मिशन चुदाई- 5
Xxx वाइफ सेक्स स्वापिंग कहानी में जीजू से चुदने के बाद साली ने अपने पति को अपनी बहन के स्वप्पिंग के खेल के बारे में बताया, उसे भी अदल बदल कर चुदाई के लिए उकसाया.
कहानी के चौथे भाग
बहन के सामने चुद गयी जीजू से
में आपने पढ़ा कि रीमा अपने जीजू से अपनी बहन के साथ थ्रीसम सेक्स करते हुए चुद गयी थी.
अब आगे Xxx वाइफ सेक्स स्वापिंग कहानी:
हरीश की फ्लाइट आने को थी.
उसे वापिस लुधियाना जाना था.
रास्ते भर रीमा हरीश को छेड़ती रही.
वो बहुत एक्साइटेड थी हरीश को स्वैप सेक्स के बारे में बताने के लिए.
हरीश को भी तीन दिनों से चूत चोदने को नहीं मिली थी तो उसका मन भी मचल रहा था.
रात को बेड पर रीमा ने जानबूझकर एक फोरसम सेक्स की मूवी लगाई.
वो चाहती थी कि हरीश इस बारे में कुछ बात करे.
पर आज तो हरीश को चोदने की जल्दी थी.
रीमा ने पूछा- क्यों वहां नहीं मिली कोई चोदने को?
हरीश बोला- तेरे बिना चुदाई का मजा कहाँ आता है!
रीमा बोली- इसका मतलब कि अगर मैं होती तो तुम किसी और को भी चोद लेते.
हरीश बोला- अगर तू किसी पठान के मोटे लंड को लेने को तैयार हो जाती तो मैं भी किसी हसीना को चोद लेता.
रीमा ने अब उसका लंड अपनी चूत में लेते हुए कहा- सच बड़ा मजा आता तब तो. आज तुम मेरी चुदाई ये सोच कर करो कि तुम किसी अरेबियन हसीना को चोद रहे हो. वो तो बहुत सुंदर होती हैं.
अब तो हरीश की चुदाई की स्पीड बढ़ गयी.
उसके दिमाग में तो बेले डांसर की लचकती गांड और मम्मे आ रहे थे.
आज हरीश जल्दी ही खलास हो गया.
रीमा का हुआ नहीं था.
वो झगड़ी- इतनी जल्दी क्यों कर दिया. अब मैं क्या करूं? काश सच में कोई पठान होता तो उसका लंड तो तुमसे दोगुणा मोटा होता और वो देर तक मुझे चोदता.
हरीश हंसा- बोल तो ऐसे रही है जैसे तू कर ही लेती?
रीमा बोली- अगर तुम कर लेते तो मुझे क्या दिक्कत है. कर तो तुम्हारी मर्जी से ही रही हूँ.
हरीश बोला- मेरी मर्जी होगी तो तुम किसी से भी चुद लोगी?
रीमा बोली- हाँ, पर तुम भी किसी और की चोदोगे तो!
ये सुन कर हरीह के लंड में दोबारा तनाव आ गया.
रीमा बोली- अगली बार जब तुम कहीं बाहर जाओगे तो मैं भी चलूंगी. सुना है, मसाज पार्लर में ऐसा होता है कि पति पत्नी को अदल बदल कर चुदाई मिल जाती है मसाज के साथ.
हरीश हंसा- सीमा ने तेरा दिमाग खराब कर दिया है. पिछले दिनों कमल भी कुछ ऐसी बकवास कर रहा था.
रीमा ने उसके मुंह में अपने मम्मे ठूंसते हुए कहा- ये बकवास नहीं सच है. किसी से न कहो तो एक राज की बात बताऊँ? सीमा और अशोक जीजू भी शायद अपने किसी दोस्त के साथ अदल बदल वाला खेल खेलते हैं. पक्का तो मुझे नहीं मालूम, पर सीमा की बातों से मुझे ऐसा लगा. और फिर इसी बातें किसी को बतायी थोड़े ही जाती हैं. चुपचाप मजे कर लिए जाते हैं.
उसकी बात पूरी होते होते हरीश का लंड दोबारा तन गया और उसने रीमा की टांगें चौड़ाकर सेकंड राउंड की शुरूआत करी.
