गैर मर्द के लौड़े से चुद कर मां बनी- 1
(Hot Wife First Night Story)
हॉट वाइफ फर्स्ट नाईट स्टोरी में मुझे सेक्स की इच्छा होती थी. मेरे माँ बाप ने मेरी शादी कर दी. मेरा पति मुझे चोदता था पर मैं माँ नहीं बन पाई. वे लोग मुझे ताने देने लगे.
यह कहानी सुनें.
दोस्तो, मेरा नाम किरण है. मैं 26 साल की विवाहित महिला हूँ. मेरी हाइट केवल पांच फीट की है.
आज मैं आपको अपनी वह सेक्स कहानी बताने जा रही हूँ, जो तीन साल पहले की है.
इस हॉट वाइफ फर्स्ट नाईट स्टोरी में मैं एक गैरमर्द से चुद कर मां बनी थी.
अपने पति के नामर्द होने के कारण शायद ही कोई महिला संतान सुख पाने के लिए ऐसा कर सकती है.
भारत में अधिकतर महिलाएं पति के अक्षम होने के कारण विवादित जीवन जीती हैं या मेडिकल साइंस के सहारे से मां बनती हैं.
हम चार बहनें हैं. मेरी दोनों बड़ी बहनों की शादी हो गई.
मैं तीसरे नंबर की हूँ और एक बहन मुझसे छोटी है.
हम लोग एक लोअर मिडिल क्लास फैमिली से हैं.
मेरी मां हाउस वाइफ हैं और पापा पोस्ट मास्टर हैं.
मैं जब 22 साल की थी, तब मेरे घर वालों ने मेरी शादी कर दी.
क्यों? पता है … नहीं ना?
चलो, मैं बताती हूँ!
हम सब कॉलेज की लड़कियां सेक्स के बारे में बातें करते थे तो मैं भी इस सब में बहुत इंटरेस्ट लेती थी और मोबाइल पर पोर्न क्लिप देखती रहती थी; अभी भी खूब देखती हूँ.
मेरे अन्दर बहुत सेक्स के बारे में इच्छा जाग रही थी.
मैंने महसूस किया था कि मुझे सेक्स बहुत ज्यादा पसंद है.
मैं घर में, बाथरूम में अकेली पूरे कपड़े निकाल कर नंगी होकर, खुद को आईने के सामने देखती रहती थी.
नाटे कद के चलते मेरी भरी हुई चूचियां कुछ ज्यादा ही मस्त और रसभरी लगती थीं.
मेरी फिगर XL साइज़ की है. मैं बहुत ही सेक्सी हूँ और मेरा बदन, मेरी कमर और अपने भरे हुए दूध व नितम्ब देखती रहती हूँ.
एक बार मैं रूम में नंगी होकर शैंपू की एक गोल बोतल अपनी योनि में डाल कर मजा ले रही थी.
जब मैं अपनी चुत में शैंपू की शीशी अन्दर बाहर कर रही थी, तब ऐसा करते हुए मेरी छोटी बहन ने देख लिया और उसने यह सब मम्मी को बता दिया.
ये सुनकर मम्मी ने मुझे बहुत डाँटा, फटकारा और फिर ये बात मेरे पापा को भी बता दिया.
बस फिर क्या था … पापा ने शायद ये सोच कर मेरी जल्दी शादी कर दी कि ये अगर ज्यादा गर्मा गई और अपनी चुत की चुदास मिटाने के चक्कर में बाहर किसी के साथ सेक्स न कर ले, इससे अच्छा है कि इसका विवाह कर दिया जाए.
हालांकि मेरे मन में भी था कि जल्दी से मेरी शादी हो जाए और मैं अपने पति के साथ ढेर सारा सेक्स करूँ.
पापा ने भी मस्त लड़का ढूंढा .. सच में मेरा पति भी मुझे बहुत अच्छा मिल गया.
वह किसी बड़ी कंपनी में मार्केटिंग का जॉब करता था.
देखने में भी बहुत अच्छा है.
