बड़े लौड़े से चुदवाकर गर्भाशय का मुँह खुलवाया-1
(Multiple Sex Ki Kahani)
मल्टीपल सेक्स की कहानी में मैं शादी से पहले अनगिनत लंड से चुद कर कई बार गर्भपात करवा चुकी थी. शादी के बाद मेरे औलाद नहीं हो रही थी. डॉक्टर ने मुझे बड़े लंड से चुदने को कहा.
हैलो मेरी चूत के दीवानों कैसे हो आप सब!
उम्मीद करती हूँ कि आप लोग रोज़ाना किसी न किसी रंडी, भाभी, आंटी की गर्म चूत में अपने-अपने लंड की सिकाई कर रहे होंगे.
इसी उम्मीद में आपके गठीले लौंडों की प्यासी मैं ज़ेबा अत्तार अपने रसभरे चूचों को मसलते हुए आदाब करती है.
ये सेक्स कहानी शीला भाभी की है, जो मुझे ईमेल के ज़रिए मिली है.
तो आइए शीला की ही जुबानी इस मल्टीपल सेक्स की कहानी का मजा लेते हैं.
मेरे प्रिय पाठको, नमस्ते … इस कहानी में आप मेरी मजबूरी को अच्छे से समझ पाएंगे.
इसलिए मैं सीधे कहानी को शुरू करती हूँ.
मेरा नाम शीला तंवर है, उम्र 43 साल है और मैं ऊंटी की रहने वाली हूँ.
मैं एक गदराए जिस्म की मालकिन हूँ.
मेरे नर्म रसीले दूधिया मम्मे 38 इंच के गोल खरबूजे जैसे हैं, जिन्हें कई मर्दों ने मसल-मसल कर इतने बड़े किये हैं.
मेरे कसे हुए मादक चूतड़ 40 इंच के हैं चूत और चूतड़ों के नीचे केले के पेड़ जैसी चिकनी मलाईदार गोरी सुडौल मांसल जांघें हैं, जिनके बीच अक्सर कोई न कोई मर्द उल्टा पड़ा रहता है.
मैं हमेशा बगलों के बाल एकदम साफ रखती हूँ और चूत के बालों को अलग-अलग शेप में सजाती रहती हूँ.
मैं अपनी चूत और गांड में नए-नए लौड़े ठंडी करवाती रहती हूँ.
तो अब आप समझ गए होंगे कि मैं एक शादीशुदा संस्कारी रंडी हूँ.
मेरी शादी को 17 साल हो चुके हैं और मेरा एक बेटा है जो 9 साल का है.
मेरे पति सिद्धार्थ 47 साल के हैं.
वे एक गर्म कपड़ों की मिल में मैनेजर हैं.
मेरी शादी 25 साल की उम्र में हुई थी. मैं पढ़ने में इंटेलिजेंट थी और आज मैं एक आर्किटेक्ट भी हूँ.
बचपन से ही मैं हेल्थी थी और 20 साल तक तो मेरी कद-काठी सोनाक्षी सिन्हा या ज़रीन खान जैसी हो चुकी थी.
मेरा गदराया बदन देखकर हाई स्कूल से लेकर कॉलेज तक सभी लड़के मुझे लाइन मारते थे.
मेरा गोरा गदराया बदन, मोटी गोल चूचियां, सुडौल गांड देखकर सभी के लौड़े मुझे सलामी देते थे.
कॉलेज में ही मेरे मम्मे 34D इंच के हो चुके थे और गांड भी 36 इंच की हो चुकी थी.
यह बात 12वीं क्लास से शुरू हुई थी.
या सही शब्दों में कहूँ तो 12वीं क्लास में मैंने अपनी चूत की सील तुड़वा ली थी.
फिर लंड का स्वाद ऐसा लगा कि दर्जनों लौड़े मैंने अपनी चूत में डुबो दिए.
मेरी शादी होने तक मैंने 126 लौड़े अपनी चूत व गांड में निचोड़ लिए थे.
