जवान बीवी की चूत चुदाई दोस्त से होते देखने का मजा-2

(Jawan Biwi Ki Choot Chudai Dost Se Hote Dekhne Ka Maja- Part 2)

सनी वर्मा 2017-04-27 Comments

This story is part of a series:

रवि ने एक रात को आशु को फिर डिनर पर बुलाया। उस शाम रवि को अचानक ही अपने ऑफिस जाना पड़ गया, वहाँ कोई जरूरी काम था।
सपना ने रवि से कहा- आशु को मना कर देते हैं।
तो रवि बोला- कोई बात नहीं, आने दो… मैं थोड़ी देर में आ जाऊँगा।

रवि ने एक बदमाशी करी… सपना को बिना बताये उसने एक स्पाई कैमरा ड्राइंग रूम में छिपा कर चालू कर दिया जिसमें दो घंटे की रेकॉर्डिंग हो सकती थी।
जैसे ही आशु आया, रवि उसे नीचे ही मिला और रवि ने उससे सॉरी बोलते हुए कहा- तुम बैठो, मैं अभी आधे घंटे में आता हूँ।

आशु ऊपर चला और रवि गाड़ी निकाल कर ऑफिस!
ऊपर सपना ने आशु को रिसीव किया। सपना को नहीं मालूम था कि रवि नीचे ही है या चला गया है, इसलिए उसने बड़ी शराफत से आशु को रिसीव किया और आगे आगे चलती हुई उसे ड्राइंग रूम तक ले आई।

आशु हैरान था, वो तो सोच रहा था कि आज रवि भी नहीं है तो उसे आगे बढ़ने का मौका मिल जायेगा। ड्राइंग रूम में पहुँच कर सपना ने आशु से पूछा- रवि कहाँ है?
तब आशु ने बताया कि वो तो ऑफिस के लिए निकल गया है, थोड़ी देर में आएगा।

सपना यह सुन कर बाहर जीने का दरवाजा बंद करके पानी लेकर आई।
बैठ कर उसने मुस्कुरा कर आशु से पूछा- कैसे हो.. क्या लोगे, जूस या बियर?
कहते हुए उसने म्यूजिक चला दिया।

आशु भी खड़ा हुआ और उसने सपना के दोनों हाथ थाम लिए और उसे अपने नजदीक खींचा। सपना ने भी आगे आकर उसके होंठ से अपने होंठ लगा दिए, दोनों काम की आग में जल गए, आशु ने सपना को कस के भींच लिया.. दोनों ऐसे चिपट गए जैसे बरसों के बिछड़े हों।

आशु तो सपना को मानो खा ही जाना चाहता था। सपना भी आशु से बेल की तरह चिपटी हुई थी।
सपना ने फ्रॉक पहना था जिसकी बैक काफी ढीली और लटकी हुई थी। आशु ने अपना हाथ उसकी पीठ पर फिराते हुए ऊपर से अंदर भी करना शुरू कर दिया था।

अचानक आशु ने अपना एक हाथ नीचे किया और सपना की फ्रॉक पीछे से उठानी चाही।
सपना को होश आया कि अब आगे क्या होने वाला है, वो एक झटके से आशु से अलग हुई, बोली- यह ठीक नहीं है।
आशु को उसने एक किस किया और बिठाया, बोली- मैं जूस लेकर आती हूँ।

आशु ने वाशरूम में जाकर अपने चेहरे पर लगे लिपस्टिक के निशान साफ़ किये और बाल ठीक किये।
उधर सपना भी अपने रूम में जाकर अपने को ठीक करके आई।

वो ड्राइंग रूम में जूस लेकर आई, तभी रवि भी आ गया, तीनों ड्राइंग रूम में बैठे। आशु चुप था जैसे चोरी पकड़ी गई हो।
रवि भी समझ रहा था कि कुछ तो खिचड़ी पकी है दोनों के बीच!
पर जल्दी हो सब नार्मल हो गए, डिनर पर भी खूब हंसी मजाक होता रहा।

डिनर के बाद तीनों मार्किट में आइसक्रीम खाने चले गए। आइस क्रीम खाते खाते रवि बहाने से एक ओर चला गया, लौटा तो उसने देखा की सपना आशु की आइस क्रीम स्कूप से आइस क्रीम खा रही थी.. आशु भी सपना से सट कर खड़ा था।

ये सब देखकर रवि का लंड तो तम्बू हो रहा था।

कार में बैठते समय रवि ने जानबूझ कर आगे की पेसेंजेर सीट पर पानी गिरा दिया, अब सपना और आशु दोनों को ही पीछे बैठना पड़ा। रास्ते में रवि ने देखा की आशु ने सपना का हाथ पकड़ा हुआ था और उसने अपना दूसरा हाथ सपना के चिकने कंधे पर रखा था।
सपना भी आशु को देख देख कर मुस्कुरा रही थी।

