गर्ल्स हॉस्टल की लड़कियां- 5
(Teacher Fuck Hot Girl )
टीचर फक हॉट गर्ल स्टोरी में एक लड़की ने अपने प्रोफेसर को चुदाई के लिए पटा लिया. वह सेक्स का मजा लेने के लिए टीचर के केबिन में चली गयी. वहां उसकी चूत कैसे चुदी?
कहानी के पिछले अंक
हॉस्टल की लड़की ने प्रोफेसर को पटाया
में आपने पढ़ा कि सलमा, चावला सर पे मोहित हो जाती है, वे दोनों लाइब्रेरी में मिलते हैं, जहां सलमा, चावला से अपनी चुदास जाहिर करती है।
चावला उस को अपने पर्सनल केबिन में आने के लिए कहता है।
वहां सलमा, चावला का लंड चूस के उसका वीर्य का हर कतरा निगल जाती है और चावला को भी उस के वीर्य का स्वाद चखाती है।
चावला के मुंह बिगाड़ने पर सलमा ताना मारती है कि तुम मर्द लोग खुद अपना वीर्य पसंद नहीं करते पर औरत से उम्मीद करते हो कि वह न केवल उसे निगले बल्कि उसके स्वाद की प्रशंसा भी करे?
तब चावला सफाई देता है कि कुदरत ने वीर्य मर्द को ही दिया है, यदि औरतों की चूत से वीर्य निकलता तो शायद मर्द भी उसे खुश हो कर निगलते।
अब आगे टीचर फक हॉट गर्ल स्टोरी:
चावला के ऐसा कहने पर सलमा ने कहा- हां, बात तो तुम्हारी भी सही है, चलो अब यह बताओ कि मेरा ओरल वाला परफॉर्मेंस कैसा रहा? कितने नंबर दोगे?
चावला सर ने कहा- टेन ओ टेन।
यूं भी कौन सा ऐसा मर्द होगा, जो पहली पहली बार लंड चूसने वाली लड़की की प्रशंसा नहीं करेगा?
उसके बाद चावला सर ने कहा- अब तो तुम्हें अपने लंड के नीचे लाना है और तुम्हारी मस्त चुदाई करना है।
सलमा ने शरारती अंदाज में कहा- यदि मैं तुम्हें अपनी चूत नहीं दूं तो?
चावला सर ने कहा- क्यों नहीं दोगी? आज तक तो शायद कभी भी ऐसा नहीं हुआ होगा कि कोई औरत, किसी मर्द का लंड चूसने और वीर्यपान करने के बाद उस मर्द से चुदाने से मना कर दे।
“बहुत लालची हो यार, सारे मजे मुफ्त में करना चाहते हो?”
अब नई औरत का चस्का ऐसा होता है कि मर्द कमजोर पड़ने लग जाता है।
चावला सर ने कहा- नहीं, ऐसी बात नहीं है, तू जो कहेगी मैं वह करूंगा, तू जो चाहेगी वो दिलवाऊंगा, बस अब तो एक बार यह कह दे कि तू मेरा लंड अपनी चूत में लेने को तैयार है।
सलमा के चेहरे पर एक प्यारी सी मुस्कान आ गई और वह कहने लगी- अरे सर, मुझे पता है कि तुम्हारा दिल, तुम्हारे लंड की तरह बहुत बड़ा है। मैं तो यूं ही मजाक कर रही थी। मैं एवं मेरा जिस्म, तुम्हारी इच्छा पूर्ति करने के लिए, तुम्हारा दिल बहलाने के लिए, तुम्हारी वासना की आग शांत करने के लिए हर समय तैयार हैं। मेरी चूत तो खुद तुम्हारा लंड लेने के लिए बेताब है।
उधर नादिरा, सारी सहेलियों से बारी बारी पूछ रही थी- सलमा को देखा क्या?
पता चला कि उसे आखिरी बार लाइब्रेरी में जाते देखा था।
लाइब्रेरियन से पूछा तो पता चला कि उसे गए करीब आधा घंटा हो गया है।
नादिरा लाइब्रेरी से बाहर निकली तो सामने से सलमा आती हुई दिखी।
नादिरा को आश्चर्य था कि आखिर वह अकेली कहां चली गई थी?
उसने सलमा को गाली बकते हुए पूछा- क्यों री भोसड़ी वाली, कहां मां चुदाने गई थी तू?