मेरी इसी अय्याशी के चलते शादी से पहले ही मैं 6 बार प्रेग्नेंट हो चुकी थी और छहों बार एबॉर्शन करवा चुकी थी.
बार बार एबॉर्शन करवाने के बाद मुझे क्या दिक्कत हुई और यह दिक्कत किस तरह से मेरे लिए मस्ती का सबब बनी, वही लिख रही हूँ.
यह बात शादी के बाद की है.
मैं और मेरे पति हनीमून पर स्विट्ज़रलैंड गए थे.
वहां हमने बेतहाशा चुदाई लीला की.
वापस आने के बाद भी मेरे पति मुझे रोज़ाना चोदते थे.
ऐसे ही दो साल मस्ती में गुज़र गए.
फिर एक दिन मेरी सास मेरे पास आईं और बोलीं- बहू अब मुझे पोते का चेहरा दिखा दे और इस घर को एक वारिस दे दे.
वे यह कहकर वह चली गईं.
रात को मैंने सिद्धार्थ से ये सब कहा.
तब उन्होंने कहा- क्यों नहीं, चलो अब हम दोनों बच्चा प्लान करते हैं. इसकी शुरुआत आज से ही करते हैं.
उस रात सिद्धार्थ ने मुझे बहुत कठोरता से किसी घोड़ी की तरह चोदा और जब तक उनके लौड़े से रस मेरी चुत मे नहीं टपक जाता, वे मेरे ऊपर से नहीं उतरते थे.
मेरे पति मुझे रोज़ाना इसी तरह से चोदते रहे.
वे रोजाना मेरी चूत के कुंए को अपने लंडरस से रोज़ कई कई बार भर देते थे.
ऐसे ही चुदाई करते-करते 3 महीने गुज़र गए.
मगर मैं प्रेग्नेंट नहीं हुई.
ऊपर से सासू मां का रोज़ाना मुझसे कहना मेरी झांटों में आग लगा देती थी कि पोते की शक्ल दिखा दे.
ये सुन-सुनकर मैं परेशान हो गई.
चुदाई भी भरपूर हो रही थी, तब भी मैं पेट से नहीं हो पा रही थी.
चूंकि मैं शादी से पहले छह बार पेट से हो चुकी थी तो यह तो तय था कि मेरी चुत से भरपूर पैदावार की जा सकती है.
समस्या पति के लंड में नहीं थी क्योंकि मैं उनके लौड़े से चुदवा कर संतुष्ट हो जाती थी.
बात सिर्फ पति के वीर्य में हो सकती थी.
तब मैं और मेरे पति एक लेडी डॉक्टर के पास गए और जांच करवाई.
हम दोनों की जांच 3 दिन बाद आने वाली थी तो हम लोग घर वापस आ गए और जांच का इंतज़ार करने लगे.
दूसरे दिन पति को बाहर जाना पड़ा.
वे मुझसे कहकर गए- तुम जाकर जांच की रिपोर्ट ले आना.
मैं तीसरे दिन जांच लेने पहुंची और डॉक्टर से मिली.
तब डॉक्टर ने जांच देखकर कहा- तुम्हारे पति का वीर्य बहुत अच्छा है, उसमें कोई कमी नहीं है बल्कि काफी बार एबॉर्शन की वजह से तुम्हारी ब/च्चेदानी का मुँह सूख गया है. बस इसलिए तुम मां नहीं बन पा रही हो.
ये सुनकर मेरे होश उड़ गए और मैंने डॉक्टर से रिक्वेस्ट की कि यह सब जांच में नहीं लिखें बल्कि इसको उल्टा लिखें ताकि मेरे पति को कोई शक न होने पाए.
मैंने डॉक्टर को यह बोला और इसके बदले में मैं उसको पैसे देने को भी तैयार हो गई.
तब डॉक्टर ने मुझसे दस हजार रुपए मांगे.
