कानून के रखवाले-5

जोर्डन 2009-02-05 Comments

प्रेषक : जोर्डन

अब्बास की हालत अभी एकदम मरे हुए कुत्ते जैसी थी। उसके चेहरे से बहुत खून निकल रहा था और दर्द से तो वह बेहोश ही हो चुका था। उसकी हालत देख कर उसके चमचे बड़े हैरान थे… कल तक खुद को बादशाह और डॉन समझने वाले की इस इंस्पेक्टर मोना ने इसकी कुत्ते से भी बदतर हालत की थी।

इधर अब्बास की कुत्ते की तरह पिटाई करने के बाद इंस्पेक्टर मोना की हालत भी कोई ठीक नहीं थी। वैसे तो उसने अब्बास को दिखा दिया कि ताक़त और हिम्मत में उसका कोई मुकाबला नहीं कर सकता पर जिस तरह से अब्बास ने मोना की चूत पर वार किये, उससे उसका खून निकल रहा था और दर्द भी बहुत कर रहा था। वो डॉक्टर के पास भी नहीं जा सकती थी क्योंकि वो अकेली लड़की थी पूरे जेल में और किसी को भी दिखाना नहीं चाहती थी कि उसकी क्या हालत है। वैसे आज और एक कमाल की बात हुई थी मोना के साथ, पिछले ही महीने से वह भूल गई थी कि वह एक औरत है, पर अब्बास वाली घटना ने उसके अन्दर की लड़की की सेक्स-भावना को ना सिर्फ जगा दिया था बल्कि उत्तेजित भी कर दिया था।

वहीं दूसरी तरफ मुस्तफा को जब अब्बास की हालत का पता लगता है तो वो हिल जाता है।

मुस्तफा- यह तुम क्या कह रहे हो… ? अब्बास की इतनी बुरी हालत है जेल में? हमको जल्द-से-जल्द उसको छुड़ाना पड़ेगा जेल से, नहीं तो हमारे सारे काम चौपट हो जाएँगे।

मुस्तफा फोन उठाता है और सोनिया का नंबर डायल करता है।

सोनिया- हेल्लो !!

मुस्तफा- कैसी हो मैडम?

सोनिया- कोन बोल रहा है?

मुस्तफा- मैडम, आपका एक ही तो दीवाना है, जिसके लिए आप मुसीबत बनी हुई हैं।

सोनिया- अच्छा तो तुम हो मुस्तफा, तुमको मेरा नंबर कहाँ से मिला?

मुस्तफा- क्या मैडम, क्या बात कर रही हैं आप? आपकी तो पैंटी और ब्रा हमारे पास है और आप नंबर की बात कर रही हो।

सोनिया- बकवास बंद कर कुत्ते… तेरी सारी बातों का जवाब मैं जल्दी दूंगी।

मुस्तफा- अच्छा मैडम, हम अपना हिसाब तो बाद में करेंगे, पहले मुझे यह बताओ कि यह मोना क्या चीज़ है?

सोनिया- मोना !! क्यों तुम को उससे क्या… यह तो वही अब्बास वाली जेल में जेलर है, ओह्ह्हो ! अच्छा, मुझे लगता है कि तुम्हारे अब्बास की बजा डाली है उसने.. तभी तुम यह सब पूछ रहे हो? क्यों सही कह रही हूँ ना मैं?

मुस्तफा- बजेगी जरुर बजेगी… तेरी भी और तेरी मोना की भी !!

सोनिया- अच्छा ऐसी बात है? तो जा हिम्मत है तो छुड़ा अपने अब्बास को वहाँ से, वहीं मोना की जेल में है ! देखती हूँ तू क्या कर सकता है?

