चाची और चचेरी बहन की थ्रीसम चुदाई

(Cousin Hot Family Sex Story)

कजिन हॉट फॅमिली सेक्स स्टोरी में हमारा संयुक्त परिवार है. एक दिन घर में मेरे साथ ताऊ की बेटी और एक चाची थी. रात को हम तीनों एक बेड पर सोये. बेड पर चुदाई का घमासान चला.

दोस्तो, आज मैं आपको अपनी सेक्स कहानी सुनाने जा रहा हूँ.

ये मेरी पहली कजिन हॉट फॅमिली सेक्स स्टोरी है, जो कि मेरी सेक्सी चाची और सेक्सी चचेरी बहन की चुदाई की है.

मेरा नाम सोनू (बदला हुआ नाम) है.
मैं उत्तर प्रदेश में रहता हूँ.
मेरी उम्र 19 साल है और मैं एक नॉर्मल सा लड़का हूँ.

मैं देखने में एक ठीक-ठाक हूँ पर मेरा लंड 8 इंच लम्बा और 2 इंच मोटा है.
मैंने अभी तक 6 लड़कियों को चोदा है.
मुझे गांड मारना बहुत पसंद है.

अब हम बात करते हैं चाची जी की.
मेरी चाची का नाम नूरी है … उनका यह बदला हुआ है.

मेरी नूरी चाची को अगर कोई एक बार देख ले तो गारंटी है कि उसका लंड उसी वक्त खड़ा हो जाएगा.

उनका फिगर 40-34-42 का है और हम परदे वाली फैमिली से हैं तो हमारे में औरतें सलवार सूट पहनना पसंद करती हैं.
चाची सलवार सूट में माल लगती हैं.

उनकी जवान भतीजी यानि मेरी चचेरी बहन का नाम नाज़िया है.
नाज़िया मेरे बड़े पापा की लड़की है, जबकि नूरी चाची 3 नंबर वाले चाचा की वाइफ हैं.

नाज़िया देखने में बहुत अच्छी लड़की है.
उसकी अभी शादी नहीं हुई है तो अभी घर पर ही रह कर घर के काम-काज देखती है.

नाज़िया भी एक नंबर माल है.
उसका फिगर 34-30-36 का है.

चूंकि हम लोग जॉइंट फैमिली से हैं, तो सुबह से ही सबकी आवाजें आना शुरू हो जाती हैं.

यह बात उस दिन की है, जब घर में कोई नहीं था.

उस दिन जब मैं सुबह सो कर उठा तो देखा कोई आवाज नहीं आ रही थी.
मालूम हुआ कि घर में कोई नहीं है.
बस नूरी चाची ही थीं.

मैं बाहर आया तो देखा कि वे अपनी गांड उठा-उठा कर कपड़े धो रही थीं.
मैं चाची के पीछे जाकर खड़ा हुआ और उनसे पूछने लगा कि सब लोग कहां गए?

तो उन्होंने कहा- सब लोग शादी में गए हैं … पांच दिनों के लिए. घर में मैं और नाज़िया और तुम ही हो. तुम्हें कॉलेज जाना होता है, इसलिए मैं नहीं गई.
मैंने ‘ओके’ कह कर उन्हें एक प्यारी सी स्माइल दे दी.

वे भी मुस्कुरा कर वापस अपनी गांड हिलाती हुई कपड़े धोने में लग गईं.

मैं खुश होकर बाथरूम में गया और चाची के नाम की मुठ मारी.
लौड़े का तनाव खत्म करके फ्रेश हुआ और बाहर आ गया.

चाची बोलीं- नाश्ता कर लो, मैंने रख दिया है टेबल पर!
मैंने कहा- ओके.

फिर मैं नाश्ता करके कॉलेज निकल गया.

उधर से वापस आकर मैंने कपड़े चेंज किए, खाना खाया और घूमने निकल गया.

शाम को 8 बजे मैं वापस आया, तो देखा आंटी खाना खाकर अपने रूम में लेटी हुई हैं और उनके साथ नाज़िया भी लेटी हुई है.

मैंने चाची को आवाज दी तो वे बोलीं- टेबल पर खाना रखा है, खा लो.
मैंने खाना खाया और अपने कमरे में जाकर लेट गया.

तभी अचानक चाची आईं और बोलीं- तुम आज मेरे रूम में मेरे साथ लेट जाओ ना … मुझे अकेले डर लग रहा है.
मैं उनके साथ उनके रूम में चला गया और लेट गया.

बिस्तर पर एक तरफ नाज़िया और एक तरफ चाची लेटी हुई थीं. कुछ ही देर में वे दोनों सो गईं.

रात के 11 बज रहे थे.
मेरा हाथ नाज़िया के बूब्स पर चला गया.
मुझे उसके दूध सहलाने में अच्छा लगा.
उसने भी कुछ नहीं कहा.

फिर मैंने उसके बूब्स धीरे-धीरे दबाना शुरू कर दिए.
उस वक्त मैंने सिर्फ अंडरवियर पहन रखा था.
अंडरवियर में मेरा 8 इंच का लंड खड़ा हो गया.

