मेरे ब्वॉयफ्रेंड से बहन और अम्मी भी चुदीं- 3
(Xxx Indian Hot Kahani)
Xxx इंडियन हॉट कहानी में मेरे स्मार्ट बॉयफ्रेंड का लम्बा लंड खाकर मेरी संतुष्टि हो गयी थी. मैंने शादी के लिये अपने घर वालों को उससे मिलवाया. मेरी बहन और माँ ने उसके साथ क्या किया?
नमस्ते दोस्तो, आज मैं अपनी ब्वॉयफ्रेंड सेक्स स्टोरी का आखिरी भाग बताने जा रही हूँ.
अब तक सेक्स कहानी के दूसरे भाग
मेरे यार ने मेरी चूत और गांड मारी
में आपने जाना था कि कुणाल अब हम दोनों बहनों को चोदने लगा था.
हर बार वह आपा से वादा करवाता था कि वह हम दोनों की शादी कराएगा.
क्योंकि मैं और कुणाल दोनों अलग-अलग समाज से थे इसलिए परेशानी तो आनी ही थी.
अब आगे Xxx इंडियन हॉट कहानी:
एक दिन उसका लंड मेरी चूत में होता, तो अगले दिन आपा की बुर में.
इस चुदाई से हमारे शारीरिक बदलाव अब दिखने लगे थे जिसके कारण अम्मी ने हम पर थोड़ी नजर रखनी शुरू कर दी थी.
अम्मी के जोर देने पर अब्बू ने हमारी शादी के बारे में बात शुरू की.
सबसे पहले उन्होंने हम दोनों से ही पूछा.
आपा ने तो कुछ नहीं बोला पर मैंने साफ़ न कह दिया.
इस पर अम्मी नाराज़ हो गईं.
फिर अब्बू ने कहा- आज नहीं तो कल करनी ही है, फिर इंकार क्यों?
मैंने अपनी पढ़ाई पूरी करने की बात कही.
जिस पर अब्बू भी मान गए.
इसके बाद उन्होंने कहा कि पढ़ाई पूरी होने के बाद मेरी शादी हो जाएगी.
इससे पहले कि वह अपनी बात पूरी करते, मैंने कुणाल के बारे में बताया और कहा- मैं उसी से शादी करूँगी.
यह सुनकर अम्मी और अब्बू दोनों गुस्से से लाल हो गए.
फिर आपा ने बात संभालते हुए मेरा साथ दिया.
कई दिनों तक हमारी अब्बू से बात हुई जहां आपा मेरे लिए बोलती थीं और आखिरकार अब्बू ने हमारी ज़िद मान ली.
लेकिन अम्मी अभी भी इसके खिलाफ थीं और वे अब्बू के मान जाने से और दुखी रहने लगीं.
दरअसल अब्बू ज़्यादातर समय मेरी सौतेली अम्मी नाज को देते थे; हमारे घर पर वे न के बराबर ही रहते.
बस कभी कुछ मसलों पर चर्चा होने पर वे मौजूद होते.
वहीं अम्मी यह सोचती थीं कि अलग समाज में जाने के बाद मेरी ज़िंदगी खराब न हो जाए.
तभी मुझे कॉलेज से 3 दिन की छुट्टी मिली, कुछ प्रोजेक्ट तैयार करने के लिए.
मैं भी अपनी पढ़ाई में ध्यान दे रही थी और इस वक्त कुणाल अपने उसी रूम पर तैयारी कर रहा था.
एक दिन मैंने देखा कि अम्मी कहीं जा रही हैं; फिर वे देर शाम को लौटीं.
वे आते वक्त ठीक से चल भी नहीं पा रही थीं.
जब रात का खाना उन्होंने कमरे में ही लिया तो मुझे अजीब लगा क्योंकि वे ऐसा कभी नहीं करती थीं.
मैंने उनका फोन चेक किया तो पता चला कि आज उन्होंने कुणाल को कॉल किया था.
मुझे आश्चर्य हुआ कि अम्मी को नंबर कैसे मिला?
अम्मी नींद में बड़बड़ा रही थीं- आह कुणाल ओह …!
मैंने देखा कि उनके गले और कान पर दांतों के निशान बने हुए थे.
मुझे सब कुछ समझ में आ गया कि कुणाल ने अम्मी को चोदा है.
मैं गुस्से में थी.
अगले दिन सुबह ही मैं कुणाल के रूम पर पहुंच गई.
उस समय वह अपना लैपटॉप स्टार्ट कर रहा था.
मैं गुस्से में चिल्लाई- तुम्हें शर्म नहीं है … कल जो तुमने?
