कामसूत्र के 64 आसन

(Kamasutra Positions Story)

कामसूत्र पोजीशन आसन कहानी में एक जिमनास्ट लड़के ने जिमनास्ट लड़की से शादी थी. उनका बदन बहुत लचीला था. उन्होंने अपने लचीले बदन का उपयोग सेक्स के अलग अलग आसन ट्राई करने में किया.

यह कहानी मेरे एक पाठक ललित ने भेजी है.
मैं इसे आपकी पसंद के अनुसार कुछ रोचक बनाकर पेश कर रहा हूँ. इसमें पात्रों के नाम बदल दिए गए हैं.

पति-पत्नी दोनों जिमनास्टिक में पारंगत थे.
उनके बदन का लचीलापन उन्हें कामसूत्र के सेक्स आसनों को आसानी से आजमाने में मदद करता था.

यह कामसूत्र पोजीशन आसन कहानी बताती है कि कैसे उन्होंने इस सेक्स कला का उपयोग किया.

आप ललित की कहानी, ललित की जुबानी सुनें.

मेरा नाम ललित है.
मुझे बचपन से खेलकूद का शौक था और पढ़ाई में भी मैं अच्छा था.

एक बार मैं अपने पिताजी के साथ टीवी पर ओलंपिक खेल देख रहा था.
मुझे जिमनास्टिक बहुत पसंद आया तो मैंने पिता जी से इस बारे में बताया.

पिताजी ने मुझे जिमनास्टिक की क्लास में भर्ती करवा दिया.
उधर मैंने मन लगाकर सीखना शुरू कर दिया.

थोड़ा बड़ा होने पर मैंने कई प्रतियोगिताओं में मेडल भी जीते.

कॉलेज के बाद मुझे दूसरे शहर में नौकरी मिल गई.

एक दिन मैंने अखबार में विज्ञापन देखा कि ब/च्चों को जिमनास्टिक सिखाने के लिए शिक्षक की जरूरत है.
मैं बताए गए पते पर गया.

वहां जिमनास्टिक की क्लास एक लतिका नाम की लड़की चलाती थी.
उसने मेरे सर्टिफिकेट देखे और मुझे ट्रायल के लिए ब/च्चों को सिखाने को कहा.

लतिका को मेरा सिखाने का तरीका पसंद आया.
इसके बाद मैं शाम को ऑफिस के बाद ब/च्चों को जिमनास्टिक सिखाने लगा.

मुझे मेहनताना कम मिल रहा था लेकिन जिमनास्टिक मेरा शौक था.
लतिका का हंसमुख स्वभाव और जिमनास्टिक के प्रति उसका लगाव देखकर मेरी उससे दोस्ती हो गई.

लतिका लड़कियों को जिमनास्टिक सिखाती थी और मैं लड़कों को.

लतिका गेहुंए रंग की थी और जिमनास्टिक की वजह से उसका बदन गठीला था.

उसका फिगर 32-28-34 था.
वह बहुत सुंदर तो नहीं थी लेकिन मुझे वह बहुत अच्छी लगी.

एक साल में हमारी दोस्ती प्यार में बदल गई.
घर वालों की सहमति से हमारी शादी हो गई.

हमारी सुहागरात मेरे पुश्तैनी घर में हुई.

रात को फूलों से सजी सेज पर लतिका बैठी थी.
कुछ हमउम्र महिलाओं और दोस्तों की बीवियों ने मुझे कमरे में ले जाकर हंसी-मजाक किया, कुछ रस्में निभाईं और जाते समय दरवाजा बंद कर गईं.

मैंने शादियों में देखा था कि दोस्त और महिलाएं सुहागरात के समय दरवाजे पर कान लगाकर सुनने की कोशिश करती हैं कि अन्दर क्या हो रहा है.

उस रात मैंने और लतिका ने सिर्फ कुछ बातें कीं, एक-दूसरे को चूमा और सो गए.

हम दोनों ने पहले कभी सेक्स नहीं किया था, बस इसके बारे में जानकारी इकट्ठी की थी.

अगले दिन हम अपने शहर, जहां हम काम करते थे … लौट गए.

उस रात हमारा मिलन होने वाला था हल्का डिनर करने के बाद हम बेडरूम में आ गए.

हम एक-दूसरे को चूमने लगे.
मैं लतिका के चूचे दबाने लगा.

हम दोनों उत्तेजित हो गए.

