X रेटेड मूवीज की एक्ट्रेस की कहानी- 2

(Semi Porn Gandi Film kahani)

सेमी पोर्न गन्दी फिल्म कहानी में एक कमसिन लड़की को फिल्म में काम करने का मौक़ा मिला. लेकिन फिल्म थोड़ी अश्लील थी पर लड़की को हीरो पसंद आ गया. वो कैमरे पर चुद गयी.

यह कहानी सुनें.

मेरी प्यारी अंतर्वासना के पाठको आप सभी को कम्मो का लंड चूस कर प्यार भरा नमस्ते.

जैसा कि मैंने पिछले भाग
गाँव की लड़की को फिल्मों की ऑफर मिली
में बताया मुझे मुंबई में एक इरॉटिक हॉट वेब सीरीज में काम मिल रहा था, जिसके एवज में मुझे ₹15000 हर एपिसोड के मिलने वाले थे.
इस वेब सीरीज में मेरे साथ पवन भी काम कर रहा था, जिसे मैंने पिछली बार काम करते हुए देखा था.
उसका गठीला बदन और पूरे 8 इंच का लौड़ा देखकर ही मेरी चूत में पानी आ गया था.

अब आगे सेमी पोर्न गन्दी फिल्म कहानी:

जब शूटिंग शुरू होने वाली तब पवन मेरे पास आया और उसने मुझसे हैलो कहते हुए पूछा- कैसी हो?
मैंने आंख दबाते हुए कहा- एकदम हॉट!

वह हंस दिया- लेगी क्या?
मैंने कहा- क्या देगा?

वह इधर उधर देखते हुए कहा- लंड लेगी!
मैं हंस दी और मैंने कहा- हां लेने का मन तो है!

वह बोला- मालूम है न कैसे लेना है?
मैंने कहा- उसमें क्या मालूम करना है? तू डालेगा और मेरे अन्दर जाएगा.

वह हंसा और बोला- नईं तेरे को नईं मालूम अभी तेरे को सर बताएंगे!
मैंने कहा- क्या बताएंगे?

वह कुछ कहता कि तभी उसे किसी ने आवाज दे दी और वह चला गया.

तभी कमल जी आए और उन्होंने मुझे स्क्रिप्ट हाथ में थमा दी और कहा- इसमें तुम्हें ज्यादा कुछ डायलॉग नहीं बोलने हैं, सिर्फ यह देखना है कि पवन के साथ तुम जो भी सेक्स वाले सीन करो, उन्हें दिल लगाकर करो. दर्शकों को ऐसा लगना चाहिए कि तुम पवन के प्यार में हो और अपना सब कुछ उस उस पर निछावर करने के लिए बेताब हो.

मैं मन ही मन बोली कि यह लड़का मुझे मिले, तो मुझे और कुछ नहीं चाहिए.
उसके साथ अभी हुई बातचीत ने मेरी चुत में और ज्यादा आग लगा दी थी.

सच में इतना मदमस्त और हट्टा-कट्टा नौजवान अगर मेरे साथ सेक्स करे और ऊपर से मुझे पैसे भी मिलें … यह तो सोने पर सुहागा हो गया ना!

इस सेमी पोर्न गन्दी फिल्म के डायरेक्टर थे प्रदीप जी.
उन्होंने मुझे बताया कि 20 मिनट का एक एपिसोड होगा.
तो मेरे मुँह से निकल गया कि बस 20 मिनट!

यह सुनकर वहां जितने भी लोग बैठे थे, वे सब खिलखिला कर हंस दिए.
प्रदीप जी बोले- तो तेरे को दो घंटा तक कबड्डी खेलने का है? तो एक के साथ चार को लगाऊं क्या?

मैंने पहले तो सोचा कि हां बुला लो सर चार को बुला लो, मैं सबके लंड चूस कर खाली कर दूँगी!
फिर मैं चुप रही कि पहला मौका है ज्यादा नहीं बोलना चाहिए.

इसके बाद सर ने कहा- तेरे साथ खुल कर बात कर सकता हूँ न! तेरे को चलेगा न?
मैंने कहा- मतलब?

वे बोले- मैं लंड चुत मम्मे चुदाई करके तेरे साथ बात करूं, तो तेरे को चलेगा न?
मैंने बिंदास कहा- हां चलेगा!

फिर मुझे प्रदीप जी ने बताया कि देखो यह इरॉटिक हॉट वेब सीरीज जरूर है लेकिन हम इसमें सीधे शारीरिक संबंध नहीं दिखाते. एक्टर तुमको किस भी करेगा, तुम्हारे मम्मों को भी दबाएगा. तुम्हारी गांड भी मसलेगा लेकिन इस सारे भाग में तुम्हारे मम्मों को खुल्ला नहीं दिखाया जा सकता … और पवन वाकयी में तुम्हारी चूत में अपना लंड नहीं डालेगा.

