छोटे भाई की बीवी की बहन की चूत की चुदाई

(Chhote Bhai Ki Biwi Ki Bahan Ki Choot Ki Chudai)

चन्दन टीनू 2017-09-27 Comments

अन्तर्वासना के सभी पाठकों को चन्दन का नमस्कार!
आप सभी ने मुझे जितना सराहा है उसके लिये मैं आप सभी पाठकों का हार्दिक आभार व्यक्त करता हूँ।

मेरी पहली
सेक्सी कहानी जेठ का महीना
जिसमें मैंने बताया था कि कैसे मानिने अपने छोटे भाई की बीवी की चूत की चुदाई की. आप सभी ने पसंद की ओर मुझे जो इतने मेल आये उन सभी का मैंने यथा संभव उत्तर दिया है।
मेरी हर कहानी सच्ची ही होगी, यह मैं आपको विश्वास दिलाता हूँ।
मेरी पहली कहानी में मैंने अपने बारे में नहीं बताया, उसके लिये माफी चाहूँगा।

मैं चन्दन हरियाणा के रेवाड़ी जिले का रहने वाला हूँ। मेरी हाइट 5’10” रंग साफ, स्मार्ट और अच्छे व्यक्तिगत वाला लड़का हूँ।
मुझसे हर इंसान आकर्षित हो जाता है। ज्यादा न बताते हुए अपनी कहानी शुरु करता हूँ!

मीना से मेरा सम्बन्ध लगातार जारी था कि तभी जिंदगी में एक रोमांटिक मोड़ आया। मीना की छोटी बहन सोनू जो मीना से 5 साल छोटी थी और उसकी शादी को लगभग एक साल हो गया था। उसका पति फौजी था, वो अपनी बहन के पास दो सप्ताह साथ रहने आ गई।

सोनू का बदन बहुत ही कामुक था, उसका फिगर 36-32-36 और 5’7″ लंबी थी, जो भी उसको देखता था उसका पानी पैंट में ही निकल जाता था.
जब मैंने पहली बार उसको देखा तो मेरा भी खड़ा हो गया, मैंने तभी सोच लिया कि इसको चोदना जिंदगी का सबसे बड़ा सुख होगा।

फिर मैं सोनू को चोदने के मौके ढूंढने लगा। भगवान ने जल्दी सुन भी ली मेरी।

शाम को मीना मेरे पास आई और किस किया और बोली- अब इंतजार करो जब तक सोनू ना जाए।
मैंने कहा- यार, मैं तो मर जाऊंगा।
मीना बोली- तुमने मेरी भी आदत तो बिगाड़ दी है पर अब कुछ दिन शायद मन मारना पड़ेगा।
मैंने पूछा तो मीना बोली- अब मौका नहीं मिलेगा।
तो मैंने कहा- तू बोले तो सोनू को पटा के चोद देता हूँ।
मीना ने कहा- तुझे झेलने में मेरी हालत पतली हो जाती है, सोनू तुझे नहीं झेल पाएगी। और अभी उसकी चूत की चुदाई ज्यादा नहीं हुई है।
फिर मीना बोली- सब्र कर, कुछ करती हूँ।

दूसरे दिन सुबह मैं ओर सोनू दोनों नाश्ता कर रहे थे, तो मैंने मजाक में बोल दिया- यार सोनू, तू मेरी भी साली लगती है और साली आधी घर वाली होती है।

यह बात सुन के सोनू ने नजर नीची कर के मुस्करा दी। मैंने सोचा कि ये तो गई बस… अब जल्दी ही नीचे आ जायेगी।
फिर सोनू बोली- दीदी, जब मैं छह महीने पहले आई थी तब आप के चेहरे पे फुंसियां थी. अब तो आप कयामत ढा रही हो, जरूर कोई बात है जो आप मुझसे छिपा रही हो। ये सब कैसे हुआ?
इस पर मीना कुछ सोच कर बोली- तुम खाना खाओ बस!

