन आया, जब हमें सेक्स करने के लिए मिलना था.
ये जुलाई माह का एक दिन था.

मैंने एक दिन पहले ही अपने दोस्त से उसके रूम की चाबी मांग ली थी और रूम को एकदम साफ करवा दिया था.

अगले दिन हमें एक मेट्रो स्टेशन पर मिलना था और वहां से मेरे दोस्त के रूम जाना था.
मैंने एक घंटा तक उसके आने का इंतज़ार किया.

बीच में मुझे लगा कि शायद वह आज नहीं आएगी लेकिन वह थोड़ा लेट आई.

मैंने उसे वहीं गले लगा लिया.
सच पूछो दोस्तो, वह बड़ी मस्त फीलिंग थी.

मुझे अपने सीने में दो बड़े बड़े नारियल धँसते से महसूस हुए थे.

फिर हम दोनों साथ में मेरे दोस्त के कमरे की ओर चल पड़े.

मैंने उसे बाहर खड़ा किया और कहा- जब मैं फोन करूँ, तो सीधे रूम में आ जाना, दरवाजा खुला होगा.

मैं अन्दर गया, सब कुछ सैट किया और फिर उसे फोन किया.
थोड़ी ही देर में वह सीधे रूम में आ गई.

मैंने आते ही दरवाजा लॉक कर दिया और उसे बिठा कर पानी पिलाया.
थोड़ी देर बैठने के बाद हम दोनों गले लगे.

मुझसे तो बर्दाश्त ही नहीं हो रहा था पर मैंने खुद को रोका हुआ था.

जैसे ही हम गले लगकर अलग हुए, मैंने तुरंत उसके होंठों पर अपने होंठ रख दिए.

क्या रसीले होंठ थे उसके … मैं तो जैसे उनमें खो ही गया.
हम दोनों ने करीबन दस मिनट तक लगातार चुंबन किया.

फिर मैं उससे अलग हुआ.

अब मैंने उसे लेटा दिया और उसके ऊपर आ गया, उसे चूमा … साथ ही उसके कपड़े खोलने शुरू कर दिए.
सबसे पहले मैंने उसका टॉप उतारा और जैसे ही उसका टॉप उसके मम्मों से उतरा, मेरे सामने पहाड़ जैसे स्तन फुदक रहे थे.

उसके चूचे देख कर मेरे तो जैसे होश ही उड़ गए.
उसके दूध क्रीम रंग की ब्रा में इतने सेक्सी लग रहे थे कि मन कर रहा था कि यहीं काटकर खा जाऊं.

पर मैंने थोड़ा सब्र किया और सोचा कि अब तो ये लड़की मेरे हाथ में है; आराम से इसके दूध चूस चूस कर इनका रस पियूँगा.

उसके बाद उसने मेरी शर्ट खोल दी और फिर मेरी पैंट खोल दी.
उसने मेरे अंडरवियर में हाथ डालकर मेरे लंड को ऊपर नीचे करने लगी.

मैं तो जैसे जन्नत में था.
फिर मैंने जल्दी से उसके सारे कपड़े उतार दिए और चुंबन करते करते उसकी गुलाबी चूत के पास पहुंच गया.

हाय, क्या गुलाबी चूत थी वह … मैंने हौले से उसमें अपनी उंगली डाली, तो लगा कि उसकी बुर कितनी टाइट थी.
वह आह कर उठी. उसकी चूत रस छोड़ रही थी तो मेरी उंगली आराम से अन्दर सरकती चली गई.

वह अपने होंठ दांतों से दबा कर और आंखों को बंद करके चूत में उंगली का आनन्द ले रही थी.

मैंने उसके एक चूचे को अपने होंठों से दबाया और चूत में उंगली करना चालू कर दिया.

फिर वह मस्त हुई तो मैं सरक कर नीचे आ गया और मैंने धीरे धीरे उंगली करते हुए अपनी जीभ उसकी चूत में डाल दी.

जीभ का अहसास पाते ही वह एकदम से सिहर उठी और उसने मेरे सिर को जोर से अपनी चूत में दबा लिया.

क्या मज़ा था वह … मैं तो जैसे जन्नत में था.

करीबन दस मिनट तक उसकी चूत में जीभ करने के बाद वह झड़कर शांत हो गई.

फिर उसने मेरे लंड को अपने मुँह में ले लिया और धीरे-धीरे उसे चूसने लगी.
मैं तो जैसे पागल ही हो गया.

वह क्या मस्ती से लौड़े को चूस रही थी, जैसे पॉर्न मूवी में सेक्स गर्ल करती हैं, वैसे ही.