अबकी बार रीमा उसे उकसा रही थी- जल्दी मत झड़ जाना. वरना रेखा नाराज हो जायेगी. देखो कमल तो कितनी स्पीड से चोद रहा है मुझे!
हरीश का दिमाग घूम गया कि ये कमल और रेखा कहाँ से आ गये.
पर रेखा का नाम सुन कर उसकी स्पीड बढ़ गयी.
उसने भी एक जबरदस्त चुदाई को अंजाम दिया.
काम निबटाकर हरीश ने रीमा से पूछा- ये हमारे बेड पर कमल और रेखा कहाँ से आ गए?
रीमा बोली- कहाँ से आये और कहाँ गए, इसे छोड़, यह बताओ कि चुदाई में मजा आया न?
हरीश बोला- हाँ यार, मजा बहुत आया.
रीमा बोली- कमल ने आज मेरी तो चोद-चोद के मजा दिला दिया.
दोनों हंस पड़े और लिपट कर सो गए.
अगले दिन दोनों बहुत खुश उठे.
रीमा ने हरीश से कहा- अगर रात को कोई जरूरी काम न हो तो मूवी चलें? और डिनर भी बाहर लेंगे.
हरीश बोला की दोपहर बाद बताता हूँ.
दोपहर हरीश की हाँ के बाद रीमा ने रेखा से भी बात कर लीं.
हाल में बॉक्स वाली सीट लीं.
ये चारों ही थे.
मूवी भी काफी हॉट थी. हरीश और कमल इधर उधर बैठे थे, रीमा और रेखा बीच में थीं.
रेखा की पहल पर हाल में बदमाशी तो खूब हुई.
इंटरवल में हरीश और कमल बाहर कुछ लेने गए तो रेखा ने सीमा से आपस में सीट बदल लीं.
अब अँधेरे में जब ये दोनों वापिस आये तो कमल का हाथ टटोलते हुए रीमा के मम्मों पर लगा तो वो चौंक गया.
रेखा और रीमा दोनों हंस दीं.
कमल बोला- चुपचाप सीट बदलो.
रीमा ने उसका हाथ पकड़ते हुए कहा- हम सीट तो नहीं बदल रहीं, तुम हाथ लगा सकते हो.
झेंप कर कमल ने हाथ छुड़ा लिया.
पर मूवी में चारों की आपस में चुहलबाजियाँ चलती रहीं.
डिनर लेकर घर आते काफी लेट हो गए.
अगले दिन रीमा ने रेखा को घर बुलाया.
कमरे में इधर उधर की बात करने के बाद रीमा ने उससे पूछा- तुझे Xxx वाइफ सेक्स स्वापिंग का अंदाज है कुछ?
रेखा हंस दी, बोली- कमीनी, तेरे मन में क्या चल रहा है? रात को कमल ने मेरी चूत का भोसड़ा बना दिया. मैंने बस इतना ही पूछा था की रीमा के मम्मे पसंद आये क्या. वो तो रात भर मुझे तू समझ कर चोदता रहा है.
रीमा ने उसे चूमते हुए कहा- एक राज की बात बताऊँ, मेरा शक है कि सीमा और जीजू अपने एक दोस्त के साथ अदल बदल कर सेक्स करते हैं. वो चारों आपस में बहुत मस्ती करते हैं. किसी को कुछ नहीं मालूम. वो तो मैं रात को रुकी थी, तो कमरे से आती आवाजों से शक हुआ. डोर लॉक था और सुबह किसी ने कुछ बताया नहीं. पर मेरा शक पक्का है कि अदल बदल कर चुदाई कर रहे थे. अगर तू तैयार हो तो हम लोग ट्राई करें?
रेखा बोली- तू पागल हो गयी है. ये सब बाते मूवीज में होती हैं या हाई सोसाइटी में. किसी को पता चल गया तो क्या होगा? और पता नहीं हरीश या कमल चाहेंगे या नहीं.
रीमा बोली- हरीश तो तैयार है. उसका लंड तो तेरा नाम सुनकर ही खड़ा हो जाता है.
दोनों हंस पड़ी ये सुनकर.
रेखा ने रीमा का हाथ पकड़ कर कहा- मुझे सोचने दे और मैं एक दो दिन में कमल की नब्ज चेक करके तुझे बताऊंगी. क्या राजेश और रचना को भी शामिल करना है?
रीमा बोली- उन्हें क्यों?
