प्रेम भरी वासना में लिपटा पति पत्नी का रिश्ता- 6

(Husband Wife Xxx Kahani)

रमित 2025-10-06 Comments

हस्बैंड वाइफ Xxx कहानी में मैं अपनी पत्नी के साथ होटल रूम में था. मैंने अपनी बीवी की ब्रा खोली तो उसने मुझे दूसरी लड़की के बूब्ज़ की याद दिला दी. मेरा जोश बढ़ गया.

हैलो साथियो, मैं रमित आपकी टांगों के बीच में हलचल मचाने फिर से हाजिर हूँ.
कहानी के पांचवें हिस्से
पराई जवानी देखकर बीवी की चुदाई का मूड बना
में अब तक आपने पढ़ लिया था कि क्रूज पार्टी का आनन्द लेने के बाद मैं अपनी हॉट वाइफ यामिनी के साथ कमरे में आ गया था और उसे ब्रा पैंटी में कर दिया था.

अब आगे हस्बैंड वाइफ Xxx कहानी:

तभी यामी ने मुझे बेड पर धक्का दे दिया और नीचे बैठ कर मेरे शूज उतार दिए.
फिर वह मेरी जीन्स का बटन खोल कर जीन्स उतारने लगी.

मैंने जीन्स उतारने में उसकी मदद की.
अब वह मेरी जांघों पर चूम रही थी.

फिर उसने मेरी फ्रेंची के उभरे हुए भाग पर अपने होंठ रख दिए.
अब वह मेरी एब्स पर चूमने लगी.

चूमते चूमते यामिनी ने मेरी कमर पर होंठ लगा दिए और वह उधर चूमने लगी.
इसी के साथ उसने मेरा अंडरवियर भी निकाल फेंका और मेरे लंड के आस पास चूमने लगी.

फिर उसने मुझे चूमते हुए ऊपर आकर मेरे होंठों में अपने होंठ दे दिए.
वह कभी मेरी जीभ को अपने मुँह में खींच कर चूसती, तो कभी अपनी जीभ मेरे मुँह में डालती.

मैंने कहा- यामिनी, तुम सच में बहुत हॉट हो और बिस्तर में तो कमाल हो!
वह मुस्कुरा कर बोली- यार, तुम भी बहुत हॉट हो और बिस्तर में तो एकदम घोड़े ही हो!

उसके इतना कहते ही मैंने उसे पलटा कर अपने नीचे ले लिया और उसकी क्लीवेज को चूमने लगा.

मेरा एक हाथ उसकी गर्दन के नीचे था और दूसरा उसके बूब्स पर.
मैं ब्रा के ऊपर से ही उसके दूध मसल रहा था.

फिर मैंने अपने दोनों हाथ पीछे ले जाकर उसकी ब्रा का हुक खोल दिया, उसके बूब्स उछल कर बाहर आ गए.

उसके दूध इतनी झटके से बाहर आए थे मानो वे उसकी कसी हुई ब्रा से बाहर आने के लिए तड़प रहे हों.
मैंने उसकी ब्रा से निकालते हुए उसके बदन से अलग कर दी.

यामिनी के गोरे गोरे बूब्स … उन पर ब्राउन पिंक कलर के किसमिश जैसे निप्पल मस्त लग रहे थे.
मैं उन्हें जीभ से छेड़ने लगा, तो यामिनी तड़पने लगी.

मैं अपने दोनों हाथों की उंगली और अंगूठे के बीच लेकर उसके दोनों निप्पलों को उमेठने लगा.
उसके निप्पल अब कड़े हो गए थे.
मैंने एक दूध को अपने मुँह में भर लिया और चूसने लगा.

यामिनी सीत्कार भरती हुई मेरे सर को सहला रही थी.
उसकी उंगलियां मेरे बालों में चल रही थीं.

बीच बीच में वह मेरा सर अपने मम्मों पर दबा देती.
मैं लगातार उसके दोनों बूब्स को बारी बारी से चूस रहा था.