सलमा ने जवाब दिया- वो … मैं … चावला सर से कुछ पूछने गई थी।
नादिरा को सलमा के मुंह से कुछ अजीब सी गंध आती महसूस हुई।
उसने फिर पूछा- क्या पूछने गई थी?
सलमा ने कहा- आज जो उन्होंने क्लास ली थी, उसी के विषय में बात करनी थी।
नादिरा के चेहरे पर अब आश्चर्य उभरा, उसने कहा- तो उसके लिए तेरे को चावला सर का लंड चूसना जरूरी था?
सलमा सकपका गई, बोली- यह क्या कह रही है तू?
नादिरा ने फिर गाली बकते हुए कहा- मादरचोद, तेरे से ज्यादा लंड लिये हैं मैंने। मर्द के वीर्य की गंध बहुत अच्छे से पहचानती हूं, जो तेरे मुंह से आ रही है कुतिया!
सलमा निरुत्तर थी.
उसने नादिरा के सामने अब ज्यादा नाटक करना उचित नहीं समझा और उसे सब कुछ साफ-साफ बता दिया।
नादिरा और सलमा के बीच उसके बाद बहुत देर तक बातें होती रहीं।
सलमा ने जैसे नादिरा की बातों से सहमति जतलाई।
उस के बाद दोनों कैंटीन की ओर रवाना हो गईं।
एक-दो दिन बाद चावला सर के लंड ने फिर ज़ोर मारा, उनको लगा आज सलमा की चूत चोदनी चाहिए।
उसने फिर सलमा को पहले की तरह लाइब्रेरी में बुलाया।
सलमा इस बार भी पहले की तरह फिर से एक किताब लेकर चावला सर के पास बैठ गई और किताब दिखाकर जैसे उनसे कुछ पूछने लगी।
चावला सर ने उसे कुछ समझाने की एक्टिंग करते हुए कहा- आज चुदाई का मन कर रहा है यार, उस दिन की तरह मेरे केबिन में आ जाना।
सर जाने को उठ ही रहे थे कि सलमा ने रोका- सर एक बात और कहनी थी!
फिर वह धीरे से बोली- सर, मुझे तुम से चुदवाने में कोई एतराज़ नहीं लेकिन मेरी एक फैंटेसी आज पूरी कर दो न!
चावला ने पूछा- बता न कौन सी फेंटेसी? मैं जरूर पूरी करूंगा।
सलमा ने कहा- तुमने फिल्मों में प्रेम चौपड़ा और शक्ति कपूर को रे.प करते देखा है न?
चावला ने कहा- हां, कई फिल्मों में देखा है।
सलमा ने कहा- मैं किसी भी फिल्म में जब रे.प सीन देखती तो मेरी चूत में गुदगुदी होने लगती थी। मैं वहां हीरोइन के स्थान पर खुद की कल्पना करने लगती थी और मुझे यह लगता था कि हीरोइन इतनी जोश भरी चुदाई का मजा क्यों नहीं लेती?
वह आगे बोली- एक चीज के बारे में मैं और भी सोचा करती थी कि ठीक है विलेन उसकी पसंद का नहीं है लेकिन जब उस का लंड हीरोइन की चूत में घुसता होगा तब हीरोइन को आखिर मजा तो आता ही होगा, फिर वह इतनी दुखी क्यों हो जाती है! मेरे राजा, इसीलिए मेरी बहुत पुरानी और गहरी हसरत है कि कोई रस्ता-चलता अजनबी, या तुम्हारे जैसा रंगीला मर्द, एक विलेन की तरह मुझे पकड़ के मेरी इच्छा के विरुद्ध जबरदस्ती मेरी चूत फाड़ डाले। मुझको चुदना तो है ही और तुम को भी चोदना है तो क्यों न उसे जबरदस्ती का रूप दे कर, हम दोनों के आनन्द को बढ़ाया जाए। मुझे पूरा विश्वास है कि मेरे जैसी कमसिन लड़की का रे.प करके तुमको भी बहुत मजा आएगा।
चावला मन ही मन बहुत खुश हो रहा था, उसे ऐसा लग रहा था जैसे उसकी दिली इच्छा सलमा ने पढ़ ली हो और वह उसे अपनी हसरत बता के उसके आगे गुजारिश कर रही है।
चावला को सलमा की बातों से उत्तेजना मिल रही थी।
उसने भोला बनते हुए कहा- सलमा, मैं तैयार हूं लेकिन जब तुम खुद मुझसे चुदना चाहती हो तो फिर उसमें जबरदस्ती वाला रंग कैसे आएगा?