मुस्तफा- चेलेंज कर रही है मुझे? चल ठीक है ! मैं भी तुझे चेलेंज करता हूँ कि मेरे जिन आदमियों ने कल तेरी पैंटी उतारकर तुझे नंगी किया था, वो लोग इगो बार में हैं, और तेरी पैंटी और ब्रा भी उनके पास है। अगर दम है तो बिना वर्दी के उनसे निपट कर दिखा?

सोनिया (मुस्कुरा कर)- तुझे क्या लगा? कल उन लोगों ने मुझको पीटकर मेरे कपड़े उतारे? वह तो मैंने जानबूझ कर नाटक किया और तेरा अब्बास को बचाने की योजना को मोना तक पहुँचाया… और अब तक तो तेरे उस अब्बास की हालत ऐसी होगी कि वो खड़ा भी नहीं हो पा रहा होगा… क्यों सही कहा ना मैंने?

मुस्तफा- हँस ले ! हँस ले ! जितना जी चाहे हँस ले… तेरी असली हिम्मत तो तब पता चलेगी जब तू मेरे इन चार लोगों से निपटेगी ! और हाँ, एक बात और ! अगर तू हार गई तो ये तुझे पेट से कर देंगे।

सोनिया (गुस्से में)- कुत्ते, देख मैं तुझे और तेरे आदमियों को देख क्या मज़ा चखाती हूँ।

सोनिया गुस्से में अपनी गाड़ी लेकर निकल जाती है, उसने काली टी-शर्ट, आसमानी शोर्ट्स पहने हैं। उसने अभी भी पैंटी और ब्रा नहीं पहनी है क्योंकि कसम खाई है कि जब तक गुंडों से अपनी ब्रा-पैंटी नहीं छीन लेती, तब तक नहीं पहनेगी।

बार में घुसते ही हाथ पर रखी रिवॉल्वर से वो बार टेंडर से सलीम और उसके आदमियों के बारे में पूछती है। बार का मालिक एन्थोनी आ जाता है और बताता है कि वे लो-स्टॉक रूम में हैं। वह यह भी बताता है कि कैसे उन लोगों ने उसके बार में अय्याशियाँ कर रखी हैं और यहाँ से लोगों को परेशान करके भगा दिया है।

सोनिया स्टॉक रूम में जाती है, उसके हाथ में अभी भी रिवॉल्वर है।

सोनिया (चीखते हुए)- अंडरवल्ड के हरामी कुत्तो, कहाँ छुपे हो? आज एक-एक को बताती हूँ कि मैं क्या चीज़ हूँ!!

उसको तभी सलीम की आवाज़ सुनाई देती है- आ गई साली ! आज तो तेरी चूत जम कर चोदेंगे। यहाँ हमें कोई परेशान भी नहीं करेगा।

अजीत- अबे साली, क्या रिवॉल्वर लेकर लड़ेगी? बिना रिवॉल्वर के दम नहीं है क्या?

सोनिया- रिवॉल्वर तो खाली ही है। तू उससे मत डर, आज मैं तुम सबको एक पुलिस वाली की हिम्मत दिखाऊँगी।

अयूब- तो क्या कपड़े पहनकर लड़ेगी, या कल की तरह नंगी होकर लड़ेगी?

उस्मान- नंगी तो उसे होना ही है… वो खुद कपड़े उतारेगी या हम कल की तरह आज भी उसे नंगी कर दें?

बार-बार ऐसे शब्द सुनकर सोनिया को बहुत गुस्सा आ रहा था, आज तक किसी ने उससे ऐसे बदतमीज़ी से बात नहीं की और जिसने भी की, वह हॉस्पिटल में है, आखिर वो भी एक सीनियर इंस्पेक्टर है पुलिस फ़ोर्स की और सबसे बड़ी बात यह है कि वह एक ऐसी लड़की है जो पूरी तरह से कुंवारी/अक्षतयौवना है जिसको आज तक कोई छू भी नहीं सका है, लेना तो बहुत दूर की बात है।

सोनिया से रहा नहीं गया और उसने बोला- अगर दम दिखाना है तो आ जाओ मैदान में ! बताती हूँ तुम सबको, बातों में क्या रखा है?

