बड़े भाई का लंड बहन की गुलाबी चूत में

(Teenage Virgin Girl Fuck Story)

टीनएज वर्जिन गर्ल फक स्टोरी में मम्मी और चाचा की चुदाई देख कर हम भाई बहन भी आपस में ओरल सेक्स करते थे. एक दिन मैंने अपनी बहन की गुलाबी चूत में अपना लंड पेल दिया.

मेरी पिछली कहानी
चाचा का लंड मां की चूत में
में आपने पढ़ा कि मेरी माँ चुदक्कड़ थी. वह अपने भाई, बाप से तो चुदती ही थी, मेरे चाचा से भी चुदती थी.
मैं और मेरी छोटी बहन मिल कर मम्मी की चुदाइयाँ देखते थे और आपस में भी छेड़छाड़ करते थे. मैं अपनी बहन की बुर चाटता था, वह मेरा लंड चूसती थी.

अब आगे टीनएज वर्जिन गर्ल फक स्टोरी:

ठंड का समय था, तो रजाई ओढ़कर हम दोनों पास-पास बैठ गए।

मम्मी कमरे में आईं, देखा हम दोनों पढ़ रहे हैं.
तो बोलीं, “दोनों एक घंटे से पहले कमरे से बाहर नहीं आना, पढ़ाई करते रहना ऐसे ही!”

रूही की चड्डी अभी भी मेरी जेब में थी और उसने सिर्फ स्कर्ट पहनी थी।

मैंने रजाई के अंदर हाथ डाला और उसकी बुर में उंगली डालकर खेलने लगा।

रूही बोली, “भैया, लंड डालकर करो, जैसे मामा मम्मी के साथ करते हैं!”
मैं बोला, “रात में करेंगे वैसे, अभी मम्मी देख सकती हैं आकर!”

रूही बोली, “ठीक है, भैया!”
हम दोनों एक घंटे ऐसे ही बैठे-बैठे एक-दूसरे के शरीर से खेलते रहे, फिर बाहर चले गए।

मम्मी खाना बना रही थीं, और चाचा दुकान पर थे।
थोड़ी देर बाद मम्मी ने चाचा को बुलाने के लिए मुझे भेजा।

मैं जाकर चाचा को बुला लाया, फिर हम चारों ने खाना खाया।
खाने के बाद मम्मी बोलीं, “अब थोड़ी देर टीवी देखने के बाद तुम दोनों फिर शुरू करो पढ़ाई!”

हम दोनों बोले, “ठीक है!”
चाचा दुकान पर चले गए और हम दोनों अपने कमरे में।

रूही नीचे अभी भी बिना पैंटी के नंगी थी।
हम दोनों रजाई में बैठे, और मैंने रूही की स्कर्ट उठाकर उसे अपनी उंगलियों पर बैठा लिया, जिससे मेरी दो उंगलियाँ उसकी बुर में घुस गईं।

सालभर में रूही भी अब मेरा पूरा साथ खुलकर देने लगी थी क्योंकि उसका शरीर अपनी उम्र से ज्यादा मैच्योर हो चुका था।

अब वो मेरे मुँह में मुँह डालकर मेरी जीभ चूस-चूसकर मुझे किस करने लगी थी।

भगवान ऐसी बहन सबको दे, जो किसी भी समय आपसे चुदने को तैयार रहे और पूरा साथ दे!

हम दोनों कमरे में ज्यादातर अकेले रहते हैं, इसलिए एक-दूसरे के बदन से खेलने का बहुत समय होता है।

उस समय नया-नया सब होने की वजह से हर समय एक्साइटमेंट बनी रहती थी।
मैं रजाई के अंदर घुस गया और रूही की बुर फैलाकर चाटने लगा।

रूही की बिना बाल की गोरी, गुलाबी बुर को मैं अपनी जीभ से चाट-चाटकर साफ कर रहा था।
तभी मम्मी की आवाज़ आई, “मेन गेट बंद कर लो आकर, बेटा! मैं चाचा के साथ मार्केट जा रही हूँ!”

मैं उठा और जाकर गेट बंद कर लिया।

मम्मी के जाते ही मैं कमरे में आया और नंगा हो गया।

रूही पहले से ही नंगी लेटी थी।

मैंने उसकी बुर पर थूक लगाया और अपनी लुल्ली उसकी मोटी, गुलाबी बुर में डालने लगा।

मैं पहली बार किसी को चोदने जा रहा था, वो भी अपनी सगी बहन!

बड़ी मुश्किल से मेरी लुल्ली रूही की बुर में घुसी।

मैंने दो-तीन धक्के मारे, और मेरा पानी रूही की बुर में ही निकल गया।
टीनएज वर्जिन गर्ल फक की शुरुआत हो गयी.