सलमा ने कहा- मैं इतनी आसानी से थोड़ी मान जाऊंगी। मैं तो जम के विरोध करूंगी, बचने की हरसंभव कोशिश भी करूंगी लेकिन तुम तो आखिर एक जवां मर्द हो, तुम्हारे जैसे मर्द की ताक़त के आगे मेरे जैसी नाज़ुक औरत कितनी देर टिक सकती है? तुम मेरी हर बात को नकार के, पूरी ताकत लगा के मुझ पर नियंत्रण कर लेना। जब मेरा विरोध कमजोर पड़ने लग जाए, तब मुझे कस के पकड़ना और एक वहशी की तरह, जबरन मुझे चोद कर, हम दोनों की हवस की आग शांत कर डालना।
सलमा आगे बोली- एक बात और तुमको बल प्रयोग करने की भी पूरी छूट रहेगी, जरूरत लगे तो मेरे गाल पर कस के थप्पड़ भी लगा सकते हो। मैं बिल्कुल भी बुरा नहीं मानूंगी बल्कि उससे मेरी फील, मेरा मजा और बढ़ जाएगा। मैं तो बस इतना चाहती हूं कि तुम आज की चुदाई बिल्कुल फिल्मी विलेन वाले अंदाज में डायलॉग मारते हुए करना। आज हम दोनों को इस चुदाई में इतना मजा आना चाहिए कि हम दोनों ही इस चुदाई को जिंदगी भर भूल नहीं पाएं।
चावला का लंड तो सलमा की फैंटसी सुन के ही तन्नाने लग गया।
कई लड़कियों को देखकर उसकी तो खुद की इस तरह की इच्छा होती थी कि काश वो उस को पकड़ के, उन की मर्जी के बिना, जबरन उन की चुदाई कर पाता।
आज तो सलमा की इस फैंटेसी वाली चुदाई में उस की भी दबी हुई हसरत पूरी होने वाली थी।
चावला उठ कर अपने केबिन में चला गया और सलमा का इंतजार करते हुए मन ही मन सलमा के साथ होने वाली फिल्मी चुदाई की कल्पना करने लगा।
कुछ ही देर बाद में सलमा ने चावला के केबिन का दरवाजा खोला और भीतर आई।
उसको चावला कहीं दिखा नहीं, उसने दरवाजे को नॉक करके कहा- चावला सर आप कहां हैं?
दरवाजे के पीछे खड़े चावला ने सलमा को चौंकाते हुए, प्रेम चौपड़ा जैसे हंसते हुए कहा- मैं इधर खड़ा हूं सलमा डार्लिंग।
सलमा चौंकी और उस ने ऐसा अभिनय किया जैसे उसे चावला के मुंह से सलमा डार्लिंग सुनकर अच्छा नहीं लगा।
वह मुड़ी और उस ने मुड़कर कहा- डार्लिंग? यह आप क्या कह रहे हैं सर? मैं आप की डार्लिंग नहीं, आपकी स्टूडेंट सलमा हूं सर!
अब चावला ने शक्ति कपूर जैसे डायलॉग मारा- हां सलमा डार्लिंग, तू स्टूडेंट है तो क्या हुआ? जब से तू कॉलेज आई है, मैं तो तभी से तुझे पेलना चाहता था। आखिरकार तू आज आ ही गई मेरे चंगुल में। आज तेरा मुझ से बचना मुश्किल है। तेरे लिए यही अच्छा होगा कि तू राजी खुशी मान जा क्योंकि तेरे फरिश्ते भी आज तुझको चुदने से बचा नहीं पाएंगे।
सलमा ने कहा- यह नहीं हो सकता सर, तुमने यदि जबरदस्ती की तो मैं शोर मचाऊंगी।
चावला ने कहा- देख, कॉलेज का पूरा स्टाफ घर जा चुका है और तेरी सहेलियां हॉस्टल। इसीलिए कहता हूं चुपचाप मान जा, तेरे चिल्लाने का भी कोई असर मुझ पर होने वाला नहीं है। आज तो मैं तेरी चुदाई कर के अपनी वासना की आग शांत करके रहूंगा।
अब तक चावला पूरी तरह अपने किरदार में उतर चुका था।
उसने प्रेम चोपड़ा का मशहूर डायलॉग तोड़ मरोड़ के दोहराया और कहा- मेरा नाम है चावला … चोदू चावला!