रेखा मुस्कुराते हुए बोली कि एक बार वो और राजेश बहक गए थे. हम लोग रोज व्हात्सप्प पर चैट करते, घंटों बात करते फोन पर. मौक़ा मिलने पर चूमा चाटी भी हो जाती. पता नहीं कैसे रचना को शक हो गया. उसने बजाये शिकायत करने के, मुझसे नजदीकी बढ़ा ली. हम दोनों लेस्बियन हो गई. फिर जब उसने कहा कि वो चाहती है कि हम चारों सेक्स करें, तो मुझे होश आया क्योंकि कमल तैयार नहीं होता. तो हमने अपने को रोक लिया. फिर तुम लोगों से दोस्ती हुई तब से सब नार्मल है. पर हाँ राजेश बहुत अच्छा आदमी है और रचना बहुत सलीकेदार. कोई दिक्कत नहीं होगी, अगर हमारे हसबेंड्स तैयार हैं तो.
ये तय हुआ कि पहले रेखा कमल से बात करे, फिर रचना और राजेश से.
अब बातें कुछ ऐसे बनी कि सब की हाँ हो गयी.
अब सवाल आया कि कहाँ किया जाए.
पहली बार में समय काफी चाहिए था.
राजेश के फ्लैट पर देर रात तक रुकने में हरीश और कमल के घर वाले पूछ सकते थे.
इसका हल भी रचना ने निकाला.
उसने मसूरी का प्रोग्राम बनाया दो रात का.
कमरे भी तीन बुक कर लिए.
तीनों लड़कियों ने जाने से पहले पूरा दिन पार्लर में निकाला जैसे वो हनीमून पर जा रही हों.
हरीश के पास बड़ी गाड़ी थी, जिसमें छह लोग आ जाते.
ड्राइवर को नहीं लिया.
तय तारीख को सुबह ही तीनों जोड़े निकल लिए.
सभी ने शोर्ट ड्रेस पहनी थीं.
सारा प्रोग्राम रेखा ने बनाया था.
उसने लड़कियों को बोल दिया की पूरे ट्रिप में कोई ब्रा-पैन्टी नहीं पहनेगी.
पैन्टी न पहनने के लिए रीमा तैयार नहीं हुई तो सिर्फ पैन्टी पहनने की बात हुई, ब्रा कोई नहीं पहनेगी.
इसी तरह लड़कों को भी कमल ने कह दिया की वे बरमुडा या शॉर्ट्स के नीचे अंडरवियर नहीं पहनेंगे.
गाड़ी में बियर और सिगरेट हरीश ने पहली ही रखवा ली थीं.
रेखा और रीमा घर से तो सलवार सूट पहन कर आई थीं पर रचना के फ्लैट में उन्होंने भी फ्रॉक पहन लीं.
फ्लैट में रचना और रेखा ने सबको कुछ बात साफ़ साफ़ कह दीं.
सभी को मालूम है कि हम मस्ती के लिए जा रहे हैं और एक नया तजुर्बा करना चाहते हैं, जिसके लिए सभी न अपने मन से हाँ कही है. किसी पर कोई जोर जबरदस्ती नहीं नहीं.
अगले तीन दिन कोई किसी से जबरदस्ती नहीं करेगा, किसी को कोई बात अच्छी नहीं लगेगी तो कोई दबाव नहीं दिया जाएगा उस पर, पर कोई किसी की बात का बुरा नहीं मानेगा.
पब्लिक प्लेस पर सभी तहजीब के दायरे में रहनेगे.
कमरे में तमीज तहजीब का कोई काम नहीं होगा.
सब हंसे उसकी इस बात पर.
सबने हाँ किया कि सब तैयार हैं इस मस्ती के लिए.
आखिरी बात रीमा ने कही- गाड़ी में कौन किसके पास बैठेगा, इस पर किसी का कोई जोर नहीं. जो लड़की जिस लड़के के पास जगह मिले बैठ ले या अपने मन से बैठ ले.
रास्ते में उतरने पर सीट बदलती रहेंगी. बियर और सिगरेट से किसी को कोई परहेज नहीं होगा. बोलो मंजूर?
सबने शोर करके कहा- मंजूर.
अब गाड़ी चल पड़ी.
शहर से बाहर निकलते ही गाड़ी में धमाल शुरू हो गया.