तभी यामिनी बोली- रमित, तुम्हें मेरे दूध बहुत पसंद हैं क्या?
मैंने कहा- हां यार … बहुत ज्यादा. मैं इन्हें ज्यादा से ज्यादा पीना चाहता हूँ!

वह बोली- ऐसा क्या निकलता है इनमें से … जो तुम इतना पीना चाहते हो?
मैंने उसे हंस कर देखा और दूध खींच कर कहा- इनमें से प्यार का रस निकलता है जान!

वह मीठे दर्द होने जैसा मुँह करती हुई बोली- आह अच्छा … जब इनमें से दूध निकलेगा … तब भी पियोगे?
मैंने कहा- हां … एक टाइम तो मैं ही पिया करूंगा.

वह बोली- धत्त … तुम बहुत बेशर्म हो!
मैंने कहा- क्या करूं यार … तुम्हारे दूध हैं ही इतने खूबसूरत … मुझसे इन्हें पिए बिना रहा नहीं जाता!

यामिनी बोली- तुम्हें कभी किसी और के नहीं पसंद आएंगे?
मैंने कहा- न … तुमसे खूबसूरत किसी और के हो ही नहीं सकते.

वह बोली- हैं … किसी के हैं. तुमने भी देखे होंगे!
मैंने कहा- मैंने तुम्हारे सिवा किसी के नहीं देखे!

इस पर यामिनी बोली- मैं याद दिलवा दूं!
मैंने कहा- हां बताओ … किसके?

तो वह बोली- जान्हवी के!
मैंने कहा- क्या यार … तुम कैसी बातें करती हो.

वह बोली- सच बोल रही हूँ … उसके बूब्स मुझसे भी ज्यादा परफेक्ट हैं.
मैंने कहा- तुमने कब देखे?

वह बोली- वैसे तो ऊपर से देख कर ही अंदाज़ा हो जाता है, पर मैंने तो उनके साक्षात् दर्शन कर लिए हैं.
यह कह कर वह हंसने लगी.

मैंने पूछा- कब?
तो वह बोली- जब हम बीच पर चट्टान के पीछे टॉप चेंज करने गयी थीं, उस वक्त वह अपनी ब्रा बदल रही थी … तब देखे थे. सच में रमित यार … क्या बूब्स हैं उसके!

ये सुन कर मेरी बॉडी का तापमान और बढ़ गया.
मैं फिर से यामिनी के दूध पीने लगा.

मेरे दिमाग में उस वक्त की जान्हवी घूमने लगी, जब वह गीले टॉप में मेरे सामने थी या डांस करती हुई थिरक रही थी, तब उसके गाउन के डीप गले झांकते उसके बूब्स आह … मुझे पता नहीं क्या हो गया था.

मैं यामिनी के दूध पीने लगा, उसके निप्पलों पर धीरे धीरे काटने भी लगा.

यामिनी कामुक आहें भर रही थी- आह हां रमित … खा जाओ इन्हें … सोचो तुम जान्हवी के दूध पी रहे हो!

पता नहीं आज यामिनी के दिल और दिमाग में क्या चल रहा था.
वह मुझे बार बार बार जान्हवी का नाम लेकर उत्तेजित कर रही थी और मैं चूमता हुआ नीचे सरकने लगा था.

उसकी नाभि में जीभ डाल कर गोल गोल घुमाने लगा.
फिर नीचे सरकते हुए मैं उसकी कमर पर चूमने लगा.

मैंने पैंटी के ऊपर से ही उसकी चूत पर किस की और अपने दोनों हाथों की उंगलियां उसकी पैंटी में फंसा कर उसे नीचे सरकाने लगा.

उसने अपने घुटने मोड़ कर अपने चूतड़ ऊपर उठाए और पैंटी नीचे करने में मेरी मदद की.

मैंने पैंटी उतार कर नीचे फेंक दी और उसकी टांगें चौड़ी करके उसकी जांघों के ऊपर चूमने लगा.

