पाँच लड़कों के साथ मेरी ब्ल्यू फिल्म

सीमा रण्डी 2006-12-25 Comments

मेरा नाम सीमा, उम्र 26 साल है। मैं एक शादीशुदा औरत हूँ। मैं सेक्स में बहुत रुचि रखती हूँ।
मेरे पति सुनील एक अध्यापक हैं। वो लंबे और सुन्दर दीखते हैं। वो मेरे सौन्दर्य के कायल हैं।

मैं और मेरे पति ब्लू फिल्म देखते हैं और इन्टरनेट पर मुझे काफी लड़कों ने नंगा भी देखा है, वह मेरे पति की महेरबानी है।

मेरे पति अक्सर मैसेन्ज़र पर चैटिंग करते हैं और लड़कों को मुझे नंगा दिखाते हैं। इससे उनको मज़ा आता है, हालांकि मुझे भी कोई फर्क नहीं पड़ता।

एक दिन की बात है जब शाम को मेरे पति पांच 18 से 20 साल के लड़कों के साथ चैट कर रहे थे।

वो सब एक ही कैम पर थे और मेरे पति ने मुझे उनके सामने नंगा होने को कहा।
मैं फटाफट अपने कपड़े उतारकर नंगी हो गई।

उस वक़्त जैसे मेरे मन में कुछ नया विचार आ रहा था, मैं उन पांचों से चुदवाना चाहती थी।

मैंने उनका आईडी याद रखकर दूसरे दिन जब सुनील स्कूल गए तब मैंने मैसेन्ज़र में आईडी डाला।

इत्तिफाक से उनमें से एक लड़का ऑनलाईन था। मैंने उससे चैट किया और मैंने उसे बताया कि मैं सुनील की पत्नी हूँ।

फिर उसने मुझे कैम पर नंगा होने को कहा।
मैंने ऐसा ही किया।

फिर मैंने उससे कहा- मैं तुम पांचों से एक साथ चुदवाना चाहती हूँ।

वह मान गया और उसने मुझे दो दिन के बाद रात को उसके घर आने को कहा।

पर मैं रात को नहीं जा सकती थी, तो हमने जब सुनील स्कूल जायें तब मेरे घर पर अगले दिन ही आने का कार्यक्रम बनाया।

मैंने उसका फोन नंबर ले लिया और कहा- जब सुनील स्कूल के लिए निकलेंगे, तब मैं मिसकॉल कर दूंगी।
तो हमारी बात पक्की हो गई।

उस दिन मैं खूब उत्साहित थी। मैंने काफी लड़कों को उस दिन अपना नंगा बदन दिखाया। मुझे इसकी आदत हो चुकी थी। मैं हर वक्त कल का इंतज़ार कर रही थी।

उस दिन रात को सुनील के लंड का जी भर के मज़ा लिया पर मैं उस वक्त दूसरे दिन के बारे में सोच कर सेक्स में इतना सहयोग दे रही थी।

अगली सुबह हुई और मैंने सुनील के लिए नाश्ता बनाया।
सुनील नाश्ता कर के कपड़े पहनने लगे और बोले- आज स्कूल में ऐक्स्ट्रा क्लास है।

मैं मन ही मन खुश हुई और नहाने चली गई।
नहाने के बाद मैंने एकदम तंग ब्रा पहनी जिससे मेरे स्तन एकदम सिकुड़ गए।
मैंने गुलाबी रंग की साड़ी पहनी और एकदम उत्तेजक परफ़्यूम लगाया।

फिर मैंने उस लड़के को मिसकॉल दिया।

उसने फोन किया और मैंने कहा- पीछे के रास्ते से आ जाना!

मैंने उसको पता तो दे ही दिया था।
दस मिनट के बाद वो सब आ गए। पांचों एकदम हैंडसम दिख रहे थे।

मैंने सब को बिठाया और उनको पानी दिया फिर चाय नाश्ता कराया।

उन सबसे मैंने नाम पूछा तो उनके नाम अंकित, सलीम, सुरेश, जय और ज़ॉन थे।
उनमें से ज़ॉन मुझे सबसे अच्छा लगा था।

हमने पहले सामान्य घर-बार की बातें की फिर अंकित बोला- मैं ब्लू फिल्म की सीडी लाया हूँ।
मैंने कहा- ठीक है! चलो बेडरूम में चलते हैं।

जय ने ब्लू फिल्म लगाई। उसमें भी एक लड़की को पाँच मर्द चोद रहे थे।

मैं बिस्तर पर ज़ॉन के आगे और आजू-बाजू बाकी के बैठे थे।

अचानक ज़ॉन ने मेरी पीठ पर हाथ फेरना चालू कर दिया।

मैंने बगल में बैठे अंकित की जांघ पर हाथ रखा, अंकित ने मेरा हाथ पकड़कर उसके लंड पर रख लिया जो काफी बड़ा था।
फिर मैंने उसका लंड निकाला और उसे हिलाने लगी।

तभी सुरेश बोला- रुको, अभी नहीं!

उसने जय को आंख मारते हुए कहा- मैं कुछ लाता हूँ!

मैंने कहा- क्या?
तो सलीम बोला- रुक तो सही रंडी!

मुझे उसकी गाली से मजा आ रहा था, मैं कुछ बोली नहीं!