तभी उसने मेरे मुँह पर हाथ रख दिया और मुझे बिठाकर लैपटॉप सामने दे दिया.
दरअसल जब अम्मी वहां गई थीं, उस समय वह लैपटॉप का कैमरा सैट कर रहा था और दोनों के बीच हुई सारी बातें रिकॉर्ड हो गई थीं.
पहले तो अम्मी उस पर नाराज़ हो रही थीं- तुम मेरी बेटियों का पीछा छोड़ दो.
वह सफाई दे रहा था- आंटी, आप गलत समझ रही हैं. मैं शहनाज़ से प्यार करता हूँ.
अम्मी ने कहा- मैंने दोनों के फोन में तुम्हारी वीडियो देखी है. तुम रोज़ उनकी लेते हो. तुम मुमताज़ के साथ धोखा कर रहे हो, जबकि वह तुम पर आंख बंद करके भरोसा करती है.
कुणाल ने कहा- मुमताज़ खुद आती है, मैं नहीं बुलाता … और उसे पता है कि मैं शहनाज़ को चाहता हूँ, उसे नहीं.
कैमरे में दोनों की शक्लें नहीं दिख रही थीं, सिर्फ़ सीने तक ही दिख रहा था.
अम्मी बोलीं- यही तो समझ नहीं आता कि मेरी दोनों बेटियों ने तुम में ऐसा क्या देख लिया कि दीवानी हो गईं.
यह कहते हुए अम्मी ने उसका लंड पकड़ लिया और बोलीं- दिखाओ ऐसा क्या है इसमें कि दोनों फिदा हो गईं.
कुणाल अम्मी को रोक रहा था- आप ये क्या कर रही हैं?
अम्मी ने कहा- मैंने मुमताज़ की तुम्हारे साथ सारी चैट पढ़ी है. बस वही सुख मुझे भी चाहिए.
दरअसल अब्बू की बेरुखी के कारण अम्मी काफी भूखी थीं. Xxx इंडियन हॉट सेक्स का मजा लेना चाहती थी.
इस बीच वे लगातार उसका लंड रगड़ रही थीं और कुणाल का लंड एकदम कड़क हो गया था.
मैं वीडियो को भगा-भगा कर देख रही थी.
उस समय कुणाल भी मेरी अम्मी से आंटी कहने की जगह साजिया, मेरी जान कह रहा था.
यह कहकर उसने अम्मी की चुदाई शुरू कर दी.
उसने मेरी अम्मी की तीन बार चूत और एक बार गांड भी मारी थी.
फिर उसने अम्मी से वादा लिया कि वह मेरी शादी उसके साथ कराएंगी.
इस बीच समय का पता ही नहीं चला और दरवाजे पर दस्तक हुई.
कुणाल ने मुझे किताबों के टेबल के नीचे छिपा कर ऊपर से एक चादर डाल दी.
दरवाजे पर कोई और नहीं, बल्कि अम्मी ही थीं.
अन्दर आते ही वे कुणाल पर टूट पड़ीं और उसे चूमने लगीं.
धीरे-धीरे दोनों के कपड़े उतर गए और कुणाल भी पूरा साथ दे रहा था. फिर उसने चुदाई भी कर दी.
सारी चुदाई में अम्मी जोर-जोर से चीख रही थीं और कुणाल मजे से अपना लंड उनकी चूत में पेल रहा था.
जब दोनों का काम खलास हो गया और उसने लंड बाहर निकाल लिया.
तो अम्मी बोलीं- आह कितना बेरहम लंड है तुम्हारा … मुमताज ने बिल्कुल सही नाम दिया है तुम्हें … जालिम. तुमने मेरी बुर फाड़ डाली. सच में, बहुत जालिम हो. पता नहीं मेरी बेटियां इसे कैसे झेलती हैं?
कुणाल बोला- मजा तब आएगा जान … जब तुम भी मेरी गर्लफ्रेंड बनकर चुदोगी!
फिर अम्मी उठकर बाथरूम में चली गईं.
कुणाल ने मुझे बाहर निकाल लिया और घर जाने को कहा.
मैंने कहा- अम्मी यहीं हैं अभी!
तो वह बोला- वे शाम को जाएंगी.
मैंने पूछा- तुम्हारा प्रोजेक्ट?
वह बोला- उसे तुम पूरा कर दो और जब साजिया घर पहुंचे, तो इसके कपड़े ज़रूर देखना.
मैं वहां से निकल गई ये सोचकर कि शायद हमारा मिलना ऐसे ही हो पाएगा.