आशु को उसके घर उतारकर रवि सपना घर आये।
रवि ने सपना को ये बहाना किया- तुम कपड़े बदलो, मुझे थोड़ा सा काम करना है, मैं लैपटॉप पर काम करके अभी आया।

सपना चुदासी हो रही थी, उसने बड़े इतराकर रवि से कहा- जल्दी आओ, तुम्हारी मुनिया परेशान कर रही है।
मुनिया रवि उसकी चूत को बोलता था।

सपना के वाशरूम में जाते ही रवि ने स्पाई कैमरा से चिप निकाली और ड्राइंग रूम में जाकर लैपटॉप पर सारा खेल देखा।
सपना व आशु का रोमांस देखकर उसे कुछ बुरा नहीं लगा, वो तो यही चाहता था.. उसका लंड तन कर सख्त गया था।
तभी सपना ड्राइंग रूम में आई, उसने एक झीना सा टॉप डाला हुआ था, जिसमें उसका चिकना बदन और ज्यादा चमक रहा था।

रवि ने लैपटॉप बंद किया, सपना आते ही उसकी गोद में बैठ गई बोली- जल्दी चलो ना…
रवि ने सपना को गोदी में उठा लिया और बेड रूम में लाकर आराम से बेड पर लिटा दिया और वाश रूम में जाकर कपड़े उतार कर लुंगी लपेट कर आ गया।

उसकी लुंगी भी सपना ने बेड पर आते ही खींच दी और अपने होंठ रवि के होंठों से चिपका दिए। रवि ने बड़े आशिकाना अंदाज में पूछा- आज क्या इरादा है? कहीं आशु समझ कर मेरा चोदन तो नहीं करोगी।
सपना बोली- कुछ बोलो मत… बस अंदर आ जाओ।

रवि तो आज चोदने वाला नहीं था, उसने सपना के होंठ चूसते हुए पूछा- आज तो तुम्हारे होंठ बड़े मीठे हो रहे हैं, क्या आशु ने चूम लिया?
सपना ने पलटकर जवाब दिया- उसकी हिम्मत कहाँ है जो मेरी इजाजत के बिना मुझे छू ले! और अब तुम बोलो नहीं, अंदर आ जाओ।

रवि चौंक गया, सपना झूठ बोल रही थी.. अभी तो उसने सपना और आशु की रासलीला देखी है। पर वो यह सोच कर चुप रहा कि सपना डर कर सच नहीं बोल रही है।
उसने सपना की चूत में अपना लंड पूरा घुसेड़ दिया उम्म्ह… अहह… हय… याह… और पूरी स्पीड से चुदाई की।

आज सपना भी उछल उछल कर उसका साथ दे रही थी और बोल भी कुछ ज्यादा ही रही थी। रवि ने चुदाई के दौरान सपना से पूछ ही लिया- आशु से चुदोगी?
सपना मस्ती में थी, बोली- तुम जिससे कहोगे, चुद लूंगी! बस तुम रुको नहीं, चोदते रहो।

रवि बोला- तुमने उसे चूमने दो दिया नहीं अब तक चुदोगी कैसे?
इस पर सपना बोली- अगली बार आएगा तो चूम लूंगी, ठीक? तुम्हें बुरा तो नहीं लगेगा?
रवि का मन हुआ कि कह दे ‘तुमने आज चूमा तो क्या मुझे बुरा लगा!’
पर वो ये सोच कर चुप रहा कि बस अगली बार की ही तो बात है, फिर तो सपना उसके सामने ही चूमने को तैयार है, इसलिए उसने फटाफट माल खाली किया और सपना से चिपट कर सो गया।

रात को एक बजे करीब एक आहट से उसकी आँख खुली तो उसने देखा कि सपना मोबाइल पर किस कर रही है, वो समझ गया कि आशु का फोन होगा। उसने सोने का ही नाटक किया।

सुबह सपना ने खुद ही उसे बताया कि रात को अचानक दब जाने से उसका फोन आशु के नंबर से मिल गया था। हालाँकि उसने काट दिया, पर आशु का पलट कर फोन आया तो उसने सॉरी बोल दिया था।

रवि ने भी हंस कर कहा- बेचारे ने रात भर तुम्हारे नाम की मुठ मारी होगी।
सपना हंस दी।

रवि को यह तो यकीन हो गया कि सपना थोड़ी बहुत बदमाशी तो कर रही है पर वो बेवफाई नहीं करेगी, इसलिए इस मामले को बढ़ाने में मस्ती ही होगी, कोई नुक्सान नहीं।

आगे क्या हुआ? अगले भाग की प्रतीक्षा कीजिए।
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