उसके नीचे बाल तो क्या … बाल का एक रोंआ भी नहीं था.

फिर मैंने हल्के से उसकी चूत पर चुम्बन लिया और चूत के ऊपर के भाग पर चूमने लगा.

उसके बाद मैंने यामिनी की चूत की एक फांक को अपने मुँह में भर लिया और चूसने लगा.
वह सिसक उठी.

कुछ देर बाद दूसरी फांक को अपने होंठों में ले लिया, यामिनी ‘आह उच्च’ कर रही थी.
वह अपना सर इधर उधर मारने लगी.
वह मेरा सर अपनी चूत पर दबाने लगी.

फिर मैंने अपनी जीभ उसकी चूत के अन्दर डाल दी और जितनी अन्दर डाल सकता था, उतनी अन्दर करके अन्दर की दीवारों को अपनी जीभ से रगड़ने लगा.

यामिनी के मुँह से ‘उफ़ रमित’ निकला.

मैं अपनी जीभ से उसकी चूत को चोदने लगा.
मैंने अपनी जीभ उसकी चूत में ऊपर से नीचे … नीचे से ऊपर चलाने लगा.

यामिनी भी अपने चूतड़ भी ऊपर से नीचे चलाने लगी.
यामिनी कराहती हुई बोली- उफ़ रमित … अब अपना अन्दर डाल दो!

मैंने उसकी चूत से अपना मुँह हटाया और उसके ऊपर आकर उसके होंठों को चूमने लगा.

यामिनी भी मेरे होंठों को चूमने लगी और बोली- रमित मत तड़फाओ यार … अब डाल दो!
मैंने पूछा- क्या?
वह बोली- अपना लंड!

मैंने पूछा- कहां डालना है?
वह तड़फ कर बोली- अरे यार मेरी चूत में डाल दो न!

मैंने अपना लंड उसकी चूत पर सैट किया और हल्का सा धक्का लगाते ही मेरा लंड फिसलता हुआ उसकी चुत के अन्दर घुसता चला गया.

वह ‘आह मर गई’ कह कर कराही.
मैंने उसकी चूत की जड़ तक लंड डाल दिया.

अब मैं रुक गया तो बोली- करो न यार … क्यों तड़फा रहे हो?
मैंने पूछा- क्या करूं?

वह बोली- अपनी यामिनी को चोद डालो!
मैंने कहा- हां यामिनी, मेरी जान बहुत मज़ा आ रहा है तुझे चोदने में!

मैंने अपने होंठ उसकी गर्दन पर रख लिए और धीरे धीरे चोदने लगा.

मैं लंड थोड़ा बाहर खींचता, फिर पूरा ज़ोर लगा कर अन्दर कर देता.

मेरा लंड जब यामिनी के गर्भाशय पर जा कर टकराता तो वह तड़फ कर बोलती- हाय रमित बहुत मज़ा दे रहे हो.
मैंने कहा- यामिनी, मुझे भी बहुत मज़ा आ रहा है.

हम दोनों पांच मिनट तक इसी आसन में चुदाई करते रहे.

फिर मैंने उससे कहा- यामिनी, ऊपर आओगी?
वह बोली- हम्म …

मैंने उसे अपनी बांहों में जकड़ लिया और बिना लंड बाहर निकाले पलटी मार कर यामिनी को अपने लौड़े के ऊपर ले लिया.

यामिनी कुछ देर मेरे ऊपर लेटी रही, फिर ऊपर को हो कर उसने अपने दोनों हाथ बेड के सिरहाने पर टिका लिए और अपने बूब्स मेरे होंठों पर लगा दिए.

मैं उसके दोनों निप्पलों को बारी बारी से चूसने लगा और वह आगे पीछे हो कर चुत चुदवाने लगी.

मेरे हाथ उसके चूतड़ों को सहला रहे थे.
कभी कभी मैं उसके चूतड़ अपने हाथों में भर लेता और ज़ोर से दबा देता.