शाम को जब अम्मी घर लौटीं, तो मैंने देखा कि वे वापस तो बुर्के में ही आई थीं लेकिन जब वे कमरे में गईं और मैंने अन्दर झांका, तो अम्मी ने बुर्के के अन्दर कुर्ती और लेगिंग पहन रखी थी.
अगले दिन वे टॉप और स्कर्ट में गई थीं और ऊपर से बुर्के को पहना हुआ था.
मैंने ध्यान किया कि अम्मी ने आपा का टॉप और स्कर्ट पहना हुआ था.
ठीक इसी तरह कुणाल ने आपा के भी कपड़े बदलवा दिए थे.
अब आपा भी मेरी तरह जींस, लेगिंग और टाइट कपड़े पहनने लगी थीं.
एक तरफ मैं उसका प्रोजेक्ट बना रही थी, वहीं तीन दिनों तक कुणाल मेरी अम्मी की चूत में लंड पेल रहा था.
इसके बाद अम्मी भी मेरी शादी कुणाल से कराने के लिए तैयार हो गईं.
तैयार क्या हुईं … बल्कि कुणाल ने ही उन्हें अपने लौड़े की ताकत से राजी कराया.
कुणाल के परिवार को हमारे रिश्ते से कोई ऐतराज़ नहीं था और अब मेरी अम्मी और अब्बू को भी नहीं था.
कुणाल की मॉम ने मेरी तारीफ करते हुए कहा- तुम तो पहली बार में ही मुझे पसंद आ गई थीं. बस ये शैतान तुम्हारे बारे में बता नहीं रहा था.
मैं शर्मा कर आपा के पीछे छिपने लगी.
तभी कुणाल की मॉम ने मुझे पास बुलाया और दो सोने की चूड़ियां दीं.
मैं भी थोड़ी जज़्बाती हो गई और मॉम के गले लगते हुए काँपती आवाज़ में बोली- जी … मॉम!
इसके बाद तो कुणाल अक्सर हमारे घर आने लगा.
कुछ देर अम्मी से बात करता, फिर आपा के कमरे में चला जाता.
अम्मी मुझे किसी काम में उलझा देतीं ताकि मैं दोनों के बीच न जाऊं.
एक बार मैं छुप गई.
अम्मी को लगा कि मैं कहीं बाहर निकल गई हूँ.
जब कुणाल आपा के कमरे में गया, तो मैं वहीं थी.
कुछ देर बाद आपा की आवाज़ आने लगी.
कुणाल बोल रहा था- तेरी चूत बहुत टाइट है, इसका भोसड़ा बना दूँगा.
आपा ने कहा- मैंने अपना वादा पूरा किया.
वह बोला- हां बहनचोद … इसी लिए तुझे बड़ी वाली जोरू बनाना चाहता हूँ साली! अपनी मां की बुर कब दिलवाएगी, उसमें भी लंड पेलना है!
असल में आपा को कुणाल और अम्मी के बारे में कुछ नहीं पता था.
मैंने कुणाल से पूछा- तुम आपा को ऐसा क्यों बोल रहे थे?
उसने कहा- तुम्हारी बहन को रफ सेक्स पसंद है. पहली बार जब उसे चोदा था, तो खेल में उसकी ब्रा और पैंटी फाड़ दी थी, लेकिन उसके बाद वह खुद कहती है ऐसा करने को.
कुछ दिनों बाद आपा का निकाह हो गया और वे अपने ससुराल चली गईं.
एक रात मेरी नींद खुली और मैं पानी के लिए जा रही थी.
उस समय अम्मी के कमरे में रोशनी थी.
मैंने पास जाकर देखा तो कुणाल और अम्मी एक-दूसरे की बांहों में थे, वह भी बिना कपड़ों के.
उनके सिर से कमर तक सिर्फ़ चादर थी और कुणाल अपना लंड अम्मी की चूत पर रगड़ रहा था.
अम्मी ने कहा- तुम बहुत सताते हो. अन्दर क्यों नहीं डाल रहे?
जिस पर वह बोला- बेबी डॉल, अबकी बार पीछे से लूँगा!
इसका मतलब था कि ये उनका दूसरा राउंड था.
पहले तो अम्मी ने थोड़ी ना-नुकुर की, फिर वे मान गईं और कुणाल पूरे जोश के साथ उनकी गांड चोद रहा था.
मुझे ये सब अच्छा नहीं लगा.
अगले दिन कॉलेज में मैंने उससे कहा- तुम मुझे चाहते हो या अपनी बेबी डॉल को?