सलीम ने सोनिया पर छलांग लगाई, सोनिया एक तरफ हो गई और आगे बढ़ते हुए एक लात अजीत और दूसरी उस्मान को मारी। अयूब सावधान खड़ा था, उसने आगे बढ़कर सोनिया को पैरों के दम से गिराना चाहा पर सोनिया ने अपनी कराटे टेक्निक से अयूब को ही मुँह के बल गिरा दिया। अयूब की नाक फूट गई और खून ही खून निकल पड़ा…

यह देखकर बाकी सब सावधान हो गये। सलीम ने एक बार फिर सोनिया पर छलांग लगा कर लात का वार करने की कोशिश की और कुछ हद तक कामयाब भी हुआ पर उसकी लात सोनिया की हाथ से लगी और वो असंतुलित हो गई।

उस्मान ने मौके का पूरा फायदा उठाते हुए और एक लात मारी और सोनिया नीचे गिरने से बची लेकिन अभी वो संभल पाती की पीछे से अजीत ने उसके खुले बालों को पकड़ा और उस्मान आगे से लात बरसाने लगा। सोनिया ने दोनों हाथों से उसकी लात को पकड़ा और पीछे की तरह उछाल दिया। उस्मान सीधा जाकर लकड़ी के मेज़ पर गिरा और वहीं बेहोश हो गया।

अजीत जोकि सोनिया के बालों को खींच रहा था, चौंक गया इस एक्शन को देख कर और इतना मौका बहुत था कि सोनिया ने उसको अपने सीधे हाथ से घुमा कर फेंका, अयूब ने गुस्से में लाल-बबूला हो कर सोनिया के गाल पर एक जोरदार घूँसा मारा, जिससे एक पल के लिए सोनिया को अँधेरा सा लगने लगा पर दूसरे ही पल वो संभली और अयूब के दूसरे घूँसे को अपने सीधे हाथ से रोक लिया और अयूब को एक जोर का घूँसा लगा दिया तो वो तिलमिला उठा लेकिन इस बार सलीम ने लात घुमा कर सोनिया की तरफ मारी और उसको आता देख सोनिया घूम गई और उसकी लात सीधे अयूब पर पड़ी और जिसके साथ अयूब का सर दीवार पर लगा और वो भी बेहोशी के आलम में खो गया।

अपने आदमियों की ऐसी पिटाई देखकर सलीम तो पागल हो रहा था। तभी उसको एक तरकीब सूझी, उसने इस बार सोनिया जो अजीत पर मुक्कों की बारिश कर रही थी, के पीछे से टी-शर्ट फाड़ दी। सोनिया ने अपने शर्ट के अंदर कुछ नहीं पहना था और उसके मोटे-मोटे उभार कपड़ों की कैद से बाहर निकल गए।

यह वार सोनिया के लिए अलग था और उसने अयूब को एक तरफ पलट कर सलीम की तरफ देखा।

सलीम- साली कुतिया, तुझे नंगी करके पूरी तरह चोदूँगा आज, तू देख !!

सोनिया- साले तुझे कपड़े फाड़ने के अलावा आता क्या है? आज तो देख मैं तेरी मार-मार के क्या हालत करती हूँ।

सलीम- साली, उस ड्रम के पीछे है तेरी ब्रा-पैंटी, है दम तो आज तो तू वो लेकर दिखा?

सोनिया- हरामी, वो तो मैं जरूर लूँगी पर उससे पहले तेरा जो हश्र करुँगी वो तो तू सपने में भी नहीं सोच सकता।

इधर सलीम और सोनिया अपनी बात में लगे थे कि पीछे से अजीत अपना काम कर गया।

आगे जानने के लिए अन्तर्वासना डॉट कॉंम पर आते रहिए….और मुझे मेल करें।

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