पता ही नहीं चला कि कब हमने एक-दूसरे के सारे कपड़े उतार दिए.

मैंने लतिका को पहली बार बिना कपड़ों के देखा. मैं उसके चूचे दबाने और चूसने लगा.
लतिका कामुक सिसकारियां ले रही थी- आह … म्म्म.

लतिका ने चित लेटकर अपने घुटने मोड़े और अपनी जांघें फैला दीं.

मैंने अपने लंड पर तेल लगाया और उसके पैरों के बीच घुटनों पर बैठकर लंड को उसकी चूत में डालने लगा.

मुझे छेद नहीं मिल रहा था.
लतिका ने मेरे लंड को पकड़ कर प्यार के छेद पर लगा दिया.

मैंने धीरे से आधा लंड उसकी चूत में डाला.
लतिका ने ‘आह’ करते हुए पलंग के सिरहाने को कसकर पकड़ लिया.

मेरे पूछने पर वह बोली- दर्द हो रहा है!
मैं थोड़ी देर रुका.

जब लतिका ने बताया कि उसे अब दर्द कम हो रहा है … तो मैंने धीरे-धीरे चोदते हुए बाकी लंड अन्दर डाल दिया.

अब लतिका को दर्द के साथ-साथ मजा भी आ रहा था.

कुछ देर बाद मैं उसकी चूत में झड़ गया.
लतिका परिवार नियोजन की गोली ले रही थी.

अगली रात हमने दो बार संभोग किया.
हम साथ बैठकर सेक्स वीडियो देखते और नए-नए आसन आजमाते.

लतिका लंड की सवारी करते समय बिल्कुल नहीं थकती थी.

हमने सेक्स में नयापन लाने के लिए जिमनास्टिक को यौन क्रीड़ा में शामिल करने का फैसला किया.

आप सबने ओलंपिक में जिमनास्टिक प्रतियोगिता देखी होगी, जिसमें प्रतियोगी म्यूजिक के साथ ताल मिलाकर लयबद्ध तरीके से नाचते हुए अपने करतब दिखाते हैं.
ठीक उसी तरह से मैं और लतिका नंगे होकर म्यूजिक के साथ नाचते, एक-दूसरे को चूमते और यौन क्रीड़ा करते.

मैं पलंग पर पैर लटका कर बैठता, लतिका खड़ी होकर पीछे की ओर झुकती, अपना सिर मेरी गोद में रखकर पैर फैला देती.
मैं उसके होंठ चूमता, उसके चूचे दबाता और उसकी चूत पर हाथ फेरता.

कभी लतिका पलंग पर बैठती और मैं वैसे ही झुककर अपना सिर उसकी गोद में रखता.
वह मुझे चूमती और मेरा लंड सहला कर उसे खड़ा करती.

कभी लतिका उछल कर अपने पैर मेरी गर्दन के पीछे फंसाकर उलटी लटक जाती.
मैं उसकी चूत चूसता और वह मेरा लंड चूसती.

अपने लचीले शरीर की वजह से हम कई आसनों में संभोग करते, जो सेक्स वीडियो से भी ज्यादा अच्छे थे.

लतिका की लंबाई मेरे बराबर थी.
वह मेरे सामने खड़ी होकर अपना एक पैर मेरे कंधे पर रख देती और मैं उसकी कमर पकड़ कर चुदाई करता.

शादी के एक महीने बाद स्कूलों में दीवाली की छुट्टियां शुरू हुईं.
दीवाली की छुट्टियों में जिमनास्टिक स्कूल पंद्रह दिन बंद रहता था.

हम दोनों खजुराहो घूमने गए.
वहां के मंदिरों की दीवारों पर विभिन्न आसनों में यौन क्रीड़ा की मूर्तियां थीं.

हम दोनों ने खजुराहो से इन आसनों की छोटी मूर्तियां और फोटो खरीदे.
हमने कामसूत्र की किताब भी खरीदी.

कामसूत्र के आसनों में सिर्फ संभोग के आसन ही नहीं, बल्कि विभिन्न तरीके के चुम्बन और मुख मैथुन के आसन भी शामिल थे.

घर लौटने के बाद हमने खजुराहो की मूर्तियों में दिखाए गए आसनों और कामसूत्र के आसनों में यौन क्रीड़ा शुरू कर दी.

कुछ आसन हम नहीं कर पाए, क्योंकि उनमें अन्य लोगों की सहायता की जरूरत होती थी.