थोड़ी ही देर में सुरेश कैमरा और दो आदमी लाया।

मैंने कहा- यह सब क्या है?
तो जॉन ने मेरे स्तन दबाते हुए कहा- यह दोनों हमारी ब्लू फिल्म बनायेंगे!

मैंने मना किया पर वो लोग नहीं माने।

सलीम बोला- रंडी, चुदवाना है तो बोल! नहीं तो हम चलते हैं?

मुझमें वासना कूट-कूट कर भरी थी, तो मैंने कहा- ठीक है!

हालांकि मैं मन ही मन चाहती थी कि मेरी ब्लू फिल्म बने।

फिर वो आदमी बोले- अब शुरु करो! हम कैमरा ऑन करते हैं!
वो बोले- ठीक है!

कैमरा-मैन ने सुरेश के सामने कैमरा रखा, उसने हम सबका परिचय दिया।
फिर ज़ॉन आगे बढ़ा और मेरे होंठों पे चूमने लगा; पीछे से सलीम मेरे स्तन दबाने लगा। फिर जॉन ने मेरी साड़ी उतारी, मैं अब सिर्फ ब्लाउज़ और पेटीकोट में ही थी।

फिर सुरेश ने मेरे वक्ष पर किस किया और मेरा ब्लाउज़ एक ही झटके में फाड़ डाला।

तभी कैमरा-मैन बोला- उस रंडी को बोल कि थोड़े नखरे दिखाए!

मैंने अपने स्तनों को पकड़कर कर वासना से भरी हुई हंसी निकाली।
फिर जय ने मुझे बिस्तर पर बैठने को कहा।
मैं बैठ गई और जय ने लम्बा सा लण्ड मेरे मुँह में धर दिया। मैं उसे चूसने लगी।

फिर सलीम ने मेरी ब्रा खोल दी मेरे बड़े बड़े स्तन लहरा कर बाहर आ गये। फिर सुरेश और सलीम मेरी चूचियों को चूसने लगे।

जय का लंड मैंने फिर से मुँह में ले लिया। अंकित एक तरफ़ खड़ा था।

जॉन ने मेरे पेटीकोट का नाड़ा खोल कर पेटीकोट निकाल दिया और मेरी पेंटी को चूसने लगा। फिर उसने मेरी पेंटी निकाल दी।

कैमरा-मैन ने नजदीक से मेरी बाल-रहित चूत को शूट किया।

अब मैं बिलकुल नंगी थी।
तब एक कैमरा-मैन बोला- हरामजादी, तू तो नंगी हो गई! अब उन लोगों को नंगा तेरा बाप करेगा?

सबको जुदा करके मैंने बारी बारी से सब को नंगा किया।
मैंने पाया कि सलीम का लंड सबसे लम्बा था, मेरे पति के लंड से भी लम्बा!

मैं बारी बारी से सबके लंड चूस रही थी।

फिर अंकित ने मुझे उठाया और बिस्तर पर पटक दिया।
सलीम मेरे पास में आकर लेट गया और उसने मुझे लंड को चूत में डालकर बैठने को कहा।
मैंने धीरे से वही किया, सलीम का लंड फटाक से अन्दर चला गया।

मैं चिल्लाई, फिर मेरे मुँह से अह्ह्ह अग्ग…. आवाजें आने लगी तो अंकित ने अपना छोटा पर मोटा लंड मेरे मुँह में डाला।
अब मैं आवाज़ नहीं कर रही थी।

फिर ज़ॉन ने पीछे से मेरी गांड पर लंड रखा और एक ही झटके में गांड में लंड डाल दिया।
मुझे बहुत मीठा सा दर्द हुआ।

सुरेश और जय के लंड मेरे हाथों में थे और मैं हाथ से उनके लंड को हिला रही थी।

बारी बारी से सबने मेरी गांड, चूत, मुँह और हाथों को चोदा।
फिर वो सब अलग हो गए और बारी बारी से मेरे मुँह में अपना पानी छोड़ा।
मैं सारा पानी गटक गई।

फिर सलीम ने मुझे कपड़े पहनाये और हमारी ब्लू फिल्म ख़त्म हुई।

मेरी प्यास बुझ गई थी। मैं मुस्कुरा रही थी क्योंकि मुझे जन्नत का आनंद मिला था।

अचानक दोनों कैमरा-मैन अपने कपड़े निकलने लगे।

मैंने कहा- यह क्या कर रहे हो?
तो वो बोले- चल रानी, अब हमारा मजा ले!

मैं कुछ नहीं बोल सकी और उन्होंने ने भी मुझे चोदा और उन्होंने तो मेरे स्तनों और चूत को काट-काट कर जख्मी कर दिया था।
पर मुझे उसमें मजा आया था।

फिर सबने कहा- तेरी ब्लू फिल्म हम तुझे मेल कर देंगे और एक महीने में सारे मुंबई के ब्लू फिल्म के दीवाने यह देख चुके होंगे।
मैंने कहा- ठीक है! आज से मैं ब्लू फिल्म की रंडी बन गई!

सब हंसने लगे। फिर सब एक बार फिर मेरी चूत को चाट कर और उसकी फोटो खींच कर चले गए।
मैं वो दिन कभी नहीं भूलूंगी।

कहानी कैसी लगी, मुझे जरूर मेल करें!
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