रूही बोली, “भैया, करते रहो ऐसे ही! अंदर गरम-गरम लग रहा है और अच्छा भी!”

मैं बराबर धक्के मारता रहा और रूही की चूचियाँ मसलते हुए उसके मुँह में मुँह डालकर किस करता रहा।

मैं आधे घंटे में तीन बार उसकी बुर में लगातार झड़ गया।
मेरी लुल्ली ठंडी होकर नरम पड़ गई।

फिर भी रूही मुझसे उंगली डलवाकर अपनी बुर चुदवाती रही अगले 15 मिनट तक।
उसकी बुर एकदम सुर्ख लाल हो गई थी।

मैंने पूछा, “दर्द नहीं हो रहा?”
वो बोली, “हल्का-हल्का सा हुआ, ज्यादा नहीं!”

मैंने कहा, “फिर रात में करेंगे!”
वो खुद ही बोली, “हाँ!”

अगले तीन साल में मैंने रूही को चोद-चोदकर एकदम रांड बना दिया और खुद भी चोदने में एक्सपर्ट हो गया।
जब मैं बी ए में था, तब वो 12वीं में थी।

तब तक रूही चुदने में एक्सपर्ट हो गई थी।
वो कमरे में मेरे साथ पीरियड्स छोड़कर हमेशा नंगी ही रहती थी।

उसके गोल-गोल चूचे अब काफी बड़े हो गए थे और गोल-गोल चूतड़ भी अब मम्मी की तरह मोटे-मोटे हो गए थे।

एक बार हम दोनों को पापा ने एक रात नंगे देख लिया।

मैं रूही को चोद रहा था, तभी अचानक पापा कमरे में आ गए।
पता नहीं कैसे उस दिन मैंने दरवाजा खुला छोड़ दिया।

रूही तुरंत कपड़े पहनकर बाहर पापा के पास गई और उन्हें समझाने लगी।
रूही ने जल्दी में सिर्फ नाइटी ही पहनी थी, जो ऐसी थी कि उसका बदन अंदर से पूरा नंगा चमक रहा था।

पर जल्दी में उसने ध्यान ही नहीं दिया और चली गई।
उसके बाहर जाते ही मुझे समझ आ गया कि आज रूही को पापा भी चोदेंगे, पक्का!

और वैसा ही हुआ।
रूही एक घंटे बाद कमरे में आई।

मैंने पूछा, “क्या हुआ?”
उसने बताया, “पापा बोले, जो चल रहा है, चलने दो! पर घर की बात किसी भी तरह बाहर नहीं जानी चाहिए, वरना जान से मार देंगे!”

“इतना बोलने के बाद पापा ने मेरी नाइटी उतारकर मुझे नंगा कर दिया और अपना लंड निकालकर मेरे मुँह में डाल दिया।
मैं उनका लंड हाथ में पकड़कर चूसने लगी।

फिर पापा ने मेरी गांड चाटी और अपने लंड पर थूक लगाकर बोले, ‘साफ है गांड?’
मैंने कहा, ‘हाँ, पापा!’ ये बोलकर उन्होंने लंड मेरी गांड के छेद में डाल दिया और चोदने लगे।

पापा बोले, ‘अब रोज़ रात में 1 बजे बाहर वाले कमरे में आ जाया करना, जहाँ तुम्हारे मोटे चूतड़ का मज़ा तुम्हारे बाप लेंगे, जैसे तुम्हारे भैया लेते हैं!’
मैंने कहा, ‘ठीक है!’

फिर पापा ने पूछा, ‘कब से चुदवा रही हो अपने भाई से?’
तो मैंने डर के मारे सच बोल दिया, “बहुत पहले से भैया चोद रहे हैं!”

मैंने रूही की पूरी बात सुनी और कहा, “चलो, ठीक है! अब पापा को भी पता है, अब तो कोई टेंशन ही नहीं है!”

मैंने ऐसा इसलिए कहा, क्योंकि 2 साल पहले मम्मी और चाचा को मेरा और रूही का पता चल गया था।

मैंने भी मम्मी से खुलकर बोल दिया था कि मुझे उनका मामा, नाना, और चाचा के साथ वाला सब पता है।
इस वजह से मम्मी अब मुझसे और रूही से कुछ नहीं कह पाती थीं।

और मैं भी मम्मी को चोदने लगा था।
जब मैं और रूही स्कूल से लौटते थे, तब पापा घर पर नहीं होते थे।

मैं सीधे मम्मी के कमरे में जाता था, जहाँ मम्मी अक्सर नंगी लेटी आराम करती मिलती थीं।
मम्मी के मोटे-मोटे चूतड़ों के बीच में मैं अपना मुँह डालकर उनकी गांड और बुर चाटने लगता था।

क्योंकि ये सब चाचा को भी पता चल गया था, वो भी रूही पर ट्राई मारने लगे थे।

रूही ने मुझसे एक दिन पूछा, “भैया, चाचा के साथ कर लूँ, तो आपको कोई दिक्कत तो नहीं है?”
मैंने कहा, “नहीं!”