फिर तो समझो मेरी लॉटरी लग गई.
जल्दी ही मेरी उसके साथ शादी हो गई.
मेरे ससुराल वाले थोड़े अलग किस्म के लोग थे.
उससे मुझे क्या! मुझे तो सिर्फ सेक्स से ही लेना-देना था.
मैं बहुत खुश हो गई और मेरी सुहागरात हुई.
बताऊं क्या-क्या हुआ?
चलो सुनाती हूँ.
मैं साड़ी पहन कर सजे हुए बिस्तर पर घूँघट ओढ़े बैठी थी.
कुछ देर बाद मेरे पतिदेव आए.
हम दोनों ने यहां वहां की ढेर सारी बातें कीं.
फिर उन्होंने मेरे होंठों पर अपने होंठ लगा दिए और वे मुझे चूमने लगे थे.
उनके होंठों का स्पर्श मेरे होंठों पर लगने से मेरा पूरा बदन जल उठा था.
वाह … क्या अहसास था यार!
फिर उन्होंने मेरी साड़ी उतार दी और ब्लाउज के ऊपर से मेरे दूध सहला कर उनकी मुलायमियत का अहसास किया.
मैं सिसकार उठी.
उन्होंने मेरे ब्लाउज़ के बटन खोल कर उसे उतार दिया.
मैं ऊपर के हिस्से में सिर्फ लाल रंग की ब्रा में थीं.
मैं शर्म से अपनी आंखें बंद करके उनके स्पर्श का अहसास करने लगी.
धीरे धीरे उन्होंने मेरे ऊपर के सब कपड़े उतार दिए.
अब मैं सिर्फ ब्रा और पैंटी में उनके सामने रह गई थी.
फिर उन्होंने भी अपने सारे कपड़े उतार दिए.
मुझे उल्टा करके मेरी ब्रा का हुक खोला और ब्रा को ढीला कर दिया और वे मेरी गोरी पीठ को अपने होंठों से चूमने लगे.
मैं आहें भर रही थी!
उन्होंने ब्रा निकाल कर फेंक दी और उसके बाद मेरी पैंटी भी उतार दी.
अब मेरे पति मेरे दोनों नितम्बों को अपने हाथों में पकड़ कर दबा रहे थे.
मेरा पूरा बदन चूम रहे थे.
मैं बहुत गर्म हो गई थी.
मुझसे रहा नहीं जा रहा था, तो मैंने भी उनको चूमना चालू कर दिया.
मैं भी उनके बदन से लिपट कर मज़ा ले रही थी.
उन्होंने मेरी चूचियों को दबाना चालू किया और मेरे एक निप्पल को अपने होंठों से दबा कर चूसने लगे थे.
मुझे बहुत मज़ा आ रहा था.
मेरी सालों की तमन्ना जो पूरी हो रही थी.
फिर उन्होंने चित लेट कर मुझे इशारा किया कि लंड चूसो.
मैंने बिना किसी हिचकिचाहट के उनका लंड अपने मुँह में ले लिया.
यह सब मैं इंग्लिश पोर्न में खूब देखा करती थी.
मैं वैसे ही उनके टट्टे सहलाती हुई उनके लौड़े को मुख मैथुन का मजा देने लगी.
मेरे पति को भी लौड़े को चुसवाने में मज़ा आ रहा था.
फिर उन्होंने मुझे चोदना चालू किया.
वे मुझे शुरुआत में ही घोड़ी बना कर पीछे से चोदने लगे थे.
उनका लंड चुत में लेते समय मुझे बेहद दर्द हुआ मगर चुदास के चलते मैं दर्द को झेल गई और अपने पति के लौड़े से चुदवाने लगी.
मुझे अपने पति से चुदवाने में बहुत मज़ा आ रहा था.
वे भी मेरे दूध दबाते हुए मुझे मसल रहे थे.
मैं बता नहीं सकती यार कि असली में चुदाई में कितना मजा आता है.
थोड़ी देर बाद उनका माल झड़ गया.