यामिनी बोली- मेरे बूब्स के बाद लगता है तुम्हें मेरे ये चूतड़ पसंद हैं?
मैंने कहा- हां यार, मैं शादी से पहले जब भी सेक्स के बारे में सोचता था तो मुझे बड़े चूतड़ बहुत आकर्षित करते थे. यह सोच कर ही मेरे लंड में तनाव आ जाता था.

वह बोली- अच्छा … इसका मतलब तुम्हें बड़े बड़े चूतड़ों वाली औरतें या लड़कियां पसंद आती हैं!
मैंने कहा- मुझे सिर्फ तुम पसंद हो यामिनी.

वह बोली- कम ऑन यार … थोड़ा बोल्ड बनो न! इस वक़्त हम सेक्स कर रहे हैं. तुम अपनी फंतासी मुझसे खुल कर बोल सकते हो!

मैंने कहा- ओके … हां यार मुझे हमेशा से ऐसी लड़कियां अच्छी लगती थीं, जिनका बदन भरा हुआ हो … मांसल जांघें हों, चूतड़ बाहर की तरफ उठे हों और बूब्स एकदम टाइट और बड़े हों और ये सब तुम में हैं!

वह बोली- सच में … मैं तुम्हारी फंतासी जैसी हूँ?
मैंने कहा- हां.

उसने नीचे झुक कर मेरे होंठों को चूमा.
फिर वह बोली- तुमने जान्हवी के चूतड़ देखे! उसके मेरे से भी बड़े बड़े हैं … और बहुत अच्छी शेप में हैं!

मैंने कहा- अब ये हमारे बीच जान्हवी कहां से आ गयी?
वह हंस कर बोली- यार, मैं तो बस ऐसे ही बात कर रही हूँ. आज सुबह जब उसे पूल में देखा था, तो मुझे उसके चूतड़ बहुत सेक्सी लगे थे.

जान्हवी को याद करते ही मेरा लंड और टाइट होने लगा.

यामिनी को अन्दर लंड का कड़कपन महसूस हुआ तो वह बोली- रमित, तुम्हें जान्हवी के चूतड़ पसंद हों या न हों, पर तुम्हारे लंड को बहुत पसंद हैं … देखो न … उसके चूतड़ों की बात सुनते ही यह कितना सख्त हो गया … जैसे मेरी चुत को फाड़ ही डालेगा!

मैंने हंस कर कहा- यामिनी तुम अपनी फंतासी बताओ न!
वह बोली- बहुत सारी हैं … पर अभी पहली बताऊंगी और तुम उसे पूरी करना.

मैंने कहा- ओके!

वह बोलने लगी- मैं जब से सेक्स के बारे में सोचने लगी, तो मेरी पहली फैंटसी थी कि मेरा पार्टनर मुझे डॉगी स्टाइल में फ़क करे, झुक कर मेरे बूब्स पकड़े और ज़ोरदार तरीके से चोदे.

मैंने उसके होंठों पर डीप किस किया और उसे अपने ऊपर से नीचे उतरने के लिए बोला.

वह लंड से उतरी और मैं बेड से नीचे उतर कर खड़ा हो गया.

यामिनी बेड पर घुटनों पर होकर अपनी कोहनियां बेड पर टिका कर खड़ी हो गई.

मैंने पीछे से अपना लंड उसकी चूत में उतार दिया और उसके बूब्स अपने हाथों में ले लिए. मैं उन्हें दबाते हुए मसलते हुए चोदने लगा.

मेरी जांघें जब उसके चूतड़ों से टकरातीं तो फच फच की आवाज़ पैदा होती.
यामिनी मेरी ताल से ताल मिलाती हुई अपने चूतड़ पीछे की तरफ ढकेलती.
मैं फिर से ज़ोरदार धक्का मारता.

