परिवार में खुला सेक्स हो गया

(Xxxx Family Story)

राजन बजाज 2025-04-19 Comments

Xxxx फॅमिली स्टोरी में मैं गांडू हूं, मुझे लंड चूसने, गांड मरवाने का शौक है। लेकिन एक दिन घर में मुझे अपनी ही बहन और मम्मी की चुदाई करनी पड़ गई। क्या थी मेरी मजबूरी, मेरी स्टोरी में पढ़ें।

दोस्तो, मैं अपनी एक नई कहानी लेकर हाजिर हूं।
असल में यह कोई रियल स्टोरी नहीं है बल्कि मेरी एक सोच है जिसे मैं कहानी के रूप में आप सबको समझाना चाहता हूं।

आपने मेरी कहानियां पढ़ी होंगी तो पता होगा कि मैं गांडू हूं।

कभी-कभी मुझे भी मर्द बनने का ख्याल आ जाता है।
इसलिए मैं अपने विचार आपके साथ साझा कर रहा हूं।

मेरे घर में मेरी बहन और मम्मी-पापा हैं।
एक कमरे में मम्मी-पापा रहते हैं और एक कमरे में हम भाई-बहन रहते हैं।

तो हुआ यूं कि घर में मेरी बहन का किसी लड़के के साथ लव-लैटर पकड़ा गया।
मम्मी ने पकड़ लिया, पता नहीं कैसे, ये मुझे नहीं बताया गया।

मगर मुझे यह पता लग गया कि कुछ हुआ है।
पापा जब टेंशन में होते थे तो बहुत ड्रिंक करते थे।
उस दिन भी यही हुआ। Xxxx फॅमिली स्टोरी में पढ़ें.

मुझे और बहन को लाइन में हाज़िर कर लिया गया।
बहन के साथ जो होना था सो होना था पर मुझे भी डांट पड़ी कि तुम ख्याल नहीं रख सकते घर का, वगैरह-वगैरह।

उस दिन पापा घर में सुबह से ही ड्रिंक कर रहे थे तो मुझे पापा ने बुलाया और कहा- बेटे अब बात हमारी इज़्ज़त पर आ गई है मैं तेरी बहन को मा/र दूंगा।

मैंने कहा- पापा इतनी सी बात पर इतना हल्ला क्यों?
पापा बोले- मैं गांव का इज़्ज़तदार इंसान हूँ। मैं अपनी बदनामी नहीं सह सकता चाहे जेल हो जाए।

मैंने कहा- कोई और रास्ता भी तो होगा?
वो बोले- नहीं, और कोई रास्ता नहीं है।

मैंने मम्मी से भी यही कहा, लेकिन उनका भी यही बयान था।
मैंने कहा- पापा, अगर ये बात है तो आप मुझे भी शराब पिला दो और चाहे जो मर्ज़ी करो।

फिर मैंने भी जी भरकर पी ली।

फिर जब हम कमरे में घुसे तो बहन सो रही थी और उसकी जाँघें और गाँड दिख रही थी फ्रॉक से।
मुझे न.शे में कुछ और सूझ गया।

मैंने कहा- पापा इसको मारना तो है ही, क्यों ना इसकी गर्मी निकाल दी जाए?
पापा बोले- कहना क्या चाहता है?
मैंने कहा- मरने से पहले ये सुहागन हो जाये तो कैसा रहे?

पापा पर भी न.शा हावी था वो बोले- चल उठा ला इसको मेरे कमरे में।

मैंने बहन को उठने को कहा तो वो बिना कुछ बोले साथ चल दी।
रूम में जाकर मैंने उसको भी कोल्ड ड्रिंक में शराब मिला कर पिला दी।

मैंने कहा- चल नंगी हो।
वो बोली- भाई, क्या बोल रहे हो?
मैंने कहा- ज़िन्दगी प्यारी है तो जो मैं कहता हूँ वो कर!

वो डर गई।
मैंने झपट कर उसके कपड़े फाड़ दिये और उसका गोरा बदन निर्वस्त्र हो गया।

पापा की आँखों में भी चमक आ गयी।

इतने में मम्मी कमरे में आ गयी और बोली इसका काम तमाम नहीं किया अभी तक?

मैंने कहा- होगा लेकिन इसकी गर्मी निकालने के बाद।
मम्मी भी जाने क्यों हँस पड़ी और बोली- अच्छा है, सुहागन मरेगी।
मुझे तब पता चला कि मम्मी भी पी लेती है।

मम्मी ने हम बाप बेटो को बोला- अब क्या महूर्त निकलवाऊं, चलो चोदो इसको!

बहन न/शे में बोली- हाँ फाड़ दो मेरी चूत, इसका ही सब कसूर है।
हम सभी अल्फ नँगे खड़े थे।

पापा ने आगे बढ़ कर बहन की चूचियों को मुंह में भर लिया और चूसने-काटने लगे।
बहन बोली- अगर यही पहले कर लिया होता तो मैं रोज मज़े करती।

पापा ने अपना काला लंड बहन के मुंह में दे दिया।
बहन भी किसी रंडी की तरह पापा का लंड चूसने लगी।
ये सब देखकर मेरा लंड फटने को हो गया और मुझे अहसास हुआ कि कुछ गीला सा मेरे लंड को लग रहा है।

मैं देखा तो मेरी माँ मेरा लंड चूस रही थी।
मैंने कहा- मम्मी ये क्या?
वो बोली- तो मैं क्या पड़ोसी से मरवाऊं? जब बाप बेटी को चोद रहा है तो मैं क्यों न बेटे से चुदवा लूं!