फिर मैंने अपना एक हाथ उसकी सलवार के ऊपर रखा और उसकी चूत को मसलने लगा.
वह बस ‘आह आह आह’ की आवाजें निकलने लगी.

फिर अचानक से वह मेरा मुँह पकड़ कर किस करने लगी.
हम दोनों एक मिनट तक किस करते रहे.

नाज़िया बोली- प्लीज़ अब मत तड़पाओ … जल्दी से अपना लंड डाल दो.
मैं बोला- रुको मेरी रानी, पहले अपनी चूत रानी के दर्शन तो करवा दो!
वह बोली- कर लो न रोका किसने है?

मैंने उसकी सलवार का नाड़ा ढीला किया और उसकी सलवार नीचे करके उतार दी.
उस रंडी ने चड्डी पहनी ही नहीं थी.

यह सब मैंने बड़े आराम से किया था ताकि कहीं चाची जाग ना जाएं.

अब मैंने अपनी पोजीशन बदली और उसकी टांगों के पास अपना मुँह ले आया.
उसने अपनी चुत फैला दी और मैंने अपनी चचेरी बहन की चूत पर मुँह रखकर चाटना चालू कर दिया.

वह हाथ से इशारा करने लगी कि उसे भी लंड चूसना है.
मैं पुनः आहिस्ता से अपना पोज बदल कर 69 में आ गया और मैंने उसके मुँह के पास अपना लंड लगा दिया.

वह मेरा लंड पकड़ कर चूसने लगी और मैं उसकी चूत चाटने लगा.

कुछ देर बाद वह फिर से मेरे लंड को मसल कर मुझे इशारा देने लगी कि अब पेलो.

मैंने चुदाई की पोजीशन बनाई और अपना लंड उसकी चूत पर रख दिया.

वह मस्ती से अपनी गांड उठाती हुई लंड को चुत में लेने की कोशिश करने लगी.
मुझे लगा कि यह चुदी हुई लौंडिया है तो मैंने चुत के छेद में सुपारे को सैट करके एक तेज धक्का दे मारा.

पहले ही धक्के में मेरा आधा लंड उसकी चूत में समा गया.
वह एकदम से ‘ओह …’ करके चीख उठी.

जब तक मैं उसका मुँह दबा पाता कि वह ‘आह अउ मररर गई … मार डाला बहनचोद ने …’ कहती हुई गालियां देने लगी.

मैंने चाची की तरफ देखा और अपनी चचेरी बहन का मुँह दबा कर एक और धक्का दे मारा.
इस बार मेरा पूरा लंड बहन की चूत में घुसता चला गया.

कुछ देर के दर्द के बाद मेरी बहन लंड सही से लेने लगी थी.
मैंने 25 मिनट तक उसकी चूत मारी, फिर उसी की बुर में झड़ गया.

वह ऐसे ही बिना सफाई किए सो गई.

एक घंटा के बाद मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया.
अब मेरी नज़र चाची पर गई.

वे घोड़े बेच कर खर्राटे भरती हुई सो रही थीं और उन्होंने अपनी गांड मेरी तरफ की हुई थी.

मैंने अपना एक हाथ उनकी गांड पर रखा और उनके एक चूतड़ को दबा दिया.
चाची की तरफ से कोई विरोध नहीं हुआ तो मेरा हौसला बढ़ गया और मैंने अपने हाथ को आगे बढ़ा कर चाची के एक दूध को दबा दिया.

अब चाची की हल्की सी आह निकली और वे मेरी तरफ मुँह करके बोलीं- अब कुछ करेगा भी या सब माल नाज़िया को ही देता रहेगा?
मैं समझ गया कि चाची ने बहन की चुदाई का पूरा मजा लिया है.

मैं उनके दूध के निप्पल को पकड़ कर मींजता हुआ बोला- आपके लिए मेरे लंड में अभी बहुत जान बाकी है मेरी जान!

तभी चाची ने मेरे लंड को पकड़ लिया और वे नीचे को सरक कर मेरे लौड़े को मुँह में लेकर चूसने लगीं.

मैंने भी चाची की सलवार में हाथ डाल दिया और उनकी चूत में एक साथ तीन उंगलियां डाल कर चुत को रगड़ने लगा.
साथ ही अपने दूसरे हाथ से उनकी गांड पकड़ कर दबा दी.

चाची एकदम से मचल उठीं तो मैंने उन्हें खींच कर अपने सीने से लगाया और उनके दोनों बूब्स बाहर निकाल कर एक को पीने लगा व दूसरे को मसलने लगा.

लगभग दस मिनट तक हम दोनों एक दूसरे के साथ मस्ती करते रहे.
अब तो मुझे अपनी बहन की भी चिंता नहीं थी. क्योंकि उसे तो मैं चोद ही चुका था.

कुछ देर के बाद मैंने चाची के सारे कपड़े उतार कर उन्हें नंगी कर दिया और चित लिटा कर उनके ऊपर चढ़ गया.