नॉन वेज जोक्स तो ऐसे चल रहे थे जैसे गाड़ी तेल से नहीं इन्ही जोक्स से चल रही थी.
सबके हाथ में बियर की केन और सिगरेट थीं.
लड़के हैरान थे कि इन लड़कियों को ये बियर और सिगरेट किसने पीनी सिखाई.
पर सब खुश थे.
गाड़ी हरीश चला रहा था. उसके पास रेखा बैठी थी.
हरीश के हाथ बार बार उसकी नंगी जाँघों पर मचल रहे थे.
रेखा उसे झटक रही थी- चुपचाप गाड़ी चलाओ.
पीछे की सीट पर राजेश और रीमा थे जो सबसे ज्यादा हल्ला मचा रहे थे और बात बात पर चूमा चाटी हो रही थी.
सबसे पीछे की सीट पर रचना और कमल थे.
पीछे होने से सबसे ज्यादा फायदा तो कमल ही उठा रहा था.
बार बार रचना की आवाज आती- अरे यहाँ नहीं, होटल पहुँचने दो.
यानी कमल बार बार वाघा बोर्डर क्रॉस कर रहा था.
आखिरकार रचना उठी और कमल की और मुंह करके उसकी गोदी में चढ़ गयी और उसके होंठों से होंठ भिड़ा दिए.
ये देख सबने खूब हूटिंग की.
वो तो रेखा ने ऐनाउन्स कर दिया की चलती गाड़ी में कोई फिजिकल नहीं होगा, वरना हरीश से गाड़ी नहीं चलेगी.
रास्ते में लंच लेकर गाड़ी आगे बढ़ी.
अब ड्राइविंग राजेश कर रहा था.
सबने तय किया कि अगर मस्ती ज्यादा हुई तो रात तक भी मसूरी नहीं पहुंचेंगे.
इसलिए अब आगे राजेश के साथ कमल बैठा और पीछे की सीट पर तीनों लड़कियां और सबसे पीछे अकेला हरीश.
दोपहर बाद तक सब लोग होटल पहुँच गए.
तीनों के कमरे बगल बगल में थे.
दो कमरे तो अंदर से मिले हुए थे.
तीनों जोड़ों ने अपने अपने कमरे में चेक इन किया और एक घंटे बाद बाहर लॉबी में मिलने का तय करके रूम में चले गये.
रचना ने सब लड़कियों को कह दिया- एक घंटे आराम कर लेना, कोई चुदाई में मत लग जाना, वरना रात का मजा खराब हो जाएगा.
एक घंटे बाद तीनों जोड़े नीचे माल रोड पर थे.
हंसी मजाक और लिपटा लिपटी से मस्त सबने बड़ा अच्छा समय व्यतीत किया.
सबके मन में होटल वापिस जाकर चुदाई का खेल खेलने की इच्छा जोर मार रही थी.
डिनर लेकर रात 9 बजे तक सब लोग वापिस होटल आ गए और सभी रचना और राजेश के रूम में इकट्ठे हुए.
रचना ने अपना तय किया प्रोग्राम सबको बताया कि सब जोड़े पंद्रह मिनट बाद यहीं इकट्ठे होंगे.
जैसा हम लड़कियों ने पहले ही तय कर लिया था हम अपने साथ लायी नाईट ड्रेस पहन कर आएँगी और ऊपर से गाउन पहन कर आएँगी.
जो जैसा प्रोटेक्शन यूज़ करते हों, वो साथ लायेंगे.
हम लोग यहीं नए जोड़े बनायेंगे और फिर नयी जोड़ी अपने अपने कमरे में चली जायेगी.
सुबह 8 बजे यहीं सब मिलेंगे.
एक बात जो रचना ने गंभीर होकर कही वो ये थी कि आज हम लोग एक नयी रिलेशनशिप में आ रहे हैं. सभी को सभी की इज्जत करनी होगी, सेक्स के दौरान नरमी और प्यार का भाव रखना होगा, अपशब्द नहीं बोले जायेंगे और इस टूर के बाद कभी यदि आपस में पति पत्नी की सहमति बनी तो ये दोहराया जाएगा वरना नहीं.
सभी सहमत थे.
Xxx वाइफ सेक्स स्वापिंग कहानी का मजा लेते रहें.
अपने कमेंट्स लिखते रहें.
Xxx वाइफ सेक्स स्वापिंग कहानी का अगला भाग:
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