मैंने उनसे कहा- देखिए सर, मैं यह सब पहली बार कर रही हूं और मैं अभी तक कुंवारी हूं. तो मुझे इस बात का कोई अनुभव नहीं है कि जब लंड मेरी चूत में नहीं जाता है, तब चेहरे पर कैसे खुशियां या दर्द दिखाई दे पड़ता है. इसलिए मैं तो चाहूंगी कि पहली बार जो भी करें, सचमुच का करें.

प्रदीप जी ने मुस्कुरा कर पवन को पास बुलाया और उसके कान में कुछ कहा.
वह सुनकर खुशी के मारे उछल पड़ा और उसने कहा- मुझे मंजूर है. मैं सब कुछ कर दूंगा.

फिर सर मेरी तरफ मुड़ कर बोले- देखो जो तुम चाहती हो, वह तो हो जाएगा लेकिन इसके अलग से कोई पैसे नहीं मिलेंगे!

मैंने मन ही मन कहा कि पैसा किसको चाहिए, इसका बड़ा सा लंड मेरी चुत में घुसने तो दो. बस मेरे लिए तो यही खुशी का साधन है!

अब शूटिंग शुरू हुई.

पवन मेरे पास बिस्तर पर बैठ गया धीरे-धीरे मेरा हाथ अपने हाथ में लेते हुए हाथ को चूमते हुए कंधों तक आ गया, कंधों से गले तक और फिर मेरे रसीले होंठों को चूमने लगा.
मैंने भी उसके होंठों को अपने होंठों से दबा लिया और मुँह में जीभ डाल कर उसकी लार को चूसने लगी.

वह मेरी इस हरकत से एकदम गर्म हो गया और मेरे दूध को दबाते हुए मुझे इशारे से कहने लगा कि मस्त चूस रही हो!
मैं खुश हो गई.

फिर पवन ने धीरे-धीरे मेरे ब्लाउज को उतारा.
मैं अब सिर्फ ब्रा और पैंटी में आ गई थी.

उसने अपने हाथ से मेरे ब्रा के ऊपर से ही मेरे चूचियों को मसलना शुरू किया.
मैं सिसकारियां लेने लगी- आह … और करो ना … आह दबाओ ना … आह और जोर से … आह मजा आ रहा है!

ऐसा कह कर मैं उसको उकसाने लगी.

फिर पवन ने अपने दाएं हाथ से मेरी ब्रा पीछे से खोल दी और अपने दाहिने हाथ से वह मेरे मम्मों को मसलने लगा.

वह मुझे लगातार किस किए जा रहा था और मैं भी अपनी जीभ उसके मुँह में डालती हुई उसके किस का पूरा मजा ले रही थी.

मेरी ब्रा को उतारने के बाद पवन और जोश में आ गया. मेरे भरे हुए मम्मों को देखकर तो वह पागल हो गया.

एक हाथ से मेरा एक मम्मा मसल कर उसने दूसरे दूध को चूसना शुरू कर दिया.
झूम झूम कर वह मेरे दूध को पूरा मुँह में लेने की कोशिश कर रहा था लेकिन वह आधा भी नहीं ले पा रहा था … तो वह धीरे-धीरे अपने दांतों से मेरे निप्पल को काटने लगा.

मुझे एक साथ ही दर्द और खुशी का अहसास हो रहा था.
पवन बड़ा तैयार लड़का था और वह अपने काम में पूरी तरह माहिर था.

उसे पता था कि एक औरत को कैसे तड़पाना है और कैसे खुश करना है.

काफी देर तक मेरे मम्मों को चूमने और मसलने के बाद पवन धीरे-धीरे नीचे खिसकने लगा.
अब उसने मेरी पैंटी को अपना हाथ डाला और उसे धीरे-धीरे नीचे की तरफ खिसकाते हुए पैंटी को पैरों से नीचे गिरा दिया.

अब मैं उसके सामने पूरी नंगी हो गई थी.
मैं अपनी चूत के पूरे बाल सुबह ही साफ करवा चुकी थी और मेरी गुलाबी चूत देखकर तो वह एकदम पागल सा हो गया.

झट से अपना मुँह मेरी चूत पर रख कर अपनी जीभ को पूरी तरह मेरी चूत के अन्दर घुसेड़ने लगा.
उसकी जीभ मेरी चूत का दाना टटोलने लगी थी.