मैंने तुरंत पैसे दे दिए.
अब डॉक्टर ने रिपोर्ट बदल दी और सारा दोष पति पर डाल दिया कि उसके वीर्य में दम नहीं है. वह कभी भी किसी औरत को प्रेग्नेंट नहीं कर सकता.
जब मैंने ये बात पति को बताई तो वे उदास हो गए और कुछ नहीं बोले.
मैंने कहा- क्यों न हम बेबी ट्यूब का सहारा लें!
उन्होंने मुझसे कहा- नहीं मुझे ब/च्चे के लिए वह सब तरीके अख्तियार करना पसंद नहीं हैं.
दूसरे दिन मैं वापस डॉक्टर के पास गई और डॉक्टर से कहा- मुझे प्रेग्नेंट होना है, कैसे भी कोई तो इलाज होगा!
डॉक्टर तो मेरी असलियत जानती थी इसलिए उसने मुझसे कहा कि एक तरीका है, जिससे तुम प्रेग्नेंट हो सकती हो. उसके लिए तुमको राजी होना पड़ेगा.
मैंने कहा- मैं कोई तरीका आज़माने के लिए तैयार हूँ.
तब डॉक्टर बोली- किसी ऐसे आदमी के साथ सेक्स करो, जिसका लौड़ा 10 इंच का हो. अगर 10 इंच के लौड़े वाला मर्द तुम्हें कुछ दिन हचक कर चोदे तो तुम्हारी ब/च्चेदानी का मुँह खुल जाएगा और तुम हमल से हो जाओगी. वर्ना आईवीएफ के अलावा कोई दूसरा इलाज नहीं है.
यह सुनकर मेरे मन में गुदगुदी हुई कि दस इंच का लंड मेरी चुत में जाएगा.
मैं मन ही मन खुश होती हुई घर वापस आ गई और सोचने लगी कि अब क्या करूँ.
दो दिन बाद मुझे आइडिया आया.
मैंने सोचा कि अपने पुराने जितने भी बॉयफ्रेंड हैं, उनमें दो बॉयफ्रेंड्स का लौड़ा काफी बड़ा था. उनसे फिर से चुदाई करवा कर देखती हूँ.
अब मैंने उन दोनों मादरचोदों को कॉल किया और उन दोनों को मेरी प्रॉब्लम बताई.
वे दोनों मेरी प्रॉब्लम को सॉल्व करने के लिए राज़ी हो गए … और होते भी क्यों नहीं … उन दोनों हरामजादों को बिना कंडोम चोदने के लिए चूत मिल रही थी.
बस फिर क्या था … मैंने अपने उन दोनों हरामजादे दोस्तों को एक साथ होटल में बुलाया और अपने आप को उनके हवाले कर दिया.
वे दोनों पागल कुत्ते की तरह मुझ पर टूट पड़े और मेरा अच्छे से चोदन संस्कार किया.
मैं भी काफी दिनों बाद लंबे लंबे लौड़ों से चुदवा कर मस्त हो गई.
उन दोनों ने मल्टीपल सेक्स करके बारी-बारी से लंड की गर्म खीर मेरी चूत में भर दी.
उन दोनों के साथ मैंने एक महीने से ज़्यादा चुदवाया मगर मैं प्रेग्नेंट नहीं हुई.
अब मैंने उन दोनों की गांड पर लात मारी और भगा दिया.
मैं फिर से उदास हो गई और सोचने लगी कि दस इंच का कोई और मूसल लंड कहां से खोजूं!
मैं सारे सारे दिन बस यही सोचती रहती थी और रात को पति से चुदवाती रहती थी.
इसी तरह से 3 महीने और निकल गए.
एक दिन मैं मॉल में शॉपिंग कर रही थी, तो मुझे वहां मेरी सहेली सुनीता मिली.
हम दोनों काफी टाइम के बाद मिल रहे थे तो हमें बातें करते-करते एक घंटा हो गया.