चिकनी चाची ने अपनी चुत मेरे लंड के लिए पसार दी तो मैंने उनकी चूत पर अपना लंड रखकर दबा दिया.

मेरा पूरा लंड एक ही बार में चाची के चूत में घुसता चला गया.

मोटा लवड़ा चुत के अन्दर एकदम से घुसा तो चाची की चीख निकल गई- आई … उउउह मर गई आह साले मार डाला मादरचोद ने … आह छोड़ भोसड़ी के … छोड़ दे मुझे!

मगर मैं बिना कोई परवाह किये चाची की चुत में लंड आगे पीछे करता गया.
कुछ ही देर में चाची को मजा आने लगा और वे गांड उठा उठा कर लंड का मजा लेने लगीं.

आधा घंटा तक चोदने के बाद मैंने उनकी चूत के अन्दर ही अपना माल निकाल दिया.
मैं झड़ कर निढाल हो गया था तो उनके ऊपर ही पड़ा रहा.
चाची भी संतुष्ट हो गई थीं तो वे मेरी पीठ को सहलाती हुई मुझे प्यार करने लगी थीं.

यूं ही पड़े रहने के बाद मेरा लंड पुनः खड़ा हो गया तो मैंने चाची को अपने ऊपर ले लिया और उनकी चूचियों को चूसते हुए मैंने उनकी चूत बजानी शुरू कर दी.

कुछ पल बाद मैंने चाची को कुतिया बनाया और उनकी गांड भी मारी.
चाची की गांड भी सही बजती थी तो मुझे मस्त मजा आया.

उस दौरान मेरी बहन भी जाग कर मुझे चाची की गांड मारते हुए देखने लगी थी.
मैं अपनी बहन के दूध दबाता हुआ अपनी चाची की गांड मारता रहा.

जब चाची की गांड चुदाई से मेरा मन भर गया तो हम सब सो गए.

जब मैं सुबह उठा, तो देखा कि चाची नहा रही थीं.
मैं नंगा था तो उसी अवस्था में उनके पास चला गया.

मैंने उनके मुँह के पास अपना लंड लगा कर कहा- लो चूसो!
वे मेरे लौड़े को चूसने लगीं.

कुछ देर बाद मैंने उन्हें बाथरूम में ही घोड़ी बनाया और उनकी गांड मारना शुरू कर दी.
चुदाई के बाद हम दोनों नहाकर बाहर आ गए.

मैं और चाची खाना खा रहे थे कि नाज़िया भी आ गई और खाना खाने लगी.
मैंने नाज़िया की गांड नहीं मारी थी तो मैंने उसे आंख मार कर इशारा किया.

वह हंस दी तो मैंने उठ कर अपना लोअर निकाल दिया और अंडरवियर उतार कर नंगा हो गया.
चाची और नाजिया दोनों दिन के उजाले में मेरा मूसल लंड देख कर वासना भरी आहें भरने लगी थीं.

मैंने अपने लंड पर तेल लगाया और नाज़िया की सलवार उतार कर उसे कुतिया बना दिया.
अपनी चाची के सामने मैं नाजिया की गांड मारने लगा.

चाची लाइव ब्लू फिल्म देख कर नंगी हो गईं और वे अपनी चुत में उंगली करने लगीं.
कुछ देर बाद चाची ने नाजिया को भी नंगी कर दिया और वे उसकी चूचियां पीने लगीं.

हॉट फॅमिली सेक्स में नाजिया अपनी चाची को गाली देने लगी- आह साली रंडी … मेरे दूध सही से निचोड़ न मां की लौड़ी!

उसे गाली देती देख कर चाची भी उसे गरियाने लगीं- बहन की लवड़ी छिनाल साली … तू अभी से इतनी बड़ी रांड हो गई यह तो मुझे पता ही नहीं था … अब देख तेरी चुत का किस तरह से भोसड़ा बनवाती हूँ … तेरे भाई सोनू का लंड तेरी चुत का कबाड़ा कर देगा साली कुतिया.

कजिन हॉट नाजिया- मेरी रंडी चाची, वह तो मैं अपने भाई सोनू से चुदवा कर करवा ही लूँगी … लेकिन तेरी चुत गांड में भी सारे मुहल्ले के लौंडों के लौड़े घुसवा दूँगी.

मैं उन दोनों छिनालों की अश्लील बातें सुनकर मजा ले रहा था.

इस तरह से करीब एक घंटा तक हम तीनों थ्रीसम सेक्स का मजा लेते रहे.
फिर अगले 5 दिनों तक अब हम तीनों ने मिलकर चुदाई खूब की और मज़े किए.

ये मेरी एकदम सच्ची सेक्स कहानी है दोस्तो, आपको कैसी लगी … प्लीज जरूर बताएं.

अगली कजिन हॉट फॅमिली सेक्स स्टोरी में कुछ और मजेदार वाकिये लिखूँगा.
तब तक के लिए बाय दोस्तो.
[email protected]

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