जैसे ही उसने अपनी जीभ से चूत के दाने को सहलाना शुरू किया, मैंने खुशी के मारे उसका सर अपने दोनों हाथों में पकड़ा और अपनी दोनों टांगें उसकी गर्दन में लपेट दीं.
फिर दोनों ओर पूरी तरह से टांगें खोलकर उसकी जीभ को ज्यादा से ज्यादा अन्दर आने का मौका देने लगी.

मैंने अपने कॉलेज में कई लड़कों से अपनी चूत चटाई थी, पर जीभ से इतनी बेहतर और इतनी बढ़िया चूत चाटने वाला पवन पहला ही लड़का था.

मैं खुशी से जगह पर ही उछल रही थी.
लेकिन जैसे ही पवन अपना लंड मेरी चूत में अन्दर डालने लगा तो वह मेरी चूत की सील से टकरा गया.

अब भौचक्का होने की बारी पवन की थी.

मेरे गले के पास किस करते हुए वह मेरी कानों में खुसफुसाया- कम्मो तू तो अब तक कुंवारी है साली! तेरी कुंवारी चूत चोदने में बड़ा मजा आएगा!

मैंने भी हंसकर उसे जवाब दिया- साले, तेरे जैसे मोटे और कड़क लंड का ही तो मुझे इंतजार था. अब बातें कम कर और काम ज्यादा … जल्दी से मेरी चूत की प्यास बुझा और मुझे कुंवारी लड़की से औरत बना दे.

बस फिर क्या था … पवन जोर जोर से धक्के देने लगा.

कुछ ही धक्कों में मेरी सील फट गई और उसने अपना पूरा लंड मेरी चूत में डाल दिया.
मैं दर्द के मारे कराह रही थी और खुशी के मारे उछल रही थी.

खुशी और दर्द दोनों एक साथ देने वाला सिर्फ सेक्स ही हो सकता है और कुछ नहीं.

पवन अपनी पूरी ताकत से करीब 15 से 20 मिनट तक मेरी चुदाई करता रहा और मैं खुशी से उसका लंड झेल रही थी.

इस दौरान मैं दो बार झड़ भी गई.
लेकिन पवन फिर भी मेरी चुदाई करता रहा, वह रुका ही नहीं.

मैं बड़ी अचरज में थी कि कोई मर्द इतनी देर तक कैसे चुदाई कर सकता है.
लेकिन मुझे बहुत मजा आ रहा था.

मैं उछल उछल कर पवन का साथ दे रही थी.
कभी वह मेरे ऊपर आता और कभी उल्टा घुमा कर मुझे अपने ऊपर ले लेता था.

हर पोजीशन में हम दोनों संतुष्टि की सीमा तक आ गए और फिर अचानक उसने अपना लंड बाहर निकाला और मेरे पेट पर अपने लौड़े से निकले गर्म वीर्य की पिचकारी छोड़ दी.

इससे पहले भी कई लड़कों ने अपना लंड मेरी चूत पर घिस कर मेरे ऊपर अपने वीर्य की पिचकारी मारी थी लेकिन जो सुख मुझे पवन ने दिया था, उसकी तो किसी से तुलना भी नहीं हो सकती.

उधर मेरी वीडियो बन रही थी, जिसे बाद में जब मैंने देखा तो उसमें कहीं भी न तो मेरी चुत दिखाई गई थी और न ही मेरे निप्पल देखने को मिले.
वीडियो देख कर मुझे दोहरा सुकून मिला कि मेरी चुत में लज्जत भी मिल गई और इज्जत भी नहीं उछली.

मेरी वीडियो को देख कर प्रदीप सर भी बहुत खुश थे.
वे मेरी तारीफ करते हुए बोले- तूने सच में फिल्म में जान डाल दी. तुझे आज की पेमेंट में पांच हजार ज्यादा मिलेगा.

यह सुनकर मैं मन ही मन बहुत खुश थी और अगले 9 एपिसोड के बारे में सोच कर मन ही मन मुस्कुरा रही थी कि ऐसी ही जान डालती रही तो शायद ये भी मेरे पेमेंट में जास्ती रकम डालते रहेंगे!

दोस्तो, इस पूरी सीरीज के शूटिंग के दरमियान मैंने चार अलग-अलग उम्र के और कद काठी के मर्दों से सेक्स का भरपूर आनन्द लिया.

वह सेक्स कहानी अगले भाग में लिखूँगी.
सेमी पोर्न गन्दी फिल्म कहानी पर आप अपने कमेंट्स जरूर भेजें.
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