मैं भी खाना खाकर अपने काम पे चला गया।

रात को मैं डबल बैड पर अकेला सोता था, घर में चारपाई की कमी थी तो मीना बोली- सोनू तू चारपाई पे सो जा, मैं बेड पर एक कोने में बच्चे के साथ सो जाती हूँ.
पर सोनू बोली- नहीं जीजी, मैं ही बैड पर सो जाऊँगी, आप तकलीफ मत लो।
बेचारी मीना और मेरे अरमानों पर पानी फिर गया।

देर रात तक वे दोनों दूसरे कमरे में बात करती रही और मैं आप के कमरे में आकर सो गया।

रात को मैं भी मुठ मार के सो गया तो कुछ देर बाद मुझे महसूस हुआ कि कोई मेरे लंड को सहला रहा है।
मैंने सोचा कि मीना है शायद… पर मैं गलत था, ये तो कामदेव मुझ पर मेहरबान हो गए।

मेरे लंड पे सोनू का हाथ था. मैंने एक बार उसके हाथ को हटा दिया तो थोड़ी देर तो वो दूर रही परन्तु जल्दी ही वो मेरे पास हो गई अब उसकी साँसें मेरी सांसों से टकरा रही थी।
मेरी नियत खराब होने लगी, मैंने बहुत कन्ट्रोल किया परन्तु जब उसने मेरे होंठों पे चुम्बन किया तो मैं पिघल गया।

चुम्बन मेरा कमजोर हिस्सा है, मैं भी अब चुम्बन का जवाब देने लगा।
चूमते हुए सोनू ने कहा- जब आधी हूँ तो पूरी बना लो!

मैं उसको चूमता रहा और उसके कपड़ों को एक एक कर के निकालता रहा. जब उसकी ब्रा ओर पेंटी रह गई तो वो बोली- धीरे धीरे करना, मेरी ज्यादा चुदाई नहीं हुई है, मेरे पति का दो मिनट में ही निकल जाता है और मैं आज तक प्यासी हूँ, आज तुम मेरी प्यास बुझा कर अपनी रखैल बना लो. और मुझे पता है कि मेरी दीदी को तुम ही चोदते हो, उनके चेहरे पर जो निखार है वो तुम्हारे लंड का दिया है। अब मत तड़पाओ जान!

मैंने भी झट से अपने कपड़े निकाले और मैं शुरु हो गया।
पहले मैंने उसकी आँखों पर किस किया, फिर उसके माथे पे किस किया, फिर गाल पे किया, फिर नाक पे किस किया, फिर गर्दन पे किस किया… बस इतने किस से वो गर्म हो गई तो मुझे होठों पे किस पे किस करने लगी।

जब सोनू ने मुझे छोड़ा तब मैंने उसके कान के नीचे किस किया फिर मैंने उसकी छाती पे किस किया, फिर उसके पेट पे किस किया फिर उसकी नाभि पे किस किया।
दोस्तो, बहुत सी औरतों की कमजोरी नाभि होती है। अगर आपने चार पाँच किस कर दिए तो वो कामुकता के अधीन होकर आप पर फिदा हो जाएगी।

फिर मैंने उसके बदन पे किस करते हुए सारे कपड़े निकल दिए और सोनू की दोनों टांगों को अपने कंधे पे रख कर जैसे ही अपना लंड उसकी चूत पर लगाया, वो बहुत गर्म हो गई, उसकी चूत पानी छोड़ने लगी.
मैं उसको तड़पाना चाहता था इसलिए मैं उसकी चूत पे अपना लंड रगड़ने लगा. सोनू अपनी कमर उठाने लगी और मिन्नतें करने लगी- प्लीज चोद दो, वरना आज मैं मर जाऊँगी.

मैंने उस पर दया करके धीरे से अपना लंड उसकी चूत में डाल दिया.
वो हल्का सा कसमसाई लेकिन उसने अपना दर्द अपने आँसुओं से निकाल दिया. मैंने दम लगा कर उसकी चूत की चुदाई की.

उस रात मैंने उसको तीन बार चोदा।
दो दिन बाद उसके चेहरे की खुशियों ने हर राज खोल दिये और उसने मीना को बता दिया- मैंने चन्दन को पा लिया है।

इस बात को सुनकर मीना थोड़ा गुस्सा हुई परन्तु सोनू ने अपनी कसम देकर मीना को मना लिया.
जब तक सोनू रही तब तक वो रोज मुझसे चूत चुदाई कराती रही।

सोनू सेक्स की इतनी भूखी हो गई कि कामुकता में वो न दिन देखती ओर न ही रात!
मेरी चुदाई से उसके चेहरे पर निखार आता ही चला गया।

फिर मैंने कई बार मैंने सोनू और मीना एक साथ चोदा।
उस दिन के बाद मैंने अपने बदन को जरूरतमंद औरतों को सौंप दिया।

आशा करता हूँ कि मेरी इस चूत की चुदाई कहानी भी आपके मन में कामुकता भर दी होगी।

मुझे आपके मेल और सुझाव का इंतजार रहेगा!
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