बातों ही बातों में मैंने उसके बारे में पूछा और अपने बारे में सब बताया … साथ ही मेरी प्रॉब्लम भी बताई.
सुनीता मेरे साथ स्कूल से लेकर कॉलेज तक में थी और वह मेरे चरित्र के बारे में जानती थी कि मैं कितनी बड़ी छिनाल हूँ.
तब उसने कहा कि उसका पति बहुत अच्छी चुदाई करता है और उसके पति का लंड भी दस इंच से ज़्यादा बड़ा है.
उसके पति ने 4 साल में 2 गबरू बेटे पैदा कर दिए हैं और तीसरे की तैयारी है.
उसने यह भी कहा कि वह अपने पति को कुछ दिनों के लिए मुझे दे सकती है, क्योंकि फिलहाल वह प्रेग्नेंट है और चुदाई नहीं करवा रही है.
ये सुनते ही मैंने बिना सोचे-समझे सुनीता को हां बोल दिया.
तब उसने मुझे उसके पति के मोबाइल नंबर दिया और कहा कि वह अपने पति को समझा देगी और तेरे पास मेरे पति का कॉल आ जाएगा.
उसने मेरी एक फोटो अपने मोबाइल में ली और चली गई.
अब मैं सुनीता के पति के फोन का इंतज़ार करने लगी.
दो दिन बाद एक फोन आया.
उसने कहा- मैं सुनीता का पति योगेश बोल रहा हूँ क्या आप शीला बोल रही हैं?
मैंने कहा- जी हां!
उसने कहा- सुनीता ने मुझे सब कुछ बता दिया है और मैं आपकी मदद करने के लिए तैयार हूँ.
तब मैंने कहा- हम लोग कहां पर मिलेंगे?
उसने मुझे अपने घर आने के लिए बोला- सुनीता को तो सब मालूम ही है, तो आप मेरे घर ही आ जाओ.
मैंने कहा- हां सुनीता को पता तो होगा, लेकिन उसको कोई प्रॉब्लम तो नहीं होगी?
तब योगेश ने कहा- नहीं कोई प्रॉब्लम नहीं है, आप कल मेरे घर पर आ सकती हैं.
फिर मैंने कहा- ठीक है, मैं आ जाऊंगी.
अगर मैं कार से जाती तो सुनीता का घर मेरे घर से 40 मिनट की दूरी पर था.
दूसरे दिन मैं नहा-धोकर सुनीता के घर पहुंची.
तब उसने मुझे उसके पति से मिलवाया और चाय पिलाई.
कुछ देर में उसका पति उठकर रूम में चला गया.
सुनीता ने मुझे कुछ बातें बताई और कहा- योगेश ऊपर वाले कमरे में है. अब तुम उसके पास जाओ और चुदवा लो.
मैं ऊपर वाले रूम में पहुंची.
योगेश उस वक्त सिर्फ पजामा पहने हुए लेटा था.
योगेश की छाती मेरे पति से काफी बड़ी थी और वह काफी लंबा चौड़ा मर्द था.
मुझे देखकर वह बोला- आओ भाभी, इसे अपना ही घर समझो व मुझे अपना ही पति समझो .. बस आराम से मेरे पास आ जाओ और दरवाज़ा बंद कर दो.
उसके मुँह से ‘अपना ही पति समझो’ सुन कर मेरी चुत में एकदम से पानी आ गया.
मैं मस्त तो थी ही, योगेश जैसे मर्द के साथ चुदने को मचल उठी.
दोस्तो, इस सेक्स कहानी के अगले भाग में आपको बताऊंगी कि किस तरह से अपनी सहेली सुनीता के पति योगेश के लौड़े से चुदाई का मजा लिया और क्या क्या हुआ.
आप मेरी इस मल्टीपल सेक्स की कहानी के लिए अपने कमेंट्स जरूर भेजें.
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मल्टीपल सेक्स की कहानी का अगला भाग:
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