मैंने कहा- मम्मी, तू भी बड़ी रंडी है।
मम्मी मेरा लंड चूसने लगी तो पापा बहन की चूत चाटने लगे।

इधर बहन की सिसकारियां निकलना शुरू हो गईं- आह्ह … पापा … आह्ह और चाटो … आह्ह मेरी चूत को पूरी चूस लो … आह्ह बहुत खुजली होती है इसमें … इसकी सारी खुजली मिटा दो आज।

बहन ने पापा के सिर को पकड़ लिया था।
वो रंडियों की तरह टांगें फैलाए उनके मुंह को चूत पर बार-बार दबाने में लगी हुई थी।
बीच-बीच में वो अपनी चूत को बार-बार उठाकर पापा के मुंह पर पटक रही थी।

मेरी बहन का ऐसा रंडी वाला रूप मैंने कभी नहीं देखा था।
अजीब रिश्ते होते हैं ये, घर में परिवार के लोग एक दूसरे से कितना कुछ छुपाकर रखते हैं।
आज जब बहन न/शे में खुली तो पता चला कि कितनी चुदास उसके अंदर।

खैर मम्मी मेरे लंड को लॉलीपोप समझ कर चूसने में लगी हुई थी।
सामने मेरे पापा बहन की चूत को खाने में लगे थे।

मुझे भी मजा आ रहा था लेकिन जो हो रहा था वो समझ से बाहर था।

तभी बहन चिल्लाई- आह्ह पापा … चोद दो मेरी चूत को … मेरी चूत को फाड़ दो। आह्ह … आ आआह मर जाऊंगी मैं।
पापा- हां साली रांड, तेरी इस गर्म चूत की वजह से ही तूने हमारी इज्जत खराब कर दी। आज मैं तेरे इस छेद के चिथड़े उड़ाकर रख दूंगा।

पापा ने अब बहन को घोड़ी की पोजीशन में कर दिया।
फिर उसकी चूत पर लंड रगड़ने लगे।

बहन आहें भर रही थी।
एक तो वो नशे में थी, दूसरा उसकी चूत में चुदने के लिए आग लगी थी।

बहन की चूत में एक झटके से पापा ने लंड घुसा दिया।
वो चीख उठी-आआ आ आईई ईई पापाआआ … मर गई ईई।
पापा- चुप बहन की लौड़ी, मर गई तू … बाहर चुदती फिरती है, यहां मर गई? तेरी चूत का भोसड़ा बनाना है आज मुझे।

वो लंड को निकलवाने लगी तो पापा ने उसे तीन-चार थप्पड़ जड़ दिए।
फिर उसकी चूत में जोर-जोर से धक्के लगाने लगे।

पापा का लंड बहन की चूत को फाड़ता हुआ अंदर बाहर हो रहा था।
बहन रोने लगी लेकिन पापा ने और जोर से चोदना शुरू कर दिया।

फिर उसकी चूचियां भी भींचने लगे।
अब वो कुत्ते की तरह बहन पर चढ़े हुए थे।

इधर मेरी मम्मी मेरे लंड पर चिपटी हुई थी।
वो मुझे पागल कर रही थी।

ऐसा लग रहा था कि मैं कहीं स्वर्ग में उड़ रहा हूं।

इतने में पापा ने बहन की चूत से लंड निकाल दिया।
फिर उसको अपनी तरफ घूमने के लिए कहा।

बहन घूमकर घुटनों के बल पापा की ओर हो गई।

पापा ने उसका सिर पकड़ कर उसके मुंह में लंड दे दिया और उसके बालों को पकड़ कर मुंह में लंड के धक्के लगाने लगे।

बहन की हालत खराब होने लगी।
उसकी आंखों से पानी आने लगा और उसका चेहरा लाल हो गया।
लंड उसके गले तक फंस रहा था।

कई बार तो पापा लंड को पूरा गले में फंसाकर उसके मुंह को अपने झांटों तक दबा देते थे और कई सेकेंड तक दबाए रहते।

फिर जब हटाते तो एकदम से लंड के धक्के लगाने लगते।
बहन को पापा का लंड झेलना अब भारी हो रहा था।

इतने में ही पापा की स्पीड एकदम से थमने लगी।
वो धक्के लगाते हुए रुकते चले गए।

ऐसा लग रहा था जैसे बहन के मुंह में पापा के लंड की पिचकारियां गिर रही हैं।
फिर वो शांत हो गए।
उन्होंने लंड का माल बहन के मुंह में ही गिरा दिया था।

फिर वो हटे और गुस्से से मेरी तरफ देखा।
फिर बोला- तू वहां क्या गांड मरा रहा है, चल अपनी बहन की गांड मार!