यामिनी आहें लेती हुई बोली- रमित यार, जान्हवी के बूब्स भी कितने बड़े हैं और चूतड़ भी … जब वह इस पोजीशन में चुदवाती होगी … कसम से यार … बहुत सेक्सी लगती होगी.

पता नहीं आज यामिनी के दिमाग में क्या चल रहा था.
वह बार बार मुझे जान्हवी का नाम लेकर उत्तेजित कर रही थी.

उसकी ये बात सुनते ही मैं फिर से जान्हवी की कल्पना करने लगा और यामिनी को चोदने लगता … मेरी स्पीड अपने आप बढ़ती चली गई.

मेरी आंखें बंद थीं, अब मेरा खुद पर कोई कंट्रोल नहीं था.
मेरे हाथ यामिनी की कमर पर थे और मैं पूरी स्पीड से यामिनी की चुदाई कर रहा था.

हस्बैंड वाइफ Xxx मजे में मेरे मुँह से बस आह आह की आवाजें ही निकल रही थीं.
मैं अपनी दोनों आंखें बंद किये अपनी कल्पना में जान्हवी चोद रहा था.

थोड़ी देर में मेरा लावा फूटा और मैंने यामिनी को कसके पकड़ लिया.
यामिनी ने भी चादर को कसके पकड़ लिया.
उसने अपने चूतड़ पीछे की ओर करके मेरे साथ चिपका दिए थे.

हम दोनों की सांसें बहुत तेज़ चल रही थीं.

फिर हम सीधे होकर अपनी सांसों पर नियंत्रण करने लगे.
थोड़ी देर बाद यामिनी मुझसे लिपट गयी और बोली- ओह रमित, तुमने बहुत मज़ा दिया … आज की इस रात को यादगार बना दिया.

फिर पता नहीं हम दोनों कब गहरी नींद में चले गए.

यामिनी और जान्हवी ने लास्ट नाईट ही तय कर लिया था कि कल कहीं नहीं जाएंगे और रिसॉर्ट के प्राइवेट बीच वाले एरिया में ही रिलैक्स करेंगे.

सुबह जैसे ही मेरी नींद खुली तो यामिनी मेरी बांहों में बिल्कुल निर्वस्त्र सोई हुई थी.

मैंने उसके माथे पर चुम्बन लिया तो यामिनी ने भी अपनी आंखें खोल दीं और पलकें झपका कर मुझे देखने लगी.
मैंने प्यार से उसकी दोनों आंखों पर भी किस किया, फिर उसकी नाक पर चूमा.

ये देख कर यामिनी मुझसे और कसके चिपट गयी.
वह बोलने लगी- क्या बात है जान … बहुत प्यार आ रहा है सुबह सुबह!

मैंने कहा- यामिनी तुम हो ही इतनी प्यारी कि प्यार तो आना बनता है!
यामिनी ने अपने होंठ मेरे होंठों से मिला दिए, हम डीप स्मूच करने लगे.

फिर हम अलग हुए तो यामिनी बोली- जाओ अब फ्रेश हो जाओ!

मैंने कहा- कहां जाना है आज?
वह बोली- आज हम रिसॉर्ट के प्राइवेट बीच पर ही रिलैक्स करेंगे.

मैंने यामिनी को अपने ऊपर खींचते हुए बोला- अगर कहीं नहीं जाना तो यहीं रूम में ही रहते हैं न … सारा दिन रोमांस करेंगे.

वह बोली- रमित, तुम्हारे दिमाग में सारा दिन रोमांस चलता रहता है क्या?
यामिनी अब मेरे ऊपर लेटी हुई थी.

मेरे हाथ उसकी पीठ को सहलाते हुए उसके उठे हुए सेक्सी चूतड़ों पर जा पहुंचे.
मैं उन्हें दबाने लगा और सहलाने भी लगा.

मैंने कहा- यामिनी, जिसकी तुम्हारी जैसी सुन्दर, सेक्सी और हॉट बीवी हो तो भला उसके दिमाग में रोमांस के सिवा और क्या आ सकता है?