इस पर वह हैरान होकर मुझे देखने लगा, फिर बोला- तुम सीधे रूम पर चलो!
मैं वहां पहुंच गई. उसने मुझे एक दूसरा फोन दिया और कहा- देखो इसे!
जब मैंने फोन चेक किया, तो उसमें सिर्फ़ अम्मी का नंबर था.
उन दोनों में काफी चैट हुई थी, जिसमें अम्मी ने कई ऐसी बातें कही थीं, जो एक औरत अपने शौहर से ही कहेगी.
उस चैट में कुणाल अम्मी को समझाता था.
उनकी बातें पढ़ने के बाद मेरे भी आंसू निकल आए क्योंकि उसमें अब्बू के बारे में था कि वह कैसे अम्मी को टॉर्चर करते थे.
अब्बू को हर चीज़ में छोटी अम्मी पर नाज़ होता था लेकिन वे मेरी अम्मी को खास तवज्जो नहीं देते थे.
वह सब देखने के बाद मुझे भी अब्बू से नफरत सी होने लगी.
फिर हमारी भी शादी हो गई.
इंटर्नशिप के दौरान ही एक MNC ने कुणाल को जॉब दे दी थी.
कुणाल को भोपाल में अपॉइंट किया गया.
मैं भी एक कंपनी में जॉब करने लगी.
कुणाल को कंपनी की ओर से एक घर मिला था, जहां हम रहते थे.
हमारी शादी को छह-सात महीने हो गए थे.
एक दिन अम्मी हमारे घर आईं.
उन्हें देखकर मैं बहुत खुश थी.
उस दिन इतवार था तो हमारी छुट्टी थी.
फिर अम्मी फ्रेश होने चली गईं.
जब वे बाहर आईं, तो मैं बिल्कुल हैरान रह गई.
अम्मी ने टॉप और लेगिंग पहन रखा था.
कुणाल ने कहा- वाउ बेबी डॉल!
यह कह कर उसने अम्मी को गोद में बिठा लिया.
अम्मी अपनी गांड उसके लंड पर रगड़ रही थीं और वह उनके बूब्स चूस रहा था.
करीब आधा घंटा से भी ज्यादा देर तक दोनों का ये खेल चला.
वे दोनों ऐसे प्यार कर रहे थे, जैसे मैं वहां हूँ ही नहीं.
फिर कुणाल ने अम्मी को गोद में उठाकर कमरे में ले गया और जमकर चुदाई की.
शाम में घूमने के बाद कुणाल मेरे पास सोने आ गया और अम्मी दूसरे कमरे में चली गईं.
मैं कुणाल से थोड़ा नाराज़ थी.
इस पर वह बोला- अपनी अम्मी को समझो. ज़रूर तुम्हारे बाप ने कुछ कहा होगा, जो उन्हें बुरा लगा. मैं उसे सिर्फ़ यही समझाता हूँ कि जैसे वह तुम्हारी कद्र नहीं करता, तुम भी उसकी परवाह मत करो. देखना, जब बेबी डॉल वापस जाएगी, तो अगले साल तक खुश रहेगी. मैं उसे सिर्फ़ मेरी गर्लफ्रेंड होने का अहसास कराता हूँ.
इस तरह अगले पंद्रह दिनों तक अम्मी और कुणाल का रोमांस चला.
वे कभी सलवार-सूट पहनतीं, तो कभी जींस-टॉप, तो कभी ऐसा गाउन … जो पीछे से कमर तक खुला रहता.
इस तरह मेरे शौहर ने मेरी अम्मी को जीने का एक कारण दिया जिसमें मैं भी उसका साथ देती थी.
अभी भी जब अम्मी आती हैं, तो कुणाल और बेबी डॉल का खूब रोमांस होता है.
पैंतालीस वर्ष की मेरी अम्मी मेरे शौहर कुणाल के साथ अठारह साल की लड़की की तरह रहती हैं.
इसका मतलब ये नहीं कि कुणाल और मेरे बीच दूरियां आ गई हों.
वह अपनी शहनाज़ को आज भी उतना ही चाहता है, जितना पहले प्यार करता था.
मैं उसे कभी-कभार छेड़ देती हूँ- क्या यार … तुम तो अपनी बेबी डॉल को याद ही नहीं कर रहे?
फिर हम दोनों हंसने लगते हैं.
वह मेरी छोटी-से-छोटी बात का ध्यान रखता है.
साथियो, आप सब अपनी राय ज़रूर देना कि आपको मेरी Xxx इंडियन हॉट कहानी कैसी लगी?
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