फिर वह मुंह बना के हंस पड़ा- हंहहं हहंह!
सलमा ने कहा- सर यह आप क्या कह रहे हैं? ऐसा न कहें, मैं आपकी बहुत इज्जत करती हूं।
चावला सर ने फिर किसी खलनायक की तरह ठहाका लगाकर कहा- तेरा मादक रूप, तेरा खिलता हुआ यौवन, मेरे दिल दिमाग में बस चुका है। तू मेरी इज्जत करती है और मैं तेरे से मोहब्बत, देख मेरी रानी, मना मत कर। अच्छा मौका है, एक बार दे दे अपनी चूत और चुदवा ले स्साली!
यह कह के चावला ने सलमा की कलाई पकड़ ली।
सलमा ने जैसे तैसे अपना हाथ छुड़ाया तो चावला ने कहा- देख सलमा, अक्ल से काम ले। एग्जाम में न केवल मैं तुझे सबसे अच्छे नंबर दूंगा बल्कि दूसरे सर से कहकर दिलवा भी दूंगा, तू टॉप करेगी. इसी बात पर उतार दे अपना टॉप। मेरा लंड आज मेरे काबू से बाहर है, तू बस आज मेरी इच्छा पूरी कर दे।
सलमा ने झूठी एक्टिंग करते हुए कहा- नहीं सर, मुझे नहीं चाहिए ऐसे नंबर, मैं ऐसी वैसी लड़की नहीं हूं। तुम यदि नहीं माने तो मैं तुम्हारी शिकायत लेकर प्रिंसिपल मैडम के पास जाऊंगी।
चावला ने कहा- शौक से चली जाना मेरी छमिया, मैं तुझे प्रिंसिपल मैडम के पास जाने लायक छोड़ूंगा ही नहीं। आज बिना चुदे तेरा बचना असंभव है। तू नहीं मानेगी तो फिर मुझे तेरे साथ ज़ोर जब.रदस्ती करनी पड़ेगी।
यह कहते हुए चावला सलमा को पकड़ने के लिए आगे बढ़ा।
सलमा डरती हुई पीछे हटी और बोली- सर, मैं तुमको कितना शरीफ आदमी समझती थी मगर तुम तो दरिंदे निकले, दरिंदे।
इस पर चावला फिर एक बार बेशर्मी के साथ हंसा और बोला- तुझे जो समझना है समझ ले सलमा डार्लिंग लेकिन आज तो मैं तेरे इस सेक्सी जिस्म से अपनी हवस मिटा के रहूंगा।
सलमा पीछे हटते हटते अब दीवार से अड़ चुकी थी।
चावला ने उसे पकड़ लिया.
सलमा ने चिल्लाने की कोशिश की।
इसके पहले कि वह चिल्ला पाती, उसी समय चावला ने अपना शक्तिशाली हाथ उसके मुंह पर रख दिया, उसकी आवाज घुटकर रह गई।
दूसरे हाथ से चावला ने सलमा के बांए स्तन को अपनी मुट्ठी में लिया और अपना बांया हाथ सलमा के मुंह से हटाकर अपने होंठ उसके होठों पर रख दिए।
सलमा कसमसाती रही पर चावला उस के रसीले होठों को चूसने लगा।
सलमा ने अपने मुंह को इधर-उधर घूमा कर बचने की कोशिश की लेकिन चावला बलिष्ठ मर्द था उसने सलमा के होठों को आजाद नहीं किया और उसका रस चूसता रहा।
चावला के दोनों हाथ सलमा के दोनों उन्नत उरोजों को मसल रहे थे।
चावला पर मस्ती चढ़ चुकी थी और वह सलमा को कामोत्तेजित करने की कोशिशें में लगा रहा।
सलमा ने बचने के लिए दोनों हाथ चावला के सीने पर रखे और एक ज़ोर का धक्का दिया।
अब चावला सच में आवेश में आ गया।
यूं भी इस नाटक में सलमा ने बल प्रयोग की छूट दी हुई थी।
वह सलमा की ओर बढ़ा और बोला- स्साली ज्यादा ही नाटक कर रही है। इतनी देर से कोशिश कर रहा हूं कि चुपचाप चुदवा ले पर मान नहीं रही।
यह कहते हुए उस ने सलमा के गाल पर एक थप्पड़ मार दिया।
थप्पड़ थोड़ा जोर से लगा, सलमा की आंखों में आंसू आ गए।
उसने अपने दोनों हाथ जोड़े और बोली- सर, मैं विनती कर रही हूं, मुझे छोड़ दो, मुझे जाने दो.