स्कूल से आने के बाद इधर मैं मम्मी के चूतड़ फैलाता था, और उधर चाचा रूही के।

चाचा भी गांड के बहुत शौकीन हैं, जैसे हमारे घर में सब हैं।

ऊपर से घर के दोनों माल के चूतड़ इतने मोटे-मोटे और रसीले हैं कि उन्हें देखने के बाद कोई गांड का दीवाना हो जाए।

मेरी बहन और मम्मी जब लेगिंग और टॉप पहनकर चलती हैं, तो उनके दूध और चूतड़ हिलते ही रहते हैं।
जब से चाचा ने रूही को चोदना शुरू किया, तब से चाचा कई बार रात में भी कमरे में आने लगे।

फिर थ्रीसम होने लगा।
पापा के बाहर जाने पर तो हम चारों के मज़े हो जाते हैं।

मैं और चाचा रूही और मम्मी को बारी-बारी पूरे घर में चोदते हैं।

पापा को हर महीने हेड ऑफिस जाना होता है।
उसके लिए वो कम-से-कम 2 दिन बाहर रहते हैं।

वो हर महीने 2 दिन सबसे बेस्ट सेक्स मिलता है, जिसमें मैं और चाचा बहन और मम्मी की खूब चुदाई करते हैं।

अब तो मेरी सेक्सी बहन रूही की चूत ने बहुत सारे लंड के दर्शन कर लिए हैं।
पर वो मुझसे बिना पूछे किसी के साथ कुछ नहीं करती।

रूही अब मेरी वजह से पूरी तरह रांड बन चुकी है।
रूही को मेरे सारे दोस्तों ने चोदा है।

कुछ तो दोस्त ही मेरी बहन को चोदने के लिए बने थे, और अब पक्के यार बन गए हैं।
जब रूही स्कूल में थी, तब से मेरे दोस्त उसे चोद रहे हैं।

घर से दोपहर में रूही चाचा से चुदाई करवाकर और मैं मम्मी को चोदकर कोचिंग के लिए निकलते थे।
ज्यादातर बार किसी न किसी दोस्त के कमरे पर जाकर रुकते थे।

मेरे दोस्त इतने हरामी हैं कि मुझसे खुलकर बोल देते हैं, “भाई, आज यार अपनी बहन के मोटे-मोटे चूतड़ चटवा दे!”
मेरे कुल 16 दोस्तों ने रूही को अब तक चोदा है।

ना जाने कितनी बार तो गैंग बैंग हुआ है रूही का।
असल में ज्यादातर गैंग बैंग ही होता है, बहुत कम बार एक-दो लोग चोदते हैं रूही को।

रूही ने इंटर में आते-आते इतने लंड अपनी बुर और गांड में डलवा लिए थे, जितने 10 लड़कियाँ पूरी जिंदगी में नहीं डलवा पातीं।
इंटर तक आते-आते रूही की बुर और गांड में एक साथ दो-दो लंड जाने लगे थे।

टीनएज वर्जिन गर्ल फक का मजा लेकर रूही परिवार में लगभग सबसे ज्यादा चुद चुकी है।

चाचा, पापा, मुझसे, तीनों मामा, नाना, मामा के 6 लड़कों, बड़े फूफा, बुआ के 3 लड़कों, और मौसी के 2 लड़कों से।

तीन फूफा को छोड़कर रूही को खानदान के सारे मर्दों ने चोदा है।
कुल मिलाकर कम-से-कम 35 लंड से चुद चुकी है।

वो अब पूरे घर की और मेरे दोस्तों की सबकी रांड है।
वो कपड़े पहने हुए भी सबको नंगी दिखती है।

हमारे शहर का ऐसा कोई होटल नहीं है, जिसमें मेरी बहन की चुदाई न हुई हो।
4 साल से रोज़ तो पापा ही रात में 1 बजे चोदते हैं, और मैं और चाचा तो जब मर्जी।

घर में 50 तरह के डिल्डो और ना जाने कौन-कौन से सेक्स का सामान मंगवाकर रखा है रूही ने।
पापा से रात में चुदने के बाद वो नंगी ही मेरे पास चली आती है।

क्योंकि पापा को भी पता है कि अब रूही को मैं चोदूँगा।

परे प्यारे पाठको, आपको मेरी टीनएज वर्जिन गर्ल फक स्टोरी कैसी लगी?
मुझे मेल और कमेंट्स में बताना.
[email protected]

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