हमने अपने बेडरूम में एक बड़ा आइना और वीडियो कैमरा लगा दिया.
हम यौन क्रीड़ा के समय कैमरे को ऑटोमैटिक वीडियो मोड में डाल देते.

कामकला और जिमनास्टिक के फ्यूजन में यौन क्रीड़ा करते और बाद में वीडियो देखकर उसे और बेहतर करने की कोशिश करते.

मैं खड़ा होता और लतिका गुलाटी मारती हुई आती … वह उछल कर मेरी गर्दन के पीछे हाथ लपेट कर मेरे बदन पर लटक जाती.
वह अपने पैर मेरी कमर पर लपेट देती.
मैं उसे आलिंगन में लेकर लंड उसकी चूत में डाल देता और चुदाई करता

मैं घोड़ा बनकर पलंग पर खड़ा होता और लतिका मेरे कूल्हों की तरफ मुँह करके मेरी पीठ पर बैठ जाती.
फिर वह सामने झुक कर अपने गाल मेरे कूल्हे पर रखती, एक हाथ से मेरा लंड सहलाती और दूसरे हाथ से मेरे कूल्हे पर मारकर चलने का इशारा करती.

मैं चलने लगता जब मेरा लंड पूरी तरह खड़ा हो जाता, लतिका मेरी पीठ से उतर कर घोड़ी बनकर खड़ी हो जाती.
मैं घोड़े की तरह उछल कर अपने हाथ उसकी पीठ पर रखता और उसकी चूत चाटने के बाद चुदाई करता.

एक नया आसन हमने खजुराहो की मूर्ति से सीखा था.
इसमें लतिका उलटी खड़ी होती, उसके पैर आसमान की तरफ और सिर जमीन पर होता.
मैं खड़े होकर उसके पैरों को फैलाकर चुदाई करता.

गांड मारने से पहले गांड को तैयार करने के लिए हमने इंटरनेट पर पढ़ा और ऑनलाइन एक आस प्लग का सैट खरीदा.
यौन क्रीड़ा से पहले लतिका तेल लगाकर छोटा आस प्लग अपनी गांड में डाल लेती.

जब वह यौन क्रीड़ा के दौरान चलती या कमर हिलाती, तो गांड में डले हुए आस प्लग के घर्षण से उसे मजा आता.
चूत चुदाई के समय उसे दोनों छेदों में आनन्द मिलता.

कुछ दिनों बाद जब उसकी गांड थोड़ी ढीली हो गई तो लतिका ने बड़ा आस प्लग लगाना शुरू कर दिया.

जब लतिका को लगा कि उसकी गांड लंड लेने लायक ढीली हो गई है, तब हमने मिशनरी पोजीशन में गांड का उद्घाटन करने का फैसला किया ताकि हम एक-दूसरे को देख सकें और बात कर सकें.

रविवार को हमारी छुट्टी होती थी.
शनिवार की रात चूमाचाटी के बाद लतिका मिशनरी आसन में लेट गई.
उसने अपने पैर छाती की तरफ मोड़ कर पकड़ लिए.

मैंने उसकी कमर के नीचे तकिया लगाया, उसकी गांड में उंगली से तेल को अच्छे से लगाया और अपने लंड पर भी तेल लगाया.
लतिका ने अपनी गांड ढीली छोड़ दी.

मैं धीरे-धीरे उसकी गांड में लंड डालने लगा.
लतिका कराह कर बोली- थोड़ा दर्द हो रहा है.

लंड तो आखिर लंड होता है, आस प्लग से ज्यादा मोटा और गांड फाड़ने वाला अंग.

मैं थोड़ा रुक गया.
कुछ देर बाद उसने कहा- अब दर्द कम है.

मैंने धीमी गति से गांड मारना शुरू किया.
लतिका को अब मजा आने लगा.
मैं रुककर उसकी चूत भी सहला देता.

कुछ देर बाद हम दोनों साथ-साथ झड़ गए.

मैंने लंड को साबुन से धोया क्योंकि अगर नहीं धोया तो गांड के कीटाणुओं से लंड में इन्फेक्शन का खतरा हो सकता है.

बाद में हमने अलग-अलग आसनों में गांड चुदाई का मजा लिया.

किसी दिन चूत चुदाई का कार्यक्रम होता, तो किसी दिन गांड चुदाई का.

कभी मैं पहले चूत चोदता, फिर गांड मारता. सब कुछ आपसी सहमति से होता.