पर चावला ने जब.रदस्ती उसका टॉप उतार दिया और साथ ही उसकी स्कर्ट भी नीचे खींच दी।
सलमा के दूधिया बदन, बड़े-बड़े स्तन, पतली कमर, चिकनी जांघों, मांसल नितंबों तथा खुशबूदार चिकनी घाटी ने जैसे चावला को पागल कर दिया।
उसने ब्रा का हुक खोला और सलमा के स्तनों पर टूट पड़ा।
एक थप्पड़ खाने के बाद सलमा ने डर के मारे चिल्लाने की कोशिश नहीं की, कहीं चावला आवेश में एक दो थप्पड़ और ना लगा दे।
वह बस गिड़गिड़ाती रही.
लेकिन चावला ने उसे अपनी टेबल पर पटक के उसकी पैंटी उतार फेंकी और अपना मुंह उसकी चिकनी चूत में दे दिया।
सलमा की चूत चाटते, चूसते हुए वह सोच रहा था कि साली आज पूरी तरह मस्ती के मूड में है इसीलिए चूत को एकदम चिकनी करके आई है।
सलमा छटपटाते हुए बोली- मान जा कमीने, मैं तेरी बेटी जैसी हूं। हल्ला के लिए रहम कर मुझ पर!
चावला सलमा की डायलॉग बाजी को इग्नोर करके सलमा की चूत के चटखारे लेता रहा।
कुछ देर तक सलमा की रस छोड़ती हुई चूत का स्वाद लेने के बाद, चावला का लंड बुरी तरह अकड़ चुका था।
सलमा का विरोध जारी था, चावला समझ रहा था कि उस की तरह सलमा भी आज पूरी तरह अपने रोल में उतर चुकी है।
चावला की उत्तेजना तो अपने शिखर पर थी कौन सा ऐसा मर्द होगा, जो अपने दिमाग में वासना के चढ़ जाने के बाद, सामने नंगी पड़ी हुई चूत को बिना चोदे छोड़ देगा?
उस पर सलमा की इस जबरन चुदाई वाली हसरत ने जैसे उसे पागल कर दिया था।
उसने अपने लंड पर थूक लगाकर एक ही झटके में अपना लंबा मोटा लंड सलमा की चूत में जड़ तक घुसेड़ दिया।
सलमा के मुंह से इसके पहले की चीख निकलती, चावला ने एक हाथ फिर उसके मुंह पर रख दिया।
उसके बाद चावला ने सलमा को चेतावनी देते हुए कहा- अब यदि तूने चीखने की कोशिश की तो पहले से अधिक जोर से थप्पड़ पड़ेगा। बेहतर यही होगा कि अब तू मुझे अपनी इच्छा पूरी करने दे।
सलमा छटपटाती रही, हाथ पांव पटकती रही लेकिन चावला ने रुकने का नाम नहीं लिया और एक जंगली जानवर की तरह उसकी चुदाई करता रहा।
मुझे उम्मीद है कि मेरे सभी कामुक पाठक, मेरी इस टीचर फक हॉट गर्ल कहानी से आनन्द रस निचोड़ रहे होंगे।
कहानी के अगले अंक में पढ़िए सलमा की फिल्मी चुदाई का क्लाइमेक्स।
उस के बाद सलमा की नादिरा से मुलाकात और फिर सलमा का अनुभव सुन के नादिरा की चावला से मिलने की तड़प एवं अन्य सहेलियों की मस्ती भरी शरारतों का वर्णन।
टीचर फक हॉट गर्ल स्टोरी पर अपनी प्रतिक्रिया से अवश्य अवगत करावें।
मेरी आईडी है
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