उन्होंने मेरी चुत के अन्दर ही अपना वीर्य निकाल दिया था.
लेकिन मेरी आग अभी भी शांत नहीं हुई थी.
मुझे और देर तक सेक्स करना था.
कुछ देर बाद वे सो गए.
मैं भी उनके बाजू में उनसे लिपट कर सो गई.
हम दोनों सुबह तक वैसे ही नंगे सोए हुए थे.
सुबह हमारा दरवाज़ा ठोका गया.
तब हम दोनों कपड़े पहन कर नीचे आ गए.
उसके तीन दिन बाद हम दोनों ने पुनः सेक्स किया.
इस तरह से हम दोनों गैप कर कर के पंद्रह दिन तक सेक्स करते रहे.
अब कभी रात में दो बार भी चुदाई हो जाती थी तो कभी मेरे पति मुझे तीन बार भी चोद देते थे.
वे हर बार मेरी चुत में ही अपना वीर्य डालते रहे.
एक बार जब मैंने उनसे पूछा- आप कंडोम क्यों नहीं लगाते?
तो वे बोले- नहीं, मेरी मम्मी ने कहा है कि उन्हें जल्दी ही एक पोता या पोती चाहिए … इसलिए!
बस फिर क्या, मैं चुप हो गई.
मैं उनके सामने कुछ बोल नहीं सकी कि मेरी इच्छा है कि शुरू के एक साल तक सिर्फ सेक्स का मजा ही करना है, उसके बाद बच्चे के बारे में सोचेंगे!
खैर … छोड़ो!
फिर जब मेरा मासिक का समय हुआ, तो मेरे पीरियड आ गए.
मेरी सास मुझ पर चिल्लाई- ये क्या हो गया .. तेरे पीरियड कैसे आ गए? तूने कुछ किया तो नहीं!
वे मुझे ताने दे रही थीं.
और तो और … मेरे पति भी नाराज़ हो गए थे कि उनकी सारी मेहनत बेकार कैसे चली गई.
हम दोनों ने फिर से कोशिश की.
लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला.
जब मुझे गर्भ नहीं ठहरा तो वही हुआ जो नहीं होना चाहिए.
मुझे घर में सब ताने मारने लगे.
मेरे घर वालों को भी बताया गया.
मुझे अस्पताल में ले जाया गया और मेरी जांच की गई.
डॉक्टर ने बताया- कोई प्रॉब्लम नहीं है. शायद आपके पति में स्पर्म की कमी के कारण भी ये हो सकता है. आप अपने पति को अच्छे डॉक्टर को दिखा कर एक बार कोशिश करके देखो.
ये बात मैंने अपने पति को बताई तो उन्होंने मुझसे कहा- मेरे अन्दर कोई कमी नहीं है!
उन्होंने यह कह कर बात टाल दी.
उनकी इस बात को लेकर मेरे ससुराल वालों ने भी मेरे पति का ही साथ दिया.
मेरी सास को भी अपने बेटे की मर्दानगी पर कोई शक नहीं हो रहा था, वे सिर्फ मुझे दोष दे रही थीं.
इस बात पर मेरा पति के साथ झगड़ा भी हो गया था इसलिए उन्होंने मुझे मारा भी था.
मैं बहुत दुविधा में पड़ गई थी कि अब मैं करूँ तो क्या करूँ … मेरी कुछ समझ में ही नहीं आ रहा था.
फिर कुछ दिन बाद मेरे पति का प्रमोशन हो गया.
वे और बड़े लेवल पर आसीन हो गए थे मगर इसी वजह से उनका ट्रांसफर बाहर के शहर में हो गया था.
वे मुझे लेकर दूसरे शहर में आ गए.
हम दोनों को रहने के उस शहर में एक डुप्लेक्स मिल गया था.
उसका किराया आदि तय करके मेरे पति मेरे साथ वहीं रहने लगे.
उधर एक लाइन में चार डुप्लेक्स थे, उनमें से दो खाली थे.