हमारी शादी को एक साल हो गया.
हम अपनी शादी की सालगिरह मनाने अमेरिका के लास वेगास गए.
वहां हम एक एडल्ट शो देखने गए.

शो में स्टेज पर लड़कियां चमकीली ब्रा और पैंटी पहने हुई थीं और पुरुष फ्रेंची पहने थे.

कलाकार म्यूजिक की धुन पर नाचते हुए चुम्बन और संभोग जैसे पोज दे रहे थे.

मैंने लतिका से कहा- लतिका, इससे अच्छा शो तो हम कर सकते हैं. मैनेजर से बात करूँ क्या?

लतिका ने हंस कर कहा- मैं तैयार हूँ बस एक सावधानी लेनी होगी. अगर किसी ने हमारा वीडियो उतार लिया और सोशल मीडिया पर डाल दिया, तो हमें अपने देश में मुश्किल हो सकती है. हम लोग जिमनास्टिक स्कूल चलाते हैं, तुम नौकरी करते हो. बदनामी होगी, स्कूल में बच्चे नहीं आएंगे!

मैं और लतिका शो मैनेजर से मिले और प्रस्ताव दिया कि हम शो करेंगे, लेकिन हमारी पहचान छुपानी होगी.

मैनेजर ने हमें अगले दिन सुबह आकर शो दिखाने को कहा.
उसने बताया कि अगर उनका और सिलेक्शन कमिटी को हमारा शो पसंद आया, तभी हमें रात को शो करने दिया जाएगा.

अगले दिन सुबह हम हाल में गए.
स्टेज पर शो करना था. लतिका ने शॉर्ट्स और स्पोर्ट्स ब्रा पहनी और मैंने शॉर्ट्स के साथ बिना बांह की बनियान.

हमने म्यूजिक के साथ जिमनास्टिक करते हुए पोज बनाए, जैसे हम एक-दूसरे को चूम रहे हों या संभोग कर रहे हों.

मैनेजर और सिलेक्शन कमिटी को हमारा शो बहुत पसंद आया.
उन्होंने हमारे माप लेकर शो के लिए कपड़े दिए.

लतिका के लिए सुनहरी ब्रा और पैंटी और मेरे लिए चाँदी की तरह चमकता फ्रेंची और सामने से खुला बिना बांह का शर्ट.

साथ ही, लतिका को सुनहरा और मुझे चाँदी रंग का चश्मा दिया गया.

यह चश्मा इतना बड़ा था कि कोई हमें पहचान ही नहीं सकता था.
हमने उन कपड़ों में रिहर्सल की.

हमारा शो बीस मिनट का था.
उस रात हमने शो किया.

हमारे पहले दूसरे कलाकारों ने अपने शो पेश किए.

पहली रात का हमारा शो दर्शकों को बहुत पसंद आया.
उसका खूब प्रचार हुआ.

दूसरी और तीसरी रात का शो हाउसफुल रहा.
हमें काफी डॉलर मिले.

चौथे दिन हमें वापस जाना था.
हम दोनों ने तय किया कि कानूनन जितना सोना भारत ले जा सकते थे, उतना सोना खरीद लेंगे. बाकी रकम के डॉलर हमने कसीनो में जीते और मैनेजर की मदद से उसकी रसीद बनवाई, जो हम अपने साथ ले गए.

पिछले तीन साल से हम लास वेगास जाते रहे.
कमाए हुए डॉलर का कुछ हिस्सा घूमने में खर्च करते और बाकी को सोने के गहनों और कसीनो की कमाई दिखाकर अपने साथ ले जाते.

उन पैसों से हमने अपने जिमनास्टिक स्कूल के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर का सामान खरीदा.

सोशल मीडिया पर 19 साल की लड़की की चुदाई की वीडियो

हमारा स्कूल शहर का सबसे बड़ा स्कूल बन गया.
मैंने नौकरी छोड़ दी और अब लतिका के साथ स्कूल चला रहा हूँ.

अगले सालों में भी हम गर्मी की छुट्टियों में लास वेगास जाएंगे और दुनिया घूमेंगे.

आपको यह कामसूत्र पोजीशन आसन कहानी कैसी लगी?
कृपया मेल पर बताएं.
मेल भेजते समय कहानी का नाम जरूर लिखें क्योंकि मैंने कई कहानियां लिखी हैं.
आपका रतन दत्त
[email protected]

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