यामिनी ने धीरे से मेरे होंठों को चूमा और बोली- तुमसे बातों में तो नहीं जीत सकती.

वह आराम से मेरी छाती पर सर रख कर लेट गयी.

मैंने कहा- जिस काम में जीत सकती हो, वही कर लेते हैं!

तभी यामिनी ने अपनी बांहें मेरे गले में डाल दीं और मेरी गर्दन पर धीरे किस करने लगी.

वह बोली- रमित, मैं तुमसे किसी चीज़ में नहीं जीतना चाहती, तुम्हारी जीत में ही मेरी जीत है.
मैंने कहा- अच्छा जी, तुम तो अब टिपिकल भारतीय नारी की तरह बोल रही हो.
वह बोली- वह तो मैं हूँ.

वह धीरे धीरे किस करती हुई मेरे निप्पलों पर किस करने लगी.

उसकी इस हरकत से मुझे एकदम करंट जैसा लगा और मैं उत्तेजित होने लगा.

वह बोली- छोड़ो रमित, तुम फिर से तैयार होने लगे हो!
मैंने कहा- ऐसे नहीं छोड़ूँगा!

यह कह कर मैंने पलटी मारी और यामिनी के ऊपर आ गया.

वह बोली- नहीं रमित, अब नहीं … मैं थक गयी हूँ. रात को तुमने मेरा शरीर तोड़ कर रख दिया है.
मैंने कहा- मज़ा नहीं आया क्या?
तो यामिनी बोली- सच में बहुत मज़ा आया … तुम तो रमित पूरे सांड हो!

मैंने अपना लंड पकड़ कर यामिनी की चूत में सरका दिया.
उसके मुँह से बस उच्च की आवाज़ निकली.

मैंने कहा- और तुम पूरी सनी लियोनि … जो भी तुम्हें देखे पागल हो जाए!

वह बोली- अच्छा जी … और अब ये क्या … तुमने फिर से अन्दर डाल दिया. यार मेरी टांगें दुखने लगीं!

मैंने लौड़े को आगे पीछे करते हुए कहा- जानेमन, ये बंदा किस काम आएगा … आपका ये दीवाना आज आपको मस्त मसाज देगा.

वह बोली- पक्का!
मैंने कहा- जी, मेम एकदम पक्का!
उसने बोला- मुकर मत जाना!
मैंने कहा- बिल्कुल नहीं, आजमा कर देख लेना.

वह हंस कर बोली- वह तो मैं देखूँगी ही!
इसी के साथ उसने नीचे से अपने चूतड़ हिलाने शुरू कर दिए.

वह बोली- रमित, बस ऐसे ही धीरे धीरे चोदते रहो, बहुत अच्छा लग रहा है.
मैंने भी अपना मुँह उसकी गर्दन में छुपा लिया और अपना पूरा भार यामिनी के ऊपर डाल दिया.

यामिनी ने भी अपनी बांहें मेरी पीठ के इर्द-गिर्द लपेट रखी थीं.
कभी वह मेरी पीठ को सहलाती कभी उसकी उंगलियां मेरे बालों में चलने लगतीं.

थोड़ी देर बाद यामिनी बोली- उफ़ रमित … मैं आने वाली हूँ!
मैं भी मदहोशी में बोला- हां जान, मैं भी आ रहा!

कुछ ही पलों बाद मैंने अपना लावा यामिनी की चूत में उगल दिया.

हम दोनों ने एक दूसरे को कसके जकड़ लिया.
हम दोनों थक कर लेट गए.

दोस्तो, उम्मीद है कि आपको मेरी हस्बैंड वाइफ Xxx कहानी का यह भाग भी पसंद आया होगा.
प्लीज अपने कमेंट्स जरूर भेजें और अगले भाग के सेक्स से भरे मजे लेने को तैयार रहें.
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हस्बैंड वाइफ Xxx कहानी का अगला भाग:

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