बहन बोली- बस पापा, अब और मत सजा दो, अब छोड़ दो।
इतना बोलना था कि पापा ने बहन की गांड पर तीन-चार चमाट जड़ दिए।

फिर पापा मुझसे बोले- तू अपनी मम्मी को छोड़, बाद में चोदते रहने उसे, अभी इसकी गांड मार आकर।

अब मुझे बहन के पास जाना ही पड़ा।
मैंने जाकर बहन को कुतिया स्टाइल में कर दिया।
उसकी गांड एकदम से कसी हुई थी।

मम्मी ने भी देखा कि इसके छोटे से छेद में बेटे का लंड कैसे जाएगा।

फिर मम्मी ने मुझे तेल की बोतल पकड़ा दी और बोली- फाड़ दे इसकी गांड मेरे राजा बेटे!

मैंने बहन की गांड पर खूब सारा तेल उड़ेल दिया।
फिर अच्छी तरह से उसके छेद को तेल से चिकना कर दिया।

मैंने लंड को गांड के छेद पर लगाकर देखा।
काफी टाइट छेद था; वो आराम से खुलने वाला नहीं था।

सिस्टर की गांड चुदाई करने के लिए मैंने तेल को उंगली से अंदर तक धकेल दिया ताकि मेरा लंड गच्च से उसमें सरक जाए।
मैंने कुछ देर उसकी गांड में उंगली की।

बहन भी गांड में उंगली करने का मजा ले रही थी।

मैंने फिर बिना चेतावनी लंड को एकदम से छेद पर लगाकर धक्का मार दिया।

मेरा लंड बहन की गांड में घुस गया और एकदम से उसकी चीख निकल गई- ऊईईई मम्मी …. आआ आआ मर गईई ईई मैं तो … निकालो इसे।

मम्मी बोली- मेरी रंडी बेटी, तू एक ही बार में मर गई, और बाहर जो गुल खिला रही थी रोज उनका क्या? चुद आज जी भरकर। तेरी सारी हवस मिटा देगा मेरा चोदू बेटा।

इतने में मैंने दूसरा धक्का दिया और बहन की गांड में आधा लंड जा घुसा।
फिर मैंने उसे चोदना शुरू कर दिया।
वो चीखती रही और मैं उसको चोदता रहा।

कुछ देर में उसको मजा आने लगा और उसने अच्छे से अपनी गांड चुदाई अपने भाई के लंड से करवाई।
फिर जब मेरा छूटने को हो गया तो मैंने लौड़ा निकाल कर उसकी चूत में घुसा दिया।

फिर मैं चूत को पेलने लगा।

मम्मी अपनी बेटी की चूत को बाप-बेटे से चुदते हुए देखकर खुश हो रही थी।
उसकी आंखों में अलग ही चमक आ गई थी।

फिर मैं चोदते हुए बहन की गांड में ही झड़ गया।
फिर हम सब सो गए।

सुबह जब आंख खुली तो देखा कि बहन रो रही थी।

मम्मी भी जाग गई थी।

मैंने उठकर बहन को गले से लगाया और उससे माफी मांगी।
मैं बोला- रो मत बहन, वरना पापा तेरा काम तमाम कर देंगे।

पापा काफी देर तक सोते रहे।
फिर वो हुआ जो किसी ने नहीं सोचा था।

पापा को एकदम से लकवा आ गया। वो अब कभी बोल नहीं सकते थे और न ही उठ सकते थे।

फिर हम सब उदास रहे कुछ दिन!
लेकिन एक मम्मी ने मुझसे कहा- तू मेरा बेटा होने के साथ-साथ अब मेरा दामाद भी है, और मेरा खसम भी। चल अपने पापा और बहन के सामने ही मुझे ठंडी कर।

दोस्तो, फिर मैंने पापा और बहन के सामने ही मम्मी की चुदाई कर दी।
पापा लेटे हुए बस देख रहे थे।
वो न तो बोल सकते थे और न कुछ कर सकते थे।

इसलिए इस Xxxx फॅमिली स्टोरी के माध्यम से मैं कहना चाहता हूं कि सेक्स तो सब ही करते हैं।
मम्मी-पापा के सेक्स करने से ही तो हम पैदा हुए।
तो मम्मी-पापा को भी बच्चों के सेक्स करने से प्रॉब्लम नहीं होनी चाहिेए।

अगर कोई बेटा या बेटी सेक्स कर लेता है तो उसकी जान के दुश्मन न बनें।
बच्चों को प्यार से समझाकर रखें।
दोस्तो, आप मेरी बात से कितना सरोकार रखते हैं मुझे जरूर बताना।

हां, लेकिन आप मेरी बहन के बारे में व्यक्तिगत सवाल मत पूछना, भले ही मेरे मुंह में लंड डाल देना।

Xxxx फॅमिली स्टोरी पर कमेंट जरूर करें।
या फिर आप मुझे मेरे ईमेल पर भी मैसेज कर सकते हैं।
मेरा ईमेल आईडी है
[email protected]

लेखक की पिछली कहानी थी: बहन की चूत के संग भाई की गांड फ्री

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