यह इलाका शहरी क्षेत्र से थोड़ी दूर के एरिया में था.
हम लोग वहां रहने लगे.
मेरे पति का मार्केटिंग का बाहर जाने का काम बढ़ गया था तो वे अक्सर एक हफ्ते के लिए बाहर चले जाते थे.
उनकी गैर मौजूदगी में मैं अकेली ही घर में बोर होती रहती थी.
उस दिन मैं अकेली थी और मोबाइल पर एक सेक्स क्लिप देख रही थी.
उसी समय एक आदमी मेरे घर के बाहर आया और उसने मेरे घर का दरवाज़ा खटखटाया.
मेरे पूछने पर वह बोलने लगा- शायद आपके पड़ोसी घर पर नहीं हैं. क्या आप ये दवाई उन्हें दे देंगी?
मैंने कहा- ठीक है.
मैंने उससे ऐसे ही पूछा- ये किस मर्ज की दवाई है?
वह बोला- इस दवाई से कमर का दर्द, पैर दर्द, बदन दर्द … सब ठीक हो जाता है. ये देसी जड़ीबूटी से बनी दवा है!
मैंने उस आदमी से उसका नाम पूछा, तो उसने अपना नाम ‘जावेद’ बताया.
मैंने उसकी तरफ देखा.
वह आदमी काफी अच्छा और मुस्टंडा किस्म का दिख रहा था.
उसने मुझसे पूछा- क्या आपको कोई बीमारी है? यदि होगी तो मैं आपके लिए भी दवाई ला दूँगा. मेरी दवा बहुत कारगर दवाई होती है. आप बोलो, किस मर्ज की दवा चाहिए?
मैं बोली- अरे मुझे कोई दिक्कत नहीं है!
वह मुझसे पूछने लगा- आप को दिक्कत नहीं है, तो किसे है … आप शायद मुझसे कुछ छुपा रही हो. सच सच बताओ, क्या बात है? क्या मैं आपकी कोई मदद कर सकता हूँ?
मैं बोली- नहीं!
वह बोला- मैं आपका दुश्मन नहीं हूँ … आप मुझे बेहिचक बता सकती हैं.
उसकी बात में मुझे दम लगी तो कुछ सोच कर मैंने उसे सब बता दिया.
वह बोला- हां, मेरे पास इस बीमारी का भी इलाज है. इसकी दवाई थोड़ी कड़वी है, लेकिन असरदार है. इसे अपने पति को खिला देना और बाद में असर देख लेना.
मैंने कहा- मेरे पति ये दवाई नहीं खाएंगे. वे बहुत ज़िद्दी किस्म के आदमी हैं. उन्हें लगता है कि उनके अन्दर कोई कमी नहीं है.
यह सुनकर वह आदमी भी सोच में पड़ गया.
फिर उसने यह कहते हुए मुझसे पानी मांगा- बाहर बहुत गर्मी है, प्लीज थोड़ा पानी पिला दीजिए.
मैंने उसे अन्दर बुला लिया और पंखा चालू करके उसे बिठाया.
फिर मैंने उसे पानी लाकर दिया.
जावेद की कड़ियल बॉडी देख कर मेरा मन डोल रहा था और मेरे मन में वासना जागने लगी थी.
पड़ोस में भी कोई नहीं था तो लग रहा था कि आज खुद ही अपनी ब्लूफिल्म बनवा कर इसके लौड़े से चुदाई का मजा ले लूँ.
दोस्तो, सेक्स कहानी के अगले भाग में आपको बताऊंगी कि किस तरह से क्या क्या हुआ और कैसे मैं उसके लौड़े से चुद कर मां बन गई.
यह मेरी एकदम सच्ची सेक्स कहानी है, आपको हॉट वाइफ फर्स्ट नाईट स्टोरी कैसी लग रही है, प्लीज मुझे जरूर बताएं.
धन्यवाद.
[email protected]
हॉट वाइफ फर्स्ट नाईट स्टोरी का अगला भाग:
What did you think of this story
Comments