कभी मेरे टोपे को जीभ से छूती, कभी मेरे अंडकोष को … और लंड को ऊपर-नीचे करटी हुई क्या मस्त रंडी लग रही थी वह!

फिर पंद्रह मिनट बाद मैं अपने चरम सुख पर था और मैंने उसके मुँह में अपना वीर्य भर दिया.
उसने उसे गटक कर पी लिया.

मैं उसके ऊपर थोड़ी देर लेटा रहा, फिर हाथ नीचे करके उसकी चूत में उंगली करने लगा और वह मेरे लंड के साथ खेलने लगी.
कुछ ही देर में हम दोनों फिर से तैयार हो गए.

उसने चूसकर मेरे लंड को फिर से खड़ा किया और उसने मेरे लंड पर कंडोम चढ़ाया.

मैं अपने पहले अनुभव को लेकर बहुत उत्साहित था.
मैंने उसे लेटा दिया और उसकी टांगों को अपने कंधों पर रखकर उसकी चूत पर अपना लंड लगा दिया.

अब हम दोनों चुदाई के ओलंपिक की रेस में दौड़ने के लिए तैयार थे.
मैंने धीरे से जैसे ही उसकी चूत में लंड डाला, वह चीख पड़ी.

थोड़ी देर बाद मैंने दोबारा कोशिश की और इस बार धीरे-धीरे लंड अन्दर डाला.
वह दर्द भरी आवाज़ निकाल रही थी.

फिर मैंने कोशिश करके उसकी चूत में आधा लंड डाल दिया और वह दर्द के मारे कांपने लगी.

मैं थोड़ी देर रुका और उसके होंठों पर चुंबन करने लगा.

जैसे ही उसका दर्द कम हुआ, मैंने तुरंत एक तेज झटका मारा और मेरा लंड उसकी चूत को चीरता हुआ अन्दर समा गया.

उसने मुझे जोर से पकड़ लिया और मेरी पीठ पर नाखूनों से निशान बना दिए.

अब मैंने कुछ इंतज़ार किया और उसे चूमता सहलाता रहा.
इसी दौरान मैंने धीरे-धीरे धक्के लगाने शुरू कर दिए.

जब उसका दर्द कम हुआ, तो मैंने थोड़े तेज-तेज धक्के लगाने शुरू कर दिए.

अब कमरा उसकी आवाज़ से गूंज रहा था.
वह कभी तेज़ आवाज़ में ‘हम्म … ऊम्म … ईईईई …!’ करती हुई मेरा उत्साह बढ़ा रही थी.

वह मुझे गालियां भी दे रही थी- साले, चोद भोंसड़ी के … आह और तेज़ तेज़ चोद मादरचोद … आह फाड़ दे मेरी चूत को अपने लंड से!
उसकी ऐसी हरकतें मेरा उत्साह बढ़ा रही थीं और हमारी पच-पच की आवाज़ पूरे कमरे को मनमोहक बना रही थी.

कभी मैं तेज़-तेज़ चुदाई करता, तो कभी एकदम धीरे हो जाता.
मेरी ये हरकत उसे पागल बना रही थी और उसकी आवाज़ मुझे पागल कर रही थी.

Xxx गर्ल चुदाई करते हुए करीबन पंद्रह मिनट बाद मैं अपने चरम पर था.
इस बीच वह भी दो बार झड़ चुकी थी.

फिर मैंने भी अपने धक्के तेज़ कर दिए और लगातार तेज़-तेज़ करते-करते हुए ही उससे पूछा- कहां निकालूं? कंडोम में ही या मुँह में लेगी!
उसने कहा- मुँह में!

मैंने धक्के मारते-मारते कंडोम हटाया और सीधा उसके मुँह के पास आ गया.
जल्दी से उसने अपने हाथ से मेरे लंड को पकड़ा और आगे-पीछे करने लगी.

थोड़ी देर में मैंने सारा वीर्य उसके स्तनों और मुँह पर डाल दिया.
उसने मुँह में आए हुए वीर्य को गटक कर पूरा खा लिया और स्तनों पर लगा हुआ वीर्य उंगली से उठा कर चाट लिया और साफ कर दिया.

उस दिन हम दोनों ने चार बार अलग-अलग तरीके से संभोग किया और उसके बाद हम अपने-अपने घर चले गए.

आगे भी हमने कई बार चुदाई की है उसकी सेक्स कहानी मैं आपको बाद में बताऊंगा.
मेरी Xxx गर्ल चुदाई स्टोरी पढ़ कर आपको कैसा लगा, मुझे मेल जरूर करें.
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